सोमवार, 20 नवंबर 2023

उदीयमान भास्कर को अर्घ्य दे लोक आस्था का पर्व छठ सम्पन्न

बनारस में दिखा बिहार सा नजारा, छठी मईया से मांगी लम्बी उम्र, स्वास्थ्य, सुख और समृद्धि 







Varanasi (dil India live).20.11.23. बनारस के गंगा, वरुणा और अस्सी नदियों व घाटों समेत तालाबों, कुंडो व सरोवरों पर भगवान भास्कर को उदीयमान अर्घ्य देने के लिए श्रद्धालुओं का रेला सोमवार की अलसुबह उमड़ पड़ा। आस्था के महापर्व छठ पूजा के अंतिम दिन बड़ी संख्या में व्रतियों ने सूर्य देव को ‘सूर्योदय अर्घ्य’ चढ़ाया। अर्घ्यदान के बाद महिलाओं ने एक-दूसरे को सिंदूर लगा कर उनके अमर सुहाग की कामना की। परिवार के साथ ही घाट पर पहुंचे अपने आसपास के स्थानीय लोगों को टीका लगाकर प्रसाद दिया। इससे पहले शहर से लेकर गांव तक की सड़कें आधी रात के बाद से ही गुलजार हो गई थीं। भोर होते ही छठ मइया के गीत गाए जाने लगे तो साथ ही ढोल बजने लगे। हालांकि रात में मौसम ठंडा था, लेकिन लोगों ने नदियों, कुंडो, तालाबों व सरोवरों में स्नान किया और वस्त्रों को धारण किया। व्रतियों ने सूर्य के लिए गीत गाए। इस दौरान काशी के गंगा घाटों पर अद्भुत नजारा देखने को मिला। व्रती महिलाओं के साथ बच्चे और परिवार के लोग थे। सभी के पास पूजा का सामान था। महिलाएं छठ मइया के भजन गा रही थीं। इस दौरान गंगा नदी और सरोवरों में दीपदान ने अद्भुत छटा बिखेरी। सूर्योदय का समय नजदीक आने के साथ घाटों पर भीड़ बढ़ती गई। लग रहा था समूचा जनमानस घाटों पर ही जमा हो गया हो। अर्घ्य के लिए समय से पहले लोग दूध की व्यवस्था में जुट गए थे, तो वहीं कुछ स्थानों पर पूजा कमेटियों ने मुफ्त दूध की व्यवस्था की थी। इससे पहले घाटों पर पहुंचकर व्रती महिलाओं ने अपनी बेदी के पास रंगोली बनाया, सूप में एक दिन पहले चढ़ाए गए ठोकवा, पुआ आदि को बदलकर ताजा रखा। अर्घ्यदान के बाद परिचित महिलाओं ने एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर उनके अमर सुहाग की कामना की। बनारस की तरह ही समूचे पूर्वांचल में छठ पूजा धूमधाम से मनाई गई।

सूर्योपासना का यह पर्व कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष के चतुर्थी से सप्तमी तिथि तक मनाया जाता है। इस वर्ष छठ पर्व की शुरुआत 17 नवंबर को स्नान यानी नहाय-खाय के साथ हुई। इसके बाद व्रतियों ने ‘खरना’ का प्रसाद ग्रहण किया। ‘खरना’ के दिन व्रती उपवास कर शाम को स्नान के बाद विधि-विधान से रोटी और गुड़ से बनी खीर का प्रसाद ग्रहण करते हैं। इसी के साथ व्रती महिलाओं का दो दिवसीय निर्जला उपवास शुरू हो गया था। पौराणिक कथाओं के मुताबिक, छठी मैया को ब्रह्मा की मानसपुत्री और भगवान सूर्य की बहन माना गया है। छठी मैया निसंतानों को संतान प्रदान करती हैं। संतानों की लंबी आयु के लिए भी यह पूजा की जाती है। वहीं यह भी माना जाता है कि महाभारत के युद्ध के बाद अभिमन्यु की पत्नी उत्तरा के गर्भ में पल रहे बच्चे का वध कर दिया गया था। तब उसे बचाने के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने उत्तरा को षष्ठी व्रत (छठ पूजा) रखने की सलाह दी गई थी।

