वाराणसी 31 दिसंबर (dil india live)। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी योगीराज डॉक्टर ब्रजमोहन सिंह की 18वीं पुण्यतिथि हीरापुरा वाराणसी स्थित उनके द्वारा संस्थापितआदर्श विद्या केंद्र ए . वी.के." चिल्ड्रेन एकेडमी" के सभागार में मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ वरिष्ठ अधिवक्ता विजय बहादुर सिंह एडवोकेट द्वारा उनके चित्र पर माल्यार्पण एवं पूर्व अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. रविंद्र नाथ श्रीवास्तव द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। वक्ताओं ने अपने संबोधन में श्री श्री "निडर"द्वारा आजादी के लिए किए गए कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि स्वर्गीय निडर रणभेरी की तर्ज पर ख़ौलता हुआ खून पत्र का संपादन भी करते रहे ख़ौलता हुआ खून में उल्लिखित कथानक ब्रिटिश शासन में उनके खिलाफ जनमानस की भुजाओं को भड़काने का काम करती रही। ब्रिटिश हुकूमत ने इनकी क्रांतिकारी गतिविधियों से तंग आकर इनकी जिंदा या मुर्दा गिरफ्तारी पर ₹1000 रु0का इनाम भी रखा था। कार्यक्रम का संचालन उनके पुत्र महेंद्र बहादुर सिंह द्वारा करते हुए अपने संस्मरण के आधार पर ख़ौलताहुआ खून पत्र में उल्लिखित कविताओं का संस्मरण सुनाते हुए कहा कि 1- जब तक भुजाओं में है बल, और जब तक है इस तन में दम। बिना सुराज लिए हरगिज़ खामोश नहीं बैठेंगे हम।।2- हम शेर भी कसे गुलामी की जंजीर में झटके खाते हैं, अफसोस न भारत माता की खातिर कुछ कर न दिखाते हैं।।
कार्यक्रम में उपस्थित जनों द्वारा उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उनके द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया कार्यक्रम में सर्व श्री एच. एम. सिंह ,डॉक्टर अजीत कुमार सिंह, मन्नन जी सिंह पूनम श्रीवास्तव एडवोकेट मोतीलाल सिंह एडवोकेट मोहम्मद आजम खान मोहम्मद अखलाक अहमद मोहम्मद बहाउद्दीन श्री आशुतोष पाण्डेय सौरभ सिंह विभांशु सिंह व अन्य सम्मानित लोगों ने शिरकत किया और उनके उनके द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
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