शुक्रवार, 11 मार्च 2022

पोस्टमैन घर में करेगा आधार से मोबाइल लिंक

आधार  से मोबाइल लिंक के लिए कल से चलेगा विशेष अभियान


वाराणसी ११ मार्च ( दिल इंडिया लाइव)। केंद्र एवं प्रदेश सरकार के विभिन्न स्कीमों एवं प्रक्रिया जैसे की छात्रवृति योजना, ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना, एक रास्त्र एक राशन कार्ड, पैन कार्ड, एलपीजी सब्सिडी में आधार कार्ड का सत्यापन मोबाइल नंबर पर OTP भेजकर किया जाता है जिसके लिए मोबाइल नंबर आधार से लिंक होना आवश्यक है। प्रवर अधीक्षक डाक पूर्वी मंडल श्री राजन ने बताया कि श्री के.के. यादव पोस्टमास्टर जनरल, वाराणसी परिक्षेत्र के दिशा निर्देशन में वाराणसी पूर्व डाक मंडल के वाराणसी एवं चंदौली जिले में 31 मार्च तक आधार से मोबाइल लिंक करने का विशेष अभियान चलाया जाएगा | किसी भी व्यक्ति का मोबाइल नंबर या ई-मेल आई डी उसके आधार नंबर से लिंक नहीं है तो वे सभी ये सुविधा इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक ( भारत सरकार के स्वामित्व वाला बैंक ) के माध्यम से अपने डाकिये द्वारा UIDAI द्वारा निर्धारित आंशिक शुल्क दे कर प्राप्त कर सकते है। यह सुविधा प्राप्त करने के लिए उन्हें अपने आधार नंबर एवं मोबाइल के साथ निकट के डाक घर के डाकिये से संपर्क करना है। जो यह सुविधा उनके घर पर  उपलब्ध करा देगा। इसी के साथ ०५ वर्ष से कम आयु के बच्चो का नया आधार कार्ड बनवाने के लिए भी इस सुविधा का लाभ लिया जा सकता है जो पूर्णतः निशुल्क है | (प्रथम बार)। वर्तमान में यह सेवा चिन्हित स्थानों पर उपलब्ध है जिसका लाभ उठाने के लिए अपने निकटतम डाक खाने अथवा अपने डाकिये से संपर्क करें।

मंगलवार, 8 मार्च 2022

E.V.M. मशीन की निगरानी में सपाईयो का पहरा



वाराणसी 8 मार्च (दिल इंडिया लाइव)। विधान सभा चुनाव समाप्त होने के बाद अब मतगणना को लेकर सभी राजनीतिक दलो का खास जोर है। इवीएम मशीन पर उठ रहे सवाल पर विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता चौकन्ना है। ईवीएम मशीन की निगरानी में कार्यकर्ताओ के साथ सपा महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा सक्रिय दिखे। सपा महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा के अनुसार सपा कार्यकर्ता एवं पदाधिकारीगण स्ट्रांग रूम पहडिया को चारो तरफ से कार्यकर्ताओ का जाल बिछाया गया है। जहाँ भी स्ट्रांग रूम में E.V.M.मशीन रखी गई है सपा महानगर अध्यक्ष स्वयं कार्यकर्ताओ के साथ सील एवं ताला का भ्रमण कर जायजा लेते रहे। सपा महानगर विष्णु शर्मा ने कहा कि ई वी एम मशीन की निगरानी के लिए सभी विधान सभाओ के काउन्टर पर दो दो अधिवक्ताओ की टीम भी तैयार रखी गई है जो किसी भी पल कोई भी तकनीकी समस्या उत्पन्न होने पर बाहर न जाना पडे। सपा कार्यकर्ताओ के साथ साथ उतरी विधान सभा के प्रत्याशी अशफाक अहमद "डब्लू" कैन्ट की प्रत्याशी पूजा यादव एवं दक्षिणी विधान सभा के प्रत्याशी किशन दीक्षित सपा महानगर अध्यक्ष के साथ स्ट्रांग रूम पहडिया मे निरीक्षण करते रहे। पहडिया में रूम निगरानी करने वालो मे प्रमुख रूप से सपा जिलाध्यक्ष सुजीत यादव उर्फ लक्कड पहलवान, सपा महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा, एम एल सीआशुतोष सिन्हा, हैदर गुड्डू, पूजा यादव, किशन दिक्षित, अशफ़ाक अहमद "डब्लू ", विजय जायसवाल, प्रदीप जायसवाल, प्रदेश सचिव वरुण सिंह, रविकांत विश्वकर्मा, ईशान श्रीवास्तव, प्रिया अग्रवाल, वृजेश पाडेय, रितिका रानी सहित सैकड़ो कार्यकर्ता एवं  थे।

