सोमवार, 25 मार्च 2024

मुज़म्मा बनी नन्ही रोज़ेदार


Varanasi (dil india live). मुक़द्दस रमजान शुरू होते ही नन्हे मुन्ने बच्चों द्वारा रोज़ा रखने का सिलसिला जारी है। एक दूसरे की देखा देखी बच्चे रमज़ान का रोज़ा भी रख रहे हैं। ज़ीनतुल इस्लाम गर्ल्स कालेज रेवडीतालाब में दर्जा दो में तालीम ले रही मुज़म्मा आयशा ने भी अब तक पांच रोज़ा मुकम्मल कर लिया है। मोहम्मद शाहिद जमाल की बेटी मुज़म्मा आयशा कहती हैं कि रब की रज़ा के लिए रोज़ा रखा है। उनके वालिदैन को खुशी है की उनके बच्ची नन्ही सी उम्र में ही रोज़ा रखने लगी हैं। वो कहते हैं कि हमने सोचा नहीं था कि मेरी बेटी रोज़ा रख लेगी मगर उसकी जिद के आगे हम लोग कुछ नहीं बोले और उसने रोज़ा रख कर हम सबको खुश कर दिया। पहले रोज़े को उसकी रोज़ा कुशाई हुई थी।

 

 


 

प्रभु मसीह के येरुसलम में प्रवेश की याद में मसीही समुदायों ने मनाया खजूर इतवार

ईसा मसीह के अंहिसा के संदेश को अपनाने और सही राह पर चलने पर दिया गया ज़ोर


Varanasi  (dil India live)। प्रभु ईसा मसीह के सलीब पर चढ़ने के पूर्व येरुसलम नगर में उनके प्रवेश और उसके पश्चात् उनकी दुख-पीड़ा और क्रूस मरण को याद करते हुए शहर के विभिन्न मसीही समुदायों ने खजूर इतवार यानी पॉम संड़े को भक्ति और संजीदगी के साथ मनाया गया। सुबह सेंट मेरीज़ महागिरजा से बिशप यूज़ीन की अगुवाई में खजूर की डालियो संग जुलूस निकला। जुलुस विभिन्न जगहों से होकर वापस चर्च आकर सम्पन्न हुआ। इस दौरान हुई प्रार्थना सभा में बिशप ने कहा कि ईसा मसीह को शांति का राज कुमार कहते हैं। उन्होंने दुनिया को भ्रष्टाचार से दूर रहने और अहिंसा के मार्ग पर चलने का जो संदेश दिया उसे अगर हम नहीं अपनाएगें तो अपना वजूद खो बैठेंगे। कलीसिया का आहवान करते हुए कहा कि ईसा मसीह के अंहिसा के संदेश को अपनाओ और सही राह पर चलो। इस दौरान बाइबिल पाठ संग प्रार्थना की गई। ऐसे ही सुबह सेंट पाल चर्च में पादरी आदित्य कुमार व पादरी सैम जोशुआ की अगुवाई में पाम संड़े मनाया गय, इस दौरान खचाखच भरा रहा गिरजाघर और खजूर का तबर्रुक लोगों में बांटा गया।  पादरी ने सभा को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि ईसा का जैसा स्वभाव था वैसे ही हम भी अपने स्वभाव को बनाए। उधर पादरी संजय दान की अगुवाई में खजूर की डालियो संग जुलूस निकला। जुलूस में भक्त अपने हाथों में खजूर की डालिया लेकर... मेरे प्यारे यीशु जी, मुक्तिदाता यीशु जी, शांतिदाता यीशु जी, होसन्ना आल्लेलूया। जैसे गीत और ईसा मसीह की जयकार लगाते चल रहे थे। जुलूस लाल गिरजाघर विभिन्न जगहों से होकर लाल गिरजा पहुंचा। यहाँ प्रार्थना सभा में विजय दयाल, एडूज, रोशनी फिलिप्स, शीबा, रोमा फिलिप्स, सुशील बैंजमीन, शैलेष सिंह, पुष्पांजलि सिंह, डेविड आदि मौजूद थे।

