गुरुवार, 20 नवंबर 2025

Education: VKM Varanasi के दर्शनशास्त्र विभाग में विश्व दर्शन दिवस

भारतीय दर्शन में निहित नैतिक मूल्य विश्व समुदाय के लिये मार्ग दर्शक -डा.रचना श्रीवास्तव


dil india live (Varanasi). 20.11.2025 को VKM Varanasi के दर्शनशास्त्र विभाग द्वारा विश्व दर्शन दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ डाॅ. एनीबेसेण्ट एवं पंडित मदन मोहन मालवीय के चित्र पर पुष्पांजलि से हुआ। महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. रचना श्रीवास्तव द्वारा इस प्रकार के आयोजन के लिये छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि भारतीय धर्म एवं दर्शन में निहित नैतिक मूल्य न केवल भारतीय जनमानस के लिये अपितु वैश्विक स्तर पर विश्व समुदाय के लिये भी मार्ग दर्शक की भूमिका का निर्वहन करने में सक्षम है।

 


इस अवसर पर समूह चर्चा एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। समूह चर्चा का विषय ‘क्या भारतीय दर्शन विश्व के लिये सार्वभौम नैतिक ढ़ांचा सृजित कर सकता है?’ रहा। इसमें बी0ए0 की छात्राओं में से अदिति, निगार, सुरूचि, जयश्री, काजल, अंशिका, मनस्वी, सपना, अर्पिता आदि छात्राओं ने उत्साहपूर्वक प्रतिभाग किया। साथ ही भाषण प्रतियोगिता का शीर्षक ‘आधुनिक काल में भगवद्गीता के कत्र्तव्य-सिद्धान्त की प्रासंगिकता एवं क्या सत्य और अंहिसा का दर्शन आज के युग में प्रभावी हो सकता है?’ रहा। इसमें भी बी0ए0 की छात्राओं में से फरहत, निगार अंशिका, अर्पिता, आराधना, रिशिका, ऋतु इत्यादि छात्राओं के उत्साहपूर्वक प्रतिभाग ने कार्यक्रम को सफल बनाया। 



कार्यक्रम का सफल संचालन रिया एवं शताक्षी (बी0ए0 द्वितीय वर्ष) ने किया। प्रो. ममता मिश्रा, विभागाध्यक्षा, दर्शन विभाग ने छात्राओं को बधाई देते हुए भविष्य में इस प्रकार के आयोजन हेतु प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम में डाॅ. मनोज कुमार सिंह, डाॅ. प्रतिमा सिंह, यशस्वी राय सहित अन्य विभागों के शिक्षक/शिक्षिकायें की उपस्थिति ने कार्यक्रम को सफल बनाया।

DAV PG College Varanasi में कर्मचारियों के लिए हुई कार्यशाला


विशेषज्ञों ने 15 कर्मचारियों को दिया कंप्यूटर तकनीक का प्रशिक्षण 

मानसिक स्वास्थ्य, शारीरिक स्वास्थ्य, योग, व्यायाम की भी दी ट्रेनिंग


dil india live (Varanasi). वाराणसी के डीएवी पीजी कॉलेज में गुरुवार को आइक्यूएसी के अंतर्गत यूजीडीसीए द्वारा सप्ताहव्यापी गैर शैक्षणिक कर्मचारी प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हुआ। सात दिनों में विभिन्न विशेषज्ञों ने 15 कर्मचारियों को कंप्यूटर तकनीक के अलावा मानसिक स्वास्थ्य, शारीरिक स्वास्थ्य, योग, व्यायाम  का प्रशिक्षण दिया गया। इसके साथ ही फाइनेंसियल मैनेजमेंट के अंतर्गत उन्हें निवेश के सुरक्षित साधन, बचत के माध्यम और आयकर में कटौती के उपाय बताए गए। कार्यक्रम में एक सत्र में डॉक्टरों ने कर्मचारियों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया और उत्तम स्वास्थ्य के उपाय सुझाये। प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रो.विजयनाथ दुबे, प्रो.मीनू लाकड़ा, डॉ. राजेश झा, डॉ. रश्मि त्रिपाठी, डॉ. राजीव वर्मा, डॉ. सजीव श्रीवास्तव, अंतरराष्ट्रीय एथलीट विश्वास राव, डॉ. सोनल कपूर, नजम उज्ज जमान, मनीष कुशवाहा आदि ने विभिन्न सत्रों में प्रशिक्षण दिया। 

