रविवार, 23 जून 2024
शैक्षिक नवाचार एसोसिएशन की बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा
Varanasi (dil India live). शैक्षिक नवाचार एसोसिएशन मण्डल वाराणसी की बैठक का आयोजन किडजी स्कूल वाराणसी में किया गया। बैठक में शैक्षिक नवाचारों पर चर्चा की गई तथा सचिन कुमार सिह को वाराणसी मण्डलध्यक्ष व छवि अग्रवाल को मण्डल महामंत्री मनोनीत किया गया । बैठक का शुभारम्भ सरस्वती वंदना से किया गया । सभी अतिथि व पदाधिकारियों का माल्यार्पण व पटका पहनाकर स्वागत किया गया । मुख्य अतिथि प्रदेश अध्यक्ष शैक्षिक नवाचार एसोसिएशन मनोज कुमार सिंह ने शैक्षिक नवाचार एसोसिएशन के कार्य व उद्देश्य के बारे में विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि शैक्षिक नवाचारों को प्रोत्साहन देने हेतु विषयगत राज्य स्तरीय शैक्षिक नवाचार कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है। श्री सिंह ने शैक्षिक नवाचार टीम मण्डल वाराणसी की कार्य शैली की सराहना की तथा सचिन कुमार सिंह को शैक्षिक नवाचार एसोसिएशन मण्डल वाराणसी का मण्डल अध्यक्ष व छवि अग्रवाल को महामंत्री, प्रीति सिंह उपाध्यक्ष , विजय लक्ष्मी यादव संयुक्त मंत्री, अब्दुल रहमान कोषाध्यक्ष, अनिल कुमार मंत्री व कादम्बरी कुशवाहा आदि को सदस्य पद पर मनोनीत किया । जौनपुर, चन्दौली, गाजीपुर व वाराणसी जनपद के शिक्षक शिक्षिकाओं ने अपने अपने नवाचारों के बारे में जानकारी देतु हुए कहा कि शैक्षिक नवाचार एसोसिएशन द्वारा किये जा रहे प्रयास सराहनीय है । कार्यक्रम आयोजक मण्डल अध्यक्ष सचिन कुमार सिंह ने कहा शैक्षिक नवाचार एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जी द्वारा जो जिम्मेदारी मुझे सौंपी गई है पूरी इमानदारी से उसका निर्वहन करते हुए शैक्षिक नवाचारों के आदान प्रदान हेतु प्रयास करूँगा। मण्डल महामंत्री छवि अग्रवाल ने कहा नवचारों को साझा करने हेतु वाराणसी में शैक्षिक नवाचार कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा। अन्त में कार्यक्रम अध्यक्ष ने सभी का आभार व्यक्त किया। बैठक में विपिन कुमार शुक्ला, अवनीश यादव, रविन्द्र प्रसाद मौर्य, सुमन , मिथलेश द्रिवेदी, प्रिया रघुवंशी आदि पदाधिकारी व शिक्षक शिक्षिकायें मौजूद रहे ।
शनिवार, 22 जून 2024
AGUP परिसर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया
Allahabad (dil India live). कार्यालय महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी)-उत्तर प्रदेश प्रयागराज में महालेखाकार (लेखा-प्रथम, उत्तर प्रदेश) अभिषेक सिंह के निर्देशन में 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ वरिष्ठ उपमहालेखाकार/प्रशासन अभिषेक कुमार, वरिष्ठ उप महालेखाकार राजकुमार एवं वरिष्ठ उप महालेखाकार यशवंत कुमार ने योगाचार्यो को स्मृति चिन्ह, शाल एवं पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया।
योग कार्यक्रम, एजीयूपी के सभागार कक्ष में सुबह 7 बजे से योगाचार्य प्रशांत आनन्द त्रिपाठी एवं श्वेता लश्कर ने योगाभ्यास के द्वारा कराया। योग कार्यक्रम में सम्मिलित हुए कार्यालय के अधिकरियो/कर्मचारियों ने लगभग 1 घंटे से अधिक योगाभ्यास किया। कार्यक्रम का संचालन अनुराग शर्मा (वरिष्ठ लेखाधिकारी / कल्याण) द्वारा किया गया । कार्यक्रम में अस्करी अब्बास (कल्याण सहायक) और अरविंद कुमार (कल्याण सहायक) ने अतिथि योगाचार्यो का धन्यवाद किया।