शनिवार, 5 मार्च 2022

शबे बरात 17 मार्च को

मोमिनीन अदा करेंगे खास नमाज़

वाराणसी (दिल इंडिया लाइव) शबे बरात की अज़ीम रात १७ मार्च को है, इस बाबरकत रात रब के सभी नेक बंदे अपने पाक परवर दीगार की इबादत में मशगुल रहेंगे सारी रात मोमिनीन खास नमाज़ अदा करेंगे शबे बरात पर अपनों व बुजुर्गो की क्रबगाह पर अज़ीज चिरागा करते हैं, घरों में रोशनी की जाती है। इस दौरान घरों में शिरनी की फातेहा होती हैं

घरो में लौटती है पुरखों की रूह 

शबे बरात से ही रुहानी साल शुरू होता है। इस रात रब फरिश्तों की डय़ूटी लगाता है। लोगों के नामे आमाल लिखे जाते हैं। किसे क्या मिलेगाकिसकी जिंदगी खत्म होगीकिसके लिये साल कैसा होगापूरे साल किसकी जिन्दगी में क्या उतार-चढ़ाव आयेगा। ये इसी रात लिखा जाता है साथ ही पुरखों की रूह अपने घरों में लौटती है जिसके चलते लोग घरों को पाक साफ व रौशन रखते हैं।
मर्द ही नही घरों में ख्वातीन भी शबे बरात की रात इबादत करती हैं। इबादत में छोटे-छोटे बच्चे भी शामिल होते हैं सुबह से शाम तक घरों में ख्वातीन हलवा व शिरनी बनाने में जुटती हैं। शाम में वो भी इबादत में मशगूल हो जाती हैंशबे बरात पर मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में पिछली बार चहल-पहल नही दिखाई दी थी वजह लाक डाउन जो था मगर इस बार हालात सुधरे हुए हैं  
 

लाकडाउन में नही हुआ था चिरागा  

पिछ्ली बार लाकडाउन था उस साल न तो मज़ारों पर चिरागा हुआ था और न ही रमज़ान और ईद कि नमाज़े ही अदा की जा सकी थी, मगर बुज़ुर्गो के नाम पर घर में ही शबे बरात पर शमां जलाया गया था और फातेहा पढ़ कर उनकी मगफिरत की दुआएं मांगी गई थीऔर उन पर सवाब पहुंचाया गया था

बनारस में यहाँ लगाई जाती है हाज़िरी

बनारस शहर के प्रमुख कब्रिस्तान टकटकपुरहुकुलगंज, भवनिया कब्रिस्तान गौरीगंजबहादर शहीद कब्रिस्तान रविन्द्रपुरीबजरडीहा का सोनबरसा कब्रिस्तानजक्खा कब्रिस्तानसोनपटिया कब्रिस्तानबेनियाबाग स्थित रहीमशाहदरगाहे फातमानचौकाघाटरेवड़ीतालाबसरैयाजलालीपुराराजघाट समेत बड़ी बाजारपीलीकोठीपठानीटोलापिपलानी कटराबादशाहबागफुलवरियालोहताबड़ागांवरामनगर आदि इलाक़ों की कब्रिस्तानों और दरगाहों में लोग हर साल पहुच कर शमां रौशन करते हैं, फातेहा पढ़कर अज़ीज़ों की बक्शीश के लिए दुआएं मगफिरत मांगते हैं 

