बुधवार, 24 दिसंबर 2025

DAV PG College में एथलेटिक्स एसोसिएशन ने किया वात्सल्य का अभिनन्दन

आस्ट्रेलिया में डीएवी के छात्र वात्सल्य ने किया था भारत का प्रतिनिधित्व



dil india live (Varanasi). आस्ट्रेलिया में हुए भारत-आस्ट्रेलिया अंतर विश्वविद्यालयी क्रिकेट प्रतियोगिता में भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा रहे डीएवी पीजी कॉलेज के छात्र वात्सल्य यादव का बुधवार को कॉलेज में एथलेटिक्स एसोसिएशन की ओर से अभिनन्दन समारोह आयोजित किया गया। दोनों देशों के बीच अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय स्तर पर आयोजित हुए इस टूर्नामेंट में भारतीय विश्वविद्यालय की टीम 4-2 से जीतने में सफल रही। उनकी इस उपलब्धि पर पूरे कॉलेज परिवार की तरफ से उन्हें सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के क्रीड़ा परिषद के महासचिव प्रो. ए. के. नेमा, विशिष्ट अतिथि विश्वविद्यालय क्रीड़ा परिषद के संयुक्त निदेशक एवं क्रिकेट कोच डॉ. वैभव राय, अध्यक्षता कर रहे प्रबंधक अजीत कुमार सिंह यादव, का. प्राचार्य प्रो. मिश्रीलाल एवं प्रो. मीनू लकड़ा ने वात्सल्य यादव को डीएवी डायमंड सम्मान एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर उनका अभिनन्दन किया। इस मौके पर कॉलेज परिवार की ओर से वात्सल्य की माता किरण यादव एवं उनके आरंभिक क्रिकेट कोच मोहम्मद फैजल का भी सम्मान किया गया। 

कार्यक्रम में प्रो. ए.के नेमा ने कहा कि कॉलेज में खेल प्रतिभायें और निखरे इस पर हमारा पूरा फोकस है, वात्सल्य विश्वविद्यालय के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। अब हमारा ध्यान खेलों में विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व बढ़ाने पर है। डॉ. वैभव राय ने कहा कि अभाव में प्रतिभाएं बिखरने ना पाए यह बहुत आवश्यक है, वात्सल्य सबके लिए एक प्रेरणा है।

वात्सल्य डीएवी कॉलेज के गौरव

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रबंधक अजीत कुमार सिंह यादव ने कहा कि वात्सल्य डीएवी कॉलेज के गौरव है जिन पर संपूर्ण परिवार को गर्व है, आगे भी उन्हें जो आवश्यकता होगी कॉलेज उनके साथ खड़ा रहेगा।  प्रो.मिश्रीलाल ने कहा की वात्सल्य युवा पीढ़ी के लिए एक उदारहण है, जिसे हम राष्ट्रीय टीम में खेलते हुए देखना चाहते है। 

     इस मौके पर मुख्य रूप से उप प्राचार्य प्रो. संगीता जैन, प्रो. राहुल, आइक्यूएसी की समन्वयक डॉ. पारुल जैन, प्रो. सत्यगोपाल, प्रो. पूनम सिंह, डॉ. संजय सिंह सहित समस्त विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक एवं छात्र उपस्थित रहे। स्वागत प्रो. मीनू लकड़ा, संचालन डॉ. शिवनारायण एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. शान्तनु सौरभ ने दिया।

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