सोमवार, 15 मई 2023

Ghazi Miya का तीन दिन मेला सम्पन्न

मेले में सुल्तान क्लब ने लगाया निःशुल्क चिकित्सा शिविर

  • सुल्तान के शिविर में 295 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर दी गई निःशुल्क दवा 
  • 35 गुमशुदा बच्चों को अभिभावकों से मिलाया गया 




Varanasi (dil india live). मानव की सेवा सबसे बड़ा पुनीत कार्य माना जाता है, इस पुनीत कार्य के लिए सभी धर्म के लोगों को आगे आना चाहिए, सेवा करने में जितनी भी परेशानी आये उससे घबराना नहीं चाहिए। उक्त बातें हिन्दू मुस्लिम एकता एवं सौहार्द का प्रतीक सैय्यद सालार मसऊद गाजी मियां के ऐतिहासिक उर्स व मेले के अवसर पर विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी रविवार को बड़ी बाज़ार बुनकर मार्केट में सामाजिक संस्था " सुल्तान क्लव " की ओर से निःशुल्क चिकित्सा एव गुमशुदा बच्चों/बड़ों का सहायता शिविर के उद्घाटन के अवसर पर संस्था अध्यक्ष डॉक्टर एहतेशामुल हक ने कही। उन्होंने कहा कि मरीजों की सेवा से मनुष्य को सुख शांति की अनुभूति होती है जिस से मनुष्य कर्तव्य पथ पर अग्रसर होता है,आगे उन्होंने कहा कि हमें फास्ट फूड खाने से बचना चाहिए,फास्ट फूड से अनेकों प्रकार की बीमारिया जन्म लेती है गंगा जमुनी तहजीब के शहर बनारस में 

सभी धर्मों के लोग मिल जुल कर त्योहार मनाते हैं । वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर मुहम्मद अरशद ने कहा कि ऐसे कामों से खुदा बहुत खुश होता है , जो सिर्फ निःशुल्क मानव सेवा करता है जन्नत का रास्ता आसान हो जाता है। चिकित्साधिकारी डॉ गुलज़ार अहमद ने कहा कि यह संस्था पिछले 28 वर्षों से सैकड़ों जगह पर इस प्रकार का शिविर लगा कर बड़ा ही पुनीत कार्य करती चली आ रही है। सरकार की ओर से जगह जगह चिकत्सा सेवा केंद्र खुले हुए, अगर कोई बीमारी होती है तो सरकारी चिकित्सा केंद्र से लाभ उठाएं। शिविर में बाल रोग विशेषज्ञ, दंत रोग विशेषज्ञ,नेत्र रोग विशेषज्ञ और सामान्य रोगों के वरिष्ठ चिकित्सकों ने लोगों को रोग से बचाव के उपाय के साथ स्वस्थ रहने के गुण बताए तथा अपने खाने पीने पर विशेष सावधानी बरतने को सलाह दिया ।

        शिविर में शाम 5 से रात एक बजे तक 295 महिला - पुरुष व बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर निःशुल्क दवाएँ वितरित की गई तथा 35 गुमशुदा बच्चों/बड़ों को ध्वनि प्रसारण के माध्यम से अभिभावकों से मिलवाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था अध्यक्ष डॉक्टर एहतेशामुल हक,संचालन सचिव जावेद अख्तर, उप सचिव अब्दुर्रहमान ने किया।

         शिविर को कामयाब बनाने और सहयोग करने में डॉक्टर एहतेशामुल हक़,एच हसन नन्हें , मुस्लिम जावेद अख्तर ,अजय कुमार वर्मा,महबूब आलम, अब्दुर्रहमान , शमीम रियाज़ ,डॉक्टर गुलज़ार अहमद,डॉक्टर नसीम अख्तर , डॉक्टर मोहम्मद अरशद ,डॉक्टर मुहम्मद जाहिद,डॉक्टर इकबाल अहमद,डॉक्टर साजिद,इशरत उस्मानी , मुख्तार अहमद , मोहम्मद इकराम , हाफिज मुनीर ,नसीमुल हक,डॉक्टर जियाउर्रहमान सोनू,जुल्फेकार अली नक्शबंद,असलम खलीफा,मुहम्मद शाहिद अंसारी,शमीम रजा,सुलेमान अख्तर,शकील अंसारी,इरफान  इत्यादि का सराहनीय योगदान रहा है.

