बुधवार, 20 अक्तूबर 2021

बदल रही हाथी की चाल


बसपा के लिए चुनौती बना मिशन फतह 2022 !

-बेस वोट रहा नहीं, नेता कोई बचा नहीं

वाराणसी(dil india)। कभी तिलक तराजू और तलवार...का नारा देकर सियासत में सिफर से शिखर तक पहुंचने वाली बहुजन समाज पार्टी इस बार कठिन दौर से गुज़र रही है। बसपा का बेस वोट भाजपा में शिफ्ट हो जाने से बसपा प्रमुख मायावती चिंतित है। कभी बसपा ने नारा दिया था यूपी हुई हमारी है, अब दिल्ली की बारी है मगर हुआ उल्टा, यूपी भी गयी और दिल्ली तो पहले से ही दूर है। अगर संगठन का जायजा लिया जाये तो मायावती और सतीश चन्द्र मिश्रा के बाद पार्टी में दूर-दूर तक कोई सूरमा नज़र नहीं आ रहा है जो कोई करिश्मा करता दिखाई दे। बसपा से बाहर जाने वालों की लम्बी फेहरिस्त है। हाल के महीनों में नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कांग्रेस से हाथ मिला लिया। इससे बसपा मुस्लिम वोट बैंक को भी लेकर परेशानियों में घिर गयी।  अब पार्टी महासचिव के कंधे पर बसपा से ब्राहम्णों को जोड़ने का भार है मगर सतीश चन्द्र मिश्रा इसमें कितना सफल होंगे ये तो वक्त ही बतायेगा। फिलहाल बसपा दुविधा और परेशानियों के दौर से गुज़र रही है। एक रिपोर्ट...

बहुजन समाज पार्टी किस कदर कठिन दौर से गुज़र रही है इसका अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि अन्य दलों से अलग चलने वाली बहुजन समाज पार्टी भी अब दूसरे सियासी दलों की राह पर है। बसपा 31 साल के इतिहास पर अगर नज़र डालें तो सब कुछ बदला-बदला सा नज़र आ रहा है। इस चुनाव में वोटरों को लुभाने के लिए बहुजन समाज पार्टी लोक लुभावने वायदे कर रही है। बसपा अब बहुजन समाज के बजाय सर्वसमाज की बाते करती दिखाई दे रही है। प्रबुद्ध वर्ग गोष्ठियां पिछले दिनों की गयी। भाजपा की तरह सत्ता में आने पर धार्मिक एजेंडे को भी धार देने की बात कर रही है। इसको देख कर अंदाजा लगाया जा सकता है कि बसपा अपना मूल रंग-ढंग बदल चुकी है।

प्रबुद्ध वर्ग गोष्ठी से नैया होगी पार!

बसपा अमूमन घोषणा पत्र नहीं जारी करती है और न ही यह बताती है कि वह सत्ता में आने पर क्या करेगी, लेकिन इस बार मायावती ने यह साफ कर दिया हैं कि वह सत्ता में आने पर क्या-क्या करने वाली हैं। प्रबुद्ध वर्ग विचार गोष्ठी के समापन पर सभी संस्कृत स्कूलों को सरकारी सुविधाएं देने, वित्तविहीन शिक्षकों के लिए आयोग बनाने और तीनों कृषि कानूनों के अमल पर रोक लगाने का वादा तो मायावती ने किया ही साथ में यह भी साफ कर दिया कि अब वो सत्ता में आने पर स्मारक, पार्क व संग्रहालय नहीं बनवाएंगी यह भी साफ कर दिया कि अयोध्या, काशी व मथुरा का विकास कराएंगी। वो सभी वर्गों को ध्यान में रख कर चुनावी वायदे कर रही हैं। इस बार उनकी नज़र सभी वर्ग के वोट पर है। वो युवाओं को रोजगार देने की बात कर रही हैं तो कर्मियों की मांगों को पूरा करने के लिए आयोग बनाने की बात कर रही हैं। किसानों के हितों की बात कर रही हैं, तो सिखों को भी खुश करने के लिए वायदे कर रही हैं। ब्राह्मण, मुस्लिम, महिला, मजदूरों के लिए उनके चुनावी एजेंडे में बहुत कुछ है।

