शनिवार, 11 नवंबर 2023

Roshni से जगमग हो उठी काशी

छोटी दीपावली पर खुशियों में डूबे बनारसी, यम के जले दीप




Varanasi (dil India live). 11.11.2023. छोटी दीपावली पर खुशियों में शनिवार को बनारसी डूबे रहे. बनारस रौशनी से जगमगा उठा. घरों के मुख्य द्वार, गलियां, चौराहे, तिराहे और गंगा घाट पर यम के दीप जलाए गए. इसके साथ ही रंग-बिरंगी रौशनी से पूरा शहर जगमग हो उठा. मकानों, प्रतिष्ठानों, मंदिर एवं कारखानों पर लटके बिजली के झालर तारों के सरीखे टिमटिमा रहे थे. बनारस आए पर्यटक और सैलानी एक टक बनारस की विधुतीय झालरों से की गई सजावट का नज़ारा लेते दिखाई दिए.

शनिवार को यम को प्रसन्न करने के लिए दीपदान किया गया. गृहणियों ने यम के निमित्त घर के मुख्य द्वार के बाहर और व्यापारियों ने प्रतिष्ठानों के बाहर दीपदान किया. जगह-जगह जले दीपक लोगों को लुभा रहे थे. 

मान्यता है कि इस शाम दीपदान करने से यम प्रसन्न होते हैं. इससे अकाल मृत्यु का भय दूर होता है. छोटे-छोटे बच्चे रंग-बिरंगी रोशनी वाली फुलझड़ी छोड़ते नजर आए. मंदिरों में पूजन-अर्चन का सिलसिला भी चलता रहा. उधर अन्नपूर्णा मंदिर में भक्तों में खजाने का वितरण दूसरे दिन भी किया गया. सुबह से ही भक्तों की कतार मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए लगी रही. मंदिर के महंत शंकर पुरी ने भक्तों को मां अन्नपूर्णा का प्रसाद वितरित किया. भक्तों ने माता के स्वर्णमयी स्वरूप का दर्शन किया. मां अन्नपूर्णा के स्वर्णमयी स्वरूप के दर्शन कर अन्न-धन का प्रसाद ग्रहण करने दूर दराज के जिलों से भी भक्त पहुंचे हुए थे. वहीं काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर स्थित अन्नपूर्णा मंदिर में मां के दर्शन को तांता लगा रहा. भीड़ इस कदर थी कि लंबी लाइन लगी हुई थी. भक्तों को मां का खजाना वितरित किया गया.

उधर बाजार में लोगों का हुजूम उमड़ा हुआ था. इससे पहले शुक्रवार की शाम से देर रात तक धनतेरस की खरीदारी हुई थी और छोटी दीपावली पर भी लोग बाजार को गुलजार किए हुए नजर आए. पटाखों की चुनिंदा दुकानों पर भीड़ लगी हुई थी. इसके चलते पटाखों का दाम आसमान पर था.

बेसहारों के बीच बांटी खुशियां

नगर के युवा समाजसेवियों ने सामनेघाट स्थित अपना घर आश्रम में बीमार, असक्तजनों एवं बेसहारा प्रभुजनों के बीच दीपावली उत्सव मनाया. प्रकाश पर्व पर अपनों से दूर, बिछड़े हुए बीमार, असक्तजन हर्षित हो उठे. दीपावली उत्सव के लिए अपना घर आश्रम को रंगोली और दीपो से सजाया गया था. इस मौके पर उन्हें मिठाईयां, फल और उपहार दिया गया. सर्वप्रथम 103 वर्ष की स्वराजी देवी ने पहला दीप जलाया इसके बाद 501 दीपक से दीपदान किया गया. नारायण स्वरूप प्रभुजनों ने बच्चों के साथ फुलझड़ी, चरखी और रोशनी जैसे ग्रीन पटाखे जलाकर खुशियां मनाई और एक दूसरे को दीपावली की बधाई दी. अन्त में उन्हें भोजन प्रसाद ग्रहण कराया गया. कार्यक्रम संयोजक सुमित सराफ ने बताया कि प्रकाश पर्व पर एक दिया उनके साथ जलाना है जिन्हें अपनो ने अकेला छोड़ दिया है. हमारे एक छोटे से प्रयास से यदि उनके चेहरे पर मुस्कान आती है तो यही जीवन की सार्थकता है. नर सेवा ही नारायण सेवा है इसीलिये इस बार दीपावली का त्योहार प्रभुजनों के साथ मनाया जा रहा है.

इस मौके पर मुख्य रूप से अपना घर आश्रम के संस्थापक डॉ. निरंजन सहाय, गोपाल केडिया, सौरभ केडिया, आनंद रस्तोगी, गौरी केडिया, रुचि सराफ, प्रताप बहादुर सिंह सहित आदि जन शामिल रहे।

बजड़ों पर निकलेगी श्री चित्रगुप्त की शोभा यात्रा 

भगवान श्री चित्रगुप्त महाराज की भव्य नयनाभिराम शोभायात्रा पहली बार बजड़ों पर निकलेगी. 15 नवंबर को अस्सी से राजेंद्र प्रसाद घाट तक 51 बजड़ों पर शोभायात्रा निकाली जाएगी. 21 फीट भव्य प्रतिमा की महाआरती होगी और नाट्य मंचन भी होगा. यह जानकारी अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय संरक्षक महेश चंद श्रीवास्तव ने दी.

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