रविवार, 14 मई 2023

Hazrat Yaqub शहीद के दर पर लगा जायरीन का मेला


Varanasi (dil india live). हज़रत याकूब शहीद बाबा रहमतुल्लाह अलैह, का सालाना उर्स बाबा के नगवां लंका सिथत आस्ताने पर पूरी अकीदत, एहतराम और मिल्लत के साथ मनाया गया। इस दौरान 

बाबा के उर्स में बाद नमाज़ ज़ोहर कुरआनख्वानी का आयोजन किया गया। कुरआनख्वानी के बाद उर्स शुरू हो गया। लोगों ने दूर दराज से पहुंच कर बाबा कि जियारत की। नमाज़ असर के बाद उलेमा ने तकरीर करते हुए औलिया-ए-कराम कि ज़िन्दगी और उनके मिशन पर रौशनी डाली। ऐसे ही मगरिब बाद चादर  पोशी एवं कुल शरीफ का आयोजन किया गया तो बाद नमाज़ इशा कव्वाली में बाबा का दर सुफियाना कलाम से गूंज रहा था। हाफिज मोहम्मद ताहिर ने बाबा का इतिहास आए हुए लोगों को बयां किया।

शनिवार, 13 मई 2023

Hajj Yatra 2023: जायरीन को टीकाकरण के साथ दिया गया प्रशिक्षण

जानलेवा बीमारियों से बचाव व टीबी मुक्त भारत के लिए होगी काबा में दुआएं 





Varanasi (dil india live). इस वर्ष जनपद से हज को जाने वाले यात्रियों का टीकाकरण शुरू हो गया है। इसी क्रम में शनिवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी के निर्देशन में काजी साहदुल्लापुरा स्थित सिटी गर्ल्स इंटर कॉलेज में शिविर लगाकर हज यात्रियों को टीका लगाया गया। यह शिविर स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में पूर्वाञ्चल हज सेवा समिति के सहयोग से आयोजित किया गया। 

इस मौके पर मौजूद जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ निकुंज कुमार वर्मा ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार हज को जाने वाले सभी यात्रियों को मेनिंजाईटिस सीजनल इंफ्लुएंजा का टीका लगाया जाता है। जनपद से हज को जाने वाले 861 हज यात्रियों को चार दिन में टीका लगाने कर कार्य किया जा रहा है। पहले दिन शनिवार को 314 हज यात्रियों के को टीका लगाकर प्रतिरक्षित किया गया। इसमें 155 पुरुष व 159 महिलाएं शामिल हैं। शेष हज यात्रियों को अगले तीन दिनों में निर्धारित स्थानों पर टीका लगाया जाएगा। इसके अलावा यात्रा के दौरान कई जरूरी जानकारी के लिए प्रशिक्षण भी दिया गया। उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ यतीश भुवन पाठक व वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ एके पांडे ने सभी हज यात्रियों से सहयोग करने की अपील की। इसके साथ ही उन्होने बच्चों को 12 जानलेवा बीमारियों से बचाव व टीबी मुक्त भारत के लिए विशेष संदेश दिया और हज यात्रियों से प्रार्थना करने का अनुरोध किया। इस दौरान हज यात्रियों ने कहा कि काबा में वो इस मौजूद पर दुआएं करेंगे।

इस मौके पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ शशांक दुबे, डॉ उपासना, पूर्वाञ्चल हज सेवा समिति के अध्यक्ष हाजी रईस अहमद एडवोकेट, महासचिव सलमान खाँ अदनान, उपाध्यक्ष हाजी जुबैर व हाजी आली अहमद, सचिव हाजी डॉ अमीन अंसारी व हाजी डॉ अली, अब्दुल अहाद, कोषाध्यक्ष हाजी तारिख हसन खाँ बब्लू, यूनिसेफ से डॉ शाहिद, यूएनडीपी से रीना वर्मा, फार्मासिस्ट फारुख आलम एवं अन्य लोग मौजूद रहे। एएनएम संगीता, सुनीता, ममता, किरन और गोपाल ने सभी हज यात्रियों को टीका लगाया।

