मंगलवार, 3 अक्टूबर 2023

Mira Kumar पहुंची रविदास मंदिर राजघाट

सतीश कुमार की तेरहवी में  किया शिरकत, चढ़ाया फूल 

श्री गुरु रविदास मन्दिर राजघाट में हुई श्रद्धांजलि सभा 




Varanasi (dil India live). 03.10.2023. मंगलवार को दी रविदास स्मारक सोसाइटी काशी राजघाट के तत्वाधान में सोसाइटी के सचिव प्रबंधक स्मृतिशेष सतीश कुमार उर्फ फगुनी राम की तेरहवी एवं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन रविदास मंदिर राजघाट वाराणसी में सम्पन्न हुआ. श्रद्धांजलि सभा में काशी, बिहार, मध्य प्रदेश व दिल्ली आदि प्रांतो से बड़ी संख्या में पधारे साधु संत एवं महंतों ने अरदास की. फगुनी राम के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए पूर्व लोक सभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने कहां फगुनी राम श्रद्धा विश्वास आस्था एवं सत्यनिष्ठा के साथ रविदास मंदिर एवं मेरे कुटुम्ब से जीवन भर जुड़े रहे, वे परिवार के अभिन्न अंग थे. उनकी असमय मृत्यु से मुझे गहरा सदमा लगा है वे गुरु जी के अमुर्त रूप के कुशल प्रबंधक थे. राजघाट काशी का रविदास मंदिर सर्वधर्म सम्भाव का प्रतीक है. समता मूलक समाज स्थापना इसका मुख्य उद्देश्य है. श्रद्धांजलि स‌भा को फगुनी राम के बेटे मनोज, विनोद कुमार एवं बेटी अनिता एवं वंदना के साथ-साथ डॉ भगवती सिंह, मदन लाल, भगत प्रो० प्रज्ञा, राजकुमार भारती आदि लोगों ने संबोधित किया सभा का संयोजन धन्यवाद ज्ञापन महाप्रबंधक रतन लाल भगत, संचालन डा. जयशंकर जय ने किया।

सभा में  मुख्य रूप से डा० अंशुल अभिजीत महंत रामेश्वरदास महंत रामविलास दास, डॉ भारत भूषण, महंत फलाहारी बाबा महंत वैभव गिरी, गोरखनाथ यादव, वीरेन्द्र बबलू रमेशगुप्त, डा. उमाशंकर यादव, मदन यादव के साथ पारिवारिक सदस्य गढ़ बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

सोमवार, 2 अक्टूबर 2023

Gandhi jayanti पर चला स्वच्छता अभियान, निकली प्रभातफेरी






राष्ट्रपिता बापू एवं पूर्व प्रधानमंत्री शास्त्री जी की जयंती हर्षोल्लास संग मनी

सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया एवं महात्मा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए 

जजों ने झाड़ू लगाकर दीवानी न्यायालय परिसर में स्वच्छता अभियान चलाया

स्वच्छता एवं जागरूकता अभियान रैली को जिला जज ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया

Varanasi (dil India live). 02.10.2023. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं माटी के लाल पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती सोमवार को जनपद में हर्षोल्लास के साथ मनायी गयी. प्रातः काल सभी सरकारी, अर्द्ध सरकारी कार्यालयों एवं विद्यालयों में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। तत्पश्चात राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए. कमिश्नरी कार्यालय सभागार में अपर आयुक्त मनोज सिंह, कलेक्ट्रेट के राइफल क्लब सभागार में अपर जिलाधिकारी (ना0आ0) जवाहर लाल श्रीवास्तव ने महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए. कमिश्नरी सभागार में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अपर आयुक्त मनोज सिंह ने महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जीवन एवं संघर्षों के विषय में विस्तार से लोगों को अवगत कराया. उन्होंने कहा कि इन महापुरुषों से प्रेरणा लेते हुए हम संकल्प ले की हम जिस भी स्तर पर कार्य कर रहे हैं पूरी ईमानदारी एवं पारदर्शिता से जनहित एवं समाज के अंतिम पंक्ति में मौजूद लोगों के लिए कल्याण के लिए कार्य करें. यही इन महापुरुषों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी. कलेक्ट्रेट के राइफल क्लब सभागार में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अपर जिला अधिकारी (ना0आ0) जवाहर लाल श्रीवास्तव ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं माटी के लाल पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जीवन संघर्षों का उद्धरण करते हुए कहा कि महात्मा गांधी सत्य एवं अहिंसा के पुजारी रहे। उन्होंने अहिंसा को ही देश के आजादी की लड़ाई में हथियार बनाकर ब्रिटिश हुकूमत की चूले हिला दी, वही माटी के लाल लाल बहादुर शास्त्री ने देश को अन्न उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए 'जय जवान जय किसान' का नारा दिया और जिसका परिणाम है कि आज देश अन्न उत्पादन में आत्मनिर्भर है. कार्यक्रम में विशेष रूप से निर्बलों के कल्याण सम्बन्धी "अन्तयोदय" की उनकी अवधारणा, भावनात्मक एकता, राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता के सम्बन्ध में उनके विचारों का संक्षेप में परिचय दिया गया. स्कूलों एवं कालेजों में गाँधीवादी जीवन-दृष्टि का प्रचार तथा गाँधी जी के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर विद्यार्थियों की वाद-विवाद प्रतियोगिताएं/गोष्ठियाँ आयोजित किया गया तथा जातिगत भेद-भाव से दूर रहकर समाज में समता एवं समरसता लाने पर बल दिया जाय.
       गांधी जयंती के अवसर पर सोमवार को जनपद न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अजय कुमार विश्वेश ने जनपद न्यायालय परिसर में स्वच्छता एवं जागरूकता अभियान के तहत स्कूली बच्चों के साइकिल रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. तत्पश्चात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हाल में गांधी जयंती के अवसर पर आयोजित स्वच्छता व जागरूकता अभियान संबंधी ई-उद्घाटन कार्यक्रम के सजीव प्रसारण को देखा व सुना गया.


“रक्तदान महादान, आओ जिंदगी बचाएं”

दो अक्टूबर सोमवार को दोपहर 1 बजे गुलिस्तां स्कूल के प्रांगण में हाजी इश्तियाक अहमद, बनारस चैरिटेबल ब्लड सेंटर वाराणसी के संयोजन में गांधी जयंती के उपलक्षय में “रक्तदान महादान, आओ जिंदगी बचाएं” के नाम से एक ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया गया। जिसमें लगभग 25 रक्तविरों  ने अपना ब्लड दान किया और 10 से ज्यादा लोगों ने भविष्य में डोनटे करने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया । एक तरफ बारिश होती रही और दूसरी तरफ रक्तवीर दानी आते रहे यह हौसला और समाज  सेवा का जुनून देख  प्रांगण में मौजूद खाश-ओ-आम आश्चर्यचकित रह गए । 
मुख्य अतिथि मुफ्ती ए शहर बनारस मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी साहब रहे। प्रोग्राम की सदारत सरदार हाफिज मोइनुद्दीन, बुनकर बिरादराना तंजीम बाईसी कमेटी ने की संचालन का काम  मोहम्मद शाहिद सेक्रेटरी मरियम फ़ाउंडेशन ने किया। सहयोगी संस्थाओं में मानव रक्त फाऊंडेशन, जमीयतुल अल अंसार, आज़ाद हिंद रिलीफ सोसाइटी, मरियम फाऊंडेशन, जमात ए इस्लामी हिंद, भारतीय फन ए सिपाहगिरि एसोसिएशन, मानवाधिकार जनकल्याण समिति व कई अन्य संस्थाओं ने मिल कर हिस्सा लिया l मुख्यरूप से अब्दुल मोबीन प्रबंधक, इशरत उस्मानी, असलम खलिफा, अब्दुल्लाह खालिद, अबू हाशिम, अली हुसैन, ताहिर शम्स, शाहीन अख्तर, मास्टर शहाबुद्दीन, हाजी मोहम्मद स्वालेह, मोअज्जम अंसारी, प्रमोद जी, जुल्फिकार एली, अब्दुल्लाह कलाम आदि लोग मौजूद थे।