अंतिम दिन महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य प्रो. मिश्रीलाल एवं आइक्यूएसी की समन्वयक डॉ. पारुल जैन ने सभी कर्मचारियों को प्रमाण पत्र दिया। संयोजन डॉ. शान्तनु सौरभ ने किया।

स्टार्टअप के रास्ते को चुने युवा-राज अग्रवाल


डीएवी पीजी कॉलेज में गुरुवार को वाणिज्य एवं अर्थशास्त्र विभाग के संयुक्त तत्वावधान में 'जीवन और कैरियर में उत्कृष्टता प्राप्त करने के तरीके' विषय पर विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन हुआ। मुख्य वक्ता ख्याति प्राप्त चार्टेड एकाउंटेंट राज के अग्रवाल ने विद्यार्थियों को उत्कृष्टता प्राप्त करने के टिप्स दिए। उन्होंने कहा इस नए दौर में सफलता पाने के रास्ते भी बदल गए है। अब हम सिर्फ इंजीनियर, सीए, सीएस बनकर ही सफल नही हो सकते, अब डिजिटल दुनिया मे सफल होने के बहुतेरे रास्ते है, स्टार्टअप के जरिये भी हम एक मुकाम हासिल कर सकते है। उन्होंने यह भी कहा कि जीवन मे अवसर कभी भी आ सकते है बस उस सही समय पर अपनी प्रतिभा को  पहचान कर हमे आगे बढ़ना होगा। इसके अलावा उन्होंने विद्यार्थियों की शंका का समाधान भी किया।

अध्यक्षता कार्यकारी प्राचार्य प्रो.मिश्रीलाल ने किया। स्वागत उपाचार्य द्वय प्रो. संगीता जैन, प्रो. राहुल एवं आइक्यूएसी की समन्वयक डॉ. पारुल जैन ने किया। संचालन डॉ. तरु सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. साक्षी चौधरी ने दिया। इस मौके पर प्रो. विजयनाथ दुबे, प्रो. अनूप मिश्रा, प्रो. संजय शाह, डॉ. मयंक सिंह, डॉ. सिद्धार्थ सिंह, डॉ. शान्तनु सौरभ, डॉ. श्रुति अग्रवाल, डॉ. आहुति सिंह, डॉ. सत्यार्थ बाँधल सहित अन्य प्राध्यापक एवं विद्यार्थी शामिल रहे।

बुधवार, 19 नवंबर 2025

India Post: अंतरराष्ट्रीय पुस्तक महोत्सव - 2025' में भारतीय डाक विभाग का स्टॉल बना आकर्षण का केंद्र

साहित्य, कला और संस्कृति से जोड़ने में डाक टिकटों की अहम भूमिका-पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव

'अहमदाबाद अंतरराष्ट्रीय पुस्तक महोत्सव' में डाक से देश-विदेश में पुस्तकें भेजने की सुविधा उपलब्ध



dil india live (Ahmadabad). अहमदाबाद में 13 नवंबर से 23 नवंबर 2025 तक आयोजित 'अंतरराष्ट्रीय पुस्तक महोत्सव' ज्ञान, साहित्य और संस्कृति का अद्भुत संगम बन गया है। जहां एक ओर पुस्तकप्रेमी पुस्तकों के माध्यम से नई जानकारियां अर्जित कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर भारतीय डाक विभाग का स्टॉल लोगों को डाक टिकटों के माध्यम से भारत की कला, संस्कृति, इतिहास, शिक्षा और विरासत की विविधता से परिचित करा रहा है। भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के अधीन नेशनल बुक ट्रस्ट एवं अहमदाबाद नगर निगम के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस भव्य महोत्सव में डाक विभाग का स्टॉल नंबर 95 विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है, जहां निरंतर आगंतुकों की भीड़ उमड़ रही है।


 