शुक्रवार, 21 जून 2024
H.S. Academy में किया गया योग
जीवन में योग के महत्व पर H.S. Academy में डाला गया प्रकाश
Varanasi (dil India live)। एचएस एकेडमी, टिसौरा, चोलापुर के प्रांगण में 10 वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन धूमधाम से किया गया। इस अवसर पर आशीष उपाध्याय (योग प्रशिक्षक) ने जीवन में योग के महत्व को बताया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य मोहम्मद आमिर, समन्वयक सुशील सिंह, कैम्पस प्रभारी आशीष सिंह, परिवहन प्रभारी बाला जी राय ने भी योग के महत्व पर प्रकाश डाला। आयोजन में स्कूल के सभी शिक्षक व कर्मचारी उपस्थित थे।
बुधवार, 19 जून 2024
Aap Leader Atishi ने लिखा Pm Modi को पत्र
दिया धमकी, Delhi को पानी नहीं मिला तो 21 से बैठूंगी अनिश्चितकालीन उपवास पर
New delhi (dil India live)। दिल्ली सरकार की मंत्री और आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। उन्होंने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में मांग किया है कि पीएम मोदी हरियाणा सरकार से दिल्ली के लिए पानी दिलाने में हस्तक्षेप कर उनकी और दिल्ली की अवाम की मदद करें। आतिशी ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में पानी के अनुरोध के साथ ही धमकी भरे लहजे में लिखा है कि "अगर हमें पानी नहीं मिला तो मुझे 21 जून से सत्याग्रह करना पड़ेगा और अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठना पड़ेगा।"
जब तक पानी नहीं यहीं नहाएंगे
"जब तक नहीं मिलेगा पानी तब तक यही नहाएंगे और ब्रश करेंगे"। दिल्ली में पानी की किल्लत से परेशान होकर एक दम्पति ब्रश-बाल्टी, मग, साबुन लेकर दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी के घर के बाहर पहुंच कर अनोखी मांग के साथ धरना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि राजधानी दिल्ली में पारा तेजी से ऊपर जा रहा है दूसरी तरफ भीषण गर्मी के बीच जल का संकट गहरा गया है। इसके चलते उनके इलाके में पानी नहीं आ रहा है। जब तक पानी नहीं मिलेगा तब तक यही नहाएंगे और ब्रश करेंगे"।
Ajay Rai बोलें पीएम मोदी का काशी दौरा महज़ एक इवेंट
काशी और किसानों की समस्याओं, गरीबी, बेरोजगारी व महंगाई पर खामोशी क्यों
Varanasi (dil India live)। पीएम मोदी के काशी दौरे को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने पत्रकार वार्ता की। जिसमें उन्होंने पीएम मोदी के दौरे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने क्षेत्र काशी का रात्रि प्रवास सहित एक और दौरा कर फिर वापस लौट गए लेकिन काशी की जन समस्याओं से जुड़े उन सवालों का कोई उत्तर इस बार भी काशी को नहीं मिला। यह दौरा भी मात्र उनके स्वागत का एक और इवेंट रहा। उन्होंने कहा कि जन समस्या फीडबैक के लिए कार्यकर्ता एवं जनप्रतिनिधियों से संवाद तक न होना चुनावी नतीजे की गणित को लेकर शायद उनकी राजनीतिक नाराज़गी का इजहार ही है। रही बात किसान की तो वह जब तक एमएसपी न देने की जिद नहीं छोड़ेंगे, किसान के लिये कितने