शुक्रवार, 6 जून 2025

1 लाख का इनामी Dipak Police मुठभेड़ में ढेर

3 साल की बच्ची के साथ राजधानी लखनऊ में किया था दरिंदगी 


सरफराज/रिजवान 
Lucknow (dil India live): UP की राजधानी Lucknow में 3 साल की बच्ची के साथ दरिंदगी करने वाले 1 लाख रुपये के इनामी आरोपी दीपक वर्मा को वारदात के 20 घंटे के भीतर पुलिस ने न सिर्फ ढूंढ़ निकाला बल्कि आमना-सामना होने पर दोनों ओर से गोलियां तड़तड़ाईं और आरोपी मुठभेड़ में मारा गया। पुलिस ने बताया कि आमना सामना होने पर पुलिस की गोली से आरोपी एनकाउंटर में घायल हो गया। अस्पताल पहुंचाए जाने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

यह एनकाउंटर गुरुवार और शुक्रवार के मध्यरात्रि को राजधानी लखनऊ के कैंट-आलमबाग बॉर्डर के पास देविखेड़ा रोड पर हुआ। बीते 5 जून को हुई  वारदात के बाद आरोपी दीपक वर्मा फरार था और पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया हुआ था। 

अस्पताल में पीड़ित बच्ची की हालत गंभीर

बच्ची से दरिंदगी की घटना 5 जून 2025 को लखनऊ में आलमबाग के चंदन नगर मेट्रो स्टेशन के पास हुई थी। वहां आरोपी दीपक वर्मा ने एक 3 साल की दिव्यांग बच्ची के साथ दरिंदगी की थी। वारदात की जानकारी पुलिस के संज्ञान में 5 जून की सुबह 10 बजे आई। लखनऊ पुलिस ने तुरंत केस दर्ज कर आरोपी की तलाश में 5 टीमें गठित की।

दरिंदगी का शिकार हुई बच्ची तक जब बीते 5 जून पुलिस टीमें पहुंची तो बच्ची की दशा अत्यंत गंभीर बनी हुई थी। वह तुरंत दम तोड़ने वाली हालत में बताई गई। बच्ची की गंभीर हालत को देखते हुए उसे तुरंत लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां से उसे केजीएमयू रेफर किया गय जहां बच्ची का इलाज चल रहा है और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। 

सीसीटीवी फुटेज से पुलिस की राह हुई आसान

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) मध्य आशीष कुमार श्रीवास्तव ने तत्काल आरोपी की तलाश के लिए 5 विशेष टीमें गठित की थीं। ये पुलिस टीमें तुरंत वारदात स्थल और आसपास की सीसीटीवी फुटेज को खंगालने के बाद आरोपी दरिंदे का हुलिया, चेहरा और उसके वाहन को चिन्हित किया। फिर शहर के आसपास हिस्सों की सीसीटीवी के फुटेज खंगाले और उनकी मानीटरिंग शुरू की तो फिर आरोपी बीती रात स्कूटी से छुप-छुपाकर तेजी से तंग गलियों से होकर गुजरते देखा गया।.फिर आरोपी के आखिरी सीन प्वाइंट वाले इलाके पर पुलिस टीमों ने डेरा डाला और आरोपी दीपक वर्मा को बड़े ही चुप्पी धारण किए तलाश करने में जुटी।

आखिरकार आरोपी दीपक वर्मा तक पुलिस पहुंचीं लेकिन उसने सरेंडर नहीं किया। क्राइम टीम और आलमबाग थाना पुलिस ने देविखेड़ा रोड पर दीपक वर्मा को घेर लिया और भागने का मौका नहीं दिया। पुलिस टीमों ने उसे रोकने की कोशिश की तो उसने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी।

फिर जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने गोली चलाई, जिसमें दीपक वर्मा गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे पुलिल द्वारा तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां उपचार शुरू होते ही आरोपी दीपक ने दम तोड़ दिया। फिर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

दिव्यांग से हुई दरिंदगी, लोगों में था गुस्सा

इस पूरे मामले में बच्ची के परिजन और स्थानीय लोगों ने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की थी। सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर लोगों में गुस्सा देखा जा रहा था। पुलिस ने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की थी और भरोसा दिलाया था कि मामले की गहन जांच की जाएगी।

एनकाउंट के बाद मीडिया से लखनऊ के डीसीपी सेंट्रल आशीष श्रीवास्तव ने कहा, 'आरोपी दीपक वर्मा के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। हमारी टीमें 24 घंटे से उसकी तलाश में जुटी थीं। मुठभेड़ के दौरान आत्मरक्षा में पुलिस को गोली चलानी पड़ी, जिसमें आरोपी की मृत्यु हो गई।'

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