सोमवार, 18 सितंबर 2023

Jain dharam का पर्युषण 19 सितंबर से 2 अक्टूबर तक।

दस दिनों तक जैनी करेंगे आराधना व आत्मसाधना



Varanasi (dil India live).  18.09.2023. जैन धर्म (Jain dharam) का प्रमुख दशलक्षण महापर्व (पर्युषण) कल 19 सितंबर से प्रारंभ हो रहा है। आत्मशुद्धी के इस महापर्व को जैन धर्म में पर्वराज भी कंहा जाता है। दस दिनो तक चलने वाले इस पर्व में नगर की सभी जैन मंदिरो में श्रद्धालु आराधना एवं आत्मसाधना करते है। 

पर्युषण का अर्थ है स्वयं के निकट होना। परिधी से केंद्र की ओर लौटना। परि+उषण, परि का मतलब है चारों ओर से, उषण का अर्थ है दाह। जिस पर्व में कर्मो का दाह यानी विनाश किया जाए, वह पर्युषण है। अवगुणों को दूर कर अंतर ज्योति को जगाने की साधना में संलग्न रहना ही पर्युषण है। 

श्री दिगम्बर जैन समाज काशी के तत्वावधान में मंगलवार 19 सितंबर से प्रातः बेला से ही नगर की सभी जैन मंदिरो में धर्मावलम्बी अपने कर्मो की निर्जरा करने हेतु  व्रत, उपवास, धर्म ध्यान, मंत्रजाप, आचार्य भक्ति, प्रतिकमण, जिनेन्द्र स्तुति, योग ध्यान अनेको धार्मिक कृत्य करेगे। सायंकाल भजन, शास्त्र पूजा, जिनवाणी पूजा एवं भंगवनतो की आरती करेगे। 

जैन समाज के उपाध्यक्ष राजेश जैन ने बताया कि 19 सितंबर से 28 सितंबर तक भगवान पार्श्वनाथ जी जन्म स्थली भेलूपुर में प्रातः 7:45 बजे से सामूहिक अभिषेक, संध्या आरती सायंकाल 7 बजे से, शास्त्र प्रवचन पं फूल चन्द प्रेमी (राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित) द्वारा किया जायेगा। श्री दिगम्बर जैन मन्दिर ग्वाल दास साहू लेन में सामूहिक अभिषेक प्रातः 8:30 बजे से एवं रात्रि 8 बजे से धर्म पर प्रवचन व संध्या आरती की जायेगी। श्री दिगम्बर जैन मन्दिर सारनाथ में सामूहिक अभिषेक श्रेयांस वाटिका में बड़ी प्रतिमा जी का प्रातः 7 बजे एवं मंदिर में 7:30 बजे से होगा। 

श्री दिगम्बर जैन मन्दिर खोजवां में अभिषेक व शान्ति धारा सुबह 7 बजे से होगी। सायंकाल शास्त्र प्रवचन डा.मुन्नी पुष्पा जैन द्वारा किया जायेगा। अंनत चतुर्दशी पर्व पर मन्दिर में 48 दीपों द्वारा भक्तामबर दीप अर्चना व महाआरती की जायेगी। सभी जैन मन्दिरो में रविवार 24 सितंबर को सुगन्ध दशमी मनाई जायेगी.अंनत चतुर्दशी पर्व पर गुरुवार 28 सितंबर को श्री दिगम्बर जैन पंचायती मन्दिर ग्वाल दास साहू लेन में सायंकाल 4 बजे से मूलनायक भगवान पार्श्वनाथ जी की बडी प्रतिमा एवं अंनत नाथ भगवान का महामस्तकाभिषेक किया जायेगा.

शनिवार 30 सितंबर को भगवान पार्श्वनाथ जी की जन्म स्थली भेलूपुर में विश्व मैत्री क्षमावाणी कार्यक्रम आयोजित होगा जिसमें अपराहन 1 बजे से पूजन एवं सायंकाल 5 बजे से क्षमावाणी कार्यक्रम आयोजित होगा. रविवार 1 अक्टूबर को श्री दिगम्बर जैन पंचायती मन्दिर ग्वाल दास साहू लेन में सुबह 8बजे से सायं 5 बजे तक णमोकार महामंत्र का पाठ होगा.

रविवार 1 अक्टूबर को ही श्री बिहारी लाल दिगम्बर जैन मन्दिर मैदागिन में भजन संध्या (जागरण) सायंकाल 7बजे से आयोजित किया गया है। सोमवार 2 अक्टूबर को श्री दिगम्बर जैन मन्दिर भेलूपुर में भजन संध्या सायंकाल 7 बजे से आयोजित होगी। 

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