वाराणसी में मौजूद है शिया वक़्फ़ बोर्ड की कुल 113 वक्फ संपत्ति
उम्मीद पोर्टल पर अंतिम समय में हाथ लगी निराशा
dil india live (Varanasi). भारत सरकार द्वारा पेश किए गए 2025 वक़्फ़ संसोधन एक्ट के अंतर्गत सभी वक़्फ़ संपत्तियों को उम्मीद पोर्टल पर दर्ज करने की अंतिम समय सीमा 6 दिसम्बर को समाप्त हो गई। इसी क्रम में उत्तरप्रदेश शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड की ओर से वाराणसी के कोऑर्डिनेटर सैय्यद एजाज़ हुसैन गुड्डू बाक़री ने बताया कि वाराणसी में शिया औक़ाफ़ की 117 में से 78 संपत्तियों को उम्मीद पोर्टल पर सफलता पूर्वक दर्ज करा दिया गया अपितु अंतिम समय में पोर्टल की धीमी गति और बार बार क्रैश हो जाने के कारण बहुत से लोगों के हाथ निराशा लगी। श्री एजाज़ ने बताया कि पिछले 6 महीने में कई वक़्फ़ संपत्तियों के पेपर दुरुस्त कराए गए। बहुत से लोगों के पास सही पेपर का अभाव था और कई मुतवल्लियों की तौलियत की अवधि समाप्त हो चुकी थी जिसके लिए उत्तरप्रदेश शिया वक़्फ़ बोर्ड से सामंजस्य स्थापित कर उन सभी संपत्तियों के काग़ज़ दुरुस्त कराए गए और दिन रात के अथक परिश्रम और पूरी टीम के प्रयास से बहुत सी संपत्तियों को दर्ज किया गया। सैयद एजाज़ हुसैन ने यह भी बताया कि गाज़ीपुर, मिर्जापुर, जौनपुर, चंदौली, व बुलंद शहर के वक़्फ़ संपत्ति भी मेरे द्वारा उम्मीद पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किया गया इसके अलावा सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड उत्तर प्रदेश की 68 वक़्फ़ संपत्ति को उम्मीद पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन मेरे द्वारा किया गया
इस काम में बोर्ड ने अपना पूरा सहयोग दिया। अपितु अंतिम समय आते आते साइट पर भारी दबाव था जिसके कारण बहुत सी संपत्तियां साइट पर दर्ज नहीं हो पाई हैं। श्री एजाज़ ने उत्तरप्रदेश शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन और उनकी पूरी टीम को धन्यवाद दिया जिनके प्रयास से वाराणसी की अधिकतम वक़्फ़ संपत्तियां आज उम्मीद पोर्टल पर दर्ज हैं। श्री एजाज़ ने अंजुमन हैदरी, चौक, बनारस के ऑफिस सेक्रेटरी श्री ज़ुल्फ़िक़ार हुसैन ज़ैदी को भी विशेष धन्यवाद प्रेक्षित किया जिन्होंने 23 -23 घंटा बिना थके बिना रुके लगातर उनके साथ कंप्यूटर पर बैठकर अपनी पूरी महारत के साथ इस कार्य में उनकी मदद की।


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