मुख्तार अंसारी को कभी वक्त का सताया हुआ इंसान बताने वाली मायावती ने टिकट न देने का पहले ही ऐलान करके सभी को चौका दिया।  मुख्तार अंसारी के बड़े भाई अफज़ाल अंसारी गाज़ीपुर से बसपा के सांसद हैं मगर उनके भी दूसरे दलों में जाने की अटकलें लगातार आ रही है सच्चाई क्या है यह तो आने वाला समय बतायेगा मगर मुख्तार के सबसे बड़े भाई शिबगतुल्लाह अंसारी सपा की साइकिल पर सवार हो चुके हैं। ऐसे में बहुत हद तक अफज़ाल और मुख्तार के भी सपा में जाने के संकेत मिल रहे हैं। इसके चलते भी बसपा को आंशिक नुकसान होना तय है। क्यों कि कहा जाता है कि अंसारी परिवार पूर्वांचल की गाजीपुर, मऊ समेत कई सीटों पर अपना प्रभाव रखता है वो भले जीते या न जीते समीकरण उनके ही इशारों पर बनते रहे हैं। सपा प्रमुख जब तक मुलायम सिंह यादव थे तब उन्होंने अंसारी बंधुओं और अतीक सरीखे नेताओं को अपने साथ रखा था मगर जब कमान अखिलेश यादव के हाथ में आयी तो उन्होंने अंसारी परिवार से दूरी बना ली थी। 

माया का ट्वीट वार

अमूमन मीडिया खासकर सोशल मीडिया  से दूरी बनाए रखने वाली मायावती। समय-समय पर मीडिया को कोसने वाली बसपा अब सोशल मीडिया का सहारा ले रही है। मायावती को हर मुद्दे अब ट्वीट करने में मज़ा आ रहा है। सतीश चंद्र मिश्र बकायदे पीआर एजेंसी लगाए हुए हैं। यानी अब बसपा समझ गयी है कि सभी को साथ लेकर चलना होगा और सोशल मीडिया आज का बहुत ज़रूरी हथियार है।

दूसरे दलो में गए बसपा के ये चेहरे 

कांशी राम के खास सहयोगी राज बहादुर कभी बसपा के खास चेहरे हुआ करते थे। सबसे पहले बसपा से बाहर हुए, उनके अलावा आरके चौधरी, डॉक्टर मसूद, शाकिर अली, राशिद अल्वी, जंग बहादुर पटेल, बरखू राम वर्मा, सोने लाल पटेल, राम लखन वर्मा, भागवत पाल, राजाराम पाल, राम खेलावन पासी, कालीचरण सोनकर, रामवीर चौधरी, बाबूराम कुशवाहा, स्वामी प्रसाद मौर्य, नसीमुद्दीन सिद्दीकी और अब उदय लाल मौर्य आदि अनेक ऐसे नेता हैं जो बसपा में थे।  इनमें आरके चौधरी, काली चरण सोनकर व सोने लाल पटेल ने अपनी पार्टी बना ली थी। इसमें से कई तो अब इस दुनिया में भी नहीं हैं।

शानदार गीतों पर हुआ डांडिया-गरबा

डांडिया संग सेल्फी की रही धूम

  • कोविड के बाद डांडिया का पहली बार जमा रंग


वाराणसी 20 अक्टूबर (dil india)। रंग-बिरंगी रोशनी, बॉलीवुड बीट्स के संग गुजारी गीतों के धुनों पर सखियों की जो मस्ती शाम ढलते ही शुरू हुई वो देर रात तक चलती रही।वातावरण में गुजराती गानों की धुन और हाथों में डांडिया स्टिक लिए ताल के साथ लय मिलाते कदम, जहां मौजूद हर महिलाएं डांडिया नाइट का आनंद ले रही थी। महिलाएं, युवतियां दिलकश गीतों के साथ ताल मिलाती नज़र आयी। काफी युवतियां नृत्य के साथ स्मृतियां सहेजने के लिए सेल्फी लेती आयी।