कमपोजिट विद्यालय खानपुर में गांधी शास्त्री जयंती मनाई गई 



कंपोजिट विद्यालय खानपुर विकासखंड चिरईगांव जनपद वाराणसी के प्रांगण में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री की जयंती मनाई गई. सर्वप्रथम प्रभात फेरी निकाली गई लोगो को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया  गया तत्पश्चात ध्वजारोहण किया गया. इस अवसर पर सर्वप्रथम महापुरुष द्वय के चित्र पर विधालय परिवार के शिक्षक शिक्षकाओ  द्वारा पुष्पांजली अर्पित कर  महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री के द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया तथा स्वच्छता शपथ ग्रहण कराया गया. विद्यालय की इंचार्ज प्रधानाध्यापिका इंदिरा सिंह ने उपस्थित लोगो को विस्तार से महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री के कृतियों के बारे में  बताते हुए उन्हें युग पुरुष की बताया. कार्यक्रम का संचालन उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ पंजीयन 1160 के जिला अध्यक्ष महेंद्र बहादुर सिंह ने किया.

मारहरा शरीफ के सज्जादानशीन डा.सैयद अमीन मियां कादरी कल करेंगे जलसे को खेताब

सज्जादानशीन डा.सैयद अमीन मियां कादरी से मुरीद होने जुटेगा मजमा

Varanasi (dil India live). 02.10.2023. भारत की प्रसिद्ध खानकाह मारहरा शरीफ के सज्जादा नशीन ताजुल मशाईख हजरत सैय्यद शाह डा. अमीन मियां कादरी बरकाती मारहरवी (सज्जादा नशीन खानकाहे बरकातिया मारहरा शरीफ) मंगलवार को बाद नमाज़ इशा रात्रि 9 बजे से रेवड़ीतालाब स्थित अंजुमन तरक्की-ए-अहले अहले सुन्नत के मैदान (बैतुस्सलाम) में बज़्मे कासमी बरकाती के तत्वधान में होने वाले जश्ने ईद मीलादुन्नबी में शिरकत करने के लिए आ रहे हैं. जलसे में हजारों अकीकतमंदों को धार्मिक/ शैक्षणिक नसीहत फरमायेंगे. जलसे में उनके शहजादे वलिये अहद हजरत सैय्यद अमान मियां बरकाती भी मौजूद होंगे, जो जनता के बीच अपना विचार रखेंगे, जलसे में तकरीर हज़रत मौलाना सैय्यद नूर आलम अलीगढ़ की होगी, जबकि नाते नबी गुनगुनाने के लिए भारत के मशहूर शायर इमरान रजा बरकाती जयपुर राजस्थान का आगमन हो रहा है। मौलाना अजरुल कादरी बरकाती उस्ताद मदरसा खानम जान ने बताया कि हजरत अमीन मियाँ अल्पसंख्यकों की शिक्षा के लिए बहुत ही चिन्तित रहते हैं और मुस्लिम बच्चे / बच्चियों को उच्च शिक्षा दिलाने के लिए हर सम्भव प्रयास करते और आवश्यकतानुसार उनकी भरपूर मदद भी करते हैं वे इस समय भारत के दर्जनों शिक्षण संस्थानों के सरपरस्त है और अलबरकात एजुकेशनल सोसाइटी अलीगढ़ के संस्थापक व सरपरस्त हैं जहाँ से प्रतिवर्ष सैकड़ों मुस्लिम / गैर मुस्लिम बच्चे / बच्चियाँ उच्च शिक्षा हासिल कर देश की सेवा में लग जाते हैं, उन्होंने बताया कि 2009 में अमेरिका की एक युनिवर्सिटी ने दुनिया भर में मनुष्य हितों के लिए काम करने वाले 500 प्रसिद्ध व्यक्तियों का सर्वे किया जिसमें हजरत अमीन मिया कादरी बरकाती को 44 वाँ स्थान दिया गया.

