मंगलवार, 21 दिसंबर 2021

खुशहाल परिवार दिवस की रही धूम

लाभार्थियों को परिवार नियोजन के बारे में मिला उचित परामर्श


वाराणसी 21 दिसंबर (dil india live)। जिले के सभी आठ ग्रामीण, 24 शहरी स्वास्थ्य केन्द्रों एवं हेल्थ एंड वेलनेस सेन्टर समेत जिला महिला चिकित्सालय कबीरचौरा पर मंगलवार को खुशहाल परिवार दिवस मनाया गया। मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने एवं स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के उद्देश्य से हर माह की 21 तारीख को खुशहाल परिवार दिवस मनाया जाता है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. संदीप चौधरी ने बताया कि मंगलवार को जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों व जिला महिला चिकित्सालय पर परिवार नियोजन के अस्थायी साधन कंडोम, माला-एन, अंतरा तिमाही गर्भनिरोधक इंजेक्शन, छाया साप्ताहिक गर्भ निरोधक गोली का वितरण किया गया। इसके साथ ही स्वस्थ और खुशहाल परिवार के लिये दंपत्ति को स्थायी व अस्थायी साधनों को अपनाने के बारे में प्रेरित भी किया गया।

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसीएच) डा. एके मौर्य ने बताया कि आज जनपद के सभी स्वास्थ्य इकाईयों पर अंतरा, छाया, आईयूसीडी (IUCD), पीपीआईयूसीडी (PPIUCD), कंडोम, नसबंदी आदि की सुविधाएं लाभार्थियों को दी गईं। उन्होंने बताया कि पुरुष नसबंदी पर लाभार्थी को 2000 रुपये और महिला नसबंदी पर 1400 रुपये प्रतिपूर्ति राशि विभाग के द्वारा दी जाती है। जिला महिला चिकित्सालय में खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया गया। इस क्रम में परिवार नियोजन परामर्शदाता नीतू चौरासिया ने बताया कि आज करीब 300 लाभार्थियों को परिवार नियोजन की सेवाएँ दी गईं। इसमें 2 लाभार्थियों को अंतरा, 220 को कंडोम, 12 को छाया, 21 को माला-एन, 7 को आईयूसीडी, 11 को पीपीआईयूसीडी, 6 को ईसीपी, 10 महिला नसबंदी सहित अन्य सेवायें प्रदान की गई। दूसरी ओर नीति आयोग के आदर्श ब्लॉक सेवापुरी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर करीब 100 लाभार्थियों को परिवार नियोजन की सेवाओं के साथ परामर्श भी दिया गया । इसमें 2 लाभार्थियों को अंतरा एवं 50 को कंडोम प्रदान किया गया।

क्या कहा लाभार्थियों ने 

1- जिला महिला चिकित्सालय पर आईं लखनीपुर निवासी बीनू ने बताया कि हमने शादी के बाद पहले बच्चे में पाँच साल का अंतराल लिया। उनका डेढ़ साल का एक बच्चा है। और अब वह दूसरे बच्चे के लिए कम से कम पाँच साल का अंतर चाहती हैं। इसके लिए वह अंतरा तिमाही गर्भ निरोधक इंजेक्शन लगवा रही हैं। अभी तक दो डोज़ लगवा चुकी हैं। मुझे कोई असुविधा नहीं है। मेरे पति और परिवार का पूरा सहयोग है। 

2- सरोज (29) ने बताया कि हमारे तीन बच्चे हैं। सबसे बड़ी बेटी नौ साल की है। तीन से ज्यादा बच्चों की बच्चों की चाह न होने के कारण और पति व परिवार की सहमति से मंगलवार को जिला महिला चिकित्सालय में नसबंदी करवाई।


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