सोमवार, 25 सितंबर 2023

BLW के व्यापारियों ने दुकानें बंद कर किया हड़ताल

बरेका दुकानदारों में किराया पांच गुना बढ़ाये जाने से नाराज़गी 


Varanasi (dil India live). 25.09.2023. बरेका परिसर कि दुकानों के किराने में पाँच गुना से भी ज्यादा वृद्धि होने के कारण बरेका दुकानदारों ने हड़ताल कर दिया है. इस दौरान व्यापारियों में भारी रोष दिखाई दिया. बरेका में बरेका प्रशासन द्वारा किराया बढ़ाने का आरोप लगा कर दुकानदारों ने सभी दुकान बंद कर दिया है. इस दौरान ठेला व सब्जी विक्रेता भी बन्दी के समर्थन में आ गये हैं. बरेका व्यापार मंडल की संरक्षक योगिता तिवारी ने बताया कि बरेका प्रशासन ने एक साथ पांच गुना दुकानों और प्रतिष्ठानों का किराया बढ़ाया गया है जो किसी भी तरह न्याय संगत नहीं है. इसलिए सभी दुकान बंद कर विरोध जताया जा रहा है. दुकान बंद होने से कर्मचारी रोजमर्रा की चीजों के लिए भटकते नजर आए. बरेका के सभी दुकानदारो सब्जी, फल, फूड स्टाल वाले, सभी प्रकार के व्यवसाईयो ने अपनी अपनी दुकाने बंद रख कर बारेका के सभी कर्मचारी युनियनो संस्था कर्मचारी परिषद, को आवेदन पत्र देकर सहयोग की अपील की है साथ ही बरेका व्यपार मंडल द्वारा ग्रमीण बच्चियों को पूर्व में आयोजित प्रतियोगीता हेतु प्रमाण पत्र वितरित किया गया. बैठक मे व्यपार मंडल पदाधिकारियों समेत कर्मचारी परिषद के श्रीकांत यादव, हरिशंकर यादव, नवीन सिन्हा, कृष्ण मोहन तिवारी आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहें.

रविवार, 24 सितंबर 2023

Jain Mandir's में सुगन्ध दशमी मनाई गई

पांचों इन्द्रियों व मन को वश में करना ही 'सयंम धर्म'

-जैन मन्दिरो में व्रत एवं पर्युषण पर्व का छठवा दिन- "उत्तम संयम धर्म" मना






Varanasi (dil India live). 24.09.2023. जैन धर्म में तप-तपस्या का महत्वपूर्ण स्थान है. अंहिसा, संयम एवं तपमय धर्म ही उत्कृष्ट मंगल है. जैन धर्म में तीन रत्न माने गए है-सम्यक दर्शन, सम्यक ज्ञान, सम्यक चारित्र, आत्मरूप की प्रतीति, आत्मरूप का ज्ञान और आत्मरूप में लीन होना ही मोक्ष मार्ग प्रशस्त करते है. श्री दिगम्बर जैन समाज काशी द्वारा मनायें जा रहे पर्युषण पर्व पर धर्मावलंबी पूरी तरह श्रद्धा के साथ तप, तपस्या, संयम, ध्यान, मंत्र जाप, सामायिक, प्रतिकमण, भावना, शास्त्र अध्यन, पूजन एवं भगवंतो का अभिषेक करते है। रविवार को प्रातः नगर की समस्त जैन मन्दिरो में धूप दशमी पर्व पर अग्नि में धूप समर्पित इस भावना के साथ किया कि हम अपने अष्ट कर्मो का दहन कर सके. ये पर्व अपने अपने बुरे कर्मो की निर्जरा के लिए मनाया जाता है. जिससे हम अपने जीवन को सुगन्धित कर सके।.

