जुलूस में कोई नयी परम्परा कायम न करने की अपील
Varanasi (dil India live)। प्यारे नबी हज़रत मुहम्मद साहब की यौमे पैदाइश पर 16 सितंबर को जुलूस-ए-मुहम्मदी शानो-शौकत के साथ रेवड़ी तालाब से निकाला जाएगा। पूर्वांचल के इस अज़ीम जुलूस-ए-मुहम्मदी के संबंध में एक जुलूस-ए-मुहम्मदी के सचिव मौलाना हसीन अहमद हबीबी ने गुरुवार को पराड़कर भवन में पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि जुलूस-ए- मुहम्मदी जो रेवड़ी तालाब थाना भेलूपुर से निकलकर बेनियबाग फुटबाल ग्राउन्ड में अमन शान्ति भाई चारा की दुआ (प्रार्थना) के साथ सम्पन्न होता है। इस साल भी शान से निकाला जाएगा। प्रेसवार्ता में जिन जिन बिन्दुओ पर वार्ता हुई उस में मुख्य रूप से जुलूस-ए-मुहम्मदी को प्रशासन की मदद से सकुशल समपन्न कराना है। जुलूस में चलने वाले लोगों से अपील की गई कि किसी भी प्रकार का कोई उत्तेजक नारा न लगायें ताकि किसी भी सम्प्रदाय की भावना आहत ना हो। डीजे पर प्रतिबन्ध रहेगा किसी को नया काम नहीं करना है। जुलूस में दो पहिया वाहन लाना मना है, चार पहिया वाहन सिर्फ और सिर्फ वही रहेगी जिसपर लाउडस्पीकर लगाया गया हो, इसके अलावा कोई दूसरी चार पहिया वाहन जिसपर खजूर, पानी, बिस्किट (लंगर) वगैराह फेंक फेंक कर बांटते हैं जिससे सख्त परहेज़ करें। बांसफाटक से लेकर चौक थाने तक रोड के दोनों तरफ किसी तरह का कोई भी स्टाल ना लगायें। अगर लगाना है तो चौक थाने के आगे मैदागिन, कबीर चौरा, बेनियाबाग तक जहां चाहें लगा सकते है। मरकज़ के बड़े जुलूस के अलावा छोटे छोटे जुलूस लेकर जिन थाना क्षेत्रों के लोग शमिल होते हैं उन के दो दो ज़िम्मेदारान अपना आधार और मोबाइल नम्बर अपने थाने या मरकज़ी जुलूस मुहम्मदी कमेटी में जमा करा दें। रेवड़ी तालाब से लेकर बेनियाबाग तक सी सी टीवी कैमरे और वीडियोग्राफी के ज़रिये निगरानी रहेगी, लेहाज़ा ऐसा काम करें जिससे बनारस की शान बुलन्द रहे। ताकि प्रशासन के लोग हम लोगों का भी सहयोग करें। इस दौरान प्रवक्ता हाजी अब्दुल ज़फर भी मौजूद थे। एसीपी को भी पत्रकारवार्ता में आना था मगर साठे के जुलूस में व्यस्त होने की वजह से वो समय पर नहीं आ सकी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें