गुरुवार, 23 दिसंबर 2021

भद्रासी में लोकार्पण को तैयार है 50 बेड का आयुष चिकित्सालय

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज करेंगे “मल्टी-स्पेसियालिटी हास्पिटल” का लोकार्पण






 • स्त्री व प्रसूति रोग के साथ अन्य विशेषज्ञ चिकित्सकों की हुई तैनाती

 • पंचकर्म, क्षारसूत्र व योग के जरिए भी होगा जटिल  बीमारियों का उपचार


 वाराणसी 22 दिसम्बर (dil india live)। जिले को एक और आयुर्वेदिक अस्पताल का तोहफा गुरुवार को मिलने जा रहा है। 50 बेड के इस मल्टी-स्पेसियालिटी अस्पताल में स्त्री व प्रसूति रोग के साथ ही अन्य विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम तैनात कर दी गयी है। 23 दिसंबर गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस अस्पताल का लोकार्पण करेंगे। इसके साथ ही मरीज यहां की चिकित्सकीय सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे।

क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी भावना द्विवेदी ने बताया कि मोहन सराय के पास मातलदेयी मार्ग  पर भद्रासी गांव में 50 शैय्या एकीकृत आयुष चिकित्सालय स्थापित किया गया है। इस अस्पताल का निर्माण राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत कराया गया है,  जिसमें एक छत के नीचे पारम्परिक चिकित्सा पद्धतियों आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से जनसामान्य को सर्वांगीण चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। 

 पंचकर्म एवं क्षारसूत्र से भी होगा उपचार

इस आयुर्वेदिक अस्पताल में आयुर्वेद विधा की विशिष्ट चिकित्सा पद्धति पंचकर्म के लिये एक अलग ब्लॉक का निर्माण किया गया है। उसमे स्नेहन, स्वेदन, वमन, विरेचन, शिरोधारा, बस्ति आदि चिकित्सकीय क्रियाओं के लिये समस्त सुविधायें उपलब्ध हैं। इन क्रियाओं से संधि के रोग जैसे गठिया,  रियूमैटाइड आर्थराइटिस , लकवा, त्वचा के रोगों, मानसिक तनाव, अनिद्रा आदि की चिकित्सा की जायेगी। इसमें महिला एवं पुरूष रोगियों के लिये अलग-अलग कक्ष की व्यवस्था है।  चिकित्सालय में एनोरेक्टल रोगों जैसे भगन्दर, पाइल्स, फिशर आदि को बिना सर्जरी किये आयुर्वेद की क्षारसूत्र विधा से उपचार हेतु माइनर ओटी की व्यवस्था है। इसमें जलौका द्वारा उपचार की सुविधा भी उपलब्ध होगी।  चिकित्सालय में यूनानी विधा की रेजिमेण्टल थैरेपी एवं हिजामा उपचार पद्धतियों से रोगियों के उपचार के लिये विशेषज्ञों की तैनाती की गयी है।

 सामान्य प्रसव सम्बन्धी  सुविधायें भी हैं

चिकित्सालय में सर्जरी के लिये ओटी कक्ष एवं सामान्य प्रसव सम्बन्धी सुविधायें उपलब्ध कराये जाने के लिये लेबर रूम समस्त सुविधाओं एवं उपकरणो सहित उपलब्ध है। माहिलाओ के लिए यह अस्पताल काफी लाभकारी होगा। इसके साथ ही यहाँ आँखों की जाँच सुविधा के लिये ऑप्टोमेट्री कक्ष एवं कान के रोगों की जाँच सुविधा के लिये ऑडियोमेट्री कक्ष की भी व्यवस्था है।  चिकित्सालय में पैथोलॉजी की सुविधा उपलब्ध है। 

 योग के जरिए भी बनेंगे निरोग

अस्पताल परिसर में एक योग कक्ष भी बनाया गया है। यहां तैनात होने वाले योग प्रशिक्षक लोगों को योग के जरिए निरोग रहने का हुनर सिखाएंगे। इसके साथ ही कुछ रोगों का उपचार योग के जरिए भी किया जाएगा।

 परियोजना पर नौ करोड़ हुए हैं खर्च 

चिकित्सालय के भवन निर्माण, फर्नीचर एवं उपकरणों पर लगभग नौ करोड रूपये खर्च हुए हैं।  इस चिकित्सालय मे चिकित्सा अधीक्षक-01, आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी विधा के कुल चिकित्सा अधिकारी-07 (02-एस0एम0ओ0, 04-चिकित्सा अधिकारी एवं 01-रेजिडेन्ट चिकित्साधिकारी), योग प्रशिक्षक-01, सहायक मैट्रेन-01, लेखाधिकारी-1, नर्सिंग स्टाफ-04, पंचकर्म टेक्निशियन-01, फार्मासिस्ट-02, प्रयोगशाला तकनीशियन-02, फिजियोथैरैपिस्ट-01 सहित कुल 35 अधिकारी/कर्मचारियों की तैनाती की गयी है। राजातालाब निवासी रमेश पांडेय ने इस अस्पताल के खुलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा की अब क्षेत्र के लोगो को उपचार के लिए दूर नहीं जाना होगा । रोहनिया निवासी सुरेन्द्र ने कहा कि यह अस्पताल इलाके के लोगो के लिए वरदान होगा।

कोई टिप्पणी नहीं:

फूलों की खेती और उससे बने उत्पाद आर्थिक दृष्टि से अत्यंत लाभकारी-भक्ति विजय शुक्ला

Sarfaraz Ahmad  Varanasi (dil India live). फूलों की बढ़ती मांग और ग्रामीण किसानों तथा महिलाओं में फूलों की खेती के प्रति रुचि को देखते हुए, ...