गौरतलब हो कि खानकाहे बरकातिया से ही बरेली के इमाम आला हजरत व सरकार मुफ्ती-ए-आजम भी मरीद हैं. इस जलसा में पूर्वांचल के हजारों अकीदतमन्दों व उलमा के जुटने की सम्भावना है. जो लोग बरकाती सिलसिले में मुरीद होने की इच्छा रखते हैं वे उन्हें जलसा में ही मुरीद भी करेंगे.

रविवार, 1 अक्टूबर 2023

NHM UP मिशन निदेशक ने डीडीयू चिकित्सालय में किया श्रमदान

सुविधाओं की ली जानकारी, सफाईकर्मियों को किया सम्मानित

चोलापुर सीएचसी पर आरोग्य स्वास्थ्य मेला व ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट का किया निरीक्षण




Varanasi (dil India live). महात्मा गांधीजी के जन्मदिन की पूर्व संध्या एवं आयुष्मान भवः अभियान के तहत स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के अंतर्गत मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (उत्तर प्रदेश) डा. पिंकी जोवल ने रविवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय के प्रांगण की सफाई कर श्रमदान किया एवं अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मियों को स्वच्छता के लिए प्रेरित किया. इस अवसर पर सफाईकर्मी रीता देवी, रीता राय, शायला, अफसरी बेगम एवं धर्मेन्द्र को अस्पताल के साफ सफाई में उत्कृष्ट कार्य के लिए अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया.

डा. पिंकी ने कहा कि डीडीयू चिकित्सालय ने कोरोना काल में अपने अति विशिष्ट योगदान के माध्यम से जनता में अपना विशेष स्थान बनाया ‌है. इसके साथ ही चिकित्सालय ने वर्ष 2016 से लगातार हर साल कायाकल्प अवार्ड हासिल किया है. वर्ष 2022-23 में कायाकल्प और इको फ्रेंडली अवार्ड में पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान पर रहा एवं अस्पताल का राष्ट्रीय स्तर पर एनक्वआस सर्टिफिकेशन भी इसी साल हुआ है. अस्पताल आयुष्मान भारत डीजिटल मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत राष्ट्रीय स्तर पर पिछले तीन महीनों से निरन्तर प्रथम दस में अपना स्थान बनाये हुए हैं. मिशन निदेशक ने इन उपलब्धियों के लिए अस्पताल के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दी और साथ ही इसे यूं ही बरकरार रखने हेतु दोगूने उत्साह से कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया. ‌उन्होंने अस्पताल के सभी वार्ड, किचन, ट्रामा सेंटर, एवं सी० टी० स्कैन सेन्टर का भी गहन निरीक्षण किया तथा चिकित्साकर्मियों से और भी तन्मयता व तत्परता से काम करने के लिए कहा गया.

इस अवसर पर मंडलीय अपर निदेशक (स्वास्थ्य) डॉ मंजुला सिंह, एसीएमओ डा. एसएस कनौजिया, कार्यवाहक मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. आर एन सिंह, चिकित्सा अधीक्षक डा. प्रेम प्रकाश, क्वालिटी के मंडलीय सलाहकार डा .प्रवीण सोलंकी, डीपीएम संतोष सिंह एवं ब्रजेश मिश्रा सहित अस्पताल के समस्त अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे.

चोलापुर सीएचसी का किया भ्रमण 

एनएचएम यूपी मिशन निदेशक डॉ. पिंकी जोवल और मंडलीय अपर निदेशक (स्वास्थ्य) डा. मंजुला सिंह ने चोलापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर आयोजित आरोग्य स्वास्थ्य मेला का निरीक्षण किया. जहां उन्होंने संचारी व गैर संचारी रोगों के नियंत्रण, मातृ शिशु स्वास्थ्य, परिवार नियोजन एवं पोषण संबंधी सेवाओं के साथ ही विभिन्न रोगों के जांच व उपचार की सेवाओं को गहनता से देखा. उन्होंने एंबुलेंस आदि की व्यवस्था का निरीक्षण किया, स्वच्छता पर चल रहे प्रशिक्षण सत्र के दौरान गीत गाकर प्रेरित किया.  