रविवार को प्रातः सारनाथ स्थित 11वें तीर्थंकर भगवान श्रेयांस नाथ जी की जन्म कल्याणक भूमि पर 11 फुट ऊंची प्रतिमा का अभिषेक किया गया. सायंकाल भेलूपुर स्थित भगवान पार्श्वनाथ जन्म भूमि पर उत्तम संयम धर्म पर प्रवचन करते हुए प्रो: फूल चन्द्र प्रेमी जी ने कहां की स्पर्धा भी यदि करना है तो संयम की करो, ये सबसे उत्तम विवेक का काम है ।इससे तत्वज्ञान का लाभ है। संयम धर्म जीवन के हर क्षण आवश्यक है, क्योकि संयम ही हमारे जीवन का सुरक्षा कवच है.

खोजंवा स्थित अजीत नाथ दिगम्बर जैन मन्दिर में डां मुन्नी पुष्पा जैन ने कहां - संयम को अपने जीवन के सबसे बड़े खजाने की तरह सुरक्षित रखना चाहिए क्योंकि जब जीवन में संयम आएगा तभी जीवन धन्य हो जायेगा. ग्वाल दास लेन स्थित मन्दिर में पं सुरेंद्र शास्त्री ने कंहा की इन्द्रिय को वश में रखना ही सयंम धर्म है- जिस मनुष्य ने अपने जीवन मे संयम धारण कर लिया, उसका मनुष्य जीवन सार्थक है बगैर संयम के मुक्तिवधू कोसो दूर है एवं 'आकाश कुसुम के समान है. 

सायंकाल सभी जैन मंदिरो मे भगवान पार्श्वनाथ, 24 तीर्थंकरो, क्षेत्रपाल बाबा, देवी पद्मावती की सामूहिक आरती और भजन किए गए.आयोजन में प्रमुख रूप से दीपक जैन, राजेश जैन, अरूण जैन, आर सी जैन, संजय जैन, विनय जैन,राजेश भूषण जैन, मनोज जैन, राजमणि देवी जैन उपस्थित थे.

Imam ki yaad : दर्द भरे नौहों के बीच साठे का निकला जुलूस

ग़म का आखिरी जुलूस निकला, जंजीर का हुआ मातम, जुटा हुजूम







Mohd Rizwan 

Varanasi (dil India live).24.09.2023. नौहों की दर्द भरी सदाओं के बीच इतवार को साठे का कदीमी जुलूस निकला। जुलूस में शहीदाने कर्बला को आंसुओं और लहू का नजराना अजादारों ने जंजीर का मातम पेश करके किया। जुलूस में  अलम, दुलदुल, तुरबत और अमारी की जियारत की गई और लोगों ने मन्नतें उतारीं। रास्ते भर अंजुमन हैदरी के दर्द भरे नौहें अकीदतमंदों की आंखें नम करते रहे। कमा और जंजीर से खूनी मातम किए गए। इतवार की देर शाम दरगाह फातमान पहुंच कर जुलूस समाप्त हुआ। इससे पूर्व हुईं मजलिसों में कर्बला की शहादत के मंजर बयान किए गए।

ग्यारहवें इमाम हसन अस्करी की शहादत पर इतवार को दालमंडी की पुरानी अदालत स्थित शब्बीर और सफदर के अजाखाने से अंजुमन हैदरी की देखरेख में जुलूस निकाला गया। इससे पूर्व मजलिस को खिताब करते हुए मौलाना इरशाद अब्बास लखनऊ ने कहा कि कुर्बानी से बड़ा कोई जज्बा नहीं होता। इमाम हुसैन ने अपने साथियों के साथ कर्बला के मैदान में यह कर दिखाया। कहा कि इमाम हुुसैन की शहादत ने हम सब में वहीं जज्बा भर दिया है कि दुश्मन के आगे सिर न झुकाया जाए और हक की आवाज बुलंद करने में कोई कोताही न की जाए। नई सड़क पर अंजुमन हैदरी के नौहे, हम क्यों न करें मातम शाहे जमन तेरा, सुनते है रहा लाशा बेगोरो कफन तेरा... पर जहां लोग रो पड़े वहीं नौजवानों ने कमा और जंजीर का मातम किया। फाटक शेख सलीम, काली महाल, पितरकुंडा, लल्लापुरा में भी मातम हुआ। जिस्म से निकलते खून शहीदाने कर्बला को खिराजे अकीदत पेश कर रहे थे। जुलूस में हजारों की संख्या में स्त्री, पुरुष और बच्चे शामिल रहे। मकानों की छतों पर भी भीड़ लगी रही।

