बाजार बंद रहने से करोड़ों का कारोबार हुआ प्रभावित
पुलिस रही सतर्क, जगह जगह चेकिंग, मिश्रित आबादी के इलाकों में रही खास नज़र
Mohd Rizwan
dil india live (Varanasi)। बाबरी मस्जिद की शहादत पर मुस्लिम बाहुल्य इलाके शनिवार को बंद रहे। बाजार बंद रहने से करोड़ों का कारोबार प्रभावित होने का अनुमान लगाया जा रहा है। बंदी को देखते हुए पुलिस शुक्रवार से ही सतर्क थी, जगह जगह चेकिंग अभियान चलाया गया, खासकर मिश्रित आबादी के इलाकों में पुलिस की खास नज़र थी।
दालमंडी, नयी सड़क, हड़हा सराय, बेनियाबाग, नवेद काम्प्लेक्स, रेवड़ी तालाब, मदनपुरा, गौरीगंज, शिवाला आदि इलाकों में विशेष सतर्कता बरतते हुए थाने और चौकियों को अलर्ट किया गया था। हालांकि पहले आलमीन सोसाइटी की अपील पर यह बंदी होती थी और शिवाला, नयी सड़क, कपड़ा मार्केट में धरना सभा होती थी मगर अमन और मिल्लत बनाएं रखने के लिए जिला प्रशासन की अपील पर धरना सभा बंद हो गया मगर स्वेच्छा से दुकानदार मस्जिद की शहादत के ग़म में बरसीं मनाते हैं और करोबार बंद रखते हैं। इसके लिए अब कोई ऐलान नहीं किया जाता।
केवल बंदी लिखकर लगी तख्तियां
शुक्रवार की रात ही दालमंडी आसपास के मुख्य बाजारों में 6 दिसंबर को काला दिवस, कारोबार बंदी का स्लोगन लिखकर तख्तियां लगाई गईं थी। इसी के बाद से पुलिस सतर्क हो गई थी हालांकि शकील अहमद जादूगर ने कहा कि ये बंदी बरसी पर स्वेच्छा से हर साल होती है इससे शहर का मिज़ाज कभी नहीं बिगड़ता है। बल्कि ये बाबरी मस्जिद शहीद होने के ग़म के इज़हार का तरीका है। लोग लगातार हर साल बरसी पर अपना कारोबार बंद रखते हैं।
दरअसल, 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी मस्जिद की शहादत के बाद से जगह जगह बरसी मनाई जाती है। इस बरसी पर हर वर्ष मुस्लिम बाहुल्य इलाके में काला दिवस मनाया जाता है। इसे लेकर पुलिस बल विशेष सतर्कता बरतता है ताकि कहीं कोई अनहोनी जैसी घटना ना हो। इस वर्ष भी पुलिस टीम में अलर्ट मोड में रही पर अमन के साथ यह दिन बीत गया।
सुरक्षा व्यवस्था रही कड़ी
शनिवार सुबह से शहर हाईअलर्ट मोड पर था। जगह-जगह पुलिस फोर्स तैनात थी तो संवेदनशील स्थलों को हाई सिक्योरिटी लिस्ट में रखा गया। पुलिसकर्मियों से लेकर अफसर तक सक्रिय नजर आ रहे हैं। देर रात तक मंदिर, गलियों से लेकर सार्वजनिक स्थलों पर चेकिंग अभियान चलाया गया। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और रेन बसेरा में पुलिस टीम ने मौजूद लोगों की आईडी चेक करती दिखाई दी। जिले में मंदिरों, घाटों, रेलवे स्टेशन, रोडवेज के पास सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। सिविल ड्रेस में भी पुलिस निगरानी में लगी है। मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में विशेष सतर्कता थी।
अपर पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था एवं मुख्यालय) शिवहरि मीणा के नेतृत्व में गोदौलिया से गंगा घाट तक फुट पेट्रोलिंग की गई। घाटों पर संदिग्धों की पहचान के लिए आईडी प्रूफ देखे गये। विश्वनाथ मंदिर के आसपास चेकिंग अभियान चलाया गया। एडिशनल सीपी ने बताया कि गंगा आरती स्थल पर जल पुलिस, एनडीआरएफ और पुलिस बल की तैनाती पहले से है। यहां संदिग्ध दिखने वाले लोगों की सूचना तत्काल पुलिस को देने के लिए कहा गया है। फुट पेट्रोलिंग के दौरान एडीसीपी काशी सरवणन टी., एसीपी दशाश्वमेध डॉ. अतुल अंजान त्रिपाठी और थाना प्रभारी अलर्ट रहें।




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