"प्रिज्म ऑफ़ जीसस" के शाहकार सुलेमान आसिफ़ का जन्म दिन मनाया गया
Varanasi (dil India live). उर्दू जगत के सुप्रसिद्ध शायर मरहूम सुलेमान आसिफ़ के रग रग में हिंदुस्तानी तहज़ीब रची-बसी थी। वो चरित्र निर्माण के महान नायक थे। ये बातें मशहूर उर्दू स्कॉलर मुहम्मद अब्दुस्समी ने कही, मौक़ा था विश्व प्रसिद्ध पुस्तक" प्रिज्म ऑफ़ जीसस" के शाहकार प्रसिद्ध शायर स्व सुलेमान आसिफ़ के जन्म दिन के भव्य समारोह का। जिसका आयोजन मदर हलीमा फाउंडेशन ने किया। मो० अब्दुस्समी ने शायर सुलेमान आसिफ़ के चरित्र, संस्कृति और शायरी के विभिन्न आयाम का सुन्दर वर्णन किया। इस समारोह में मदर हलीमा सेन्ट्रल स्कूल के डॉयरेक्टर नोमान हसन ने अपने संबोधन में कहा कि आसिफ़ साहब द्वारा स्थापित मदर हलीमा सेंट्रल स्कूल शिक्षा के प्रति प्रेम तथा हिंदुस्तानी तहजीब का एक खूबसूरत तोहफ़ा है।
शबाना उस्मानी ने कहा कि आसिफ़ साहब ने हिंदुस्तानी तहज़ीब को ज़मींदोज़ कर देने वाले तूफ़ान को भाँप लिया था और इस खूबसूरत तहज़ीब को बचाने के लिये जीवनपर्यंत चरित्र निर्माण पर बल देते रहे। प्रवक्ता इमरान हसन ने कहा कि आसिफ़ साहब का साहित्य धार्मिक एकता, सहिष्णुता और गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल है । नई नस्लों के लिये उनका साहित्य शोध का विषय है। फ़रह जमाल ने आसिफ़ साहब के गज़लों की प्रस्तुति कर खूब तालियाँ बटोरीं।
इस मौके पर प्रमुख वक्ताओं में अबूजर सिद्दीकी, सुबहान हसन, शबी हेरा, इस्मत जहां, अंजना गुप्ता, सोनी, अंजली प्रजापति, अरीबा अली, फहीमा, रिम्शा, मुस्कान जयसवाल, शिप्रा मिश्रा, नेहा जयसवाल आदि प्रमुख रहे। डॉयरेक्टर नोमान हसन ने मुख्य अतिथि अब्दुस्समी को "कैरेक्टर गाउन" पहनाया। इस समारोह में विशेष रूप से डॉक्टर खन्ना, अफसर जमाल, आलिया तसनीम, डा रशिक़ा, जीशान ख़ान, अदीबा आदि मौजूद रहे। समारोह का संचालन मदर हलीमा की वाइस प्रिंसिपल शालिनी सिंह ने किया।
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