यह नज़ारा था होटल मदीन का। यहां महिला काशी दर्पण संस्था की ओर से झंकार त्योहारों की आयोजन के तहत डांडिया नाइट का आयोजन किया था। आयोजन में रंग-बिरंगे परिधानों में महिलाएं, युवतियां गुजराती गानों पर डांडिया व गरबा के साथ ही पंजाबी गानों पर घंटो थिरकती दिखी। इस मौके पर कई एक्टिविटीज हुईं, नृत्य के साथ ही दीपावली मनाते हुए हाऊजी में भी सभी ने हिस्सा लिया और जमकर मस्ती की।


इससे पहले डांडिया नाइट में गुजरात के लोकगीतों और फिल्मी गानों में महिलाओं ने युगल गीत, समूह नृत्य पर डांडिया व गरबा किया। नीधि, शालिनी अग्रवाल, मिहिका, संगीता, मुस्कान, शिल्पी, रुपाली, प्रीति,नेहा, श्रुति,तृप्ति, मोनिका, रौशनी, उपासना,पारुल, शालिनी,नूतन, सेडी, शिखा, विनीता, सुमीता, श्वेता और मीनाक्षी अग्रवाल ने खूब मस्ती की।
 लायंस क्लब वाराणसी की विभिन्न शाखाओं की ओर से महमूरगंज स्थित लॉन में डांडिया नाइट का आयोजन किया गया। इसमें क्लब के सदस्यों ने ढेर सारी मस्ती की। मुख्य अतिथि मंडलाध्यक्ष चैतन्य पांड्या रहे। इस दौरान पीके सिंह, दीपक अग्रवाल, क्षितिज शर्मा, भावना पांड्या, पूजा भल्ला, सुमन, सत्य प्रकाश गुप्ता, दिवाकर मिश्रा आदि मौजूद रहे। वहीं, द दीवा क्लब की ओर से तरना स्थित लॉन में डांडिया नाइट का आयोजन किया गया। जिसमें महिलाओं ने ढेर सारी मस्ती की और रोचक खेलों में हिस्सा लेकर उपहार जीते।

वाराणसी व्यापार मंडल और यूथ क्लब की ओर से महमूरगंज स्थित एक लान में डांडिया महोत्सव का आयोजन हुआ। वाराणसी महिला व्यापार मंडल और पूर्वांचल महिला व्यापार मंडल की पूरी टीम ने पूरे जोश खरोश के साथ डांडिया महोत्सव में हिस्सा लिया। मुख्य अतिथि अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा रहे। इस दौरान रमेश निरंकारी, सुनीता सोनी, चांदनी श्रीवास्तव, नीलिमा चौबे, राकेश त्रिपाठी, निर्मला देवी, आलोक, डॉली, प्रतिमा आदि मौजूद रहे

मंगलवार, 19 अक्तूबर 2021

करवाचौथ उत्सव में जुटी काशी की प्रुबद्ध महिलाए

डांडिया संग महिलाओं ने की खूब मस्ती

वाराणसी (dil india)। काशी प्रबुद्ध महिला मंच ने करवाचौथ उत्सव रविंद्रपुरी स्थित एक रेस्टोरेंट में मनाया। मां की आराधना के साथ इस दौरान डांडिया भी खेला गया। करवाचौथ की कहानी सुन सभी ने अखंड सुहाग की माता से प्रार्थना की। इस अवसर पर कई तरह के गेम्स कराए गये। सामाजिक कार्य के तहत जरूरतमंद महिलाओं को सुहाग पिटारा साड़ी वितरित की गई। 


आये हुए लोगों का स्वागत अध्यक्ष अंजलि अग्रवाल ने किया।  संचालन प्रिया अग्रवाल कर रहीं थीं। कार्यक्रम का खूबसूरत संयोजन शोभा कपूर ने किया। 
 ममता तिवारी ने  धन्यवाद ज्ञापित किया। 
कार्यक्रम में ममता पांड्या,संगीता अग्रवाल, चंद्रा शर्मा,गीता खन्ना, रीता,अमृता, छवि, नूतन, कमलेश गुप्ता, स्वाति, ममता जायसवाल, विक्की सर्राफ, पूनम, रेनू कैला इत्यादि ने सहभागिता दी।


मिशन पिंक हेल्थ के तहत लगा शिविर

बच्चों को दी गई स्वास्थ्य की महत्वपूर्ण जानकारी

लखनऊ (dil india)। मिशन पिंक हेल्थ के अंतर्गत डॉ मिथिलेश सिंह व डॉक्टर अनूप सिंह द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य सेवा शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में स्कूल के बच्चों को उनके स्वास्थ्य से संबंधित जरूरी जानकारी दी गई। किस प्रकार साफ और सफाई के द्वारा हम स्वस्थ रह सकते हैं इसके बारे में डॉक्टर मिथलेश सिंह ने पूर्व माध्यमिक स्कूल के बच्चों को बताया बच्चियों को मेंस्ट्रूअल साइकिल और उससे होने वाली समस्याओं के बारे में और उसका निदान बताया।


 

स्वास्थ्य शिविर में बच्चों की स्वास्थ संबंधी जांच की गई तथा उन्हें दवा व टॉनिक उपलब्ध कराई गई। लड़कियों को सेनेटरी पैड उपलब्ध कराते हुए उसके बारे में जागरूक किया और झिझक को छोड़कर सामान्य प्रक्रिया मानते हुए इससे संबंधित समस्या से अपनी माता शिक्षक और डॉक्टर को बताने को कहा गया। कार्यक्रम का आयोजन मिशन पिंक हेल्थ के द्वारा शिक्षक प्रतिनिधि रीना त्रिपाठी द्वारा पूर्व माध्यमिक विद्यालय कमलापुर के समस्त स्टाफ के सहयोग से आयोजित किया गया जिसमें प्रधानाध्यापक अलका रंजन, सहायक अध्यापक रेनू कनौजिया, शूची श्रीवास्तव, अनुदेशक पूनम सिंह सहित समस्त स्टाफ के सहयोग से संपन्न हुआ।

Julus-e-muhammadi:जुलूस ने पेश किया सौहार्द और मिल्लत की नज़ीर


जुलूस-ए-मोहम्मदी में इस्लामिक झंडे संग लहराया तिरंगा 

  • कोरोना काल के बाद पहली बार निकला जुलूसे मोहम्मदी     



सरफराज अहमद

वाराणसी (dil india)। इस्लाम धर्म के पैगंबर हज़रत मोहम्मद (स.) की यौमे पैदाइश (जन्मदिन) की खुशी में मंगलवार को जोश और खुशी के माहौल में मोमिन झूम उठे। कोरोना काल में दो साल तक कोई जुलूस नहीं निकला था। कोविड के बाद निकले इतने बड़े जुलूस में लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा था। शहर काज़ी मौलाना गुलाम यासीन साहब की अगुवाई में निकले जुलूस में कई इलाकों से निकला जुलूसे मोहम्मदी भी शामिल हो गया। जुलूस में शामिल लोगों के सिरों पर रंग-बिरंगा साफा और टोपी था तो हाथ में इस्लामी परचम। इस दौरान अमन और मिल्लत के साथ ही कौमी यकज़हती व देश भक्ति भी देखने को मिली। जुलूस में शामिल लोग इस्लामी परचम के साथ ही शान से तिरंगा  लहराते चल रहे थे। 
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
फजर की नमाज के बाद रेवड़ीतालाब से जुलूस उठने का सिलसिला शुरू हुआ। बच्चे, युवा और पुरुष सभी वाहन व पैदल जुलूस लेकर निकले।जुलूस में सुरक्षा के कड़े इंतेज़ाम किये गये थे। इस दौरान शहर के करीब सभी मार्गों पर छोटा-बड़ा जुलूस दिखा। जुलूसों में नबी की शान में नातिया कलाम गूंज रहा था। 
वही, सरकार की आमद मरहबा..., आका की आमद मरहबा..., मुस्तफा या मरहबा... आदि सदाएं बुलंद हो रही थीं। मरकजी दावते इस्लामी जुलूसे मुहम्मदी कमेटी एवं मुफ्ती बोर्ड के सदर मौ. अब्दुल हादी खां व जनरल सेके्रटरी मौ. हसीन अहमद हबीबी की निगरानी में जुलूस रेवड़ी तालाब के अजहरी मैदान से उठा। 



