गुरुवार, 30 दिसंबर 2021

तीर्थंकर पार्श्वनाथ के जन्म कल्याणक पर निकली शोभायात्रा



वाराणसी 30 दिसंबर (dil india live) । जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर श्री 1008 चिंतामणि पार्श्वनाथ जी के 2897 वे जन्म कल्याणक पर गुरुवार को वाराणसी में जन्मे पार्श्वनाथ जी की भव्य शोभायात्रा निकाली गई । श्री दिगंबर जैन समाज काशी के तत्वावधान में आज प्रातः 10:00 श्री दिगंबर जैन पंचायती मंदिर ग्वालदास सहुलेन से तीर्थंकर की भव्य शोभायात्रा प्रारंभ होकर सोरा कुआँ , ठठेरी बाजार होते हुए चौक पहुंचने पर इंद्र ने तीर्थंकर को एक रजत (विशाल ) रथ के कमल सिंहासन पर विराजमान कराया । वहां उपस्थित समाज के लोगों ने भगवान की आरती उतारी।

 पुनः दिन में 11:00 बजे राजशाही रथयात्रा प्रारंभ हुई । गजरथ रथयात्रा में पार्श्वनाथ भगवान जीवन में मोक्ष तक की  झांकियां शामिल थी । जिस विशाल रथ पर भगवान विराजमान थे उसे भक्तगण खींचकर अपनी श्रद्धा-पुष्प अर्पित कर रहे थे । इंद्रगण भगवान को चंवर डोला रहे थे। श्रद्धालु भक्तगण रास्ते भर आरती एवं पुष्प वर्षा कर रहे थे। आधा दर्जन बैंड पार्टियों द्वारा भक्ति धुन बिखेर कर माहौल धर्म मय बना रहे थे। छोटे-छोटे बच्चे घोड़ों पर सवार थे। शोभा यात्रा का मुख्य आकर्षण रजत की धूपगाड़ी नालकी, 108 चंवरों वाली गाड़ी, राजशाही साज-सज्जा वाला विशाल रजत हाथी सबका ध्यान अपनी ओर खींच कर आकर्षित कर रहा था। रथ यात्रा बांसफाटक, गोदौलिया होते हुए सोनारपुरा पहुंची। वहां भरतपुर (राजस्थान) से आई भजन मंडली द्वारा भजनों की प्रस्तुति की गई । रास्ते भर केसरिया परिधानों में सजी धजी महिलाओं द्वारा भजनों की प्रस्तुति एवं जयकारा लगाया जा रहा था। 

शोभायात्रा में अहिंसा परमो धर्म का बैनर , जैन धर्म का बैनर , झंडी गाड़ी, झंडे ध्वज पताका भी लोग लेकर चल रहे थे । बीच-बीच में जय-जय जिनेंद्र देवकी भवसागर नाव खेव की अहिंसा परमो धर्म की जय “ जियो और जीने दो “ का जयकारा भी लगा रहे थे। रास्ते में कई जगह लोगों ने शोभायात्रा का स्वागत भी किया।भेलूपुर जैन मंदिर पहुंचने पर शोभायात्रा का स्वागत एवं तीर्थंकर की आरती उतारी गई। मंदिर परिसर में भगवान के विग्रह को बड़े रथ से उतारकर भक्तों ने रजत नालकी पर विराजमान कर बधाई गीत - “ मेरा अली आज बधाई “ गाईया, ढोलक, ताल, मजीरा, बाजे, नौबत शहनाइयां। सोहर बधाई के उपरांत भगवान को मंदिर जी में रजत पांडुक शिला में विराजमान कर 108 रजत कलशो से मस्तकाभिषेक एवं विशेष पूजन किया गया। शोभायात्रा का संयोजन रत्नेश जैन एवं राजेश भूषण जैन ने किया। आयोजन में प्रमुख रूप से समाज के अध्यक्ष दीपक जैन, प्रधानमंत्री अरुण जैन, उपाध्यक्ष राजेश जैन ,  आ.सी. जैन , संजय जैन , विनोद जैन, तरुण जैन, निशांत जैन, विशाल जैन, पवन जैन सहित विशिष्ट जन उपस्थित थे। सांयकाल भगवान का झूलनोत्सव, सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं सामूहिक आरती का आयोजन किया गया । शोभायात्रा में भारी सुरक्षा बल तैनात थे। सोशल डिस्टेंसिंग एवं मास्क का पूर्ण पालन किया गया। 


कोई टिप्पणी नहीं:

फूलों की खेती और उससे बने उत्पाद आर्थिक दृष्टि से अत्यंत लाभकारी-भक्ति विजय शुक्ला

Sarfaraz Ahmad  Varanasi (dil India live). फूलों की बढ़ती मांग और ग्रामीण किसानों तथा महिलाओं में फूलों की खेती के प्रति रुचि को देखते हुए, ...