 चर्च आफ बनारस की ओर से पादरी बीएन जान की अगुवाई में खजूर की डालियो संग जुलूस निकला। जुलुस विभिन्न जगहों से होकर वापस चर्च आकर सम्पन्न हुआ। इस दौरान हुई प्रार्थना सभा में हुई। प्रार्थना सभा के बाद लोगों में खजूर बांटा गया। ऐसे ही बेटलफूल गॉस्पल चर्च में एंडू थामस की अगुवाई में प्रार्थना सभा का अयोजन किया गया। जिसमें चर्च से जुड़े तमाम लोग मौजूद थे। ऐसे ही गिरजाघर स्थित सेंट थामस चर्च समेत तमाम चर्च में प्रभु ईसा मसीह की स्तुति की गई। इसी के साथ अब 29 को ईसा मसीह का मरण दिवस यानी पुण्य शुक्रवार के रूप में मनाया जाएगा।  

रविवार, 24 मार्च 2024

कोई तुमसे झगड़ा करे तो उससे कह दो मैं रोज़े से हूं


 


Varanasi (dil India live)। इसलाम में कहा गया है कि अपने पड़ोसियों के साथ अच्छा सुलूक करो, भले ही वो किसी भी मज़हब का हो। पड़ोसी अगर भूखा सो गया तो उसके जिम्मेदार तुम खुद होगे। यह बात मुक़द्दस रमजान में और भी ज्यादा लागू होती है। क्यों रमजान रब का महीना है। रब कहता हैं कि 11 महीना तो बंदा अपने तरीक़े से गुज़ारता है एक महीना अगर वो मेरे बताए हुए नेकी के रास्ते पर चले तो उसकी तमाम दुश्वारियां दूर हो जाएगी। इस 1 महीने के एवज़ में रोज़ेदार पूरे साल नेकी की राह पर चलेगा।

मुकद्दस रमजान में अगर कोई तुमसे झगड़ा करने पर अमादा हो तो उसे लड़ो मत, बल्कि उससे कह दो मैं रोज़े से हूं। यानी मैं तुमसे लड़ाई झगड़ा नहीं चाहता। रमज़ान मिल्लत की दावत देता है, रमज़ान नेकी की राह दिखाता है। यही वजह है कि रमज़ान में खून-खराबा, लड़ाई झगड़ा सब मना फरमाया गया है। रमज़ान के लिए साफ कहा गया है कि यह महीना अल्लाह का महीना है। इस महीने में रोज़ेदार केवल नेकी, इबादत और मोहब्बत के रास्ते पर चलें। यही वजह है कि रमज़ान आते ही शैतान गिरफ्तार कर लिया जाता है। जन्नत के दरवाज़े खोल दिए जाते हैं और जहन्नुम के दरवाज़े बंद कर दिए जाते हैं। 

इस माहे मुबारक में पांच ऐसी रात आती है जिसे ताक रात या शबे कद्र कहा जाता है। इस रात में इबादत का सवाब रब ने कई साल की इबादत से भी ज्यादा अता करता है। ऐ मेरे पाक परवरदिगार तू अपने हबीब के सदके में हम सबको रमज़ान की नेअमत अता कर और सभी को रोजा रखने की तौफीक दे ताकि सभी की ईद हो जाये..आमीन।

हाजी इमरान अहमद (राइन गार्डेन, वाराणसी)

रोज़ा इफ्तार दावत में दिखा गंगा जमुनी नजारा

 




