मेले में सुल्तान क्लब ने लगाया निःशुल्क चिकित्सा शिविर
- सुल्तान के शिविर में 295 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर दी गई निःशुल्क दवा
- 35 गुमशुदा बच्चों को अभिभावकों से मिलाया गया
Varanasi (dil india live). मानव की सेवा सबसे बड़ा पुनीत कार्य माना जाता है, इस पुनीत कार्य के लिए सभी धर्म के लोगों को आगे आना चाहिए, सेवा करने में जितनी भी परेशानी आये उससे घबराना नहीं चाहिए। उक्त बातें हिन्दू मुस्लिम एकता एवं सौहार्द का प्रतीक सैय्यद सालार मसऊद गाजी मियां के ऐतिहासिक उर्स व मेले के अवसर पर विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी रविवार को बड़ी बाज़ार बुनकर मार्केट में सामाजिक संस्था " सुल्तान क्लव " की ओर से निःशुल्क चिकित्सा एव गुमशुदा बच्चों/बड़ों का सहायता शिविर के उद्घाटन के अवसर पर संस्था अध्यक्ष डॉक्टर एहतेशामुल हक ने कही। उन्होंने कहा कि मरीजों की सेवा से मनुष्य को सुख शांति की अनुभूति होती है जिस से मनुष्य कर्तव्य पथ पर अग्रसर होता है,आगे उन्होंने कहा कि हमें फास्ट फूड खाने से बचना चाहिए,फास्ट फूड से अनेकों प्रकार की बीमारिया जन्म लेती है गंगा जमुनी तहजीब के शहर बनारस में
सभी धर्मों के लोग मिल जुल कर त्योहार मनाते हैं । वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर मुहम्मद अरशद ने कहा कि ऐसे कामों से खुदा बहुत खुश होता है , जो सिर्फ निःशुल्क मानव सेवा करता है जन्नत का रास्ता आसान हो जाता है। चिकित्साधिकारी डॉ गुलज़ार अहमद ने कहा कि यह संस्था पिछले 28 वर्षों से सैकड़ों जगह पर इस प्रकार का शिविर लगा कर बड़ा ही पुनीत कार्य करती चली आ रही है। सरकार की ओर से जगह जगह चिकत्सा सेवा केंद्र खुले हुए, अगर कोई बीमारी होती है तो सरकारी चिकित्सा केंद्र से लाभ उठाएं। शिविर में बाल रोग विशेषज्ञ, दंत रोग विशेषज्ञ,नेत्र रोग विशेषज्ञ और सामान्य रोगों के वरिष्ठ चिकित्सकों ने लोगों को रोग से बचाव के उपाय के साथ स्वस्थ रहने के गुण बताए तथा अपने खाने पीने पर विशेष सावधानी बरतने को सलाह दिया ।
शिविर में शाम 5 से रात एक बजे तक 295 महिला - पुरुष व बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर निःशुल्क दवाएँ वितरित की गई तथा 35 गुमशुदा बच्चों/बड़ों को ध्वनि प्रसारण के माध्यम से अभिभावकों से मिलवाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था अध्यक्ष डॉक्टर एहतेशामुल हक,संचालन सचिव जावेद अख्तर, उप सचिव अब्दुर्रहमान ने किया।
शिविर को कामयाब बनाने और सहयोग करने में डॉक्टर एहतेशामुल हक़,एच हसन नन्हें , मुस्लिम जावेद अख्तर ,अजय कुमार वर्मा,महबूब आलम, अब्दुर्रहमान , शमीम रियाज़ ,डॉक्टर गुलज़ार अहमद,डॉक्टर नसीम अख्तर , डॉक्टर मोहम्मद अरशद ,डॉक्टर मुहम्मद जाहिद,डॉक्टर इकबाल अहमद,डॉक्टर साजिद,इशरत उस्मानी , मुख्तार अहमद , मोहम्मद इकराम , हाफिज मुनीर ,नसीमुल हक,डॉक्टर जियाउर्रहमान सोनू,जुल्फेकार अली नक्शबंद,असलम खलीफा,मुहम्मद शाहिद अंसारी,शमीम रजा,सुलेमान अख्तर,शकील अंसारी,इरफान इत्यादि का सराहनीय योगदान रहा है.
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