मां के पैरों के नीचे होती है जन्नत- रुबीना सरफराज
- मोहम्मद रिजवान
Ujjain (dil India live)। जज्बा सोशल फाउंडेशन के समर कैंप में मातृ दिवस पर मातृ सम्मेलन आयोजित किया गया। ज़मीर उल हक और नईम खान की अगुवाई में हुए आयोजन में माताओं को पुष्पहारों से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर रुबीना सरफराज कुरैशी ने मां के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मां के पैरों के नीचे जन्नत होती है। आपने मातृ दिवस की स्थापना पर भी प्रकाश डाला। इंसाफ कुरैशी, अतहर आलम अंसारी, शगुफ़्ता फरीद कुरैशी ने कहा कि अगर अपनी आखरियत संवारना हो तो उसका सबसे आसान तरीका अपनी मां की खिदमत करना है। हारून नागौरी और असलम मंसूरी व शाहिदा नईम खान ने लड़कियों को मोटिवेट करते हुए कहा कि अगर लड़कियां जितना प्रेम अपनी सगी मां से करती हैं अगर उतना ही प्रेम अपनी सास से भी करना शुरू कर दें तो सास-बहुओं का झगड़ा ही खत्म हो जाए। सफदर बेग और सलीम देहलवी ने बताया कि शबनम वसीम अब्बास ने कहा कि सभी बच्चों को अपने माता पिता का पूरा सम्मान करना चाहिए। परवेज ने भी अपने संस्मरण साझा किए। कार्यक्रम को शाइस्ता और खदीजा, सानिया ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर इरफान राइन, इरफान उल्लाह, शकील गुट्टी, जहीर खान, सादिक खान, शफीक खान आदि भी उपस्थित थे। इस अवसर पर उपस्थित छात्राओं ने भी अपने विचार व्यक्त किए। अच्छे वक्ताओं को पुरस्कार समीर उल हक ने दिए। कार्यक्रम का संचालन नईम खान ने किया और आभार शाहबुद्दीन भुरू शेख ने दिया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें