शुक्रवार, 29 दिसंबर 2023

"युद्ध नहीं शांति" चाहिए की गूंजी सदाएं

सर्वधर्म समभाव की अपील व विश्व शांति के लिए जलाया कैंडल 




Varanasi (dil India live).29.12.2023. अस्मिता चाइल्ड लाइन, सिगरा परिसर में काशी कौमी एकता मंच द्वारा क्रिसमस समेत विविध धर्म के पर्व पर संयुक्त प्रेम मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर, "युद्ध नहीं शांति चाहिए" की सदाएं बुलंद की गई। हिंसा नफरत के प्रतिरोध में तथा विश्व शांति सौहार्द और प्रेम के लिए हुई इस सभा में  मुख्य अतिथि वरिष्ठ समाजिक कार्यकर्ता अतहर जमाल लारी थे। अध्यक्षता हाजी इश्तियाक अहमद ने की तो संचालन फादर आनंद ने किया। इस मौके पर शायरों ने क़ौमी यकजहती पर कलाम पेश किया जिसे मौजूद लोगों ने पसंद किया। मुशायरे की निजामत एडवोकेट अब्दुल्ला खालिद ने किया। आयोजन में शांति सद्भावना आपस में बनाए रखने की अपील की गई तथा इजरायल द्वारा फिलिस्तीन में मारे गए  उन मासूम बच्चों की मगफिरत के लिए और उनकी आत्मा की शांति के लिए दुआ की गई। इस मौके पर मामबत्तियां जलाकर शांति स्थापना की अपील की गई। तत्काल इजरायल और फिलिस्तीन में हो रही जंग को रोकने की मांग की गई। सभा को सैयद फरमान हैदर ने भी संबोधित किया।

गुरुवार, 28 दिसंबर 2023

बढ़ी ठंड तो नव्या क्लब ने किया कंबल वितरण




Varanasi (dil India live).28.12.2023. ठंड  को देखते हुए शहर के मलिन बस्ती,  ग्राम सभा डाफी, नारायणपुर, बनवासी बस्ती,   नुआव बाईपास रोड, दलित बस्ती, दुर्गा कुंड वृद्धाश्रम आदि में  ठंड से बचने के लिए  महिला भूमिहार समाज के नव्या क्लब की ओर से कंबल व शाल वितरण किया गया।  कंबल वितरण के दौरान डा. अनुपमा राय ने कहा कि   गरीबों व असहायों को मदद हम सभी को करना चाहिए। उन्होंने कहा कि  भूमिहार समाज की महिलाओ ने मानव धर्म  से प्रेरित होकर यह निश्चय किया कि जितना हो सकेगा हम सभी मिलकर जरूरतमंद को सदैव मदद करते रहेगे।महादलित टोलों में जाकर भी कंबल वितरण किया जाएगा '। भूमिहार समाज की महिलाओ की जागरूकता को देखते हुए लोगों द्वारा सराहनीय कदम बताया जा रहा है। मौके पर डां अनुपमा राय, डां. राजलक्षमी राय, शुभ्रा सिंह, अमिता राय, प्राची राय, वंदना सिंह, सौम्या, प्रियंका राय, प्रज्ञा सिंह, डॉक्टर राजलक्ष्मी राय, अंकिता सिंह, सोनिया मंजू, गीता राय, अंकिता आदि मौजूद थी।


सोमवार, 25 दिसंबर 2023

HS Academy के बच्चों ने प्रदर्शनी में दिखाई प्रतिभा


Varanasi (dil India live). 25.12.2023. एचएस एकेडमी स्कूल टिसौरा, चोलापुर में विद्यालय के छात्र/छात्राओं द्वारा भव्य प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस मौके पर नन्हें मुन्ने बच्चों ने अपनी कृतियों और प्रस्तुतियों से अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। क्रिसमस के मौके पर सुन्दर नृत्य कर सभी श्रोताओं, अभिभावकों एवं आयोजक मण्डल को छात्र छात्राओं ने मनमुग्ध कर दिया। विद्यालय प्रांगण में आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा जिला मंत्री चन्दौली कुलदीप सिंह ने बच्चों की प्रतिभा को सराहा।

संस्था के प्रबंधक एवं निदेशक हर्षवर्धन सिंह, व ज्योति सिंह, अधिशासी निदेशक रत्नेश दूबे एवं संस्था के प्रधानाचार्य मो. आमिर की अगुवाई में कार्यक्रम का आरम्भ संस्था के निदेशक हर्षवर्धन सिंह ने मां सरस्वती को दीप प्रज्ज्वलित करके एवं फीता काटकर किया गया। इस प्रदर्शनी में विद्यालय के बच्चों द्वारा विभिन्न राज्यों के खान-पान, रहन-सहन, वेश-भूषा, तीर्थस्थल एवं प्रसिद्ध व्यंजन के साथ ही महान विभूतियों की व्याख्या किया गया। प्रदर्शनी में आये सभी अभिभावकों ने लजीज जायकों का लुत्फ उठाया। उक्त अवसर पर सभी शिक्षकगण एवं एच० एस० परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद थे।

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Christmas के जश्न में डूबा Kashi का मसीही समुदाय

काशी में जगह जगह उल्लास और उत्सव का माहौल 

तीन दिवसीय मेले में पहले दिन हुई जमकर मस्ती 


















Varanasi (dil India live). 25.12.2023. प्रभु ईसा मूसीह के जन्मोत्सव "क्रिसमस" पर आराधना संग जश्न और उल्लास में समूचा मसीही समुदाय सोमवार को डूबा  नज़र आया। लोगों ने गिरजाघरों में अमन के राजकुमार प्रभु ईसा मसीह की जहां आराधना की वहीं चर्चेज़ में अमन, एकता और देश की तरक्की व सौहार्द के लिए प्रार्थना की गई। मसीही घरों व कालोनियों में जश्न का माहौल दिखा। इस दौरान क्रिसमस गीत, तेरा हो अभिषेक अमन के राजकुमार, आज हमारे दिल में जन्म ले हे प्रभु यीशु महान..,फिज़ा में गूंज रहा था। दुनिया भर के चर्च और गिरजाघर मुक्तिदाता ईसा मसीह के जन्म के गीत से गुंजायमान हो रहे थे। यूं तो ईसा जन्म की विशेष आराधना मध्य रात्रि में ही शुरु गई थी, मगर बड़े दिन की पहली सुबह ईसा मसीह को मानने वालों ने आराधना करके जहां अपनी आस्था प्रकट की वहीं देश दुनिया में आपदाओं, बुराईयों का खात्मा, आतंकवाद, गरीबी से मुक्ति के साथ ही अमन, शांति और सौहार्द के लिए दुआएं मांगी गई। 

सुबह से ही शुरू हुई आराधना

धर्म कि नगरी वाराणसी में सबसे पहले कैंट स्थित सेंट मेरीज कैथड्रल (महागिरजा) में ईसा मसीह की आराधना सुबह 8.30 बजे हिन्दी व 9.30 बजे अंग्रेजी में हुई। एक-एक घंटे की इस आराधना में बाइबिल का पाठ, ईसा जन्म का दर्शन बताया गया। प्रार्थना सभा में पल्ली पुरोहित फादर अगस्टिन, फादर थामस सी. सिस्टर एएन वीटा, सिस्टर ज्योति, सिस्टर ट्रीसा, सिस्टर मोनिका, सिस्टर रानी मारिया, सिस्टर मंजू, सिस्टर अंजू समेत चर्च में काफी लोग मौजूद थे। क्रिसमस डे सर्विस के तहत रामकटोरा चर्च में पादरी आदित्य कुमार की अगुवाई में प्रार्थना सभा का आयोजन किया। पादरी ने कहा कि हमें बुराईयोें व पापो से मुक्ति दिलाने जग के राजकुमार एक बालक के रूप में इस दुनिया में आये। आज उन्हीं की वजह से हम सभी उस अमन के राजकुमार की जयंती मना रहे हैं। हम प्रार्थना करे कि देश में अच्छे और विकास के काम हो, हमारा देश, हमारा मुल्क और हमारी कलीसिया शांति और तरक्की के रास्ते पर चले। इस पर लोगों ने एक स्वर से कहा, आमीन..। तत्पश्चात् क्रिसमस गीत फिज़ा में गूंज उठे..उठो आंखे खोलो मन फिराओ, मुक्तिदाता के दर्शन जो चाहो, व ..चलो जल्दी करो वैरी निंदिया न सोओ, कहीं तारा ओझल न हो जाये..। प्रार्थना सभा के बाद यहां लोगों ने एक दूसरे को केक खिला कर क्रिसमस सेलीब्रेट किया। सेंट पॉल चर्च सिगरा में पादरी सैम जोशुआ सिंह व पादरी आदित्य कुमार ने विशेष आराधना करायी। इस मौके पर पूरे चर्च से अमन, मिल्लत और सौहार्द की सदाएं कैरोल सिंगिंग के दौरान गूंजती रही। पादरी ने कहा कि हमें आज वचन लेना होगा कि हम पूरे साल बुराईयों से बचे और अच्छाईयों के साथ अपना रिश्ता जोड़े। तभी सच्चे अर्थो में हम क्रिसमस का लुत्फ उठा पायेंगे, क्यों कि किसमस हमारे उद्धार का दिन है। लाल चर्च में पादरी संजय दान की अगुवाई में क्रिसमस मिलन व विशेष आराधना सभा का आयोजन किया गया। सबसे पहले यहां आराधना हुई उसके बाद बधाइयों का दौर शुरू हो गया। क्रिसमस मिलन में लोगों ने एक दूसरे को गले लगाया व चुम्मन का आदान प्रदान कर क्रिसमस की बधाइयां दी। यहां विजय दयाल, नील कमल चरण, शबनम, किरन, सुशील बेनजामिन, श्वेता, ज्योत्सना, डेविड, अभय, अभिषेक, रोमा आदि सैकड़ों लोगों ने एक दूसरे में केक का आदान-प्रदान किया। सेंट थामस चर्च गौदोलिया में पादरी न्यूटन स्टीवंस, चर्च ऑफ बनारस में पास्टर बेन जॉन, सेंट बेटलफुल गॉस्पल चर्च में पास्टर एंड्रू थामस, ईसीआई चर्च में पास्टर नवीन ज्वाय, पास्टर दशरथ पवार, सेंट जांस महरौली चर्च में फादर हैनरी, सेंट जांस लेढूपुर चर्च में फादर सुसाई राज, वाराणसी मिशन चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रेयर हाउस में पास्टर लालकुमा, विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रीज में पास्टर अजय कुमार, पास्टर एसपी सिंह ने आराधना कराते प्रभु ईसा मसीह के रास्ते पर चलने की लोगों को हिदायत दी। यहां सिस्टर रेाज़ी, विशाल राय, पास्टर कैनथ चतरी, सिस्टर नीरजा आदि मौजूद थीं। 