 जिसमें शिवाला, गौरीगंज, बजरडीहा, ककरमत्ता, मदनपुरा, अर्दली बाज़ार आदि मुहल्लों के जुलूस भी शामिल हो गया। जुलूस भेलूपुर, गौरीगंज, रवींद्रपुरी, शिवाला, सोनारपुरा, मदनपुरा, गोदौलिया, चौक, मैदागिन, कबीरचौरा, पियरी होते हुए बेनियाबाग पहुंचा। इस बार बेनियाबाग में जगह न होने की वजह से साइकिल स्टेंड के पास डायस लगाया गया था जिस पर उलेमा ने तकरीर की। आयोजन के दौरान विमिन्न संस्थाओं ने जुलूस का इस्तकबाल किया। बेनिया में हुए जलसे में आल इंडिया काजी बोर्ड के अगुवा मौलाना कौसर रब्बानी, मौलाना अब्दुल हादी खां हबीबी, मौलाना हसीन अहमद हबीबी, मौलाना अंजूम रजा नूरी, मौ. उजैर आलम आदि ने नबी की पैदाइश पर रोशनी डाली। इस दौरान शायरों ने कलाम पेश किया। गोदौलिया, चौक, मैदागिन, लोहटिया आदि स्थानों पर मुस्लिमों के साथ ही हिन्दू संगठनों ने भी जुलूस का स्वागत किया। पानी, फलहार व अन्य खाद्य सामग्री जुलूस में बांटी गयी।

अमन, भाईचारगी व सौहार्द नबी की तालीम

उलेमा ने कहा कि पैगम्बर हज़रत मोहम्मद (स.) का जन्म ही ऐसे समय में हुआ था।  जब लोग आपस में खून के प्यासे थे, जमीन और दौलत के लिए लड़ रहे थे। कबीले-कबीले से लड़ रहे थे। उस समय अरब के रेगिस्तान में नूर के रुप में हज़रत मोहम्मद  (स.) का जन्म हुआ। करीब 15 सौ सालों से उनकी सीरत की रोशनी सबको सराबोर करती चली जा रही है। उन्होंने इंसानियत और भाईचारे का संदेश दिया। हम सबको नबी ने इंसानियत और कुबार्नी सिखाया। ऐसी इंसानियत जिसमें हम सबको अपना भाई समझें और किसी का दिल ना दुखाएं। दूसरों की खुशी के लिए अपनी जो सबसे प्यारी चीज है उसे कुर्बान करने को तैयार रहें। इसलिए हमें हर हाल में जैसी भी स्थिति आए मोहम्मद (स.) की सीरत पर अमल करते हुए अमन, भाईचारगी व सौहार्द के साथ रहना चाहिए। तभी हमारे साथ मुल्क की तरक्की हो पाएगी। मोहम्मद (स.) के दुनिया में आने के बाद तमाम हुमूमते खत्म हो गईं। इंसानियत व अमन का राज कायम हुआ। नबी से जिसने नफरत की, उसे सजा नहीं उन्होंने दुआ दी। ऐसा किरदार हज़रत मोहम्मद (स.) का था जिसे सारी दुनिया मानती है।

Eid miladunnabi: आमदे मुस्तफा पर रौशन हुआ सारा जहां

आज किसकी आमद से हर तरफ उजाला है...

  • हर तरफ नूर की बारिश
  • नबी की शान में पेश हुए कलाम


वाराणसी (dil india)। आमदे मुस्तफा की खुशी में सोमवार की शाम और फिर रात मुसालिम इलाके रौशनी और सजावट से इतराते नज़र आये। इस दौरान सारा जहां नबी की मोहब्बत और अकीदत लुटाता नज़र आया। हर तरफ नूर की बारिश और डायसो से नबी की शान में कलाम पेश करते शायरों का जज्बा और जुनून देखते ही बन रहा था। यह नज़ारा था अर्दली बाज़ार मुख्य रोड का। मौलाना शमशुद्दीन साहब की अंगुवाई में यहां देर रात तक शायरों ने जहां कलाम पेश किया वही उलेमा की तकरीर से भी अकीदतमंद फैज़याब हुए। मध्यरात्रि तक शायरों के कलाम यहां गूंज रहे थे।