रविवार, 19 नवंबर 2023

rotary club kabir का चार्टर उत्सव धूमधाम से मनाया गया

चार्टर उत्सव में भी छाया वर्ल्ड कप क्रिकेट का जुनून 


Varanasi (dil India live). 19.11.2023. रोटरी क्लब वाराणसी कबीर ने रविवार को होटल डायमंड भेलूपुरा में दिवाली और चार्टर उत्सव मनाया. इस अवसर पर रोटेरियन दीपक अग्रवाल मुख्य अतिथि थे. उन्होंने सदस्यता शक्ति बढ़ाने पर जोर दिया। समारोह के मास्टर रोटेरियन अमर चंद अग्रवाल ने रोटेरियन एकता और सेवा कार्यों पर जोर दिया. इस अवसर पर अर्चना अग्रवाल ने विभिन्न खेलों की मेजबानी की तो अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने आगामी कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की. सचिव सिद्धार्थ मुखर्जी, अजय गर्ग, मोहम्मद इरफान, मुमताज, अशरफ अली, कंचन अग्रवाल मौजूद रहे. विश्व कप की लोकप्रियता को देखते हुए बड़े स्क्रीन पर मैच देखने के भी व्यवस्था की गई और सभी ने मैच का भरपूर आनंद उठाया.

Guru Nanak Dev के आगमन की खुशी में झूमी काशी

नानक आया, नानक आया, कल तारण गुरू नानक आया... 




Varanasi (dil India live).19.11.2023. सिखों के पहले पातशाह श्री गुरूनानक देव महाराज के 554 वें प्रकाशोत्सव के उपलक्ष्य में रविवार को भव्य शोभायात्रा निकाली गयी। धन्य-धन्य श्री गुरुनानक देव महाराज का 554 वां पावन प्रकाश उत्सव 27 नवंबर को पूरे हर्षोल्लास के साथ गुरुद्वारा गुरूबाग में मनाया जायेगा। उनके आगमन के उपलक्ष्य में  रविवार को दोपहर 12:30 बजे एक विशाल धार्मिक शोभायात्रा गुरूद्वारा गुरुबाग से जुग जुग अटल श्री गुरुग्रन्थ साहिब एवं पंज प्यारे की अगुवाई में निकाली गयी। शोभायात्रा में राखी जत्थे,

सतिगुर नानक प्रगटिआ मिटी धुन्ध जग चानण होआ...व, नानक आया नानक आया. कल तारण गुरू नानक आया...।

शोभायात्रा लक्सा, गिरजाघर चौराहा, नई सडक, चेतगंज, लहुराबीर मलदहिया, लाजपत नगर, नानक नगर, शास्त्री नगर, अशोक नगर, गाँधी नगर, सिगरा चौराहा, रथयात्रा होते हुए शाम में वापस गुरुद्वारा गुरूबाग पहुंची। इस मौके पर लक्सा, नई सड़क, हथुआ मार्केट, मलदहिया (निकट जय गंजेज), लाजपत नगर, नानक नगर, साजन तिराहा (भारत मेडिकल स्टोर), अशोक नगर एवं गांधी नगर सिगरा पर शोभा यात्रा का भव्य स्वागत एवं प्रसाद का वितरण हुआ। शाम में गुरुद्वारा गुरूबाग व गुरूद्वारा नीचीबाग दोनो गुरुद्वारे को भव्य रूप से सजाया गया था जो आकर्षण का केन्द्र बना हुआ था। इस शोभायात्रा में श्री गुरुग्रन्थ साहिब जी की सवारी वाली गाड़ी को फूलमालाओं एवं बिजली के झालरों द्वारा भव्य रूप से सजाया गया था। इस धार्मिक यात्रा की शोभा बढ़ाने हेतु पंज प्यारे घुडसवार पंज प्यारे पैदल, गुरुनानक खालसा बालिका इण्टर कालेज गुरुबाग, गुरुनानक इंग्लिश मीडियम स्कूल गुरुबाग, गुरुनानक इंग्लिश स्कूल शिवपुर के बच्चों के अलावा सिख समाज के बच्चे भी विशेष परिधान में इस यात्रा में शब्द गायन कीर्तन करते हुये चल रहे थे तथा बैण्ड बाजे, लाइटों की व्यवस्था की गयी थी। शोभायात्रा में गुरूनानक इंग्लिश स्कूल, गुरूबाग के बच्चे बैण्ड बजाते हुये अपने स्कूल का नेतृत्व कर रहे थे जो आकर्षण का केन्द्र रहा। लहुराबीर चौराहा एवं गांधी नगर सिगरा दोनो जगह गुरुनानक देव महाराज के 554 वें प्रकाशोत्सव की झलकियों एवं कीर्तन गुरुनानक खालसा बालिका इण्टर कालेज के स्कूली बच्चों द्वारा दिखाये जा रहे थे। जिसे देखने के लिये हजारों की भीड़ लगी हुयी थी। स्कूली बच्चे हाथों में स्वच्छ काशी- सुन्दर काशी का बैनर लेकर काशी में स्वच्छता का संदेश देते हुये चल रहे थे। इस शोभायात्रा की पवित्रता हेतु काशी की साध संगत सड़क की सफाई-धुलाई करते हुये चल रहे थे। शोभायात्रा में दो स्थानीय बैण्ड पार्टीयों ने उक्त मार्ग पर हजारों की संख्या में शामिल दर्शकों का मनमोह लिया। शोभायात्रा सायं लगभग 7:00 बजे गुरुद्वारा गुरुबाग पहुँची। शोभायात्रा के पहुँचने पर गुरुद्वारा गुरुबाग में पुष्प वर्षा एवं आरती कर भव्य स्वागत किया गया। गुरुद्वारे में शब्द गायन कीर्तन एवं अरदास के उपरान्त गुरु का अटूट लंगर बरताया गया। गुरुद्वारे के मुख्य ग्रन्थी भाई रंजीत सिंह एवं महंत सिंह ने सभी काशी वासियों का शुक्राना अदा किया और यह भी बताया कि 26 नवंबर की सायं एवं 27 को दिनभर पंथ के प्रसिद्ध महान रागी जत्थे भाई अमनदीप सिंह श्री दरबार साहिब वाले एवं रागी जत्था भाई जगतार सिंह जम्मू वाले, शब्द गायन कीर्तन व कथा द्वारा संगत को निहाल करेंगे।