ही कसीदे पढ़ें सब अर्थहीन है। आगे अजय राय ने कहा कि काशी की स्वास्थ्य सेवायें वेन्टिलेटर पर हैं। भीषण गर्मी से जल रही काशी के अस्पतालों में लोगों के इलाज की छोड़ें, शव भी ठीक से रखने की जगह नहीं है। पोस्ट-कोविड एवं कोविशील्ड प्रभावों से हार्ट अटैक बढ़े हैं पर उसके समाधान के लिए बीएचयू हृदय रोग विभाग के अध्यक्ष के अनशन सत्याग्रह को अनैतिक प्रशासनिक अहंकार ने ठेंगे पर रखा और सत्याग्रह को नैतिक समर्थक 94 शिक्षकों को नोटिसें मिलीं, पर काशी के सांसद ने इन गंभीर मुद्दों का कोई संज्ञान दौरे में नहीं लिया। अजय राय ने कहा कि पीएम मोदी ने किसान सम्मेलन किया, पर धान की नर्सरी भीषण तापमान में कैसे बचे। उसकी रोपाई का क्या होगा, अवरोधों से बाधित प्रवाह की गंगा पर निर्भर लिफ्ट नहरों का क्या होगा, बीज एवं खाद की आपूर्ति की क्या स्थिति है। जगह जगह अनुत्पादक योजनाओं के लिये किसानों की भूमि की अधिग्रहण नोटिसों पर किसान जन-रोष, अविरल गंगा प्रवाह में बाधा से काशी में भूजल में अपूर्व घटोत्तरी से पेयजल समस्या के हाल क्या हैं, बिजली आपूर्ति की इतनी दुर्दशा क्यों है, जैसे मुद्दों पर सांसद दायित्वबोध दौरे में कत्तई नहीं दिखा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री गंगा आरती में शामिल होकर गंगा से जुड़ी एक और इवेंट हिस्सेदारी तो कर गये, पर गंगा की पीड़ा की कोई सुध नहीं ली, जो अविरल गंगा की बहाली पर काशी में उम्मीद जगाये। इस दौरे में काशी एवं आस पास विकास के नाम पर पुनः लाखों पेड़ों की कटाई एवं उससे पैदा तापमान संकट के समाधान को लेकर उन्होंने जिम्मेदार तंत्र से कोई संवाद एवं समाधान निर्देशों की भी जहमत उठाई होती। नये सत्र से पहले शिक्षा संस्थाओं की समस्यायें समझने की भी उम्मीद लोग अपने सांसद से रखते हैं, पर उसकी कोई पहल या बीएचयू को बिना कार्यकारिणी विधि विरुद्ध अवैध तदर्थवाद पर चलाने के समाधान का कोई आश्वासन भी इस दौरे से सामने नहीं आया।
Saudi Arabiaके मक्का में गर्मी का कहर, 577 हाजियों का इंतकाल
भीषण गर्मी ने बरपाया कहर, हुआ मौत का तांडव
Saudi Arabia (dil India live)। सऊदी अरब के मक्का में हज यात्रा के दौरान 577 हज जायरीन की मौत हो गई है। 12 जून से 19 जून तक चलने वाली हज यात्रा में अब तक कुल 577 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। इसकी वजह सऊदी अरब में पड़ रही भीषण गर्मी बताई गई है। वहां पारा 51 डिग्री तक पहुंच गया है। समाचार एजेंसियों के हवाले से कुछ खबरों में 550 और कुछ में गर्मी से 577 हज जायरीन की मौत बतायी गई है।
दरअसल सऊदी अरब में इस समय प्रचंड गर्मी पड़ रही है। वहीं इस गर्मी की चपेट में दुनिया भर से हज करने पहुंचे जायरीन आ रहे हैं। दरअसल एक सप्ताह में कुल मौतों की संख्या 577 हुई है। इसमें अकेले 60 से ज्यादा जॉर्डन के जायरीन भी मारे गए, जो अम्मान द्वारा मंगलवार को पहले दी गई 41 की आधिकारिक संख्या से अधिक है। एक रिपोर्ट के अनुसार, नई मौतों के साथ कई देशों में अब तक बताई गई कुल मौतों की संख्या 577 हो गई है। राजनयिकों ने कहा कि मक्का के सबसे बड़े मुर्दाघरों में से एक, अल-मुआइसेम के मुर्दाघर में कुल संख्या 550 थी।