उधर मरकजी यौमुन्नबी कमेटी की ओर से ईद मिलादुन्नबी पर, आज किसकी आमद से हर तरफ उजाला है, आखिरी पैयंबर है और नूर वाला है... व, आमीना का लाल देखो जगमग जगमग करता है...। जैसे कलाम पेश करते हुए सोमवार की रात जुलूस निकाला गया। जुलूस बेनियाबाग के पूर्वी छोर हड़हा मैदान से निकला। इसके बाद सराय हाड़हा, छत्तातले, नारियल बाजार, दालमंडी, नई सड़क, मस्जिद खुदा बख्श, कुरैशबाग मस्जिद, उस्ताद बिसमिल्लाह खान मार्ग होकर भीखा शाह गेट पर पहुंचकर समाप्त हुआ। 


जुलूस की अगुवाई कमेटी के अध्यक्ष शकील अहमद बबलू,पूर्व चेयरमैन अल्पसंख्यक आयोग व महामंत्री जियाउद्दीन खां कर रहे थे। जुलूस के बाद मौलाना ज़कीउल्लाह असदुल कादरी ने नबी की सीरत पर रौशनी डाली। कहा कि पैंगबरे इस्लाम धर्म के अंतिम पैगम्बरे इस्लाम हजरत मोहम्मद (स.) किसी एक के लिए नहीं बाल्कि सारी दुनिया के लिए रहमत बनकर आए थे। अगर नबी को मानते हो तो उनके बताये हुए रास्तो पर चलों।इस दौरान आगा कमाल अहमद, रेयाज़ अहमद नूर, मोहम्मद अबरार खान, शकील अहमद सिद्दीकी, अब्दुल अलीम, इमरान अहमद, शकील, दिलशाद अहमद आदि मौजूद थे।

जगमगा उठा मुसलिम इलाका

इस दौरान अर्दली बाजार, पक्की बाजार, मकबूल आलम रोड, नदेसर, लल्लापुरा, हबीबपुरा, नई सड़क, दालमंडी, सराय हड़हा, रेवड़ी तालाब, मदनपुरा, गौरीगंज, शिवाला, बजरडीहा, शक्कर तालाब, जलालीपुरा, कोयला बाजार, पीली कोठी, बड़ी बाजार आदि इलाकों में विद्युतीय सजावट देखने को मिली। 


सोमवार, 18 अक्तूबर 2021

जिले की 52 पीएचसी पर लगा सीएम आरोग्य स्वास्थ्य मेला

मुफ्त मिलीं स्वास्थ्य सेवाएं, लाभान्वित हुए मरीज


वाराणसी(dil india)। कोविड-19 पर काफी हद तक नियंत्रण पाने के बाद मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलों का आयोजन दोबारा शुरू हुआ। रविवार को एक बार फिर से जिले के सभी ग्रामीण व शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले में मरीजों की नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच की गयी। इसके साथ ही मरीजों निःशुल्क दवा एवं चिकित्सीय परामर्श भी दिया गया।

     इस अवसर पर अपर निदेशक/मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीबी सिंह ने शहरी पीएचसी पाण्डेयपुर का निरीक्षण किया । इस दौरान उन्होंने समस्त चिकित्सीय व स्वास्थ्य सुविधाओं का अवलोकन किया। इसके साथ ही चिकित्सक व समस्त स्टाफ को दिशा-निर्देश भी दिए। डॉ वीबी सिंह ने बताया कि जिले की 52 पीएचसी में मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलों का आयोजन किया गया। मेले का उद्देश्य है कि एक ही छत के नीचे लोगों को अधिकाधिक स्वास्थ्य सुविधाएं, जांच, उपचार और दवाएं आदि उपलब्ध हो। हमारा प्रयास है कि इस मेले से अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हों। उन्होंने बताया कि मेला परिसर में प्रवेश करने से पूर्व प्रत्येक व्यक्ति की स्क्रीनिंग की जा रही है। मेले में मास्क और सेनिटाइजर की भी व्यवस्था है। सभी लोग सहयोगात्मक व्यवहार करें। इससे जांच, उपचार और दवाओं आदि की सुविधा आसानी से मिल सकेगी।