रविवार, 12 नवंबर 2023

Nagar Nigam प्लास्टिक के थैलों पर फिर सख्त


अभियान चला कर 7.2 किलो प्लास्टिक के थैले किए जब्त, वसूला 6700 रुपये जुर्माना

Varanasi (dil India live). 11.11.2023. नगर निगम ने प्लास्टिक के थैलों पर फिर रोक लगा दी है। निगम ने अभियान चला कर 7.2 किलो प्लास्टिक के थैले जब्त कर 6700 रुपये जुर्माना भी वसूला है। कमिश्नर आवास सेे सर्किट हाउस और नगर आयुक्त आवास तक सड़क के दोनों तरफ अवैध वेंडरोंं पर जुर्माना लगाकर सामान जब्त कर लिए गए। पीलीकोठी प्राइमरी स्कूल के बाहर अतिक्रमण और गंदगी हटवाई गई। स्कूल की दीवार से सटकर बांधी गई पन्नी, तिरपाल को निगम ने खुलवाया। साथ ही स्कूल के बाहर मांस-मछली की दुकानें न लगाने की चेतावनी दी। धनेसरा तालाब पर अवैध अतिक्रमण करने वालों ने दो दिन के भीतर सारा सामान स्वयं हटाने का लिखित पत्र दिया है। विश्वेश्वरगंज दूध मंडी की दो पहिया पार्किंग में अवैध रूप से खड़े वाहनों को हटवाया गया। उधर लंका इलाके में भी प्लास्टिक के थैलों में खुले आम सामान बेचा जा रहा है।

शनिवार, 11 नवंबर 2023

Roshni से जगमग हो उठी काशी

छोटी दीपावली पर खुशियों में डूबे बनारसी, यम के जले दीप




Varanasi (dil India live). 11.11.2023. छोटी दीपावली पर खुशियों में शनिवार को बनारसी डूबे रहे. बनारस रौशनी से जगमगा उठा. घरों के मुख्य द्वार, गलियां, चौराहे, तिराहे और गंगा घाट पर यम के दीप जलाए गए. इसके साथ ही रंग-बिरंगी रौशनी से पूरा शहर जगमग हो उठा. मकानों, प्रतिष्ठानों, मंदिर एवं कारखानों पर लटके बिजली के झालर तारों के सरीखे टिमटिमा रहे थे. बनारस आए पर्यटक और सैलानी एक टक बनारस की विधुतीय झालरों से की गई सजावट का नज़ारा लेते दिखाई दिए.

शनिवार को यम को प्रसन्न करने के लिए दीपदान किया गया. गृहणियों ने यम के निमित्त घर के मुख्य द्वार के बाहर और व्यापारियों ने प्रतिष्ठानों के बाहर दीपदान किया. जगह-जगह जले दीपक लोगों को लुभा रहे थे. 