गर्मी से तनाव इससे पहले मंगलवार को मिस्र के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि काहिरा हज के दौरान लापता हुए मिस्रवासियों की तलाश के लिए सऊदी अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है। जबकि मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि “एक निश्चित संख्या में मौतें” हुईं, लेकिन यह निर्दिष्ट नहीं किया गया कि उनमें मिस्र के लोग थे या नहीं। सऊदी अधिकारियों ने गर्मी के तनाव से पीड़ित 2,000 से अधिक जायरीन का हज अरकान में दिन के समय घंटों बाहर रहना शामिल है। कुछ जायरीन ने सड़क के किनारे गतिहीन शवों और एम्बुलेंस सेवाओं को देखने का वर्णन किया जो कभी-कभी अभिभूत दिखाई देती थीं। सऊदी अधिकारियों के अनुसार, इस वर्ष लगभग 1.8 मिलियन तीर्थयात्रियों ने हज में भाग लिया, जिनमें से 1.6 मिलियन विदेश से थे।
मंगलवार, 18 जून 2024
PM Modi बोले: काशी के लोगों को डबल बधाई
आपने केवल एमपी नहीं बल्कि तीसरी बार पीएम भी चुना
-लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
किसान सम्मान सम्मेलन में बटन दबाकर किसान सम्मान निधि की 17 वीं किस्त को खाते में किया ट्रांसफर
देश भर से आईं कृषि दीदियों को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वितरित किया प्रमाण पत्र
Varanasi (dil India live). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को लोकसभा चुनावों के बाद पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। इस दौरान प्रधानमंत्री ने यहां आयोजित किसान सम्मान सम्मेलन में बटन दबाकर किसान सम्मान निधि की 17 वीं किस्त को सीधे देश भर के किसानों के खाते में ट्रांसफर किया। पीएम मोदी ने इस अवसर पर जनसभा को भी संबोधित किया। पीएम मोदी ने काशी की जनता को उन्हें लगातार तीसरी बार सांसद और प्रधानमंत्री बनाने के लिए आभार भी जताया। उन्होंने कहा कि बनारस के हर मतदाता का लोकतंत्र के इस उत्सव को सफल बनाने के लिए आभार व्यक्त करता हूं। बाबा विश्वनाथ और मां गंगा के आशीर्वाद से काशी वासियों के असीम स्नेह से मुझे तीसरी बार देश का प्रधान सेवक बनने का सौभाग्य मिला है। काशी के लोगों ने मुझे लगातार तीसरी बार अपना प्रतिनिधि चुनकर धन्य कर दिया है। ये बनारस के लोगों के लिए भी गर्व की बात है कि काशी के लोगों ने सिर्फ अपना एमपी नहीं बल्कि तीसरी बार पीएम भी चुना है। इसलिए आपलोगों को तो डबल बधाई। अब तो मां गंगा ने भी जैसे मुझे गोद लिया है, मैं यहीं का हो गया हूं। इस अवसर पर पीएम मोदी ने देश भर से आईं कृषि दीदियों को प्रमाणपत्र भी प्रदान किया।
आपका विश्वास मेरी बड़ी पूंजी
पीएम मोदी ने कहा कि हमने किसान, नौजवान, नारी शक्ति और गरीब इन्हें विकसित भारत का मजबूत स्तंभ माना है। अपने तीसरे कार्यकाल की शुरुआत मैंने इन्हीं के सशक्तिकरण से की है। सरकार बनते ही सबसे पहला फैसला किसान और गरीब परिवारों से जुड़ा लिया गया है। देश भर में गरीब परिवारों के लिए तीन करोड़ नए घर बनाने हों या फिर पीएम किसान सम्मान निधि को आगे बढ़ाना हो, यह फैसले करोड़ों लोगों की मदद करेंगे। आज का ये कार्यक्रम भी विकसित भारत के इसी रास्ते को सशक्त करने वाला है। थोड़ी देर पहले ही देश भर के करोड़ों किसानों के बैंक खाते में पीएम किसान सम्मान निधि