Jain Dharam का दशलक्षण महापर्व का पंचम अध्याय- "उत्तम सत्य धर्म"




Varanasi (dil India live). 23.09.2023. क्षमा पर्व पर्युषण पर्वो का ताज है, क्षमा वीर का आभूषण पर्वाधिराज है. तप ज्ञान धर्म का उत्सव मुक्ति का राज है. को ध्यान में रखते हुए श्री दिगम्बर जैन समाज काशी के तत्वावधान में शनिवार को दशलक्षण व्रत के पांचवे दिन भी नगर के समस्त दिगम्बर जैन मन्दिरो में पूजन पाठ, अभिषेक, शान्ती धारा और नृत्य कार्यक्रम किये गए. श्री 1008 पुष्पदतं भगवान के मोक्ष कल्याणक मनाकर श्री जी की शान्ति धारा की गई. नौंवे तीर्थंकर पुष्पदंत जी के मोक्ष कल्याण पर भक्तो ने निर्वाण लाडू अर्पित किया. ग्वाल दास लेन स्थित मन्दिर एवं भेलूपुर जैन मन्दिर में प्रोःअशोक जैन विधानाचार्य के निर्देशन मे क्षमावाणी विधान, सत्य धर्म की पूजा, प्रक्षाल, महामंत्र का जाप, जिनवाणी की स्तुति की गई. सायंकाल-श्रृंखला के अन्तर्गत दशलक्षण के पांचवे अध्याय "उत्तम सत्य धर्म " पर भेलूपुर जैन मन्दिर में व्याख्यान करते हुए प्रो: फूल चन्द्र प्रेमी ने कंहा जिसकी वाणी व जीवन में सत्य धर्म अवतरित हो जाता है, उसकी संसार सागर से मुक्ति निश्चित है. सत्य धर्म सर्व धर्मो में प्रधान है। मुक्ति का मार्ग सत्य से वास्ता होने पर ही प्राप्त होता है.

खोजंवा स्थित जैन मंदिर में सत्य धर्म पर प्रवचन करते हुए डॉ मुन्नी पुष्पा जैन ने कहां की लोक हित का साधक सत्य धर्म होता है. हमें कठोर, कर्कश, मर्म भेदी वचनों का प्रयोग नही करना चाहिए जब भी बोलें हित मित प्रिय वचनों का प्रयोग अपने व्यवहार में लाना चाहिए तथा कहा भी गया है कि ऐसी वाणी बोलिए मन का आपा खोए. औरन को शीतल करें, आपहुं शीतल होए.

ग्वाल दास लेन स्थित मन्दिर में पं सुरेंद्र शास्त्री ने कहां कि सत्य का सम्बन्ध तो अहिंसा से है। अहिंसा सत्य का सौंदर्य प्रदान करती है और सत्य अहिंसा की सुरक्षा करता है। सत्य गले का आभूषण है, सत्य से वाणी पवित्र होती है जिन्होंने सत्य धर्म का पालन किया, वो इस संसार से पार हो गए, मुक्त हो गए.सायंकाल शास्त्र प्रवचन, तीर्थंकरो की आरती, जिनवाणी पूजन किया गया. आयोजन में प्रमुख रूप से दीपक जैन, राजेश जैन, अरूण जैन, तरूण जैन, निशांत जैन, किशोर जैन, विनोद जैन, प्रमिला सांवरिया, आशा जैन, श्रीमति शकुन्तला जैन, राजरानी जैन, उषा जैन उपस्थित थी.