गुरुवार, 3 मार्च 2022

क्रूस मार्ग की मसीही करेंगे कल आराधना

राख माथे पर लगाने महागिरजा में जुटे मसीही




वाराणसी 3 मार्च ( दिल इंडिया लाइव) । मसीह समाज का चालीस दिन तक चलने वाला महाउपवास काल बुधवार से शुरू हो गया। शुक्रवार को मसीही क्रूस मार्ग की आराधना करेंगे। इससे पहले ऐश वेडनस डे पर महागिरजा घर समेत शहर के सभी गिरजाघरों में शाम को विशेष प्रार्थना हुई।
वाराणसी धर्म प्रांत के धर्माध्यक्ष बिशप यूजीन जोसेफ की अगुवाई में बुधवार को कैथेड्रल में फादर विजय शांतिराज ने विशेष प्रार्थना सभा को सम्बोधित किया। इस दौरान मसीही कलीसिया ने माथे पर पॉम की पत्तियों की राख से होली क्रॉस बनाया। इसके माध्यम से लोगों को संदेश दिया गया कि ये चालीस दिन का महा उपवास काल प्रायश्चित व नियम संयम के हैं। इस महाउपवास का यह भी संदेश है कि मनुष्य मिट्टी है और मिट्टी में ही मिल जाएगा।वाराणसी डायसिस से जुड़े सभी चर्चेज शाम होते ही प्रभु यीशु के दुख भोग काल के गीतों से गूंज उठा। चर्चेज में राख बुधवार पर पुरोहितों ने विस्तार से प्रकाश डाला।

ऐसे ही चर्च आफ बनारस, लाल चर्च, सेंट पाल चर्च, सेंट थामस चर्च, रामकटोरा चर्च, सेंट फ्रांसिस आफ असीसी चर्च आदि में भी प्रार्थना सभा हुई।

मंगलवार, 1 मार्च 2022

सामाजिक न्याय के ताने-बाने से मिलेगा सबको न्याय: प्रो. दीपक मलिक

देश को आजाद कराने वालों की सोंच का नहीं रहा देश: प्रो. दीपक मलिक

राष्ट्रीय एकता, शांति व न्याय’ को लेकर तीन दिवसीय प्रशिक्षण का हुआ समापन 


वाराणसी o 1 मार्च ( दिल इंडिया मार्च)। वाराणसी के नव साधना प्रेक्षागृह, तरना में राइज एंड एक्ट के तहत ‘राष्ट्रीय एकता, शांति व न्याय’ को लेकर प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण का समापन समता मूलक, सम्पन्न, खुशहाल भारत निर्माण के संकल्प के साथ हो गया।

       समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बीएचयू के पूर्व प्रो. दीपक मलिक ने आजादी के दौर की चर्चा करते हुए कहा कि देश पर अपना सब कुछ न्यौछावर करने वाले महान लोगों की जो सोंच थी आज क्या वही देश है। हमें सोंचने की जरूरत है।

आजादी के पूर्व जो हमारा सामाजिक ढांचा था उसमें बदलाव लाकर समतामूलक बनना था। नए भारत की कल्पना देश की आजादी के पूर्व गांधी, नेहरू और अन्य  बलिदानियों ने की थी लेकिन उनके मूल्यों पर  आधारित मुल्क बन नहीं पाया जबकि गांधी को इसकी कीमत जान देकर चुकानी पड़ी। 

 उन्होंने कहा कि आज हम मजबूती से दुनिया में खड़े हैं पर आम आदमी को जो संवैधानिक अधिकार मिलने थे वे नहीं मिल पाए। जिस मुकाम के लिए हमें आजादी मिली आज सियासत उसके बरक्स चल रही है। लेकिन हम भूल रहे हैं कि इतिहास की प्रवृत्ति आगे बढ़ने की होती है। समाज को पीछे नहीं धकेला जा सकता। राजनैतिक मंचों पर 400 साल पुराने इतिहास की चर्चा के माध्यम से इतिहास को पीछे ले जाने की कोशिश हो रही है पर आज पीछे मोड़ने वाले लोग अस्वीकार हो रहे हैं। यह डेमोक्रेसी का चैलेंज है। जनता जागरूक हो रही है। नई पीढियां अच्छी तरह समझ रही हैं कि नव पूंजीवाद, नव उदारवाद से गरीबी का समाधान नहीं है। सामाजिक न्याय के ताने-बाने से देश  और भेद रहित व्यवस्था से सबको न्याय मिलेगा। संजय कुमार  ने कहा कि अपने वरिष्ठों के दिशा निर्देशन में अच्छी सोंच व कार्ययोजना के बल पर अच्छा काम किया जा सकता है। 