पार्सल से लेकर गंगा जल तक

उत्तर गुजरात परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने भी पुस्तक महोत्सव का दौरा किया और बताया कि भारतीय डाक स्टॉल पर पार्सल, स्पीड पोस्ट, ज्ञान पोस्ट, पार्सल पैकेजिंग सर्विस, फिलेटली, माई स्टैम्प, गंगा जल, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के माध्यम से डिजिटल बैंकिंग इत्यादि सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। पुस्तक प्रेमी और प्रकाशक डाक स्टॉल के माध्यम से देश-विदेश में कहीं भी पुस्तकें भेज सकते हैं। इसके अलावा डाकघर बचत सेवाएं, डाक जीवन बीमा की सुविधा भी उपलब्ध है। 

     पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि  पुस्तक महोत्सव पुस्तकों के प्रति रुचि बढ़ाने के साथ विभिन्न आयु वर्ग के पाठकों, लेखकों और प्रकाशकों को एक मंच पर जोड़कर साहित्यिक संवाद और सहयोग को नई दिशा प्रदान करता है। वहीं  फिलेटली प्रेमियों और संग्राहकों के लिए डाक स्टॉल एक अनोखा अवसर प्रदान कर रहा, जहां वे न केवल नई सामग्री का अवलोकन कर सकते हैं, बल्कि डाक टिकटों के माध्यम से भारत की विविध सांस्कृतिक परंपराओं और ऐतिहासिक धरोहर से भी परिचित हो सकेंगे। साहित्य, कला और संस्कृति से जोड़ने में पुस्तकों व डाक टिकटों की अहम भूमिका है।

 गांधी डाक टिकट की धूम 

गुजरात पर आधारित 'माई स्टैम्प' के प्रति लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा है, जिसमें गांधी आश्रम, साबरमती स्थित महात्मा गांधी, पतंग उत्सव और डांडिया नृत्य की डाक टिकट थीम शामिल है। बच्चों व युवाओं के लिए यह अनुभव अत्यंत ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक सिद्ध हो रहा है, क्योंकि डाक टिकट राष्ट्र के इतिहास, संस्कृति और महत्वपूर्ण घटनाओं को सहज, रोचक और शिक्षाप्रद तरीके से प्रस्तुत करते हैं। यह स्टॉल पुस्तक महोत्सव के सांस्कृतिक माहौल को और भी समृद्ध और जीवंत बना रहा है।


अहमदाबाद मंडल के प्रवर अधीक्षक डाकघर शिशिर कुमार ने बताया कि यहां लोग पुस्तक महोत्सव से ही अपनी पसंदीदा पुस्तकें अपने प्रियजनों तक पहुंचाने का आनंद उठा रहे हैं। विभिन्न प्रकार के डाक टिकट, विशेष आवरण, रामायण डाक टिकट, राम जन्मभूमि मंदिर पर आधारित खुशबूदार डाक टिकट सेट, खादी पोस्टकार्ड, सौराष्ट्र-कच्छ आधारित पिक्चर पोस्टकार्ड, ओलम्पिक आधारित डाक टिकट, वर्णमाला फिलेटली पुस्तकें, कॉफी मग, टी शर्ट सहित तमाम फिलेटलिक उत्पादों का प्रदर्शन किया गया है। 

मात्र ₹300 शुल्क में 12 डाक टिकटों की एक माई स्टैम्प शीट तैयार की जाती है, जो जन्मदिन, विवाह वर्षगांठ, शुभ विवाह, रिटायरमेंट अथवा अन्य यादगार पलों के लिए एक अनोखा और विशेष स्मृति-उपहार बन जाती है। पुस्तक महोत्सव भ्रमण के बाद लेटर बॉक्स के माध्यम से बच्चों द्वारा अपने अनुभवों को सहेजते हुए पत्र भेजने की सुविधा भी यहां उपलब्ध है।

Education: राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद में बीएचयू

डीएवी के 8 स्टू़डेंट समेत  बीएचयू के 11 छात्र प्रतिनिधि राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद में हुए शामिल


dil india live (Varanasi)। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद में जोनल स्तर पर डीएवी के 8 एवं बीएचयू के 3 प्रतिनिधि शामिल हुए। डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी में आयोजित कार्यक्रम में डीएवी की प्राची तिवारी, आर्यन मिश्र, स्पर्श, खुशी सिंह, उत्कर्ष तिवारी, मदेवेन्द्र कुमार त्रिगुण, अवनीश सिंह, सक्षम राय और बीएचयू से खुशी अग्रवाल, हर्षित श्रीवास्तव, महिमा राजक शामिल हुए। 