शनिवार, 23 सितंबर 2023

11 वे इमाम की शहादत पर हुई मजलिसे

अमारी का निकला जुलूस, अंगारों पर हुआ मातम         


Varanasi (dil India live). 23.09.2023. रबीउल अव्वल की सात तारीख (1445 हिजरी) को ग़म ए हुसैन के विशेष 68वें दिन के अंतिम संध्या पर शहर में मजलिस मातम और जुलूस के ज़रिए 11 वें इमाम हज़रत इमाम हसन अस्करी की शहादत पर ग़म का इज़हार किया गया।

इस दौरान तेलियानाला से अमारी और  दुलदुल का जुलूस निकाला गया। जुलूस में शहर की कई अंजुमनो ने नौहाख्वानी व मातम किया। जुलूस अपने कदीमी रास्तों से होता हुआ सदर इमामबाड़े पर पहुंचा। सदर इमामबाड़े पर अंजुमन हुसैनिया ने अंगारों पर चलते हुए या हुसैन की सदाये बुलंद की तो भेलुपुरा से कदीमी जुलूस उठाया गया। शहर के अन्य क्षेत्रों अर्दली बाजार, शिवाला, दोषीपुरा आदि स्थान पर भी मजलिसे हुईं । शिया जामा मस्जिद के प्रवक्ता सैयद फरमान हैदर ने बताया कि 11 वें इमाम हसन अस्करी की शहादत हिजरी सन् 260 में ज़हर देने से हुई। इमाम का रौज़ा सामरा इराक़ में है। 11 वें इमाम को 27 वर्ष की उम्र में ज़हर देकर शहीद किया गया।

Moulana Arshad Madni बोले: मुसलमानों के खिलाफ यह नफरत की इंतेहा

रमेश बिधूड़ी के बयान पर सियासी बवाल शुरू 


New Delhi (dil India live).23.09.2023. नई दिल्ली में जमीअत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि संसद में सत्तारूढ़ दल के एक सांसद ने जिस प्रकार से एक मुस्लिम सांसद के लिए असंसदीय भाषा का प्रयोग किया, वह देश के लोकतांत्रिक इतिहास में अपनी तरह की पहली शर्मनाक घटना है। उन्होंने कहा कि पहले भी बहुत से मुद्दों पर संसद में बेहद तीखी और कड़वी बहस होती रही हैं, लेकिन किसी निर्वाचित सदस्य के खिलाफ किसी अन्य सांसद ने ऐसे भद्दे और असंसदीय शब्दों का प्रयोग कभी नहीं किया गया. मदनी ने कहा कि यह जो कुछ हुआ उसे देखकर कहा जा सकता है कि मुसलमानों के खिलाफ यह नफरत की इंतेहा है जो अब लोकतंत्र के मंदिर तक जा पहुंची है। उन्होंने कहा कि यह हेट स्पीच नहीं बल्कि इससे कहीं अधिक है। अगर विपक्ष के किसी सांसद ने सदन में ऐसी भाषा का प्रयोग किया होता तो उसे उसी समय सदन से बाहर निकाल कर उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाती और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया उस पर एक तूफान खड़ा कर देता। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने हेट स्पीच के खिलाफ स्वयं नोटिस लेकर कार्रवाई करने का आदेश जारी किया है। इसके आधार पर कुछ मामलों में कार्रवाई भी हुई है, लेकिन यह मामला संसद का है इसलिए कार्रवाई का पूर्ण अधिकार स्पीकर के पास है।

रमेश बिधूड़ी संसद के विशेष सत्र के चौथे दिन लोकसभा में चंद्रयान-3 की सफलता पर बोल पर थे। तभी बसपा सांसद दानिश अली ने टिप्पणी की। इस पर रमेश नाराज हो गए। उन्होंने दानिश अली के खिलाफ अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल किया।

संसद के विशेष सत्र में लोकसभा की कार्यवाही के दौरान भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी के भाषण का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। भाजपा सांसद भाषण के दौरान अभद्र भाषा बोलते हुए दिखाई दिए। भाजपा सांसद बिधूड़ी के अभद्र भाषा को लेकर तमाम राजनीतिक दल ने विरोध दर्ज किया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी विधूड़ी के बयान पर आपित्त दर्ज कराई और भाजपा को निशाने पर लिया। लखनऊ में उन्होंने कहा कि ये भाजपा का असली चाल, चरित्र और चेहरा है। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर मामले में हस्तक्षेप करने को कहा। उन्होंने पत्र में कहा, एक प्रमुख राजनीतिक दल के सदस्य के खिलाफ खुलेआम अपमानजनक और असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल किया गया। उन्होंने विधूड़ी पर कड़ी कार्यवाही करने का अनुरोध किया है। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रमेश बिधूड़ी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। बीजेपी सांसद को 15 दिन में नोटिस का जवाब देना होगा। रमेश बिधूड़ी से लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने बात की। उन्होंने नाराजगी जताई है। साथ ही सांसद को चेतावनी दी है कि भाषा की मर्यादा का ध्यान रखें।


सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य सख्त नाराज़ 

भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा संसद में बसपा सांसद दानिश अली पर अभद्र टिप्पणी करने को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा पर सख्त नाराजगी जताई है। एक समाचार एजेंसी से बातचीत में मौर्य ने कहा कि भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी की टिप्पणी अशोभनीय है। यह एक सांसद की गरिमा के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि यह न सिर्फ भाजपा सांसद के चरित्र को दिखाता है बल्कि ये भाजपा की संस्कृति को भी अभिव्यक्त करता है।

सदस्यता रद्द की जानी चाहिए: जयराम रमेश 

कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि रमेश बिधूड़ी ने दानिश अली को जो कहा है वह अत्यंत निंजनीय है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने माफी मांगी है, जो अपर्याप्त है। ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। पीएम मोदी कहते हैं नए संसद भवन की शुरूआत नारी शक्ति से हुई है, लेकिन रमेश बिधूड़ी ने इसकी शुरूआत की है। यह बीजेपी सांसद की नहीं बल्कि पार्टी की सोच है। हमारी मांग है कि रमेश की सदस्यता रद्द की जानी चाहिए।


अखिलेश ने कहा निर्लज्जता का बेशर्म प्रदर्शन 

अखिलेश यादव ने इस पर एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कहा था कि इंसान की पहचान चेहरा नहीं ज़ुबान होती है। सत्ता के नशे में बेसुध भाजपा के एक सांसद द्वारा विपक्ष के एक अल्पसंख्यक सांसद को अतिअभद्र तरीके से संबोधित करना किसी आपराधिक घटना से कम नहीं है। ये भाजपा की नकारात्मक राजनीति का निकृष्टतम रूप है जिसमें अन्य भाजपाई सांसदों का हंसते हुए सम्मिलित होना दिखाता है कि ये किसी एक भाजपाई की गलती नहीं है बल्कि ये भाजपा के अधिकांश सदस्यों की निर्लज्जता का बेशर्म प्रदर्शन है। ऐसे सासंदो पर, किसी भी प्रकार की संसदीय विशेषाधिकारों की छूट से परे, किसी एक सांसद नहीं बल्कि पूरे संसद और संविधान की मानहानि करने का मुक़दमा होना चाहिए और ताउम्र की पाबंदी भी।


जानिए औवेसी ने क्या कहा 

एआईएमआईएस चीफ असदुद्दीन औवेसी ने इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, इस वीडियो में चौंकाने वाला कुछ नहीं है। मुझे भरोसा है कि इसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। संभावना है कि आगे इसे भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाएगा। आज देश में मुसलमानों के साथ वैसा ही सुलूक हो रहा है। जैसे जर्मनी में यहूदियों के साथ किया जाता था।

शुक्रवार, 22 सितंबर 2023

Jain Dharam :दशलक्षण महापर्व का चतुर्थ दिवस

जैनी दस वृत्तियो का व्रत लेकर धर्म-ध्यान, व्रत, प्रभु की स्तुति में रहे तल्लीन




Varanasi (dil India live). भारत बसुधंरा धार्मिक विविधताओ का देश है. भिन्न-भिन्न धर्मानुययियों में धार्मिक समरसता भी है. सभी परस्पर अन्य धर्मो का आदर और सम्मान करते है और मूल में देखें तो भारत बर्ष सभी धर्म प्राणी मात्र के कल्याण की बात करते है.