मान्यता है कि इस शाम दीपदान करने से यम प्रसन्न होते हैं. इससे अकाल मृत्यु का भय दूर होता है. छोटे-छोटे बच्चे रंग-बिरंगी रोशनी वाली फुलझड़ी छोड़ते नजर आए. मंदिरों में पूजन-अर्चन का सिलसिला भी चलता रहा. उधर अन्नपूर्णा मंदिर में भक्तों में खजाने का वितरण दूसरे दिन भी किया गया. सुबह से ही भक्तों की कतार मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए लगी रही. मंदिर के महंत शंकर पुरी ने भक्तों को मां अन्नपूर्णा का प्रसाद वितरित किया. भक्तों ने माता के स्वर्णमयी स्वरूप का दर्शन किया. मां अन्नपूर्णा के स्वर्णमयी स्वरूप के दर्शन कर अन्न-धन का प्रसाद ग्रहण करने दूर दराज के जिलों से भी भक्त पहुंचे हुए थे. वहीं काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर स्थित अन्नपूर्णा मंदिर में मां के दर्शन को तांता लगा रहा. भीड़ इस कदर थी कि लंबी लाइन लगी हुई थी. भक्तों को मां का खजाना वितरित किया गया.

उधर बाजार में लोगों का हुजूम उमड़ा हुआ था. इससे पहले शुक्रवार की शाम से देर रात तक धनतेरस की खरीदारी हुई थी और छोटी दीपावली पर भी लोग बाजार को गुलजार किए हुए नजर आए. पटाखों की चुनिंदा दुकानों पर भीड़ लगी हुई थी. इसके चलते पटाखों का दाम आसमान पर था.

बेसहारों के बीच बांटी खुशियां

नगर के युवा समाजसेवियों ने सामनेघाट स्थित अपना घर आश्रम में बीमार, असक्तजनों एवं बेसहारा प्रभुजनों के बीच दीपावली उत्सव मनाया. प्रकाश पर्व पर अपनों से दूर, बिछड़े हुए बीमार, असक्तजन हर्षित हो उठे. दीपावली उत्सव के लिए अपना घर आश्रम को रंगोली और दीपो से सजाया गया था. इस मौके पर उन्हें मिठाईयां, फल और उपहार दिया गया. सर्वप्रथम 103 वर्ष की स्वराजी देवी ने पहला दीप जलाया इसके बाद 501 दीपक से दीपदान किया गया. नारायण स्वरूप प्रभुजनों ने बच्चों के साथ फुलझड़ी, चरखी और रोशनी जैसे ग्रीन पटाखे जलाकर खुशियां मनाई और एक दूसरे को दीपावली की बधाई दी. अन्त में उन्हें भोजन प्रसाद ग्रहण कराया गया. कार्यक्रम संयोजक सुमित सराफ ने बताया कि प्रकाश पर्व पर एक दिया उनके साथ जलाना है जिन्हें अपनो ने अकेला छोड़ दिया है. हमारे एक छोटे से प्रयास से यदि उनके चेहरे पर मुस्कान आती है तो यही जीवन की सार्थकता है. नर सेवा ही नारायण सेवा है इसीलिये इस बार दीपावली का त्योहार प्रभुजनों के साथ मनाया जा रहा है.

इस मौके पर मुख्य रूप से अपना घर आश्रम के संस्थापक डॉ. निरंजन सहाय, गोपाल केडिया, सौरभ केडिया, आनंद रस्तोगी, गौरी केडिया, रुचि सराफ, प्रताप बहादुर सिंह सहित आदि जन शामिल रहे।

बजड़ों पर निकलेगी श्री चित्रगुप्त की शोभा यात्रा 

भगवान श्री चित्रगुप्त महाराज की भव्य नयनाभिराम शोभायात्रा पहली बार बजड़ों पर निकलेगी. 15 नवंबर को अस्सी से राजेंद्र प्रसाद घाट तक 51 बजड़ों पर शोभायात्रा निकाली जाएगी. 21 फीट भव्य प्रतिमा की महाआरती होगी और नाट्य मंचन भी होगा. यह जानकारी अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय संरक्षक महेश चंद श्रीवास्तव ने दी.