 इसके अतिरिक्त मिशन निदेशक  ने नवनिर्मित ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट चोलापुर का निरीक्षण किया. उन्होंने निर्देशित किया कि भवन को हैंडोवर कराकर यथा कार्य प्रारंभ कर दिया जाए. साथ ही सीएचसी की समस्त सेवाओं को और भी बेहतर करने के लिए प्रेरित किया. 

एसीएमओ डॉ एस.एस. कनौजिया की देखरेख में स्वास्थ्य मेला का संचालन अधीक्षक डॉ आरबी यादव ने किया। इस दौरान स्वास्थय शिक्षा अधिकारी, एआरओ, बीएएम, बीसीपीएम एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे.

Bunkar's संग अधिकारी-कर्मचारियों ने चलाया स्वच्छता अभियान

हथकरघा विकास निगम कैम्पस में सफाई वीरों का हुआ सम्मान 




Varanasi (dil India live). 01.10.2023. राष्ट्रीय हथकरघा विकास निगम के चौकाघाट क्षेत्रीय कार्यालय के आईंआईएचटी कैंपस में वेयर हाउस व अन्य जगहों पर वृहद स्वछता अभियान चलाया गया। मुख्य अतिथि भारतीय हथकरघा प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक व अध्यक्षता क्षेत्रीय प्रबंधक आशीष कुमार सिंह  कर रहे थे। कार्यालय के नितेश सिंह, गड़े, सुधीर कुमार, अतुल कुमार सिंह  एवं बुनकर प्रतिनिधि मोहम्मद मंजूर खान, रेयाजुदीन कुरैशी, स्वालेह अंसारी, मकबूल अंसारी, आबिद अंसारी, अयान अंसारी, वर्माजी, गुलाबचंद आदि ने वृहद स्वच्छता अभियान में हिस्सा लिया। इस दौरान शपथ ली गई की न हम गंदगी करेंगे और ना ही किसी को गंदगी करने देंगे। हर सप्ताह २ घंटे सफाई में अवश्य योगदान देंगे, कार्यक्रम में योगदान देने के लिए क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा सफाई वीर को सम्मानित किया गया।

Jain Mandir's में मैत्री, प्रेम की बही गंगा

विश्व मैत्री क्षमावाणी पर्व " आस्थापूर्वक मनाया गया

भूल से अगर "भूल " हो गयी हो तो "भूल " समझ कर "भूल"जाना...




Varanasi (dil India live). 30.09.2023. शनिवार को भगवान पार्श्वनाथ की जन्म कल्याणक भूमि एवं जैन धर्म की प्रमुख तीर्थं स्थली भेलूपुर समेत देश दुनिया में सायंकाल "विश्व मैत्री क्षमावाणी पर्व " आस्थापूर्वक मनाया गया. बैर-विरोध को शांत कर क्षमा, प्रेम और मैत्री भाव गंगा में शत्रु भी इस दिन एक दूसरे को क्षमादान करके मन को शांत और निरबैर बनाने का प्रयत्न करते है. तीर्थंकर पार्श्वनाथ अतिशय क्षेत्र भूमि पर पूरे विश्व का यह अनूठा कार्यक्रम आयोजित किया गया.

श्री दिगम्बर जैन समाज काशी के तत्वावधान में क्षमावाणी पर्व पर सभी छोटे-बड़े का भेदभाव मिटाकर महिलाए, पुरूष,बच्चे, बुजुर्ग एक दूसरे से अश्रुपूरित नेत्रो से पाँव पकड़कर गले मिलकर क्षमा मांग रहे थे. इस पर्व पर तन-मन एवं आत्मा की शुद्धि, पर्युषण की महानता, क्षमावाणी की सौजन्यता से विभूषित होकर जैन धर्म सभी के जीवन में उत्तम क्षमा का मंगलमयी सन्देश दे रहा था.