                 आयोजक प्रो मोहम्मद आरिफ ने वर्तमान दौर की मुश्किलों पर अपनी सोंच स्पष्ट रखने और अध्ययन पर बल दिया। कहा कि हमें सीखने पढ़ने और सोंचने की जरूरत है कि संविधान की अवधारणाओं के अनुरूप राष्ट्रीय एकता, शांति व न्याय के लिए कैसे हम आगे आकर एक अच्छे समाज व राष्ट्र के निर्माण में सहयोग कर सकते हैं। इसी क्रम में रंजीत कुमार, कमलेश, राजेश्वर, मनोज, विनोद कुमार, रामकिशोर, संतोष, संजय ने अपने लेखों को प्रस्तुत किया। अंत में प्रतिभागियों ने अपनी अगली कार्ययोजना पर आपसी चर्चा की। इस दौरान। रणजीत कुमार, हरिश्चन्द्र, लाल प्रकाश राही, सुरेश कुमार अकेला, असलम अंसारी, साधना यादव, प्रज्ञा सिंह, शमा परवीन, अब्दुल मजीद, रामकृत, हीरावती, रामजन्म कुशवाहा, अर्सिया खान आदि मौजूद रहे।

मतदाताओं की नब्ज टटोलने कल आयेंगे ओवैसी

पूर्वांचल में AIMIM ने भी झोंकी ताकत

असदुद्दीन ओवैसी का दौरा कल से


वाराणसी o 1 मार्च ( दिल इंडिया लाइव) । सातवें चरण के लिए मतदान जैसे-जैसे करीब आ रहा है। वैसे-वैसे सियासी दल ताकत झोंकते दिखाई दे रहे हैं। ऐसे ही कल वाराणसी में ऑल आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी आ रहे हैं। वो कल वाराणसी के नेशनल इंटर कालेज पीलीकोठी में जन सभा को करेंगे। यह जानकारी AIMIM के प्रदेश सचिव वह दक्षिणी विधानसभा प्रत्याशी परवेज कादिर ने देते हुए बताया कि ओवैसी सुबह 11 बजे पीलीकोठी में सभा को संबोधित करेंगे।

अंतिम चरण में 7 को मतदान, 5 को थमेंगा प्रचार

सुबह 7-00 से शाम 6-00 बजे तक होगा मतदान, 1248 मतदान केन्द्र के 3371 बने मतदेय स्थल

प्रचार, सार्वजनिक सभाएं और जूलूस 05 मार्च को सायंकाल 6-00 बजे के बाद बन्द रहेगा-कौशल राज शर्मा*

प्रचार की अवधि (मतदान बन्द होने से पहले 48 घण्टे से आरम्भ) के बंद होने के बाद,राजनीतिक पदाधिकारी आदि, जो निर्वाचन क्षेत्र के बाहर से आए है और जो निर्वाचन क्षेत्र की मतदाता नही है,उन्हें निर्वाचन क्षेत्र में मौजूद नहीं रहना चाहिए-जिला निर्वाचन अधिकारी

ऐसे पदाधिकारी को प्रचार अवधि समाप्त होने के तुरंत बाद निर्वाचन क्षेत्र को छोड़ देना चाहिए


वाराणसी o1 मार्च ( दिल इंडिया लाइव)। जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि विधान सभा सामान्य निर्वाचन-2022 के लिए जनपद में मतदान 07 मार्च (दिन- सोमवार) को प्रातः 7-00 बजे से सायं काल 6-00 बजे तक आयोग द्वारा अनुमोदित 1248 मतदान केन्द्रो के 3371 मतदेय स्थलों पर सम्पन्न होगा। प्रचार, सार्वजनिक सभाएं और जूलूस 05 मार्च को सायंकाल 6-00 बजे के बाद बन्द रहेगा। प्रचार की अवधि (मतदान बन्द होने से पहले 48 घण्टे से आरम्भ) के बंद होने के बाद, राजनीतिक पदाधिकारी आदि, जो निर्वाचन क्षेत्र के बाहर से आए है और जो निर्वाचन क्षेत्र की मतदाता नही है, उन्हें निर्वाचन क्षेत्र में मौजूद नहीं रहना चाहिए। ऐसे पदाधिकारी को प्रचार अवधि समाप्त होने के तुरंत बाद निर्वाचन क्षेत्र को छोड़ देना चाहिए।

यह अभ्यर्थी या उसके निर्वाचन अभिकर्ता के मामले में लागू नही होगा। भले ही वे निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता न हों।

         जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि मतदान के दिन मतदान केन्द्र के एक सौ मीटर की दूरी के भीतर वोटो के प्रचार करना निषिद्ध होगा। निर्वाचन लड़ने वाले प्रत्येक अभ्यर्थी पोलिंग एजेन्ट नियुक्त कर सकते है, यदि निर्वाचन