शुक्रवार, 10 नवंबर 2023

समाजसेवी ने मदद कर पेश की मिसाल

रिक्शा चालकों को विक्की जुनेजा ने दिया एक लाख दस हजार का चेक


Chandoli (dil India live). 10.11.2023. चंदौली नगर के प्रमुख समाजसेवी विक्की जुनेजा जी ने रिक्शा चालकों को मिष्ठान एवं कुछ धन वितरण के लिए 1,11,000/- का चेक यूनियन के अध्यक्ष क्यामुद्दीन अंसारी जी को क्षेत्राधिकारी अनिरुद्ध सिंह के हाथों से दिया। 

इस अवसर पर क्षेत्राधिकारी ने कहा कि जिस तरह से विक्की जुनेजा जी ने गरीबों की सेवा का वीणा उठाया है इसी तरह अन्य प्रमुख व्यापारियों और समाज सेवियों को भी आगे बढ़कर गरीबों की सेवा करनी चाहिए. 

इस अवसर पर शमीम मिल्की, हरवंस सिंह (लोकतंत्र रक्षक सेनानी), प्रकाश मंडल, अरविंद सिंह, जितेंद्र दादा, जितेंद्र कुमार जुनेजा, आशीष जायसवाल, शिवनाथ गुप्ता,डब्लू राय, नीरज सागर, प्रिंस , जमुना राम आदि लोग उपस्थित थे.

बुधवार, 8 नवंबर 2023

Swabodh Ashram में ग्यारह दिवसीय विश्व धर्म संसद का हुआ समापन

विश्व परिवारिकता के अभ्युदयके लिए चतुर्थ स्वबोध कुम्भ की हुई पुर्णाहुति

पीठाधीश्वर स्वबोध मंत्रद्रष्टा प्रज्ञा-पुरुष आनंद प्रभु के संयोजन व केंद्रीय संचालिका  डा. सरोजिनी मां ने की अगुवाई 








Varanasi (dil India live). 08.11.2023. विश्व परिवारिकता के अभ्युदयके लिए चतुर्थ स्वबोध कुम्भ की पुर्णाहुति हुई। बुधवार को नेपाल, अमेरिका समेत देश दुनिया से आए भक्तों व श्रद्धालुओं की विदाई की गई। इस दौरान एक सौ ग्यारह हवन कुण्ड में बुराई और अहंकार को स्वाहा किया गया। कोईराजपुर स्थित स्वबोध आश्रम में आयोजित ११ दिवसीय स्थितप्रज्ञ भगवान नागा बाबा के ५१ वें परिनिर्वाण पर्व पर चतुर्थ स्वबोध कुम्भ में स्वबोध मंत्र द्रष्टा प्रज्ञा पुरुष आनन्द प्रभु ने १० दिनों तक अपने साधकों, शिष्यों को विश्व धर्म जागरण के आध्यात्मिक अनुष्ठान में अतत्व वेद का तत्व, विश्व धर्म जागरण का आधात्मिक अनुष्ठान, अथर्वेद पदार्थ विज्ञान एवं एटीएम विज्ञान आदि का समग्र सन्देश दिया। आश्रम परिसर में बने १११ विशाल हवन कुंडों में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ ११ देशों के संत साधकों, शिष्यों स्थानीय भक्तजनों ने अपने सभी बुराई एवं अंधकार का स्वाहा बोलकर पूर्णाहुति में आहुति दी। श्री आनन्द प्रभु ने अपने प्रबंधक एवं शिष्या आचार्य सरोजिनी माँ को महाआचार्य की उपाधि से महिमामण्डित किया, जिस पर सन्तजनों समेत भक्तों ने सम्मान सहित उद्घोष कर स्वागत किया। स्थित प्रज्ञ स्मृति महोत्सव में प्रथम दिन पूर्णिमा महोत्सव, द्वितीय दिन उद्घाटन प्रबोधन और शेष दिवस समाधि दर्शन यात्रा, वेद प्रबोध एवं सत्संग, दीक्षांत समारोह, पूर्णाहुति संत सहभोज (भंडारा) का आयोजन सम्पन्न हुआ। विश्व धर्म संस्थापना के लक्ष्य की सिद्धि के लिए समर्पित इस अमृत कुम्भ में सवा लाख दीपों से अखंड श्री गुरु ज्योति' की अर्चना के पावन संकल्प में प्रतिदिन ग्यारह हजार दीपों से ज्योतिरारचन किया गया। जो ज्ञान, भक्ति और कर्म की त्रिवेणी में स्नान कर जीवन को धन्य किया। अपने सम्बोधन में वक्ताओं ने कहा कि आज जब हमारा मानव समाज धर्म के नाम पर पांथिकता और जातीयता के आग्रह से ग्रस्त परस्पर संघर्षरत है। ऐसे में विश्व धर्म प्रचेता प्रज्ञा पुरुष ऊँ श्री आनंद प्रभु के देवी मार्ग दर्शन में धरती पर विश्व परिवारिकता के अभ्युदय के लिए जन-जन के आराध्य परम पावन स्थित प्रज्ञ भगवान् श्री नागा बाबा (सईतापट्टी-गाजीपुर) के परिनिर्वाण पर्व पर प्रति बारहवें वर्ष 'स्वबोध कुम्भ की एक नवीन संयोजना का शुभारम्भ किया गया।