घर में बच्चों को दुलार, अस्पताल में मरीजों पर प्यार

Mother's day (14 May) पर खास

अपने बच्चों की जिंदगी संवारने के साथ ही समाज में भी कुछ कर दिखाने का है जज्बा





Varanasi (dil india live) ‘मां’ एक ऐसा शब्द है जिससे अपार प्रेम की अनुभूति होती है। मां के प्रति वैसे तो अपने प्रेम और कृतार्थ को जाहिर करने का कोई दिन कम या अधिक महत्वपूर्ण नहीं होता है। मगर मां को खास अहसास दिलाने के लिए हर वर्ष मई के महीने के दूसरे रविवार को “मदर्स डे” के तौर पर मनाया जाता है। वैसे तो हर मां अपने बच्चे पर अपना पूरा जीवन कुर्बान कर देतीं हैं लेकिन कुछ माताएं ऐसी भी होती हैं जो अपने बच्चों की जिंदगी संवारने के साथ-साथ समाज में भी कुछ अलग कर दिखाने की तमन्ना रखती हैं। ऐसी ही माताओं में शामिल है कुछ महिला स्वास्थ्यकर्मी भी जो घर में बच्चों को प्यार-दुलार देने के साथ ही अस्पताल पहुंच कर मरीजों पर अपना जीवन न्योछावर कर रहीं है।

मरीजों की खुशी से मिलती है उर्जा 

हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर दानगंज की सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) प्रियंका भी ऐसी माताओं में एक हैं। घरेलू जिम्मेदारियों को संभालने के साथ-साथ उन्हें अपने सेंटर से जुड़े मरीजों की चिंता हर वक्त सताती रहती हैं। प्रियंका दो बच्चों अंशिका (आठ वर्ष) व हर्षित (दस  वर्ष) की मां हैं। वह बताती हैं कि ड्यूटी के चलते बच्चों के साथ वक्त गुजारने का समय बहुत कम ही मिल पाता है, लेकिन जो भी समय मिलता है उसमें वह अपने बच्चों को भरपूर प्यार-दुलार करती है। शेष समय वह मरीजों की सेवा में लगाती हैं। उन्हें इस बात का सुकून है कि वह समाज के लिए कुछ अलग कर रही हैं। उनके उपचार व सेवा से जब मरीज स्वस्थ होकर मुस्कुराता है तो उन्हें खुशी मिलती है। यही खुशी उन्हें उर्जा देती है।

 मरीजों की भी रहती है चिंता

आराजी लाइन ब्लाक के कुरौना हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर की सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) अनुपम मौर्या बताती हैं उन्हें जितनी चिंता अपने बेटी की है उतनी ही अपने मरीजों की भी है। अनुपम की बेटी लगभग चार वर्ष की है। अनुपम तड़के ही उठकर घरेलू काम पूरा कर बेटी के लिए कुछ समय निकाल कर सेंटर के लिए रवाना हो जाती है। उन्हें वहां समय से पहुंचने का फिक्र रहती है। सेंटर पहुंच कर मरीजों का उपचार व उनके साथ आत्मीय व्यवहार अब उनकी जिंदगी में रोजमर्रा का कार्य हो चुका है। शाम को घर लौट कर वह बेटी का होमवर्क पूरा कराती हैं। इन जिम्मेदारियों के साथ मरीजों की सेवा से उन्हें शांति मिलती है।

 मरीजों की सेवा ही ईश्वर की सेवा 

काशी विद्यापीठ ब्लाक के बखरियां हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर की सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) सीमा गुप्ता के दो बच्चे है। बेटी खुशी गुप्त दस वर्ष व बेटा कृष छह वर्ष का। इन दोनों बच्चों की जिम्मेदारियों को संभालने के साथ-साथ वह मरीजों का भी भरपूर ध्यान देती हैं। वह बताती है कि मरीजों की सेवा उनके लिए र्इश्वर की सेवा जैसी है।  इस सेवा में जो सुख मिलता है, वह किसी और में नहीं। यही कारण है कि पारिवारिक जिम्मेदारियों के साथ-साथ मरीजों की सेवा को पूरी तन्मयता के साथ करती हैं।

