गुरुद्वारों में मनेगा गुरु गोविन्द सिंह का 359 वां प्रकाशोत्सव 27 दिसंबर को
प्रकाश पर्व के आगमन पर नगर कीर्तन करते निकली शोभायात्रा
dil india live (Varanasi). खालसा पंथ के संस्थापक, धर्मरक्षक, सर्व वंशदानी, वादशाह दरवेश श्री गुरू गोविन्द सिंह के 369 वां प्रकाशोत्सव (गुरु पर्व) 27 दिसंबर को मनाया जाएगा। इस आगमन पर्व के उपलक्ष्य में 21 दिसंबर रविवार को दिन में 12:30 बजे एक विशाल शोभायात्रा नगर कीर्तन, जुगो-जुग अटल श्री गुरु ग्रंथ साहिब की अगुवाई में गुरूद्वारा गुरुबाग से प्रारम्भ होकर रथयात्रा, सिगरा, साजन तिराहा, मलदहिया, लहुराबीर, कबीरचौरा, मैदागिन होते हुए गुरुद्वारा बड़ी संगत नीचीबाग (आसभैरव) शाम में पहुंची।
शोभायात्रा में परम्परा अनुसार श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की सवारी गाड़ी को फूल-मालाओं एवं बिजली के झालरों से भव्य तरीके से सजाया गया था। इस धार्मिक शोभायात्रा के साथ पंज प्यारे पैदल एवं पंज प्यारे घोड़े पर तथा महिलायें/पुरुष गुरुवाणी शबद कीर्तन करते हुए चल रहे थे।
अमृतसर से आये गतका पार्टी, भिन्न-भिन्न मार्गों पर शस्त्र-कला कौशल का प्रदर्शन करते हुए काशी की संगत को निहाल किया। इस धार्मिक यात्रा की शोभा बढ़ाने हेतु गुरूनानक इंग्लिश मीडियम स्कूल गुरुबाग, गुरुनानक खालसा बालिका इण्टर कालेज, गुरुबाग एवं गुरूनानक इंग्लिश स्कूल, शिवपुर के बच्चे विशेष परिधान पहनकर शबद गायन एवं जयकारा बोलते हुए चल रहे रहे थे।। शोभायात्रा में चंडीगढ़ से आये पंजाब पाइप बैन्ड पार्टी एवं स्थानीय कई बैन्ड-बाजे विभिन्न पोशाकों में भक्तिमय धुनों 'देहि शिवा वर-मोहे इहे शुभ करमन ते कबहूं न टरों के धुन बजाते हुए चल रहे थे। साथ में रंग बिरंगे रोडलाइट शामिल होकर नगर कीर्तन की शोभा बढ़ायी।
शोभायात्रा के पवित्रता के लिये, संगत सड़क की सफाई झाडू लगाकर एवं पानी छिड़ककर रास्ते को पवित्र करते हुए एवं फूल बरंसाते हुए चल रहे थे। बच्चे भी जिनके हाथो में "स्वच्छ काशी, सुन्दर काशी" का बैनर एवं पीठ पर स्वच्छता स्टीकर लगाकर सड़क की सफाई करते हुये चल रहे थे, साथ ही साथ हमें यह सन्देश देते हुए चल रहे थे कि यदि प्रत्येक काशीवासी यह प्रण कर ले कि हम काशी से गन्दगी को दूर करेंगे तो हम आने वाले कल को स्वच्छ काशी के रूप में देख सकेंगे। शोभायात्रा जिस मार्ग से गुजरी, वहाँ लोग श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी के ऊपर पुष्प वर्षा करते हुए चले। काशी की साध संगत द्वारा शोभायात्रा में शामिल लोगों के लिये जगह-जगह स्वागत एवं अल्पाहार की व्यवस्था भी की थी। शोभायात्रा समापन के समय गुरुद्वारा, नीचीबाग पहुँचने पर श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी की आरती एवं अरदास करके सुखासन स्थान ले जाया गया। शबद कीर्तन एवं गुरुद्वारा प्रबन्धक कमेटी द्वारा शोभायात्रा में शामिल सभी श्रद्धालुओं को धन्यवाद उपरान्त गुरु का अटूट लंगर बरताया गया।





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