प्रज्ञा-पुरुष ॐ श्री आनंद प्रभु ने कहा कि ई.सन् १९७२ आश्विन शरद पूर्णिमा की रात्रि में बाबा के देह त्याग के पश्चात् सन १९८५ में भगवान् श्रीनागा बाबा स्मारक सेवा समिति के सौजन्य से स्वबोध आश्रम काशी के द्वारा स्वबोध कुम्भ की प्रथम धर्म-परिषद संपन्न हुई थी। जिसके ग्यारह दिवसीय ज्ञान यज्ञ में 'पाषाण-मंथन से प्रकटी यज्ञमय 'श्री गुरु ज्योति' आज भी विश्वधर्म संचेतना-प्रसार की केन्द्रीय धर्म स्थली 'स्वबोध आश्रम श्रीज्योतिर्धाम काशी में सर्वज्योतियों की ज्योति सच्चिदानंद परमात्मा श्री गुरु के साक्षात् विग्रह रूप में अनवरत ज्योतित है। इसी अखंड गुरु ज्योति के सानिध्य में यह चतुर्थ धर्म-परिषद 28 अक्टूबर को आयोजित की गयी जिसकी 07 नवंबर मंगलवार को पुर्णाहुति हुई। "सर्व आत्माओं की परम आत्मा 'परमात्मा' ज्योतियों की भी परम ज्योति है। वे प्रकृति रूप अज्ञानान्धकार से अत्यन्त परे बोध स्वरूप हैं। जो सबके हृदयों में विशेष रूप से विराजमान, ज्ञान द्वारा प्राप्य और ज्ञान के परम लक्ष्य हैं, जिनसे बढ़कर और दूसरा जानने योग्य नहीं। 'स्वबोध कुम्भ अपने ही हृदयवासी आत्म प्रभु को जानने जीने और उन्हें अपना जीवन बना लेने के लिए सक्रिय 'विश्वधर्म प्रवर्तन का अमृत संदेश है। यह धर्म-परिषद् 'जीवन सत्य' के प्रत्येक जिज्ञासु के लिये अमृत का कुम्भ लेकर उपस्थित हुए। धन्यभागी थे वे जो इस ज्ञानामृत का पान कर सकें। यहां सभी पंथ, जाति, मत विशेष के मानने वाले, सभी गुरु-परम्परा के मानने वाले लोग ग्यारह दिनों तक देश-विदेश से पहुंच कर यहां जुटे रहे और 'धर्म के सनातन सत्य को जाना साथ ही दीपदान का पावन संकल्प विश्वधर्म संस्थापना के महान लक्ष्य की सिद्धि के लिए समर्पित इस अमृत कुम्भ में सवा लाख दीपों से अखण्ड श्रीगुरु ज्योति की अर्चना का पावन संकल्प लिया। जिसके लिए प्रति दिन ग्यारह हजार दीपों से ज्योतिरार्चन किया गया। अपने घर-परिवार-देश और निशा जीवन के मांगल्य के लिए अपने हाथों से ज्योतिर प्रभु के लिए एक दीप सभी ने अर्पित किया। इस दीपदान के साथ ग्यारह दिनों के लिए इस कुम्भ के कल्पवासी होकर ज्ञान, भक्ति और कर्म की त्रिवेणी में स्नान कर जीवन को धन्य किया।

शेख़ अली हजी को दिखता था बनारस का हर बच्चा राम और लक्ष्मण

बरसी पर याद किए गए ईरानी विद्वान शेख़ अली हजी  Varanasi (dil India live)। ईरानी विद्वान व दरगाहे फातमान के संस्थापक शेख मोहम्मद अली हजी ईरान...