विजिलेंस ने किया सहायक अध्यापक की शिकायत पर गिरफ्तार
गोरखपुर(दिल इंडिया)। गोरखपुर की विजिलेंस टीम ने बुधवार को कुशीनगर के जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी देवेंद्र राम को उनके कार्यालय से 60 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। खड्डा स्थित मदरसे के एक अध्यापक द्वारा एसपी विजिलेंस गोरखपुर से की गई शिकायत पर टीम ने यह कार्रवाई की गई। सदर कोतवाली में भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर टीम उनको लेकर गोरखपुर के लिए रवाना हो गई।
बताया जाता गया है कि इश्तेयाक अली खड्डा के कोहरगड्डी स्थित मदरसा में सहायक अध्यापक हैं। उनका आरोप है कि पांच दिसंबर 2020 को जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी देवेंद्र राम ने मदरसे का निरीक्षण किया। इस दौरान देर से आने के आरोप में उन्होंने छह अध्यापकों काे अनुपस्थित कर दिया। उनके कार्यालय पहुंच जब उनसे वार्ता की गई तो उन्होंने बाद में मिलने को कहा। अगले दिन उन्होंने इश्तेयाक को फोन कर मामले को मैनेज करने के लिए 60 हजार रुपये की मांग की इस पर इश्तेयाक ने दूसरे अध्यापकों से बातचीत कर डीएमओ से मिलने की बात कही। बीते पांच जनवरी को भी जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने मोबाइल पर बात कर कार्यालय बुलाया। उसी दिन इश्तेयाक ने इसकी शिकायत एसपी विजिलेंस गोरखपुर राम सिंह यादव से की। बुधवार को एसपी विजिलेंस के निर्देश पर निरीक्षक राजकुमार यादव के नेतृत्व में 10 सदस्यीय टीम दोपहर में जिला मुख्यालय पहुंची। डीएम से मिलकर दो साक्षी मांगे। इसके बाद टीम विकास भवन स्थित जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी पहुंची। वहां टीम ने उन्हें सहायक अध्यापक द्वारा 60 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोच लिया। टीम उन्हें सदर कोतवाली ले आई। इश्तेयाक अली की तहरीर पर उनके विरुद्ध भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धारा-1-2 के तहत मुकदमा पंजीकृत हुआ। टीम में निरीक्षक अर्जुन यादव, काशी राय, ईश्वर यादव, विदेशी प्रसाद, बलराम मिश्र, सुभाष चंद्र उपाध्याय, सुनील कुमार, प्रदीप कुमार यादव, कृष्ण कुमार सिंह शामिल रहे। टीम प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार अधिकारी को गोरखपुर स्थित संबंधित न्यायालय में पेश किया जाएगा।
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