शनिवार, 25 दिसंबर 2021

Happy Christmas : काशी से रोम तक गूंजा हैप्पी क्रिसमस, मैरी क्रिसमस

ओहो प्यारी रात, ओहो न्यारी रात, खुशी की रात आयी...

  •  चर्चेज़ में कटी केक, फिज़ा में गूंजा कैरोल
  • सोशल डिस्टेंसिंग का रखा गया ख्याल




वाराणसी 24 दिसंबर (dil india live)। घड़ी की सुई ने जैसे ही रात 12 बजे का निशान बनाया काशी से रोम तक मसीही समुदाय ने प्रभु यीशु के जन्म की आगवानी प्रार्थना और कौरोल सिंगिग से की। काशी में सेंट मैरीज़ महागिरजा में कैरोल गीत, ओहो प्यारी रात, ओहो न्यारी रात, खुशी की रात आयी है, शांति की रात, अमन की रात हमारी रात आयी है...। की गूंज देर रात जब फिज़ा में बुलंद हो रही थी तो रोम में मसीही समुदाय के सबसे बड़े धर्म गुरु पोप फ्रांसिस प्रभु यीशु की आराधना करा


रहे थे।

24 दिसंबर की सर्द रात सेंट मेरीज़ महागिरजा में एक साथ चर्च का घंटा बज उठा। यह संकेत था, धरती पर अमन के राजकुमार प्रभु यीशु के आगमन का। इसी के साथ कैरोल गीत, पवित्र है आगमन...फिज़ा में गूंज रहा था। इस दौरान वाराणसी धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष बिशप यूजीन जोसफ ने बालक यीशु का मौजूद मसीही समुदाय को दर्शन कराया। यीशु की बालरूप प्रतिमा की एक झलक पाकर ही तमाम लोग धन्य हो उठे। महागिरजा के पल्ली पुरोहित फादर विजय शांतिराज के संचालन में यीशु जन्म के मंचन की 24 दिसंबर की मध्यरात्रि गवाह बनी। कोरोना महामारी से बचाव के लिए चर्चेज में जहाँ सोशल डिस्टेंसिंग की व्यवस्था की गई थी वहीं दूसरी ओर कोरोना से निजात के लिए प्रभु यीशु से खास प्रार्थना भी की गई। इस मौके पर मसीही घरो व चर्चेज़ में केक काटी गई, केक का आदान प्रदान हुआ, लोगों ने एक दूसरे को क्रिसमस विश किया, फिज़ा में देर तक गूंजता रहा, हैप्पी क्रिसमस, मैरी क्रिसमस...। इस दौरान फादर थामस, फादर चन्द्रकांत, फादर शीरील, सिस्टर एन. वीटा, सिस्टर मंजू, सिस्टर माला, सिस्टर तारा, सिस्टर ज्योति आदि हजारो मसीही मौजूद थे।

उधर प्रोटेस्टेंट मसीही समुदाय ने क्रिसमस पर मिड नाइट सर्विस का आयोजन किया है। चर्चेज़ में प्रभु यीशु जन्म के प्रतीक के रूप में चरनी सजायी गयी है। वहाँ घड़ी की सुई ने जैसे ही रात 12 बजे का निशान बनाया। कैरोल गीत फिज़ा में गूंज उठा... अमन के राजकुमार तेरा हो अभिषेक ....। 

इस दौरान सीएनआई चर्च रामकटोरा में पादरी आदित्य कुमार, सेंट पॉल चर्च सिगरा में पादरी सैम जोशुआ सिंह, चर्च ऑफ बनारस में पास्टर बेनजान, लालचर्च में पादरी संजय दान, सेंट बेटल फुल गॉस्पल चर्च में पास्टर एंड्रू थामस, विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रीज में पास्टर अजय कुमार, ईसीआई चर्च में पादरी नवीन ज्वाय व पादरी दशरथ पवार ने प्रभु ईसा मसीह के आगमन की अगवानी बाइबिल पाठ के साथ किया। सेंट जांस महरौली में फादर हेनरी, सेंट जांस लेढूपुर में फादर सुसाई राज, ईश माता मंदिर शिवपुर में फादर रोज़लिन राजा ने आराधना कराया। सेंट जोसफ चर्च लोहता, फातेमा चर्च मवैया व सेंट फ्रांसिस ऑफ असीसी चर्च में भी क्रिसमस का आगाज़ हुआ। इस दौरान बोन फायर भी कई चर्चेज़ में किया गया। समाचार लिखे जाने तक किसमस सेलिब्रेशन का दौर जारी था।


कोई टिप्पणी नहीं:

फूलों की खेती और उससे बने उत्पाद आर्थिक दृष्टि से अत्यंत लाभकारी-भक्ति विजय शुक्ला

Sarfaraz Ahmad  Varanasi (dil India live). फूलों की बढ़ती मांग और ग्रामीण किसानों तथा महिलाओं में फूलों की खेती के प्रति रुचि को देखते हुए, ...