अमारी का निकला जुलूस, अंगारों पर हुआ मातम
Varanasi (dil India live). 23.09.2023. रबीउल अव्वल की सात तारीख (1445 हिजरी) को ग़म ए हुसैन के विशेष 68वें दिन के अंतिम संध्या पर शहर में मजलिस मातम और जुलूस के ज़रिए 11 वें इमाम हज़रत इमाम हसन अस्करी की शहादत पर ग़म का इज़हार किया गया।
इस दौरान तेलियानाला से अमारी और दुलदुल का जुलूस निकाला गया। जुलूस में शहर की कई अंजुमनो ने नौहाख्वानी व मातम किया। जुलूस अपने कदीमी रास्तों से होता हुआ सदर इमामबाड़े पर पहुंचा। सदर इमामबाड़े पर अंजुमन हुसैनिया ने अंगारों पर चलते हुए या हुसैन की सदाये बुलंद की तो भेलुपुरा से कदीमी जुलूस उठाया गया। शहर के अन्य क्षेत्रों अर्दली बाजार, शिवाला, दोषीपुरा आदि स्थान पर भी मजलिसे हुईं । शिया जामा मस्जिद के प्रवक्ता सैयद फरमान हैदर ने बताया कि 11 वें इमाम हसन अस्करी की शहादत हिजरी सन् 260 में ज़हर देने से हुई। इमाम का रौज़ा सामरा इराक़ में है। 11 वें इमाम को 27 वर्ष की उम्र में ज़हर देकर शहीद किया गया।
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