के 20 हजार करोड़ रुपए पहुंचे हैं। आज तीन करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने की तरफ भी बहुत बड़ा कदम उठाया गया है। कृषि सखी के रूप में बहनों की नई भूमिका उन्हें सम्मान और आय के नए साधन दोनों सुनिश्चित करेगी। पीएम किसान सम्मान निधि आज दुनिया की सबसे बड़ी डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर स्कीम बन चुकी है। अभी तक देश के करोड़ों किसान परिवारों के बैंक खाते में सवा तीन लाख करोड़ रुपए जमा हो चुके हैं। यहां वाराणसी जिले के किसानों के खाते में 700 करोड़ रुपए जमा हुए हैं। मुझे खुशी है कि पीएम किसान सम्मान निधि में सही लाभार्थी को लाभ पहुंचाने के लिए टेक्नोलॉजी का बेहतर इस्तेमाल हुआ है। कुछ महीने पहले ही विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान भी एक करोड़ से अधिक किसान इस योजना से जुड़े हैं। सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ पाने के लिए कई नियमों को भी सरल किया है। जब सही नीयत होती है, सेवा की भावना होती है तो ऐसे ही तेजी से किसान हित और जनहित का काम होता है।
पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी के भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनाने में पूरी कृषि व्यवस्था की बडी भूमिका है। हमें वैश्विक रूप से सोचना होगा, ग्लोबल मार्केट को ध्यान में रखना होगा। हमें दलहन और तिलहन में आत्मनिर्भर बनना है और कृषि निर्यात में अग्रणी बनना है। बनारस का लंगड़ा आम, जौनपुर की मूली, गाजीपुर की भिंडी, ऐसे अनेक उत्पाद आज विदेशी मार्केट में पहुंच रहे हैं। वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट और जिला स्तर पर एक्सपोर्ट हब बनने से एक्सपोर्ट बढ़ रहा है और उत्पादन भी एक्सपोर्ट क्वालिटी का होने लगा है। अब हमें पैकेज्ड फूड के ग्लोबल मार्केट में देश को नई ऊंचाई पर ले जाना है। मेरा तो सपना है कि दुनिया की हर डाइनिंग टेबल पर भारत का कोई न कोई खाद्यान्न या फूड प्रोडक्ट होना ही चाहिए। इसलिए हमें खेती में भी जीरो इफेक्ट, जीरो डिफेक्ट वाले मंत्र को बढ़ावा देना है। मोटे अनाज श्रीअन्न का उत्पादन हो, औषधीय गुण वाली फसल हो या फिर प्राकृतिक खेती की तरफ बढ़ना हो, पीएम किसान समृद्धि केंद्रों के माध्यम से किसानों के लिए एक बड़ा सपोर्ट सिस्टम विकसित किया जा रहा है।
कृषि सखियां देंगी खेती को नई दिशा
पीएम मोदी ने कृषि में महिलाओं के योगदान की चर्चा करते हुए कहा कि माताओं-बहनों के बिना खेती की कल्पना भी असंभव है। इसलिए अब खेती को नई दिशा देने में भी माताओं बहनों की भूमिका का विस्तार किया जा रहा है। नमो ड्रोन दीदी की तरह ही कृषि सखी कार्यक्रम ऐसा ही एक प्रयास है। हमने आशा कार्यकर्ता के रूप में बहनों का काम देखा है, हमने बैंक सखियों के रूप में डिजिटल इंडिया बनाने में बहनों की भूमिका देखी है, अब हम कृषि सखी के रूप में खेती को नई ताकत मिलते हुए देखेंगे। आज 30 हजार से अधिक सहायता समूहों को कृषि सखी के रूप में प्रमाणपत्र दिए गए हैं। अभी 12 राज्यों में ये योजना शुरू हुई है और आने वाले समय में पूरे देश में हजारों महिला समूहों को इससे जोड़ा जाएगा। ये अभियान तीन करोड़ लखपति दीदियां बनाने में भी मदद करेगा।
