साहित्यिक तस्वीरें अतीत को वर्तमान से जोड़ती हैं- प्रो. मिश्री लाल
dil india live (Varanasi). पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती के पूर्व संध्या पर डी.ए.वी. पी.जी. कॉलेज, वाराणसी के उर्दू विभाग में उर्दू के प्रसिद्ध साहित्यकारों और शायरों की फोटो गैलरी का उद्घाटन कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर मिश्री लाल तथा प्रबंधक अजीत कुमार सिंह के कर-कमलों द्वारा किया गया।
इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर मिश्री लाल ने कहा कि किसी भी भाषा के प्रसिद्ध साहित्यकार और शायर किसी भी देश की सांस्कृतिक और साहित्यिक निर्माता होते हैं। उनके योगदान और निशानियों को सुरक्षित रखना अत्यंत आवश्यक है, चाहे वे साहित्यिक रचनाएं हों या चित्र। साहित्यकारों और शायरों की फोटो गैलरियां केवल तस्वीरों का संग्रह नहीं होतीं, बल्कि साहित्य, इतिहास और संस्कृति का एक दृश्य अभिलेख (विज़ुअल आर्काइव) होती हैं। साहित्यिक व्यक्तित्वों की तस्वीरें अतीत को वर्तमान से जोड़ती हैं और भविष्य को संवारने का कार्य करती हैं।
इस प्रकार की गैलरियां साहित्यिक और शैक्षणिक वातावरण को सुदृढ़ बनाती हैं तथा नई पीढ़ी को साहित्यिक विरासत से जोड़ने का दायित्व निभाती हैं। इससे विद्यार्थियों में जिज्ञासा, रुचि और चिंतन का विस्तार होता है। इससे पूर्व अतिथियों का स्वागत में उपहार स्वरूप पौधे भेंट किए गए।
अतिथियों का स्वागत डॉ. शमशीर अली, उर्दू विभाग ने किया। इस अवसर पर कॉलेज की संयुक्त उप-प्राचार्य प्रोफेसर संगीता जैन व प्रोफेसर राहुल उपस्थित रहें, इसके अलावा प्रोफेसर संजय कुमार सिंह, डॉ. तरु सिंह के साथ बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थीं।




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