स्थानांतरण या कार्यवाही निजीकरण के आंदोलन को कमजोर नही कर सकती- बिजली कर्मचारी
Sarfaraz Ahmad
Varanasi (dil India live). बनारस के बिजलीकर्मियो ने लेढुपुर विद्युत उपकेंद्र पर जनजागरण सभा के दौरान प्रबन्ध निदेशक पूर्वांचल पर जमकर हमला बोला, 2 महीने पहले की पांच सूत्रीय मांगों को लेकर विरोध कर रहे बिजलीकर्मियो के खिलाफ उत्पीड़न के उद्देश्य से सरकार के स्थानांतरण नीति के विपरीत स्थानांतरण कर भड़ास निकाल रहे। संविदाकर्मियों के कटे वेतन सहित पाँच सूत्रीय मांगों को लेकर प्रबन्ध निदेशक कार्यालय पर बिजलीकर्मी आज प्रदर्शन करेंगे।
बिजलीकर्मियो ने कहा स्थानांतरण या अन्य कोई कार्यवाही निजीकरण के आंदोलन को कमजोर नही कर सकती बल्कि और आक्रोश पैदा करेगी। प्रबन्ध निदेशक पूर्वांचल से पूर्वांचल के समस्त बिजलीकर्मी कल स्थानांतरण की करेंगे मांग
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उप्र के बैनर तले लेढुपुर विधुत उपकेंद्र वाराणासी पर जबरदस्त जनजागरण सभा में बिजलीकर्मियो ने प्रबन्ध निदेशक पुर्वांचल द्वारा सरकार की स्थानांतरण नीति के विपरीत बैक डेट में बिजलीकर्मियो की समस्या को दूर न करके उनका स्थानांतरण किया जा रहा है। संविदाकर्मियों के बिना मोबाइल और डेटा की व्यवस्था किये फेसिअल अटेंडेंस को आधार मानकर संविदाकर्मियों का वेतन काट दिया गया उक्त के साथ ही पांच सूत्रीय मांगों को लेकर प्रबन्ध निदेशक कार्यालय पर बिजलीकर्मी करेंगे जबरदस्त प्रदर्शन।
सभा को संबोधित करते हुए आज पिंटू सिंह ने कहा कि निजीकरण का एक छोटा उदाहरण ये है कि निजी कम्पनी के लोग रीडिंग कर रहे है और निजी कम्पनी के लोग मीटर लगा रहे उससे आम जनता कितनी परेशान है अधिकतम लोगो को सही बिल नही मिल रहा वही मेरा स्वयं के यहां जीएमआर कम्पनी द्वारा मीटर को लेकर कई दिन से परेशान है।
वक्ताओ ने बताया कि आज जनजागरण सभा मे भारी संख्या में शामिल बिजलीकर्मियो ने संघर्ष समिति पदाधिकारियो से अपनी गुस्से का इजहार करते हुये तत्काल हड़ताल जैसे निर्णय लेने की जोरदार मांग किया । बिजलीकर्मियो ने कहा कि प्रबन्ध निदेशक स्वयं बिजलीकर्मियो को नौकरी से निकालकर आज बिजली व्यवस्था नही चला पा रहे है तो अधिकारियों और कर्मचारियों पर अपना केवल गुस्सा निकाल रहे है।
वक्ताओ ने आज की सभा में ये बात प्रमुखता से उठाया कि 2 महीने पहले पांच सूत्रीय मांग पत्र प्रबन्ध निदेशक को दिया गया है किंतु आज तक समस्याओं को निदान करना तो दूर की बात है आज तक द्विपक्षीय वार्ता द्वारा समस्याओं का समाधान करने का भी प्रयास नही किया गया। हद तो अब हो गयी कि कल संघर्ष समिति ने उनके कार्यालय पर सत्याग्रह की नोटिस देने के बाद ही आज तक वार्ता द्वारा सत्याग्रह को जनहित में टालने के भी प्रयास नही किए गए।
वक्ताओ ने कहा कि प्रबन्ध निदेशक द्वारा राज्य सरकार के नीतियों के विपरीत ठेंगा दिखाकर काम किया जा रहा है इसके बावजूद मुख्यमंत्री कैसे इस अधिकारी को 3 साल से एक ही जगह सरकार को बदनाम करने वाले कार्य करने के लिए क्यों छोड़े हुये है। बिजलीकर्मियो ने आज कहा कि किसी कीमत पर ये बिजलीकर्मी इनको सरकार की नीतियों के खिलाफ कार्य नही करने देंगे और कल प्रबन्ध निदेशक कार्यालय पर जबरदस्त सत्याग्रह किया जाएगा और जब तक ये पांच सूत्रीय समस्याओं का समाधान नही करेंगे तब तक ये 24 घंटे लगातार अनिश्चितकालीन सत्याग्रह जारी रहेगा ।
वक्ताओ ने कहा कि स्थानांतरण या अन्य कोई भी कार्यवाही निजीकरण के आंदोलन को कमजोर नही कर सकती बल्कि ऐसे कार्यवाहियों से बिजलीकर्मियो में और आक्रोश पैदा करेगी साथ ही प्रबन्ध निदेशक से समस्त बिजलीकर्मी सामुहिक स्थानांतरण की करेंगे मांग। सभा की अध्यक्षता ई. केके ओझा ने एवं संचालन उमेश यादव ने किया।
सभा को ई. मनोज गुप्ता, ई. पंकज कुमार, अंकुर पाण्डेय, उदयभान दुबे, धर्मेन्द्र यादव, ई. आजाद, ई. आदित्य पाण्डेय, ई. रोहित राय, रमेश कुमार, अरुण गुप्ता, रजनीश कुमार, मो. हारिस, रोहित कुमार, चंद्रशेखर कुमार, परमिंद्र, विनीत कुमार आदि ने संबोधित किया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें