Varanasi (dil India live)। स्व. त्रिभुवन नाथ मित्र गृहस्थ जीवन में भी संत थे। 21 जून, 2024 को संकट मोचन मन्दिर से दर्शन करने के बाद निकलते समय उनका संकट मोचन पुरानी गली में तबीयत खराब हो गयी और इलाज के दौरान द्वादशी तिथि को निधन हो गया। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के धर्म विज्ञान संकाय में ज्योतिष विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर रहे स्वर्गीय पंडित शारदा प्रसाद मिश्र ज्योतिषाचार्य के बड़े पुत्र स्वर्गीय त्रिभुवन नाथ मिश्र भी अपने पिता की तरह सनातन संस्कृति में रचे बसे रहे और गृहस्थ जीवन में रहकर भी पूरी तरह से संत का जीवन जिए। उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद सेंट्रल हिंदू बॉयज स्कूल, कमच्छा एवं सारनाथ स्थित इंटर कॉलेज में कुछ दिनों तक विज्ञान और गणित विषय में अध्यापन किया। वह संस्कृत विद्या के भी ज्ञानी थे उन्होंने शास्त्रीय और आचार्य की शिक्षा प्राप्त भी की थी। प्रातः काल 4:30 बजे उठना गंगा स्नान करना और सीधे श्री संकट मोचन मंदिर पहुंचकर हनुमान जी के चरणों में श्री रामचरितमानस का पाठ, राम नाम संकीर्तन करने के साथ-साथ सनातन संस्कृति को प्रचारित प्रसारित करने में उनका पूरा जीवन समर्पित रहा। घर में भी एक संत की तरह जीवन यापन करना किसी चीज की लालसा नहीं जो मिल जाए उसी में ही संतुष्टि उनकी रहती थी। गाय की सेवा करना भी उनके जीवन का एक लक्ष्य था। साथ ही मन में किसी तरह की मान प्रतिष्ठा सम्मान पाने की इच्छा नहीं। हमेशा भगवत चरणों में उनका मन लगा रहता था। उनके पुत्र रामयश मिश्र बताते हैं कि शास्त्री जी के नाम से प्रसिद्ध हमारे पिताजी बहुत अच्छे तैराक थे। श्री रामचरितमानस का वह प्रतिदिन पाठ किया करते थे और मानस का उनके जीवन में पूरी तरह से प्रभाव था। श्री रामचरितमानस पढ़ते पढ़ते उन्होंने अपना पूरा जीवन ही मानसमय बना लिया। वह कहा भी करते थे की श्री रामचरितमानस को अपने जीवन में उतार लो कभी किसी चीज का कष्ट नहीं होगा हमेशा जीवन सुखी रहेगा। आज हमारे पिताजी हम लोगों के बीच नहीं है लेकिन उनकी हर बातें आज स्मृति में आ रही है और यही लग रहा है कि वह मेरे पिताजी हमारे आसपास ही कहीं है। पिताजी हमारे गृहस्थ जीवन में रहकर भी एक संत थे और संत का गुण उनके जीवन में रचा बसा था।
रविवार, 29 सितंबर 2024
गृहस्थ जीवन में भी संत थे त्रिभुवन नाथ मिश्र
Varanasi (dil India live)। स्व. त्रिभुवन नाथ मित्र गृहस्थ जीवन में भी संत थे। 21 जून, 2024 को संकट मोचन मन्दिर से दर्शन करने के बाद निकलते समय उनका संकट मोचन पुरानी गली में तबीयत खराब हो गयी और इलाज के दौरान द्वादशी तिथि को निधन हो गया। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के धर्म विज्ञान संकाय में ज्योतिष विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर रहे स्वर्गीय पंडित शारदा प्रसाद मिश्र ज्योतिषाचार्य के बड़े पुत्र स्वर्गीय त्रिभुवन नाथ मिश्र भी अपने पिता की तरह सनातन संस्कृति में रचे बसे रहे और गृहस्थ जीवन में रहकर भी पूरी तरह से संत का जीवन जिए। उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद सेंट्रल हिंदू बॉयज स्कूल, कमच्छा एवं सारनाथ स्थित इंटर कॉलेज में कुछ दिनों तक विज्ञान और गणित विषय में अध्यापन किया। वह संस्कृत विद्या के भी ज्ञानी थे उन्होंने शास्त्रीय और आचार्य की शिक्षा प्राप्त भी की थी। प्रातः काल 4:30 बजे उठना गंगा स्नान करना और सीधे श्री संकट मोचन मंदिर पहुंचकर हनुमान जी के चरणों में श्री रामचरितमानस का पाठ, राम नाम संकीर्तन करने के साथ-साथ सनातन संस्कृति को प्रचारित प्रसारित करने में उनका पूरा जीवन समर्पित रहा। घर में भी एक संत की तरह जीवन यापन करना किसी चीज की लालसा नहीं जो मिल जाए उसी में ही संतुष्टि उनकी रहती थी। गाय की सेवा करना भी उनके जीवन का एक लक्ष्य था। साथ ही मन में किसी तरह की मान प्रतिष्ठा सम्मान पाने की इच्छा नहीं। हमेशा भगवत चरणों में उनका मन लगा रहता था। उनके पुत्र रामयश मिश्र बताते हैं कि शास्त्री जी के नाम से प्रसिद्ध हमारे पिताजी बहुत अच्छे तैराक थे। श्री रामचरितमानस का वह प्रतिदिन पाठ किया करते थे और मानस का उनके जीवन में पूरी तरह से प्रभाव था। श्री रामचरितमानस पढ़ते पढ़ते उन्होंने अपना पूरा जीवन ही मानसमय बना लिया। वह कहा भी करते थे की श्री रामचरितमानस को अपने जीवन में उतार लो कभी किसी चीज का कष्ट नहीं होगा हमेशा जीवन सुखी रहेगा। आज हमारे पिताजी हम लोगों के बीच नहीं है लेकिन उनकी हर बातें आज स्मृति में आ रही है और यही लग रहा है कि वह मेरे पिताजी हमारे आसपास ही कहीं है। पिताजी हमारे गृहस्थ जीवन में रहकर भी एक संत थे और संत का गुण उनके जीवन में रचा बसा था।
शनिवार, 28 सितंबर 2024
मौलाना अब्दुल्लाह नासिर क़ासमी जमीयत उलमा के जिलाध्यक्ष बने
अब्दुल अज़ीज़ जमीयत के शहर अध्यक्ष निर्वाचित
Varanasi (dil India live). जमीयत उलमा ज़िला बनारस, जमीयत उलमा शहर बनारस, जमीयत उलमा लोहता यूनिट की चुनावी सभा जमीयत के संरक्षक मुफ्तिये बनारस मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी की उपस्थिति एवं मौलाना अब्दुल्लाह नासिर क़ासमी की अध्यक्षता में जमीयत के ज़िला कार्यालय मदनपुरा में हुई। बैठक में सर्वसम्मति से मौलाना अब्दुल्लाह नासिर क़ासमी जमीयत उलमा ज़िला बनारस के अध्यक्ष, हाजी जावेद इक़बाल महासचिव चुने गए। ऐसे ही मुफ़्ती अब्दुल अज़ीज़ मजा़हिरी जमीयत उलमा शहर बनारस के अध्यक्ष और मुफ़्ती ज़ियाउल इस्लाम क़ासमी महासचिव मन चुने गए। इस दौरान अमीनुद्दीन जमीयत उलमा लोहता यूनिट के अध्यक्ष और मौलाना ज़ैनुल आबिदीन महासचिव चुने गए। जमीयत उलमा ज़िला बनारस के निर्वाचित पदाधिकारियों का विवरण इस प्रकार है-मौलाना अब्दुल्लाह नासिर क़ासमी अध्यक्ष, हाजी अब्दुल अज़ीज़, हाजी सलीम अख़्तर उपाध्यक्ष, हाजी जावेद इक़बाल महासचिव, इशरत