Varanasi (dil India live). वाराणसी समाजवादी पार्टी अल्पसंख्यक सभा के तत्वावधान में शनिवार को हाजी कटरा सरैयां स्थित सपा अल्पसंख्यक सभा के जिला अध्यक्ष डाक्टर दिलशाद अहमद सिद्दीकी के आवास पे रोजा इफ्तार का आयोजन किया गया जिसमें बङी संख्या में रोजेदारों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर डाक्टर दिलशाद अहमद ने कहा कि रोजा मुसलमानों को रब की तरफ से दिया गया बेशकीमती तोहफा है जो गुनाहगारों की बख्शीश का जरिया है। तमाम मुसलमानो को चाहिए के हम सब इसकी दिल से कद्र करें और अपने रबको राजी करें। अल्लाह का इन्सानों पर बहुत हसानात हैं। हमें फख्र है के अल्लाह ने हमे ये नेमत अता की ताकि हम सब उसकी नेमतो की कद्र करें। रोजा सिर्फ भूखे प्यासे रहने का नाम नहीं बल्कि जुबान, निगाह, बदकलामी से बचने का भी नाम है रोजा। ये एहसास दिलाता है कि हमे सिर्फ अपना पेट नही देखना है बल्कि गैरों की खुशियों को भी अपनी खुशी में शामिल करना है। तमाम मुसलमानो को चाहिए के अपने आस-पास पङोस मे रहने वाले गरीबों और रिश्तेदारों को भी इफ्तार का सामान मुहैया करायें। गरीबों मिसकीनों तथा रोजेदारों को रोजा खुलवाना रब के नजदीक अजरो सवाब का बाइस होता है। हमे चाहिए के हम सब बहैसियत एक मुसलमान होने के सबसे पहले एक अच्छा नेक इन्सान बने तथा रब की नेमतों उठते बैठते शुक्र अदा करते रहें।

इस अवसर पे प्रमुख रुप से पुर्व मेयर प्रत्याशी हाजी बदरुददीन अहमद,  शहजादे, परवेज अख्तर, नईम अहमद, शारिक अख्तर, साजिद, अरशद, जमील अहमद, हाफिज हसीन अहमद, हाफिज, रेहान, शहजादे, मतीन अंसारी, अतीकुररहमान, शाहनवाज सानू, मोहम्मद सुफियान, बादशाह अली, मतीन, परवेज अख्तर, नईम अहमद, लइक अहमद, शहजादे, रेहान, अजहरुद्दीन, शाहिद जमाल, शाहरुख सिद्दीकी, आरिफ वसीम समेत तमाम गणमान्य लोग भी शामिल थे।

शनिवार, 23 मार्च 2024

शिक्षा को बढ़ावा देने का माध्यम है छात्रवृत्ति योजना





Varanasi (dil India live). मालाबार चेरिटेबल ट्रस्ट/म ट्रस्ट/मालाबार गोल्ड एंड डायमंड्स ज्वैलरी रिटेल द्वारा नानक भवन सिगरा, सिद्धगिरीबाग रोड के सभागार में आयोजित योग्यता आधारित छात्रवृत्ति वितरण हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि सीडीओ (आईएएस) हिमांशु नागपाल थे। साथ ही साथ गुरूनानक स्कूल की निदेशिका जगजीत कौर, कार्यवाहक प्रधानाचार्य  सुमेधा, गुरूनानक इंग्लिश मीडियम स्कूल गुरूबाग की प्रधानाध्यापिका नीलू कौर उपस्थित रहीं। मालाबार गोल्ड एंड डायमंड्स ज्वैलरी रिटेल के शोरूम मैनेजर श्री शुभम केशरी द्वारा मुख्य अतिथि  का स्वागत किया गया। मालाबार की ओर से मुख्य अतिथि की उपस्थिति में वाराणसी के भिन्न-भिन्न विद्यालयों के चयनित 125 छात्राओं को कुल रू० 1025000/- (रू दस लाख पच्चीस हजार) मात्र का वितरण किया गया। मुख्य अतिथि ने कहा कि मालाबार ने सशक्त शिक्षा और नारीत्व को सशक्त बनाना उनका उत्थान करना उनकी क्षमताओं को पहचानना के तहत छात्राओं को छात्रवृत्ति वितरण की जा रही है। यह छात्रवृति शिक्षा को बढ़ावा देने और उभरती प्रतिभाओं की क्षमता को सक्षम करने के लिय ट्रस्ट के समर्पण का प्रतीक है। मुख्य अतिथि महोदय ने श्री शुभम केशरी की ओर से इस कार्यक्रम को भव्य रूप से करने की काफी सराहना की तथा समस्त छात्राओं का उत्साहवर्धन किया। इस छत्रवृत्ति से जनपद वाराणसी के गुरूनानक खालसा बालिका इ.का. के 54 छात्रायें, GGIC मलदहिया के 40 छात्रायें, बसन्त कन्या इ०का० के 30 छात्रायें एवं अग्रसेन इं०का० के 01 छात्रा लाभन्वित हुई। मालाबार कंपनी की ओर से विद्यालय निदेशिका श्रीमती जगजीत कौर, कार्यवाहक प्रधानाचार्य श्रीमती सुमेधा गुरूनानक इंग्लिश मीडियम स्कूल गुरूबाग की प्रधानाध्यापिका सुश्री नीलू कौर को धन्यवाद दिया गया।

