अंजुमनों के दर्द भरे नौहों से लोगों की आँखे हुई नम
दुलदुल का फाइल फोटो |
दुलदुल का फाइल फोटो |
वृहद पौधरोपण कार्यक्रम में प्रिंसिपल आरती देवी ने छात्र-छात्राओं से कहा कि हम सभी को पौधरोपण कर उनकी सुरक्षा कर प्रकृति के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार पिता के लिए पुत्र का महत्व होता है, उसी प्रकार हमारे जीवन में वृक्ष भी जीवनदाता के रूप में उतने ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने पौधा लगा कर उसे वृक्ष बनाने पर जोर दिया और कहा कि वृक्ष हमारे पर्यावरण के विभिन्न अंग हैं। धरती पर पेड़ पौधों के अस्तित्व के बिना मनुष्य,जानवरों और प्रजातियों का अस्तित्व संभव नहीं है।
अटेवा पेंशन बचाओ मंच के ज़िला उपाध्यक्ष डॉ. एहतेशामुल हक ने कहा कि प्रकृति में संतुलन बनाए रखने के लिए तथा अपने आस-पास के वातावरण को स्वच्छ बनाए रखने के लिए पेड़-पौधे लगाना बहुत ज़रूरी है। पेड़-पौधों के माध्यम से प्रकृति सभी प्राणियों पर अनंत उपकार करती है। पेड़-पौधे हमें छाया प्रदान करते हैं। फल-फूलों की प्राप्ति भी हमें पेड़-पौधों से ही होती है।पेड़ से सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है कि वे कार्बन डाई आक्साइड और आक्सीजन का आदान प्रदान करते हैं। वरिष्ठ अध्यापिका वंदना पांडेय ने बताया कि जहां हरियाली होती है वहां खुशहाली आती है।अधिक से अधिक पेड़ लगाने से प्रदूषित हवा से छुटकारा पाने में मदद मिलती है। अन्त में पौधरोपण कार्यक्रम के दौरान पौधै लगाकर नियमित देखभाल करने का संकल्प दिलाया गया।
इस अवसर पर वंदना पांडेय, डॉ एहतेशामुल हक, सादिया तबस्सुम, अनीता सिंह, शशिकला, प्रमिला सिंह, शक्ति कुमारी, विकास कुमार सोनकर, सोनी, रीना, आशा, रीता देवी, त्रिलोकी नाथ, सहित छात्र-छात्राओं ने विभिन्न प्रजाति के दर्जनों पौधे लगाए।
ऐतिहासिक अलम व दुलदुल का कदीमी जुलूस औसानगंज नवाब की ड्योढ़ी से आज सायं 5 बजे उठाया जायेगा। अंजुमन जव्वादिया जुलूस के साथ-साथ रहेगी। वहीं शिवाला स्थित आलीम हुसैन रिजवी के निवास से भी एक जुलूस उठाया जायेगा, जो हरिश्चन्द्र घाट के पास कुम्हार के इमामबाड़े पर समाप्त होगा। तीन मोहर्रम को ही रामनगर में बारीगढ़ी स्थित सगीर साहब के मकान से अलम का जुलूस उठाया जायेगा।
पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि विदेश भेजने हेतु पार्सल बुक करवाने के लिए अब ग्राहकों को डाकघर आने की जरूरत नहीं है, घर बैठे ही पोर्टल के माध्यम से अपना पार्सल बुक कर सकेंगे। इसके लिए डाक विभाग द्वारा देश भर के जिला मुख्यालय के प्रधान/मुख्य डाकघरों में डाकघर निर्यात केंद्र खोले जा रहे हैं। इस सेवा का लाभ लेने के लिए उद्यमियों को भारतीय डाक विभाग के पोर्टल www.indiapost.gov.in पर या सीधे https://dnk.cept.gov.in/customers.web/ लिंक पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा। रजिस्ट्रेशन करने हेतु उद्यमियों को निर्यातक होने का प्रमाण पत्र भी देना होगा। श्री यादव ने कहा कि ओडीओपी और जीआई उत्पादों की मांग भी विदेशों में दिनों-ब-दिन बढ़ रही हैं, ऐसे में डाकघर निर्यात केंद्र के माध्यम से इन्हें विदेशों में आसानी से भेजा जा सकेगा। इस अवसर पर प्रथम ग्राहक के रूप में यासिन खान ने पार्सल बुक कराया, जिन्हें पोस्टमास्टर जनरल ने प्रतीकात्मक रूप से रसीद सौंपकर शुभारंभ की घोषणा की।
गौरतलब है कि विदेशों में माल भेजने और विदेशों से माल मंगवाने पर दिल्ली तथा मुंबई में कस्टम विभाग द्वारा जाँच होती है। कई बार इसमें 15 दिन से 1 महीने का समय भी लग जाता है। पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाकघर निर्यात केंद्र में बुक किये गए पार्सलों के कस्टम क्लीयरेंस के लिए विशेष प्रावधान किये गए हैं। अब ग्राहकों को डाकघर आने की जरुरत नहीं पड़ेगी बल्कि कस्टम विभाग को क्लीयरेंस से संबंधित जिस भी आवश्यक दस्तावेज की जरुरत होगी उसका नोटिफिकेशन ग्राहकों के पास मोबाईल और पोर्टल पर आ जाएगा। तदनुसार ग्राहक घर बैठे ही पोर्टल पर अपने अकाउंट में लॉग इन करके आवश्यक दस्तावेज भेजकर तत्काल कस्टम क्लीयरेंस करवा सकेंगे।
वाराणसी पूर्वी मंडल के प्रवर डाक अधीक्षक श्री राजन ने बताया कि डाकघर निर्यात केंद्र के लिए डाककर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है, जो ग्राहकों को डाक विभाग के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन से लेकर बुकिंग तक में मदद करेंगे, ताकि ग्राहकों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
इस अवसर पर प्रवर डाक अधीक्षक राजन, सीनियर पोस्टमास्टर संकठा प्रसाद राय, सहायक अधीक्षक सुरेन्द्र चौधरी, दिलीप सिंह यादव, आइपीपीबी मैनेजर सुबलेश सिंह, डाक निरीक्षक श्रीकांत पाल, दिलीप पांडेय, साधना मिश्रा, श्रीप्रकाश गुप्ता, दीपमणि, मनीष मिश्रा सहित तमाम अधिकारी, कर्मचारी और उद्यमी उपस्थित रहे।
रात 12 बजते ही एक साथ बज उठे चर्चेज के घंटे, फिज़ा में गूंजा हैप्पी न्यू ईयर... ईसाई नववर्ष का हुआ आग़ाज़, होटल, क्लबों, कालोनियों व छतों पर...