उस्मानी, मौलाना अब्दुल ज़ाहिर क़ासमी सचिव, हाजी शाहिद अज़ीज़ी कोषाध्यक्ष, अब्दुल्लाह फै़सल प्रभारी प्रकाशन एवं प्रचार प्रसार समिति व इस्तक़बाल कु़रैशी प्रभारी क़ानूनी समिति बनाएं गये। इसके अलावा हाजी ज़हीर अनवर, हाजी राशिद जमाल, हाजी मन्ज़ूर आफ़ाक़, हाजी शरफ़ुद्दीन, हाजी इक़बाल सुहैल, हाजी महरुद्दीन, हाजी सलमान, हाजी असलम जमाल, हाफ़िज़ अबूज़र, मौलाना अरशद महमूद, हाफ़िज़ मोहम्मद तल्हा, अबू सुफ़ियान सदस्य चुने गये।
कार्यक्रम का आरंभ मौलाना अब्दुल ज़ाहिर की तिलावत से हुआ। अध्यक्षता कर रहे मौलाना अब्दुल्लाह नासिर क़ासमी ने जमीयत उलमा के इतिहास, जनसामान्य के प्रति उसकी सेवा और भविष्य के कार्यक्रमों का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया।चुनावी प्रक्रिया के बाद मुफ्तिये बनारस मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी ने सभी नव निर्वाचित पदाधिकारियों और सदस्यों को शुभकामनाएं दीं और जमीयत के भविष्य के कार्यक्रमों में पूरी तन्मयता से जुटने की अपील की। सभा का संचालन इशरत उस्मानी ने किया, हाजी जावेद इक़बाल ने धन्यवाद ज्ञापन किया। अंत में मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी की दुआ के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।
शुक्रवार, 27 सितंबर 2024
Varanasi में मनाया जा रहा world tourism day
पर्यटन दिवस पर निकाली गई पदयात्रा, लोगों को किया गया पर्यटन के प्रति जागरुक
- पदयात्रा को जिलाधिकारी ने दिखाई हरी झंडी
Varanasi (dil India live)। विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर वाराणसी टूरिज्म गिल्ड द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सर्व प्रथम होटल ताज से प्रात 7.30 बजे "वॉक फॉर इंक्लूसिव टूरिज्म" पर पद यात्रा निकाली गई जिसको हरी झंडी जिलाधिकारी वाराणसी एस राजलिंगम तथा विशिष्ट अतिथि पुनीत गुप्ता निदेशक वाराणसी एयरपोर्ट, आर के रावत सह निदेशक उत्तर प्रदेश पर्यटन तथा उप निदेशक भारत पर्यटन प्रसव प्रसून ने दिखा कर आरंभ कराया। पदयात्रा होटल ताज गैंजेज से होटल इंडिया बनारस, कंटोमेंट भारत पर्यटन, होटल क्लार्क, होटल अमाया, रेडिसन होते हुए शास्त्री घाट वरुणापुल पर पहुंच कर सम्पन हुई। इस दौरान लोगों को पयर्टन के प्रति जागरुक किया गया।
NPS, UPS नहीं, शिक्षकों, कर्मचारियों को चाहिए पुरानी पेंशन
अटेवा के आक्रोश मार्च में समर्थन देने आए दर्जनों संगठन
-विधान परिषद में कई बार पुरानी पेंशन का मुद्दा उठाया गया : MLC लाल बिहारी यादव
Varanasi (dil India live)। अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष एवं एन एम ओ पी एस के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु के आवाह्न पर अटेवा पेंशन बचाओ मंच वाराणसी द्वारा शास्त्री घाट (वरुणा पुल) पर NPS/UPS के विरोध में आक्रोश सभा / मार्च का आयोजन किया गया। तत्पश्चात NPS/UPS रद्द कर पुनः OPS बहाली संबन्धित मांग पत्र जिलाधिकारी वाराणसी के माध्यम से प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री को भेजा गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला संयोजक- चंद्रप्रकाश गुप्त एवं संचालन पूर्व जिला संयोजक-विनोद यादव ने किया।