मरियम के आंगन में सजा दस्तरख्वान, सभी धर्म के लोगों ने किया इफ्तार

बिशप हाउस में दिखी गंगा जमुनी तहजीब 




Varanasi (dil India live). कैंटोंमेंट स्थित बिशप हाउस परिसर में जैसे ही अज़ान कि सदाएं बुलंद हुई, अल्लाह हो अकबर, अल्लाह...। अजान के बाद काशी के धर्मगुरुओं और रोजेदारों ने एक ही दस्तरखान पर रोजा इफ्तार किया। इसमें हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई समेत सभी धर्म के लोग मौजूद रहे। सभी ने काशी की गंगा-जमुनी तहजीब की इस रवायत को देखकर रमजान के मुकद्दस महीने में अल्लाह से मिल्लत व सलामती की दुआएं मांगी।

इससे पहले बिशप हाउस में सजाए गए दस्तरखान पर ईसाई धर्मगुरुओं ने अपने हाथों से रोजेदारों के लिए थालियां परोसी। अजान होने के बाद रोजेदारों के साथ सभी ने रोजा इफ्तार किया। रोजेदारों ने खजूर, शर्बत, लस्सी, खजूर, कटलेट व इमरती आदि से इफ्तारी की। नमाज मुफ्ती ए बनारस मौलाना बातिन ने अदा करायी। उन्होंने मुल्क हिन्दुस्तान में अमन, मिल्लत और सौहार्द की दुआएं मांगी। स्वागत बिशप यूजीन जोसेफ ने किया तो शुक्रिया फादर फिलिप डेनिस व फादर थामस ने कहा।

इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार एके लारी, नुरुल हसन खां, अशफाक सिद्दीकी, अमन सिद्दीकी, गुरुद्वारा बड़ी संगत नीचीबाग के ग्रंथी भाई धर्मवीर सिंह, ज़ुबैर आदिल, सैयद फरमान हैदर, डॉ. मो.आरिफ, मुनीजा रफीक, मो. इस्माइल रज़ा, परमजीत सिंह अहलूवालिया, अतहर जमाल लारी, एहतेशामुल हक, जावेद अख्तर, डा. हमजा समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे।

नन्हे असीम ने रखा रमज़ान का रोज़ा


Varanasi (dil India live)। मुक़द्दस रमजान में नन्हें मुन्ने बच्चों द्वारा रोज़ा रखने की परम्परा बनारस में लगातार बनी हुई है। यही वजह है रमजान शुरू होते ही नन्हे मुन्ने बच्चों द्वारा रोज़ा रखने का सिलसिला शुरू हो जाता है। मदरसा अहयाउल उलूम जैनपुरा में तालीम ले रहे महज 6 साल के मोहम्मद असीम भी रोज़ा है। मोहम्मद उमर और दरकशा महपारा के साहबजादे असीम कहते हैं कि रब राज़ी हो जाए इसलिए रोज़ा रखा। उनके वालिदैन को खुशी है की उनके साहबजादे नन्ही सी उम्र में ही रोज़ा रखने लगे हैं। वो कहते हैं कि हमने सोचा नहीं था कि मेरा बेटा रोज़ा रख लेगा मगर उसकी जिद के आगे हम लोग कुछ नहीं बोले और उसने रोज़ा रख कर हम सबको खुश कर दिया।

Christmas celebrations में पहुंचे वेटिकन राजदूत महाधर्माध्यक्ष लियोपोस्दो जिरोली

बोले, सभी धर्म का उद्देश्य विश्व मानवता का कल्याण एवं आशा का संदेश देना Varanasi (dil India live). आज वैज्ञानिक सुविधाओं से संपन्न मानव धरती...