कर्बला के शहीदों की याद में जंजीर का मातम
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शिवाला से निकले जुलूस में अलम लिए अजादार |
Varanasi (dil India live). 08.09.2023. चेहल्लुम के बाद भी गमे हुसैन का दौर अभी पूर्वांचल के शहरों में जारी है. इसी सिललिसे से तीन जुलूस जुमे को भी बनारस शहर में उठाया गया. पहला जुलूस सैयद आलिम हुसैन रिजवी के शिवाला स्थित अजाखाने से दिन में चार बजे उठा. यहां मौलाना तौसीफ अली इमामे जुमा जामा मस्जिद अर्दली बाजार ने तकरीर करते हुए कर्बला के शहीदों और असीरों के मसायब बयां किए. यहां अंजुमन गुलजारे अब्बासिया ने दर्द भरा नौहा पेश किया जिसे सुनकर तमाम अजादारों ने जंजीर व कमा का मातम किया. जुलूस विभिन्न रास्तों से होता हुआ शिवाला चौराहे पर पहुंचा जहां पर इमाम हुसैन का पैगाम दुनिया के लिए क्या था इस पर मौलाना नजीर हुसैन लखनवी व सैयद फरमान हैदर ने तकरीर की. उलेमा ने कहा कि इमाम हुसैन के नाम पर पूरी दुनिया एक प्लेटफार्म पर आ सकती है. इमाम हुसैन को इंडिया से मोहब्बत थी. यही वजह थी कि उन्होंने कर्बला की जंग के पहले कहा था कि मुझे हिन्दुस्तान जाने का दिल कर रहा है. आज वही हिन्दुस्तान इमाम हुसैन के चाहने वालों का मरकज बन गया है. जुलूस शिवाला घाट जाकर सम्पन्न हुआ. ऐसे ही सलेमपुरा में दूसरा जुलूस उठा. जिसमें ताजिया, अलम व ताबूत आदि शामिल था. यहां अंजुमन आबिदिया ने नौहाख्वानी व मातम किया. ऐसे ही तीसरा जुलूस मसजिद डिपटी जाफर बख्त शिवाला से उठा. जुलूस में अंजुमन हैदरी चौक ने दर्द भरे नौहों पर जोरदार मातम का नजराना पेश किया. यह जुलूस भी शिवाला घाट जाकर सम्पन्न हुआ. जुलूस का यह सिलसिला २६ सफर तक जारी रहेगा.
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