राष्ट्रीय शिक्षा नीति के निर्देशों को हम तभी अपना पाएंगे जब अपना सर्वश्रेष्ठ शिक्षा को दें- प्रो.पृथ्वीश नाग
dil india live (Varanasi). 13 दिसंबर 2025 को बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के 105 वें दीक्षांत समारोह के उपलक्ष्य में वसंत कन्या महाविद्यालय, कमच्छा, वाराणसी द्वारा डिग्री एवं पदक वितरण समारोह का भव्य आयोजन महामना सभागार, विज्ञान संस्थान, बीएचयू में किया गया। कार्यक्रम में विद्यार्थियों की शैक्षणिक उपलब्धियों का उत्सवपूर्ण वातावरण में सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के पूर्व कुलपति व सदस्य बीएचयू अकादमिक परिषद प्रो. पृथ्वीश नाग ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति द्वारा दिए गए निर्देशों को हम सफलतापूर्वक तभी अपना पाएंगे जब हम अपना सर्वश्रेष्ठ शिक्षा के क्षेत्र में दें। उन्होने रेखांकित किया कि वसंत कन्या महाविद्यालय का थियोसोफिकल सोसाइटी से गहरा संबंध रहा है। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक पंडित मदन मोहन मालवीय जी एवं डॉक्टर एनी बेसेंट के आदर्शों को यह महाविद्यालय आगे बढ़ा रहा है। उन्होंने सभी डिग्री धारकों को कला, विज्ञान, वाणिज्य, सामाजिक विज्ञान के अलावा सभी क्षेत्रों में सफलता हासिल करने के लिए प्रोत्साहित किया। विशिष्ट अतिथि पुलिस आयुक्त वाराणसी मोहित अग्रवाल तथा प्रोफेसर संजय कुमार, (रेक्टर बीएचयू एवं निदेशक, विज्ञान संस्थान बीएचयू) थे।
...अंत नहीं एक नई यात्रा की शुरुआत
सम्पूर्ण कार्यक्रम महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. रचना श्रीवास्तव तथा प्रबंधक उमा भट्टाचार्य के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। प्राचार्या ने अतिथियों का स्वागत किया और कहा कि आज का यह समारोह एक अंत नहीं बल्कि एक नई यात्रा की शुरुआत है। सभी के उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप वसंत कन्या महाविद्यालय की पहचान और भविष्य हैं। जहां भी जाएं, अपने ज्ञान, संस्कार और आचरण से इस संस्थान का नाम रौशन करें और सीखने की प्रक्रिया को निरंतर जारी रखें। संवेदनशील, नैतिक और अनुशासित रहकर.समाज के प्रति अपना दायित्व निभाएं व शोध कार्य, उद्यमिता व सामाजिक सेवा से वसंत कन्या महाविद्यालय के आदर्शों को साथ लेकर आगे बढ़ें। उन्होंने प्रति वर्ष महाविद्यालय की छात्राओं को मिलने वाले स्वर्ण पदकों को उल्लिखित करते हुए बताया कि इस वर्ष भी महाविद्यालय की छात्राओं ने पांच स्वर्ण पदक प्राप्त कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। यूजी एवं पीजी (कला संकाय)की छात्राओं को सुबह 10:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक आयोजित सत्र में डिग्रियों के साथ-साथ स्वर्ण पदकों का वितरण किया गया। कला विभाग की तीन छात्राओं को बीएचयू स्तर पर स्वर्ण पदक प्राप्त हुए।
इन्हें मिला स्वर्ण पदक
प्राची सिंह एम.ए. हिंदी को गुरु पथिक बाला बैरागी अद्वैत स्वर्ण पदक, श्रीमती कृष्णा रानी जोशी मेमोरियल स्वर्ण पदक, दुर्गा शंकर दीक्षित रजत पदक, कुमारी स्वाति पांडे बी.ए. प्राचीन भारतीय संस्कृति एवं पुरातत्व को श्रीमती सुधा नारायण मेडल व कुमारी रिया सिंह को बी.ए. गृह विज्ञान विषय में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने के लिए स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। दोपहर 1:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक आयोजित समारोह में सामाजिक विज्ञान के विद्यार्थियों को डिग्रियाँ एवं पदक प्रदान किए गए। इस अवसर पर दो छात्राओं कुमारी प्रतिभा कुमारी – एम.ए. इतिहास एवं कुमारी राशि दुबे – बी.ए. समाजशास्त्र को स्वर्ण पदक प्रदान किए गये। इसके साथ हीं हिंदी के दो व गृहविज्ञान विभाग के एक शोधार्थी को शोध-उपाधि प्राप्त हुई।
समारोह का उद्देश्य विद्यार्थियों के कठिन परिश्रम एवं उत्कृष्ट प्रदर्शन को सम्मानित करना था। महाविद्यालय परिवार ने सभी पदक पाने वाले व डिग्रीधारी छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की मंगलकामनाएं व्यक्त की। कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त शिक्षक -शिक्षिकाएं एवं कर्मचारी गण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर नैरंजना श्रीवास्तव, प्रो. गरिमा उपाध्याय, डॉक्टर शुभ्रा सिन्हा एवं डॉक्टर सुप्रिया सिंह ने किया। आयोजन का शुभारंभ महाविद्यालय के कुलगीत से हुआ जिसका निर्देशन प्रोफेसर सीमा वर्मा ने किया व तबले पर संगत सौम्यकांति मुखर्जी ने किया।




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