नेताओं को चार चार पेंशन एवं शिक्षक, कर्मचारियों व अधिकारियों को एक भी नहीं, यह कहां का न्याय
आक्रोश सभा में अटेवा के प्रदेश उपाध्यक्ष- सत्येंद्र राय ने कहा कि NPS/UPS एक धोखा है जो भविष्य में देश का सबसे बड़ा घोटाला साबित होगा। पूर्व जिला संयोजक- विनोद यादव ने कहा कि जिस NPS को सरकार अब तक खूबसूरत कहती थी, तो ऐसा क्या हुआ कि पेंशन के नाम पर UPS लाना पड़ा, UPS के नाम पर आकड़ों में उलझाने की चालाकी शिक्षक एवं कर्मचारी अच्छी तरह समझते हैं, हम सभी को हूबहू पुरानी पेंशन चाहिए। जिला संरक्षक अटेवा वाराणसी एवं अध्यक्ष चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी महासंघ वाराणसी रामचंद्र गुप्ता ने कहा कि OPS बहाली तक हम सभी शांत नहीं बैठेंगे, इसके लिए भले ही वोट की चोट करना पड़े। जिला महामंत्री-बी एन यादव ने कहा कि जब देश में एक देश- एक चुनाव की तैयारी चल रही है तो एक देश-एक पेंशन क्यों नहीं हो सकता है? नेताओं को चार चार पेंशन एवं शिक्षक कर्मचारी अधिकारियों को एक भी नहीं, यह कहां का न्याय है। जो 30 से 40 साल देश की सेवा करता है।
आक्रोश सभा/मार्च में शिक्षक विधायक एम एल सी लाल बिहारी यादव, अटेवा मंच वाराणसी के जिला महामंत्री बी एन यादव, सहसंयोजक डॉ एहतेशामुल हक, प्रमोद कुमार पटेल, मनबोध यादव, जिला मंत्री-ज़फ़र अंसारी, शैलेष कुमार, जिला संगठन मंत्री-अंजनी कुमार सिंह, अजय कुमार यादव, आनंद कुमार पांडे, जिला कोषाध्यक्ष गुलाबचंद कुशवाहा, सोशल मीडिया प्रभारी-सुरेंद्र प्रताप सिंह, संयुक्त मंत्री-शशांक शेखर श्रीवास्तव, इमरान अंसारी, मीडिया प्रभारी-राजेश प्रजापति, आय व्यय निरीक्षक शकील अहमद अंसारी, जिला संयोजिका सारिका दुबे, मिथिलेश कुमार, राममूर्ति यादव, शिवमुनि, परमानंद, रणजीत सिंह, सुनील यादव, लालमनी, ब्लॉक संयोजक- संदीप यादव, बी एन ठाकुर, अखिलेश मिश्रा, अखिलेश यादव, दिनेश तिवारी, बृजेश सिंह, महेंद्र सिंह, रामनाथ,चिराग अंसारी,आमरा जमाल, राना परवीन,मुहम्मद मुस्तफा, जहीर अख्तर,सफीउर्रहमान, संजय पाल, वेद सिंह, नागेन्द्र प्रसाद, सतीश कुमार पटेल, श्यामाकांत यादव, नरेन्द्र प्रसाद, शेषनाथ पाल, राजन मंगल,चक्रवर्ती, धर्मेन्द्र कुमार, जय यादव, चन्द्रशेखर, सुरेश, प्रकाश अनुपम, विनोद चंद कुमार यादव, आभा देवी, संजय पाल, विनोद जैसवारा, नागेन्द्र प्रसाद,उत्तर प्रदेश जूनियर हाईस्कूल के विनोद उपाध्याय, रवीन्द्र नाथ यादव, फ्रंट अगेंस्ट NPS इन रेल्वे, जिला नर्सेज संघ से सुमित्रा जी, शशि राय, विजयलक्ष्मी सिंह, कर्मचारी संघ विकास भवन से, अध्यक्ष-श्री दिनेश सिंह TSCT अध्यक्ष सुरेश सिंह,उर्दू बी टी सी टीचर्स वेल्फेयर