टीम का नेतृत्व डीएवी के छात्र कोऑर्डिनेटर प्रशांत तिवारी ने किया। प्रतिनिधियों ने जलवायु परिवर्तन, पर्यावरणीय नीतियों और सतत विकास पर उत्कृष्ट विचार प्रस्तुत किए।


छात्रों की इस उपलब्धि पर महाविद्यालय के प्रबंधक अजीत कुमार सिंह यादव, कार्यवाहक प्राचार्य प्रो. मिश्रीलाल एवं कार्यक्रम की संयोजक और ईएनओ डॉ. आहुति सिंह ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएँ देते हुए युवाओं की पर्यावरण नेतृत्व क्षमता की सराहना की।

मंगलवार, 18 नवंबर 2025

Education: VKM Varanasi Main चला नशा मुक्ति जागरूकता अभियान

नशे के खिलाफ सदैव आवाज बुलन्द करने की ली छात्राओं ने शपथ 



dil india live (Varanasi). वसंत कन्या महाविद्यालय (संबंध काशी हिन्दू विश्वविद्यालय) वाराणसी में आज भारत सरकार के नशा मुक्ति अभियान के अंतर्गत महाविद्यालय की छात्राओं को नशा मुक्ति के संदर्भ में जागरूक किया गया तथा नशा मुक्ति के लिए शपथ दिलाई गई। 

इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. रचना श्रीवास्तव सहित सभी विभाग के शिक्षक- शिक्षिकाएं मौजूद थी। इनमें खासतौर से डा. विजय कुमार, डा. शशिकेश कुमार गोंड, डा आरती चौधरी, डा सौमिली मंडल, डा प्रियंका पाठक, डा सरोज उपाध्याय, डा साधना और डा सुशील यादव आदि मुख्य थे। शपथ एवं जागरूकता कार्यक्रम में लगभग 150 से अधिक छात्राओं ने अपनी सहभागिता सुनिश्चित की। इस मौके पर छात्राओं ने नशे के खिलाफ सदैव आवाज बुलन्द करने की शपथ ली।

Education: आंख के बदले आंख की परंपरा से तो पूरी दुनिया हो जायेगी अंधी

युद्ध से कभी नही होगा स्थायी समाधान - डॉ. प्रशांत


dil india live (Varanasi)। डीएवी पीजी कॉलेज में मंगलवार को राजनीति विज्ञान विभाग के तत्वावधान में ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में मालवीय सेंटर फॉर पीस रिसर्च में सहायक आचार्य डॉ. प्रशांत कुमार ने 'राजनीति विज्ञान में शांति और संघर्ष समाधान की अवधारणा' विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि युद्ध कभी स्थायी समाधान नही देता, युद्ध की परिणीति में हमेशा शोक और करुणा का भाव ही दिखलाई पड़े़गा। अनादि काल में हुआ महाभारत का युद्ध इसका सबसे बड़ा प्रमाण है जहां जीत के बावजूद पाण्डव हर्षित नहीं थे। युद्ध हिंसा सिर्फ तात्कालिक सुख जरूर प्रदान कर सकती है परन्तु आंख के बदले आंख की परंपरा से तो पूरी दुनिया ही अंधी हो जायेगी। उन्होंने कहा कि आज हमारे पास दो ही रास्ते उपलब्ध है पहला गांधी का रास्ता जिसमें हम पूरी दुनिया मे शांति स्थापित कर सकते है या फिर हिंसा का जिससे पूरी दुनिया विनाश के रास्ते पर चल निकले।

 

इसके पूर्व डॉ. स्वाति सुचरिता नन्दा एवं डॉ. प्रतिमा गुप्ता ने डॉ. प्रशांत का स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र प्रदान कर उनका स्वागत किया। विषय स्थापना डॉ. रविशंकर राज, संचालन डॉ. विकास कुमार सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. गौरव मिश्र ने दिया। इस मौके पर बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।