स्वास्थ्य शिक्षा के लिए कर रहीं जागरूक

 सीएचसी चोलापुर में तैनात स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डा.शिखा श्रीवास्तव व चिरईगांव पीएचसी की स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डा. मानसी गुप्ता भी मां होने की जिम्मेदारियों को संभालने के साथ-साथ समाज को स्वास्थ्य शिक्षा के प्रति जागरूक करने का काम कर रही हैं। डा. शिखा की बेटी आद्विका डेढ़ वर्ष की है जबकि डा. मानसी के दो बच्चे हैं। इनमें बेटा शुभ (13 वर्ष) और बेटी वाणी (8 वर्ष) की। अपने बच्चों को भरपूर प्यार दुलार देने के साथ-साथ उन्हें समाज के आम नागरिकों के स्वास्थ्य की भी चिंता रहती हैं। यही कारण है कि वह अभियान चलाकर लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने का काम कर रही हैं।

शुक्रवार, 12 मई 2023

Hajj 2023: कैम्प में दी जाएगी हज कि ट्रेनिंग



Varanasi (dil india live). पूर्वांचल हज सेवा समिति के महासचिव अदनान ख़ान ने बताया कि हर आजमीने ए हज  को हज कमेटी आफ इंडिया के सर्कुलर के मुताबिक़ अपना मेडिकल फिटनेस, टीका और ट्रेनिंग की सर्टिफिकेट जो हज कमेटी आफ इंडिया ने जारी किया है उसको लगाया जाना है। इसके लिए पूर्वांचल हज सेवा समिति दो केंद्रों का संचालन स्वास्थ विभाग के सहयोग से करने जा रहा है l पहला कैंप 13 May शानिवार् को सिटी गर्ल्स इंटर् कॉलेज काज़ी सदुल्लाहपुरा और दूसरा कैंप 15 May सोमवार को जनता सेवा अस्पताल  रेवड़ीतालाब में संचालित किया जा रहा है।

उन्होंने सभी हज यात्रियों से गुज़ारिश किया है कि कैम्प में सुबह 8:00 बजे तक पहुंचने कि कोशिश करें l

इस बात का रखें ख्याल, जाने क्या लाना है साथ

1. दो फोटो 

2. हेल्थ फिटनेस् सर्टिफिकेट की फोटो कॉपी

3. कोरोना सर्टिफिकेट की कॉपी

4.  हजकां रकम जमा करने कि रसीद l

*पूर्वांचल हज सेवा समिति*

शुक्रवार, 5 मई 2023

Ghazi Miya ki palang पीढ़ी बहराइच रवाना

जुलूस में उमड़ा अकीदतमंदों का हुजूम 




Varanasi (dil india live). Juma  के मुबारक दिन बड़ी बाजार, सलारपुरा स्थित प्रसिद्ध दरगाह हजरत सैयद सलार मसूद गाजी‌ रहमतुल्लाह अलैह से गाजी मियां कि पलंग-पीढ़ी (मेदनी) का जुलूस गाजी मियां के गद्दीनशीन/सेक्रेटरी हाजी एजाजुद्दीन हाशमी के नेतृत्व में उठाया गया जो चौकाघाट तक दरगाह कमेटी के ओहदेदारानो हाजी सिराजुद्दीन अहमद, नियाजुद्दीन हाशमी, डा. अजीजुर्रहमान, नोमान अहमद, अब्दुल अब्दुल्लाह, जीशान अहमद, मो. शमीम के साथ तमाम बनारस जिले से आये जायरीन के हुजूम के साथ सरकार के कोविड नियमों का पालन करते हुए बहराईच दरगाह के लिये दरगाह कमेटी के प्रतिनिधिगण निजामुद्दीन (कोड़े बरदार), मो. छोटक (निशान बरदार), मो. आरिफ हाशमी गुड्डू (डंकेबरदार), मुन्ना फुहारा वाले (जमेदार) लोगों को अपने कदीमी रास्तों से होते हुए बहराईच दरगाह भेजा गया। जुलूस इंस्पेक्टर जैतपुरा मथुरा राय के कुशल देखरेख में चलता रहा। इस मौके पर दरगाह कमेटी ने उन सभी प्रशासन व आवाम का शुक्रिया अदा किया।