एसोसिएशन से महबूब आलम, UTA से मो. इमरान, प्राथमिक शिक्षक संघ 1160 के जिला अध्यक्ष महेन्द्र बहादुर सिंह, नियमित वर्क चार्ज कर्मचारी संघ PWD के क्षेत्रीय मंत्री उमेश बहादुर अध्यक्ष चंद्रशेखर यादव, लेखपाल संघ अध्यक्ष मान सिंह, सोम शिक्षक महासभा अध्यक्ष रामहरख चौधरी, प्रदेश महामंत्री डॉ वृजेश कुमार भारतीय, प्रदेश महामंत्री शिक्षक महासभा- कुँवरजीत, हृदय राज कपूर, पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल के अध्यक्ष रामबदन यादव, महासंघ वाराणसी के जिला मंत्री बृजेश यादव, राजकीय शिक्षक संघ, अनिल यादव, दीवानी न्यायालय संघ के अध्यक्ष सर्वदेव चौबे, मां. शि. संघ पांडे गुट के कार्यकारी अध्यक्ष- जितेंद्र कुमार सिंह, सिचाई विभाग, कृषि विभाग से सत्येंद्र सिंह, पशु पालन विभाग, विद्युत विभाग, मिनिस्ट्रीयल एसोसिएशन PWD से विनय कुमार सिंह, पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ से अध्यक्ष संजय तिवारी, महामंत्री विजय कुमार भारतीय, डिप्लोमा फार्मासिस्ट संघ, उत्तर प्रदेश एक्सरे तकनीकी संघ, विशिष्ट BTC शिक्षक संघ से यशोबर्धन त्रिपाठी एवं अशोक यादव, बेसिक उर्दू टीचर एसोसिएशन, माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट, सोशल एंप्लॉयज कल्याण संघ से गिरीश चंद यादव, सेल टैक्स से अध्यक्ष अरुण दुबे, वित्तविहीन शिक्षक संघ से जगदीश यादव, माध्यमिक शिक्षा परिषद वाराणसी से मान सिंह एवं कन्हैया लाल, ट्रेजरी, विकास प्राधिकरण, पॉलीटेक्निक, ITI, होमिओपैथी विभाग, अखिल भारतीय sc/st कर्मचारी कल्याण संघ, BHU से जुड़ा दिशा छात्र संगठन, उत्तर प्रदेश प्रयोगशाला प्राविधिक संघ, बेसिक शिक्षा कल्याण संघ, उत्तर प्रदेश महिला शिक्षक संघ, पेंशनर संघ के अध्यक्ष S D मिश्रा सहित कई विभागों के सक्रिय साथी हजारों की संख्या में उपस्थिति थे।
गुरुवार, 26 सितंबर 2024
खतीबे एशिया सैयद अमीनुल कादरी ने की अमन की दुआएं
एयरपोर्ट पर हुआ जोरदार स्वागत, भदोही हुए रवाना
Varanasi (dil India live)। खतीबे एशिया व यूरोप अल्लामा मौलाना मुफ्ती सैयद अमीनुल कादरी का वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट पर जोरदार स्वागत किया गया। एयरपोर्ट से बाहर आते ही उनके चाहने वालों ने उन्हें फूल मालाओं से लाद दिया। इस दौरान मौलाना ने मुल्क में अमन, मिल्लत और सौहार्द की दुआएं मांगी। एयरपोर्ट से वो भदोही के अज़ीमुल्लाह चौराहा स्थित ईदगाह में जश्ने ईद मिलादुन्नबी के प्रोग्राम में शामिल होने के लिए रवाना हो गए। हजरत को वाराणसी एयरपोर्ट से लेने के लिए काजी-ए-शहर भदोही इमाम जामा मस्जिद कल्लन शाह तकिया हाजी हाफिज परवेज उर्फ अच्छे मियां व इमामे ईदगाह हाफिज अशफाक रब्बानी एयरपोर्ट पहुंचे हुए थे।जहां से वे सरजमीने भदोही मोहल्ला जमुंद स्थित हाफिज अशफाक रब्बानी व हाफिज मौलाना अरफात हुसैन अशरफी के घर पहुंचे। हजरत के तशरीफ़ लाने पर पूरा इलाका मचल गया और नारे तकबीर अल्लाहो अकबर ...की सदाएं फिज़ा में बुलंद हो उठी। जनाब रब्बानी व अशरफी के घर पर भी मौलाना ने दुआएं की। इस बीच लोगो ने हजरत से मुलाकात कर दुआ की दरख्वास्त की। इस मौके पर नाजिमे हिंदुस्तान मौलाना हाफिज आबिद हुसैन, हाफिज शहजाद, हाफिज हसनैन, हाफिज अब्दुल माबूद आदि मौजूद थे।