जैन धर्म के प्रमुख विद्वान प्रो: अशोक जैन ने अपने सन्देश में कहां की 'क्षमा वीरस्य भूषणम्' क्षमा महान वीरों का आभूषण है. प्रो: कमलेश जैन ने कंहा की सूरज जैसे अंधेरा दूर करें, पानी जैसे प्यास दूर करें वैसे ही एक दूसरे को क्षमादान करना बहुत ही पुनीत कार्य है. डां मुन्नी पुष्पा जैन ने कहां की 'मिच्छामी दुक्कडम'आया क्षमावाणी पर्व महान, सब मानुष है गुण की खान। अंहकार को दहन करेगें, सहजता का हम प्रमाण देंगे। हम क्षमा याचना करते हैं, हम क्षमा आपको करते है. प्रो: फूल चन्द्र प्रेमी ने कंहा-क्रोध हर जीव का शत्रु है उसे जीतना ही क्षमा धर्म हैं ।पं सुरेंद्र शास्त्री ने कंहा- क्षमा शब्द मानवीय जीवन की आधार शिला है, हम क्षमा से ही महानता को प्राप्त कर सकते है. राजेश जैन ने कंहा की क्षमा पर्व का पावन दिन है, भव्य भावना का त्योहार, विगत बर्ष की सारी भूलें देना हमारी आप बिसार. जैन धर्मावलम्बीयो ने देश-विदेश में रहने वाले रिश्तेदारो, ईष्ट मित्रो, शुभचिन्तको, गुरुओ एवं सभी वर्ग के लोगो को क्षमावाणी कार्ड, दूरभाष, ईमेल, एस एम एस द्वारा क्षमावाणी का संदेश पहुंचा कर शुभकामनाए दी.

विद्वत जनो में प्रो: अशोक जैन, प्रो: फूल चन्द्र प्रेमी, डां मुन्नी पुष्पा जैन, प्रो:कमलेश जैन, पं सुरेंद्र शास्त्री का सम्मान सभापति दीपक जैन ने किया. दशलक्षण पर्व पर 10 दिनो का व्रत करने वालो में आलोक जैन, श्रीमति मंजू जैन, श्वेता जैन, रजनी जैन, स्नेहलता जैन, निधी जैन, प्रफुल्ल जैन, वरूण जैन, गरिमा जैन (5 दिन) कमल बागडा ( 10 दिन एकासना) का सम्मान प्रधान मंत्री अरूण जैन, उपाध्यक्ष राजेश जैन एवं महिला समाज द्वारा किया गया. अपराह्न में क्षमावाणी पूजा, भगवान पार्श्वनाथ जी को रजत पाण्डुक शिला पर विराजमान कराकर प्रक्षाल नमन किया गया. विश्व शांती के लिए शांती धारा, तीर्थंकरो की आरती एवं जयमाल किया गया. संचालन उपाध्यक्ष राजेश जैन ने किया. आयोजन में प्रमुख रूप से अध्यक्ष दीपक जैन, उपाध्यक्ष राजेश जैन, संजय जैन, विनोद जैन, आर सी जैन, प्रधान मंत्री अरूण जैन, समाज मंत्री तरूण जैन, विनय जैन, सुधीर पोद्दार, गौरव जैन उपस्थित थे.