   इसके साथ ही शहरी पीएचसी पाण्डेयपुर पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ निधि पांडे की देख-रेख में सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) के सहयोग से नाट्य संस्था मंच दूतम की ओर से महिला व बाल स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता को लेकर लोक गीत सहित नुक्कड़ नाटक मंचन किया गया। इस दौरान वहाँ मौजूद लाभार्थियों व आशा कार्यकर्ताओं ने नाटक मंचन की काफी सराहना भी की।  

मेले में 2495 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई जिसमें  905 पुरुषों, 1273 महिलाओं और 317 बच्चों को देखा गया । इन स्वास्थ्य मेलों में आयुष्मान भारत योजना के स्टॉल लगाकर 238 लाभार्थियों के गोल्डेन कार्ड भी बनाए गए। इस दौरान कोविड हेल्प डेस्क पर 1331 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की गईं, जिसमें 529 व्यक्तियों का एंटीजन किट से कोरोना टेस्ट किया गया जिसमें सभी व्यक्ति निगेटिव पाये गए। इसके अलावा 52 लोगों की हेपेटाइटिस-बी की जांच हुई, बुखार के 245, 9 1 लोगों की मलेरिया जांच में एक भी पॉजिटिव नहीं, 46 लिवर, 160 मरीज श्वसन, 240 उदर, 128 मधुमेह, 406 त्वचा संबन्धित मरीज, 15 टीबी के संभावित लक्षण दिखने वाले व्यक्ति, 43 एनीमिक (खून की कमी), 102 हाईपेर्टेंशन, 171 महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच (एएनसी), 766 अन्य रोगों के मरीज देखे गए। वहीं 15 मरीजों को संदर्भित किया गया। मेले में 8 कुपोषित बच्चों को चिन्हित किया गया। 5 मरीजों को चिकित्सीय उपचार के लिए भेजा गया। इसके अलावा 1 मरीज को जनरल सर्जरी एवं 38 मरीजों को आँख की स्क्रीनिंग की गयी जिसमें 4 मरीजों को सर्जरी, 1 मरीज को ईएनटी सर्जरी, 4 मरीज को ओब्स एवं गायनी सर्जरी के लिए चिन्हित किया गया। जिला स्तर पर मेले में 112 मेडिकल ऑफिसर एवं 411 पैरामेडिकल स्टाफ ने कार्य किया।

पुरुषों की अपेक्षा महिलाएं स्वास्थ्य के प्रति अधिक सजग -* जनपद सहित पूरे प्रदेश में 19 सितंबर 2021 से अब तक चार बार सीएम आरोग्य स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया जा चुका है। वाराणसी जनपद में इन चार आरोग्य मेलों में 11,607 लोगों की स्वास्थ्य जांच की जा चुकी है। इनमें 4,698 पुरुष व 6,909 महिलाएं शामिल हैं। 

मेले में मिलीं सुविधाएं 

मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलों में गोल्डन कार्ड बनवाने, गर्भावस्था एवं प्रसवकालीन परामर्श, पूर्ण टीकाकरण एवं परिवार नियोजन संबंधी साधनों एवं परामर्श की व्यवस्था रही। इसके साथ ही संस्थागत प्रसव संबंधी जागरूकता, जन्म पंजीकरण परामर्श, नवजात शिशु स्वास्थ्य सुरक्षा परामर्श एवं सेवाएं, बच्चों में डायरिया एवं निमोनिया की रोकथाम के साथ ही टीबी, मलेरिया, डेंगू, फाइलेरिया, कुष्ठ आदि बीमारियों की जानकारी, जांच एवं उपचार की नि:शुल्क सेवाएं दी गई। पीएचसी पर जो जांचें नहीं हो पाईं उन मरीजों को जांच के लिए सीएचसी अथवा जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया।

Hazrat Imam Zainul abedin इस्लाम की पहचान, इबादतों की शान

हज़रत जैनुल आबेदीन की जयंती पर सजी महफिलें, गूंजे कलाम Varanasi (dil India live). शाहीदाने कर्बला इमाम हुसैन के बेटे, इबादतों की शान चौथे हज...