भिन्न भिन्न धर्मो के रूप में भारतीय संस्कृति के अलग-अलग रंगो को अनुभव करना चाहिए. जैन धर्म का पर्युषण पर्व मानव के कल्याण के लिए यह सिखलाता है कि जैन धर्म में प्रथम अध्याय क्षमा धर्म और अन्त भी विश्वमैत्री क्षमावाणी के रूप में मनाता है । सम्पूर्ण जीवन के लिए इस कल्याणकारी बात को ध्यान में रखते हुए जैन मतावलंबी समस्त मानव के हित हेतु एवं स्वयं के कल्याण के लिए यह दशलक्षण पर्व मनाता है.

श्री दिगम्बर जैन समाज काशी के तत्वावधान में शुक्रवार को भी प्रातः बेला से ही जैन मतावलंबी दस वृत्तियो का व्रत लेकर धर्म-ध्यान, व्रत, प्रभु की स्तुति हुए तल्लीन रहे. वाराणसी के हर मंदिरो में इन दिनो अनेको धार्मिक अनुष्ठान सुबह से शाम तक भक्तगण कर रहे है। 

गुरुवार को प्रातः भगवान पार्श्वनाथ जन्म कल्याणक भूमि भेलूपुर में जहां भक्तगण तीर्थंकरो की पूजा-अभिषेक- जपमाला, इत्यादि कर रहे है वही नीचे प्रवचन हाल में प्रोःअशोक जैन जी के कुशल निर्देशन में भक्तगण क्षमावाणी विधान पूरे भक्ति के साथ कर रहे है. उदयराज खडगसेन दिगम्बर जैन मन्दिर भेलूपुर मे भी भक्ति के साथ धार्मिक आयोजन किए जा रहे है. नगर के अन्य मंदिरो मे भी कई अनुष्ठान चल रहे है. शुक्रवार को कई जैन मन्दिरो में देवी पद्मावती मां का श्रृंगार एवं पूजन किया गया.

सायंकाल भेलूपुर स्थित जैन मन्दिर में धर्म के चतुर्थ अध्याय "उत्तम शौच धर्म " पर व्याख्यान देते हुए प्रो: फूल चन्द्र प्रेमी जी ने कहां - ह्रदय से लोभ का त्याग करना ही शौच धर्म है, लोभ ही संपूर्ण पाप का जनक है. जिस व्यक्ति ने अपने मन को निरलोभीय बना लिया है,मोह माया से संतोष धारण कर लिया है, उसे जीवन में परम शान्ती निश्चित मिलती है. 

खोजंवा स्थित जैन मंदिर मे शास्त्र प्रवचन करते हुए डॉ मुन्नी पुष्पा जैन ने कहां कि पर्युषण शुद्ध रूप आध्यात्मिक पर्व है. इसमें आत्मनिरीक्षण-आत्मचिंतन ही नही आत्ममंथन की प्रक्रियाए भी निहित है. उन्होंने कहां की जैन धर्म में अहिंसा का सबसे ऊंचा स्थान है-इसलिए दीन दुखियो- प्राणियो पर हमेशा करूणा-दया का भाव रखना चाहिए. 

ग्वाल दास लेन स्थित मन्दिर जी में पं: सुरेंद्र शास्त्री ने कंहा- यह पर्व मानव कल्याण के लिए है, ये मनुष्य को क्षमावान बनाता है, यह पर्व लोक-परलोक में सुख देने वाला है. उन्होंने कंहा-सरलता की अनुपस्थिती में शुचिता संभव नही, चित्त की मलिनता का मूल कारण लोभ-लालच है. प्रत्येक आत्मा में निर्मल होने की शक्ति है. सायंकाल तीर्थंकरो, क्षेत्रपाल बाबा, देवी पद्मावती मां की आरती की गई. आयोजन में प्रमुख रूप से दीपक जैन, राजेश जैन, अजीत जैन, ललित पोद्दार,,सौमित्र जैन, राजीव जैन, संजय जैन उपस्थित थे.

शेख़ अली हजी को दिखता था बनारस का हर बच्चा राम और लक्ष्मण

बरसी पर याद किए गए ईरानी विद्वान शेख़ अली हजी  Varanasi (dil India live)। ईरानी विद्वान व दरगाहे फातमान के संस्थापक शेख मोहम्मद अली हजी ईरान...