DAV PG College में साइबर सिक्योरिटी पर कोर्स शुरू
Varanasi (dil India live). डीएवी पीजी कॉलेज के यूजीडीसीए कंप्यूटर सेंटर के तत्वावधान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत गुरुवार को वैल्यू एडेड कोर्स के रूप में 'साइबर क्राइम एवं प्रिवेंशन फ्रॉम साइबर क्राइम' का शुभारंभ हुआ। मुख्य अतिथि एसएमएस, वाराणसी में एसोसिएट प्रोफेसर एवं समन्वयक कंप्यूटर सेंटर आनन्द प्रकाश दुबे, महाविद्यालय के प्रबंधक अजीत कुमार सिंह यादव एवं कार्यकारी प्राचार्य प्रो.सत्यगोपाल जी ने कोर्स का शुभारंभ किया। मुख्य अतिथि आनन्द प्रकाश दुबे ने छात्रों को संबोधित करते हुए साइबर सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने विभिन्न साइबर अपराधों और उनकी कार्यप्रणाली की ओर भी सबका ध्यान आकर्षित कराया। इनके अलावा उन्होंने साइबर खतरों पर काबू पाने के लिए तकनीक आधारित विभिन्न निवारक उपायों का भी उल्लेख किया। उन्होंने बैंकिंग और वित्तीय अनुप्रयोगों का उपयोग करते समय सावधान और सतर्क रहने पर ध्यान केंद्रित किया। सुरक्षित ब्राउज़िंग, मजबूत पासवर्ड का उपयोग, मल्टी-टियर लॉगिन सिस्टम और एस.एस.एल. पर विशेष रूप से प्रकाश डाला।
विशिष्ट वक्तव्य देते हुए प्रबंधक अजीत कुमार सिंह यादव ने नए पाठ्यक्रम के लिए विद्यार्थियों को शुभकामना दी और साइबर दक्षता के लिए कोर्स की उपयोगिता पर प्रकाश डाला।
अध्यक्षता करते हुए कार्यकारी प्राचार्य प्रो. सत्यगोपाल ने छात्रों को आगे आने के लिए प्रेरित किया और बदलते युग की गति के साथ चलने के लिए हमेशा नई तकनीकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम का संचालन कोर्स समन्वयक डॉ. शांतनु सौरभ ने किया, नजम उज़ ज़मान ने पाठ्यक्रम के बारे में विस्तार से बतलाया एवं धन्यवाद ज्ञापन सुश्री कावेरी शर्मा ने दिया।
इस अवसर पर प्रोफेसर मधु सिसौदिया, डॉ. बंदना बालचंदनानी, डॉ. ज़ियाउद्दीन, रोज़िना बानो, संध्या श्रीवास्तव सहित सैकड़ों छात्र उपस्थित रहे।
(प्रताप बहादुर सिंह)
डीएवी पीजी कॉलेज, वाराणसी।
Banaras Sangit news: लयोत्सव का समारोहपूर्वक भव्य समापन
Varanasi (dil India live). नादश्री म्यूजिक अकादमी का दो दिवसीय भव्य अवनद्ध वाद्य समारोह लयोत्सव का समापन सत्र मालवीय मूल्य अनुशीलन केंद्र, काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सभागार में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में देश भर के जाने माने ६ तबला वादक कलाकार शामिल हुए, जिन्होंने ३ खंडों में बंटे वार्ता सत्र के कार्यक्रम में छात्रों के बीच तबले की विरासत और परंपरा पर चर्चा की।
इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में प्रथम दिन पंडित नंदकिशोर मिश्र, पंडित दीपक सहाय, एवं पंडित किशन रामडोहकर का तबला वादन हुआ। आपके संग हारमोनियम और सारंगी की संगत में आनंद किशोर मिश्र, ध्रुव सहाय एवं मोहित सहानी ने मधुर संगत प्रदान की। कार्यक्रम के द्वितीय दिवस काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के मालवीय मूल्य अनुशीलन केंद्र में प्रथम दिवस के सभी अतिथि कलाकारों को एक विशेष वार्ता सत्र के लिए आमंत्रित किया गया, जहां सभी ने बारी बारी से काशी की प्राचीन तबला वादन पद्धति पर वक्तव्य दिया तथा प्रत्येक वक्तव्य के पश्चात शेष ३ वादकों का तबला वादन हुआ। इसमें क्रमशः पंडित डॉ. मनोज कुमार मिश्र, पंडित कुबेर नाथ मिश्र एवं समापन देश के वरिष्ठतम तबला वादकों में से पंडित पूरन महाराज के तबला वादन से हुआ। कार्यक्रम में संगतकर्ता के अंकित मिश्र एवं मोहित सहानी ने बखूबी अपनी भूमिका निभाई।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पद्मश्री पंडित राजेश्वर आचार्य ने अपने वक्तव्य कौशल से ज्ञान की सरिता को प्रवाहित किया। आपने तबला के इतिहास पर, तथा विषयानुसार मुख्यतः पंडित अनोखे लाल मिश्र, पंडित सामता प्रसाद मिश्र तथा पंडित किशन महाराज के जीवन पर प्रकाश डाल कर उससे प्रेरणा ले कर संगीत के क्षेत्र में अनूठा कार्य करने की सीख दी तो वहीं नागरी प्रचारिणी सभा के प्रधानमंत्री व्योमेश शुक्ल ने अपने ऊर्जापूर्ण वक्तव्य से सभी पूर्वज वादकों की स्मृतियों को पुनः जीवंत कर दिया।
नादश्री की संयोजिका मीना मिश्रा ने डॉक्टर राजेश्वर आचार्य तथा अन्य वक्ताओं का स्वागत एवं सम्मान किया। संयोजिका ने बताया की कार्यक्रम के खत्म होने के पश्चात बुधवार को बैठक में संस्थान के सभी कार्यकर्ताओं को कार्यक्रम के सफलता पूर्वक आयोजन के लिए धन्यवाद दिया गया, तथा हर वर्ष "लयोत्सव" को और भी भव्य और विस्तृत स्वरूप में आयोजित करने की प्रेरणा दी गई। इस बैठक में संदीप केवले द्वारा लायोत्सव के वार्ता सत्र से निकले निष्कर्ष पर चर्चा की और छात्रों को सभी आयामों से अवगत कराया ।
छोटी से छोटी घटनाओं पर भी गंभीरतापूर्वक कार्रवाई करें-पुलिस महानिरीक्षक
छोटी से छोटी घटनाओं पर गंभीरतापूर्वक कार्रवाई करें -पुलिस महानिरीक्षक Mohd Rizwan Varanasi (dil India live)। पुलिस महानिरीक्षक वाराणसी परिक...
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मुकम्मल की कुरान तो हाफिज साहेब को मिला इनाम में Varanasi (dil India live). अमूमन मस्जिदों में मुक़द्दस रमजान की खास नमाज़ तरावीह मुकम्मल कर...
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कामिल व फाज़िल मदरसा छात्रों को ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती विश्वविद्यालय से सम्बद्ध किया जाए-हाजी दीवान साहेब ज़मा - मदरसा नियमावली से अगे बढ...
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