सज रही चरनी, रौशनी से नहायें चर्चेज़
क्रिसमस पर उत्सव संग रखें सावधानी: बिशप यूज़ीन
वाराणसी 22 दिसंबर (dil india live)। कोरोना महामारी का असर पर्व और त्योहारों पर भी खूब पड़ रहा है। क्रिसमस का ग्लोबल पर्व भी इससे बच नहीं सका है। यही वजह है कि इस बार प्रभु यीशु के जन्म पर लगने वाला क्रिसमस मेला चर्च कम्पाउंड में नहीं लगेगा वहीं क्रिसमस सेलीब्रेशन का भी समय बदल दिया गया है। 24 दिसंबर की मध्यरात्रि को प्रभु यीशु के जन्म के जन्म का जश्न हर साल वाराणसी के महागिरजा में शुरु होता था मगर इस बार भी कोरोना महामारी के चलते प्रभु यीशु के जन्म का समय बदल गया रात 11.30 के बजाये इस साल 10.30 बजे से ही प्रार्थना शुरू हो जाएगी।
उक्त जानकारी पत्रकारों को देते हुए वाराणसी धर्मप्रांत के अध्यक्ष बिशप यूजीन जोसेफ ने कहा कि इस बार मध्यरात्रि की आराधना रात 10.30 बजे शुरु होगी जो यीशु जन्म के साथ सम्पन्न होगी। बिशप ने कहा कि कोविड पर हम लोगों ने विजय पा ली है मगर सावधानी जरूरी है, इसलिए यह कदम उठाये जा रहे है। बिशप ने बताया कि इस बार कोरोना महामारी के चलते ही तीन दिन तक चलने वाला क्रिसमस मेला भी स्थगित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि क्रिसमस के उत्सव में सावधानी बरते। काशी आध्यात्मिक नगरी है, यहां से जाने वाला संदेश दूर तक जाता है।
उधर चरनी चर्चेज़ में सजाने का काम तेज़ हो गया। महागिरजा समेत सभी चर्चेज़ रौशनी से नहा उठीं हैं। घर से लेकर चर्च तक मसीही समुदाय क्रिसमस की तैयारियों को अंतिम रुप देने में जुटा हुआ है।
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