विजिट : अमूल व कैम्पा में डीएवी के स्टूडेंट्स 

वाराणसी के डीएवी पीजी कॉलेज के वाणिज्य विभाग के विद्यार्थियों का दल मंगलवार को इंडस्ट्रियल विजिट के अंतर्गत करखियांव स्थित अमूल (बनास डेयरी) और कैम्पा कोला प्लांट पहुँचा। बीकॉम अंतिम वर्ष के छात्र छात्राओं के साथ 50 सदस्यीय दल ने पहले अमूल प्लांट पहुँचकर वहाँ की सम्पूर्ण कार्यप्रणाली का बारीकी से अवलोकन किया। छात्रों ने दूध पैकेजिंग एरिया, बटर मिल्क, आइस क्रीम एवं दही प्रोडक्शन एरिया, स्वीट विभाग के साथ साथ एडमिन ऑफिस, लैब एवं कंट्रोल रूम आदि जगहों पर जाकर सम्पूर्ण तकनीक को करीब से समझा। इसके बाद समूह कैम्पा कोला के प्लान्ट पहुँचा जहाँ प्रोडक्शन, बॉटलिंग और पैकेजिंग आदि के बारे में विस्तार से जानकारी ली। 


विजिट का संयोजन डॉ. साक्षी चौधरी एवं डॉ. प्रियंका बहल ने किया। इस मौके पर विभागाध्यक्ष प्रो. विजय नाथ दुबे, डॉ. तरु सिंह, डॉ. शान्तनु सौरभ, डॉ. ऋचा गुप्ता, डॉ. रश्मि त्रिपाठी, डॉ. श्रुति अग्रवाल, डॉ. सत्यार्थ बाँधल, मितिन आहूजा, डॉ. सोनल कपूर, डॉ. गोपाल चौरसिया उपस्थित रहें।

Varanasi: Dalmandi में सड़क पर उतरीं महिलाएं, रोते बिलखते दिखे बच्चें

महिलाएं बोली: पहले हमें दफ़न कीजिए फिर हमसे ले लीजिए मकान

चौड़ीकरण को लेकर बंद हो गई दालमंडी, ध्वस्तीकरण का हुआ विरोध




Mohd Rizwan 

dil india live (Varanasi). दालमंडी में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के खिलाफ महिलाओं ने अपने मासूम रोते बिलखते बच्चों के साथ धरना दिया। इस दौरान दालमंडी की दुकानें बंद हो गई। धरनारत महिलाओं का कहना था कि बच्चे रो रहे हैं, घर बिखर रहा है, आशियाना हमारा उजाड़ा जा रहा हैं, यह सब पर बहुत जुल्म हो रहा हैं, बच्चे सब कहां जाएंगे। दरअसल ये शब्द हैं दालमंडी के उन लोगों का जिनके घर को प्रशासन अवैध घोषित करते हुए उस पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करने वाला है।

हम बता दें कि बीते कुछ दिनों पहले VDA ने 12 घरों को अवैध घोषित करते हुए उसके ध्वस्तीकरण के लिए नोटिस चस्पा किया था। इसके बाद कार्यवाही शुरू हुई। लेकिन आज जब VDA, नगरनिगम और PWD के अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ दालमंडी पहुंचे तो उन्हें वहां काफी विरोध का सामना करना पड़ा। विरोध इतना बढ़ गया कि वहां आसपास के लोगों को अपनी दुकानों को बंद करना पड़ा। इसके बाद विरोध को देखते हुए प्रशासन को बिना कार्रवाई किए वापस जाना पड़ा। महिलाओं ने घर के बाहर बैठकर धरना शुरू कर दिया और इस कार्यवाही पर रोक लगाने के लिए जमकर विरोध किया।


हमें दफ़न कर दें फिर मकान ले लें  
इस दौरान बच्चे रोते-बिलखते नजर आए। यह नज़ारा देख कर सभी लोगों की आंखें भर आईं और इन सबका सिर्फ यही कहना था कि ये चौड़ीकरण की कार्रवाई बंद होनी चाहिए। वरना हम कहां जाएंगे। उन्होंने यह तक कह दिया कि अगर ये कार्रवाई करनी है, तो हम खड़े हो जा रहे और आप लोग इसी के नीचे हमें दफ़न कर दीजिए और फिर हमारा मकान हमसे ले लीजिए। हम कुछ नहीं करेंगे। अपने हक के लिए सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे।