Varanasi (dil India live). 23.09.2023. क्षमा पर्व पर्युषण पर्वो का ताज है, क्षमा वीर का आभूषण पर्वाधिराज है. तप ज्ञान धर्म का उत्सव मुक्ति का राज है. को ध्यान में रखते हुए श्री दिगम्बर जैन समाज काशी के तत्वावधान में शनिवार को दशलक्षण व्रत के पांचवे दिन भी नगर के समस्त दिगम्बर जैन मन्दिरो में पूजन पाठ, अभिषेक, शान्ती धारा और नृत्य कार्यक्रम किये गए. श्री 1008 पुष्पदतं भगवान के मोक्ष कल्याणक मनाकर श्री जी की शान्ति धारा की गई. नौंवे तीर्थंकर पुष्पदंत जी के मोक्ष कल्याण पर भक्तो ने निर्वाण लाडू अर्पित किया. ग्वाल दास लेन स्थित मन्दिर एवं भेलूपुर जैन मन्दिर में प्रोःअशोक जैन विधानाचार्य के निर्देशन मे क्षमावाणी विधान, सत्य धर्म की पूजा, प्रक्षाल, महामंत्र का जाप, जिनवाणी की स्तुति की गई. सायंकाल-श्रृंखला के अन्तर्गत दशलक्षण के पांचवे अध्याय "उत्तम सत्य धर्म " पर भेलूपुर जैन मन्दिर में व्याख्यान करते हुए प्रो: फूल चन्द्र प्रेमी ने कंहा जिसकी वाणी व जीवन में सत्य धर्म अवतरित हो जाता है, उसकी संसार सागर से मुक्ति निश्चित है. सत्य धर्म सर्व धर्मो में प्रधान है। मुक्ति का मार्ग सत्य से वास्ता होने पर ही प्राप्त होता है.
खोजंवा स्थित जैन मंदिर में सत्य धर्म पर प्रवचन करते हुए डॉ मुन्नी पुष्पा जैन ने कहां की लोक हित का साधक सत्य धर्म होता है. हमें कठोर, कर्कश, मर्म भेदी वचनों का प्रयोग नही करना चाहिए जब भी बोलें हित मित प्रिय वचनों का प्रयोग अपने व्यवहार में लाना चाहिए तथा कहा भी गया है कि ऐसी वाणी बोलिए मन का आपा खोए. औरन को शीतल करें, आपहुं शीतल होए.
ग्वाल दास लेन स्थित मन्दिर में पं सुरेंद्र शास्त्री ने कहां कि सत्य का सम्बन्ध तो अहिंसा से है। अहिंसा सत्य का सौंदर्य प्रदान करती है और सत्य अहिंसा की सुरक्षा करता है। सत्य गले का आभूषण है, सत्य से वाणी पवित्र होती है जिन्होंने सत्य धर्म का पालन किया, वो इस संसार से पार हो गए, मुक्त हो गए.सायंकाल शास्त्र प्रवचन, तीर्थंकरो की आरती, जिनवाणी पूजन किया गया. आयोजन में प्रमुख रूप से दीपक जैन, राजेश जैन, अरूण जैन, तरूण जैन, निशांत जैन, किशोर जैन, विनोद जैन, प्रमिला सांवरिया, आशा जैन, श्रीमति शकुन्तला जैन, राजरानी जैन, उषा जैन उपस्थित थी.
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