Pm modi k Varanasi में दिल्ली के पहलवानों के समर्थन में आंदोलन

बनारसी लड़कियों ने बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ खोला मोर्चा 

  • दिल्ली के महिला पहलवानो के धरने के समर्थन में लडकियों ने दिया धरना
  • नारीवादी संगठन 'दख़ल' ने अम्बेडकर पार्क कचहरी पर पहलवानो की मांग के समर्थन में दिया धरना 
  • पीएम मोदी को सम्बोधित पाँच सूत्रीय ज्ञापन भेजा गया 

Varanasi (dil india live). दखल संगठन ने अम्बेडकर पार्क कचहरी पर दिल्ली में जंतर मंतर में पहलवानो के चल रहे आंदोलन के समर्थन में धरना दिया। दख़ल संगठन की ओर से धरना स्थल पर हस्ताक्षर अभियान कराया गया। यौन उत्पीड़न की घटना से जुड़े तथ्यों से अवगत कराते हुए एक पर्चा भी बांटा गया।

ज्ञातव्य है कि गत 23 अप्रैल से नई दिल्ली में जंतर मंतर पर देश की जानी मानी महिला कुश्ती पहलवान धरने पर बैठी हुई हैं। उनका आरोप है कि लम्बे समय से भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद पर कब्जा किए हुए बृज भूषण सिंह ने नाबालिग खिलाड़ी सहित कई कुश्ती खिलाड़ियों के साथ यौन दुराचार और शोषण किया है। बृजभूषण सिंह बीजेपी के लंबे समय से सांसद हैं। इसके पूर्व इसी साल 2023 जनवरी में ये खिलाड़ी इन्ही आरोपों को लेकर सामने आए थे। तब जांच और कार्यवाही का आश्वासन दिया गया था।

धरना के बाद प्रधानमंत्री को सम्बोधित पांच सूत्रीय निम्नलिखित मांग का ज्ञापन पत्र सौंपा गया :-

1 - बृज भूषण शरण सिंह को भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पद से हटाया जाए।

2 - पॉस्को सहित यौन शोषण की गम्भीर धाराओं में अभियुक्त दबंग बीजेपी सांसद को तत्काल जेल भेजा जाए ताकि जाँच प्रभावित न हो।

3 - न्यायिक जाँच निष्पक्ष हो और शिकायतकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो।

4 - खेल संघों में ICC ( आंतरिक जांच समिति ) का गठन अनिवार्य हो।

5 - खेल संघो में राजनैतिक दखलंदाजी बन्द हो। खेल संघ में मुख्य कार्यकारी पदों पर खिलाड़ी ही बैठें।

महिला हिंसा बंद करो, तोड़ो तोड़ो चुप्पी तोड़ो, खिलाड़ियों को खेलने दो, कुश्ती बचाओ कुश्ती बढ़ाओ, खेल संघो में दखलंदाजी बन्द करो, खिलाड़ी एकता ज़िंदाबाद आदि नारे लिखे प्लेकार्ड लहराए गए और नारे लगाए गए।  