लड़ने वाले किसी उम्मीदवार को उस मतदेय स्थल या पड़ोसी मतदेय स्थल का पोलिंग एजेन्ट नही मिलता है, तो वह उस विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के किसी मतदाता को पोलिंग एजेन्ट नियुक्त कर सकता है। कोई मंत्री/सांसद/विधायक/एमएलसी या कोई अन्य व्यक्ति जो सुरक्षा घेरे में है कि नियुक्ति निर्वाचन अभिकर्ता/पोलिंग अभिकर्ता/मतगणना अभिकर्ता के रूप में नही किया जा सकता। सुरक्षा कवर प्राप्त ऐसे किसी भी व्यक्ति को अभ्यर्थी के अभिकर्ता के रूप में कार्य करने के लिए अपने सुरक्षा कवर को आत्मसमर्पण करने की अनुमति नहीं दी जायेगी। प्रत्येक अभ्यर्थी एक के अतिरिक्त और मतदान अभिकर्ता को राहत मतदान अभिकर्ता के रूप में नियुक्त करने का हकदार है लेकिन किसी समय दोनो को मतदान केन्द्र में रहने की अनुमति नही दी जायेगी। पीठासीन अधिकारी किसी भी परिस्थिति में मतदान समाप्ति से दो घंटे पूर्व के अन्दर किसी भी मतदान अभिकर्ता को उसके प्रतिस्थानी अभिकर्ता से बदले जाने की अनुमति नही देगें। किसी भी परिस्थिति में मतदान अभिकर्ता को मतदान समाप्ति से पूर्व निर्वाचक नामावली की उसकी प्रति मतदान केन्द्र से बाहर ले जाने अनुमति नही दी जायेगी। अभ्यर्थियों के मतदान अभिकर्ताओं के लिए मतदान केन्द्र पर बैठने की व्यवस्था प्राथमिकता के प्राथमिकता क्रम में की जाएगी। यथा-मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय दलों के अभ्यर्थी, मान्यता प्राप्त राज्यीय दलों के अभ्यर्थी, अन्य राज्यों के मान्यता प्राप्त राज्यीय दलों के अभ्यर्थी, जिन्हें निर्वाचन क्षेत्र में उनके आरक्षित प्रतीकों उपयोग करने की

अनुमति दी गई है, पंजीकृत गैर-मान्यता प्राप्त दलों के अभ्यर्थी और निर्दलीय अभ्यर्थी। पीठासीन अधिकारी द्वारा मतदान केन्द्र के अन्दर केवल निम्नलिखित व्यक्तियों को ही प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी। निर्वाचक, मतदान अधिकारी, एक समय में प्रत्येक अभ्यर्थी, उनका निर्वाचन अभिकर्ता और प्रत्येक अभ्यर्थी का एक समय में एक मतदान अभिकर्ता, आयोग द्वारा प्राधिकृत व्यक्ति, ड्यूटी पर तैनात लोक सेवक, किसी निर्वाचक की गोद में बच्चा, किसी नेत्रहीन अथवा अशक्त निर्वाचक, जो बिना किसी सहायता के चल अथवा मत नही डाल सकता हों, के साथ आने वाला व्यक्ति और  पीठासीन अधिकारी के अनुमति से समय-समय पर निर्वाचकों की पहचान अथवा मतदान

कराने में उनकी सहायता करने के लिए प्रवेश पाने वाले अन्य व्यक्ति।  निर्वाचन लड़ने वाले प्रत्येक अभ्यर्थी को निर्वाचन क्षेत्र में मतदान तिथि 07 मार्च (दिन-सोमवार) को अपने स्वयं के उपयोग के लिए एक वाहन, अपने निर्वाचन अभिकर्ता के उपयोग के लिए एक वाहन, इसके अलावा, अपने कार्यकर्ताओं या दल

कार्यकर्ताओं के उपयोग के लिए एक वाहन इस प्रकार कुल-3 वाहन उपयोग करने की अनुमति होगी। चार पहिया वाहनो में चालक सहित पाचं से अधिक व्यक्तियों को ले जाने की अनुमति नही होगी। अभ्यर्थियों के लिए आवंटित वाहन किसी अन्य व्यक्ति द्वारा उपयोग नही किया जा सकता है।

फूलों की खेती और उससे बने उत्पाद आर्थिक दृष्टि से अत्यंत लाभकारी-भक्ति विजय शुक्ला

Sarfaraz Ahmad  Varanasi (dil India live). फूलों की बढ़ती मांग और ग्रामीण किसानों तथा महिलाओं में फूलों की खेती के प्रति रुचि को देखते हुए, ...