काशी की विकास गाथा अनवरत जारी रहेगी
पिछले 10 वर्ष में काशी के किसानों के लिए केंद्र सरकार ने और 7 वर्षों से राज्य सरकार ने पूरे समर्पण के साथ काम किया है। बनास डेयरी ने तो बनारस और आसपास के किसानों और पशुपालकों का भाग्य बदलने का काम किया है। आज ये डेयरी हर रोज करीब 3 लाख लीटर दूध जमा कर रही है। अकेले बनारस के ही 14 हजार से अधिक पशुपालक इस डेयरी से रजिस्टर्ड हो चुके हैं। अब बनास डेयरी अगले एक डेढ़ साल में काशी के ही 16 हजार और पशुपालकों को अपने साथ जोड़ने जा रही है। बनास डेयरी आने के बाद बनारस के अनेक दुग्ध उत्पादकों की कमाई में 5 लाख रुपए तक की वृद्धि हुई है। पिछले साल 100 करोड़ रुपए से ज्यादा बोनस पशुपालकों के खाते में भेजा गया था। पीएम मत्स्य संपदा योजना से बनारस के सैकड़ों किसानों को लाभ हो रहा है। उन्हें अब किसान क्रेडिट कार्ड की भी सुविधा मिल रही है। चंदौली में करीब 70 करोड़ की लागत से आधुनिक फिश मार्केट का विकास भी किया जा रहा है। पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना से यहां करीब 40 हजार लोग रजिस्टर्ड हुए हैं। बनारस के 2100 से ज्यादा घरों में सोलर पैनल लग चुका है। अभी तीन हजार से ज्यादा घरों में सोलर पैनल लगाने का काम चल रहा है। आज काशी में देश के सबसे पहले सिटी रोपवे का काम अपने आखिरी पड़ाव पर पहुंच रहा है। गाजीपुर, आजमगढ़ और जौनपुर के रास्तों को जोड़ती रिंग रोड विकास का रास्ता बन गई है। फ्लाई ओवर बनने से जाम से जूझने वाले बनारस के लोगों को बहुत राहत हुई है। काशी और कैंट रेलवे स्टेशन एक नए रूप में पर्यटकों और बनारसी लोगों का स्वागत कर रहे हैं। बाबतपुर एयरपोर्ट का नया रूप न सिर्फ यातायात बल्कि व्यापार को भी सहूलियत दे रहा है। गंगा घाट पर होता विकास, बीएचयू में बनती नई स्वास्थ्य सुविधाएं और वाराणसी में जगह-जगह विकसित होती नई व्यवस्था काशीवासियों को गौरव की अनुभूति कराती है। बाबा विश्वनाथ की कृपा से काशी के विकास की यह नई गाथा अनवरत चलती रहेगी।
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भारत के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, भगीरथ चौधरी, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, विधान परिषद के सदस्य और भाजपा के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, दयाशंकर मिश्र दयालु, रविन्द्र जायसवाल समेत प्रदेश सरकार के अन्य मंत्रीगण, जनप्रतिनिधिगण मौजूद रहे।
'हमारी फिक्र पर पहरा लगा नहीं सकते, हम इंकलाब है हमको दबा नहीं सकते'
'बेटियां है तो घर निराला है, घर में इनसे ही तो उजाला है....' डीएवी कॉलेज में मुशायरे में शायरों ने दिया मोहब्बत का पैगाम Varanasi (d...
-
मुकम्मल की कुरान तो हाफिज साहेब को मिला इनाम में Varanasi (dil India live). अमूमन मस्जिदों में मुक़द्दस रमजान की खास नमाज़ तरावीह मुकम्मल कर...
-
सुल्तान ने 275 लोगों का किया स्वास्थ्य परीक्षण निःशुल्क दवा वितरित की गई व 25 गुमशुदा बच्चों को अभिभावकों से मिलाया गया Varanasi (dil India...
-
असामाजिक तत्वों से समाज का सभी वर्ग संयुक्त रुप से करे मुकाबला : हाफिज़ उबैदुल्लाह सांप्रदायिक तत्व देश के विकास में हैं बाधक, ऐसे तत्वों के...