धरनास्थल पर वक्ताओं ने कहा कि सवाल ये है कि आखिर प्रधानमंत्री जी चुप क्यों हैं? आपराधिक छवि वाले और संगीन आरोप झेल रहे नेता के खिलाफ कदम क्यों नहीं उठाते? महिला पहलवानों द्वारा लगाये गए आरोप सामान्य नहीं हैं। आरोप ऐसे हैं कि किसी भी संवेदनशील इंसान का दिल दहल उठे, किसी भी देशभक्त का सिर झुक जाए। आरोप है कि यौन शोषण में केवल एक व्यक्ति नहीं, कुश्ती फेडरेशन के अनेक कोच भी शामिल हैं। आरोप है कि इनके शिकारों में नाबालिग बच्चियाँ भी शामिल रही हैं। यह आरोप लगाने वाली कोई एक महिला नहीं बल्कि अनेक महिला खिलाड़ी हैं। आरोप की गंभीरता स्वयं सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार की है। आरोप यह भी है कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ शिकायत दो साल पहले सीधे प्रधानमंत्री को स्वयं साक्षी मलिक ने की थी। बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यह पहला आरोप नहीं है। 6 बार लोकसभा के सदस्य रह चुके बृजभूषण के चुनावी हलफनामे में उनके आपराधिक रिकॉर्ड की कहानी दर्ज है।सांसद खुद अपने अपराध को स्वीकार करते हैं। पिछले साल कैमरा के सामने एक न्यूज़ पोर्टल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, “मेरे जीवन में मेरे हाथ से एक हत्या हुई है, लोग जो कुछ भी कहें, मैंने एक हत्या की है।” इधर बीच यौन उत्पीड़न बलात्कार आदि के मामले में सरकार की अजब सी चुप्पी है। हाथरस, कठुआ उन्नाव या गुजरात की बिलकिस बानो जैसी महिलाओं के विरुद्ध बलात्कार या शोषण की तमाम घटनाओं पर सकरार अजीब चुप्पी साधे रखी रही है। ‘बेटी बचाओ’ का नारा देनेवाली बीजेपी नाबालिग लड़की द्वारा यौन शोषण का आरोप लगाये जाने के बावजूद बृजभूषण को अभयदान क्यों दे रही है? इन खिलाड़ियों को भारत का गौरव बताने वाले मोदी जी बृजभूषण शरण सिंह को कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद से हटाने जैसी सामान्य कार्रवाई से क्यों झिझक रहे हैं ?

इस प्रश्न के दो ही उत्तर हो सकते हैं। या तो राजनीतिक मजबूरी का मामला है, या फिर नैतिक कमजोरी का। क्या देश का ‘सबसे लोकप्रिय और ताकतवर’ नेता कुछ स्थानीय क्षत्रपों के सामने इतना निरीह है ? आखिर बृजभूषण किस बूते पर यह धमकी देते हैं कि " मैंने मुँह खोला तो सुनामी आ जाएगी ? " जो नरेन्द्र मोदी भाजपा के बड़े-बड़े नेताओं को किनारे लगा चुके हैं वह इन छुटभैया नेताओं के सामने मजबूर क्यों हैं ? और अगर इतने ही मजबूर हैं तो फिर किस मुँह से राष्ट्र-गौरव और बेटी बचाओ की बात करते हैं?

हम नहीं जानते कि प्रधानमंत्री के मन में क्या है और आशा यही करनी चाहिए कि यह सच नहीं है। लेकिन क्या साक्षी मलिक के आँसू, बृजभूषण की ढिठाई और प्रधानमंत्री की चुप्पी को देखनेवाली करोड़ों भारतीय महिलाओं को ऐसा महसूस नहीं होगा ? जब तक प्रधानमंत्री अपनी चुप्पी नहीं तोड़ेंगे तब तक हम सवाल उठाते रहेंगे।

धरनास्थल पर प्रेरणा कला मंच वाराणसी के ओर से नारीवादी चेतना के गीत गाये गए और नारे लगाए गए। धरना देने वालों में प्रमुख रूप से मैत्री, रैनी, शिवांगी, दीक्षा, शबनम, सना, रंजू, झूला, राजेश, अनुज, शानिया, एकता, जागृति, मुनिजा, डॉ. आरिफ, वल्लभाचार्य पाण्डेय, रवि, धन्नजय, मुस्तफा, अनूप, मुकेश, महेंद्र इत्यादि मौजूद रहे।

लखनऊ में नई सियासी पैतरेबाजी

भाजपा कार्यालय पर सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की तस्वीर  Lucknow (dil India live)। लखनऊ से नई सियासी पैतरेबाजी की खबर है। दरअसल भाजपा कार्...