शनिवार, 30 सितंबर 2023

Post Card ने पूरा किया 154 साल का सफर

1 अक्टूबर 1869 को जारी हुआ था पहला पोस्टकार्ड

विभिन्न आंदोलनों का गवाह रहा है पोस्टकार्ड

इंटरनेट के दौर में भी पोस्टकार्ड का क्रेज बरकरार



Varanasi (dil India live). 30.09.2023. सोशल मीडिया में खोई युवा पीढ़ी का पाला भले ही पोस्टकार्ड से न पड़ा हो, पर एक दौर में पोस्टकार्ड खत भेजने का प्रमुख जरिया था। शादी-ब्याह, शुभकामनाओं से लेकर मौत की ख़बरों तक तो इन पोस्टकार्डों ने सहेजा है। तमाम राजनेताओं से लेकर साहित्यकारों व आंदोलनकारियों ने पोस्टकार्ड का बखूबी प्रयोग किया है। अपना वही पोस्टकार्ड 1 अक्टूबर, 2023 को वैश्विक स्तर पर 154  साल का हो गया। वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि, दुनिया में पहला पोस्टकार्ड  एक अक्तूबर 1869 को ऑस्ट्रिया में जारी किया गया था।
इसके पीछे की कहानी के बारे में पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव बताते हैं कि, पोस्टकार्ड का विचार सबसे पहले ऑस्ट्रियाई प्रतिनिधि कोल्बेंस्टीनर के दिमाग में आया था, जिन्होंने इसके बारे में वीनर न्योस्टॉ में सैन्य अकादमी में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर डॉ. एमैनुएल हर्मेन को बताया। उन्हें यह विचार काफी आकर्षक लगा और उन्होंने 26 जनवरी 1869 को एक अखबार में इसके बारे में लेख लिखा। ऑस्ट्रिया के डाक मंत्रालय ने इस विचार पर बहुत तेजी से काम किया और पोस्टकार्ड की पहली प्रति एक अक्तूबर 1869 में जारी की गई। यहीं से पोस्टकार्ड के सफर की शुरुआत हुई। दुनिया का यह प्रथम पोस्टकार्ड पीले रंग का था।  इसका आकार 122 मिलीमीटर लंबा और 85 मिलीमीटर चौड़ा था।  इसके एक तरफ पता लिखने के लिए जगह छोड़ी गई थी, जबकि दूसरी तरफ संदेश लिखने के लिए खाली जगह छोड़ी गई। 
पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि भारत में पहला पोस्टकार्ड 1879 में जारी किया गया।  हल्के भूरे रंग में छपे इस पहले पोस्टकार्ड की कीमत 3 पैसे थी और इस कार्ड पर ‘ईस्ट इण्डिया पोस्टकार्ड’ छपा था।  बीच में ग्रेट ब्रिटेन का राजचिह्न मुद्रित था और ऊपर की तरफ दाएं कोने मे लाल-भूरे रंग में छपी ताज पहने साम्राज्ञी विक्टोरिया की मुखाकृति थी। अंदाज़-ए-बयां का यह  माध्यम लोगों को इतना पसंद आया कि साल की पहली तीन तिमाही में ही लगभग 7.5 लाख रुपए के पोस्टकार्ड बेचे गए थे।
गौरतलब है कि डाकघरों में चार  तरह के पोस्टकार्ड मिलते रहे हैं - मेघदूत पोस्टकार्ड, सामान्य पोस्टकार्ड, प्रिंटेड पोस्टकार्ड और कम्पटीशन पोस्टकार्ड। ये क्रमश : 25 पैसे, 50 पैसे, 6 रूपये और 10 रूपये में उपलब्ध हैं। कम्पटीशन पोस्टकार्ड फिलहाल बंद हो गया है। इन चारों पोस्टकार्ड की लंबाई 14 सेंटीमीटर और चौड़ाई 9 सेंटीमीटर होती है।
पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि कम लिखे को ज़्यादा समझना की तर्ज पर पोस्टकार्ड न सिर्फ व्यक्तिगत बल्कि तमाम सामाजिक-साहित्यिक-धार्मिक-राजनैतिक आंदोलनों का गवाह रहा है। पोस्टकार्ड का खुलापन पारदर्शिता का परिचायक है तो इसकी सर्वसुलभता लोकतंत्र को मजबूती देती रही है। आज भी तमाम आंदोलनों का आरम्भ पोस्टकार्ड अभियान से ही होता है। ईमेल, एसएमएस, फेसबुक, टि्वटर और व्हाट्सएप ने संचार की परिभाषा भले ही बदल दी हो, पर पोस्टकार्ड अभी भी आम आदमी की पहचान है।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि पोस्टकार्ड के प्रति अभी भी लोगों का क्रेज बरकरार है। वाराणसी परिक्षेत्र के डाकघरों द्वारा पिछले वित्तीय वर्ष में 2.12  लाख पोस्टकार्डों की बिक्री हुई थी, वहीं इस साल 1.29 लाख पोस्टकार्डों की बिक्री की जा चुकी है।

Mahakumbh k खास श्रद्धालुओं को दर्शन और सुरक्षा देगा प्रोटोकॉल कंट्रोल-रूम

ADCP और ACM बने नोडल अफसर फोन ना बंद करने की कर्मचारियों को डीएम ने दी हिदायत Varanasi (dil India live)। महाकुंभ के दौरान वाराणसी आने वाले व...