इस दौरान विभिन्न चर्चेज़ में आराधना के बाद लोग मस्ती करते दिखाई दिये इस दौरान कही यीशु जन्म की झांकी दिखी तो कहीं लोग सेल्फी लेकर मस्ती करते दिखे। चर्च ऑफ बनारस छावनी में ईसा मसीह जन्मोत्सव पादरी बीएन जॉन की अगुवाई में धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान प्रार्थना और आराधना के साथ ही यीशु जन्म पर आधारित ड्रामा व पंजाबी भांगड़े के साथ ही वेस्टर्न डांस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के बाद लोगों ने एक दूसरों से गले मिलकर क्रिसमस की बधाईयां दी। आयोजन का आनलाईन भी प्रसारण किया गया। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन बेन जॉन व सू जॉन ने दिया। यहां रेव बी एन जॉन ने प्रभु यीशु के जन्म पर विशेष प्रकाश डाल कर लोगो को प्रभु के आगमन के बारे में बताया तथा प्रेम और शांति का संदेश दिया। इस मौके पर ऋषिका, मेरी ,प्रिया, वर्षा, रेचल, विनीता, खुशी, मनीषा, यश, डेनियल दीपक, आयुष ,जे जे, राजकुमार, राहुल इत्यादि ने कैरोल गीत गाए। कोमल, खुशबू, जॉय, प्रॉक्सिमा, आन्या, अन्नू, अशर इत्यादि बच्चो ने प्रभु यीशु के जन्म उत्सव पर नाटक प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अंत में चर्च पास्टर बी एन जॉन ने आभार प्रकट करते हुए क्रिसमस की ढेर सारी शुभकामनाएं दी गई।




उधर साईं वंदना वेलफेयर सोसायटी की ओर से बरेका में क्रिसमस धूमधाम से मनाया गया। संस्थापक अध्यक्ष वंदना सिंह ने क्रिसमस ट्री, सेंटा क्लॉज आदि के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला। अंत में केक काटा गया। उधर सेंट मेरीज महागिरजा में यीशु मसीह के जन्म के पर्व पर तीन दिवसीय मेले में पहले दिन महागिरजा के आसपास उल्लास और उमंग देखने को मिली। पहले रोज सभी ने खूब मस्ती की। 

Happy Christmas...की फिजा में गूंज, कटी केक, गूंजा कैरोल

ओहो प्यारी रात, ओहो न्यारी रात, खुशी की रात आयी...

काशी से रोम तक मसीही समुदाय ने की प्रभु यीशु के जन्म की आगवानी 











वाराणसी 24 दिसंबर (dil india live)। घड़ी की सुई ने जैसे ही रात 12 बजे का निशान बनाया काशी से रोम तक मसीही समुदाय ने प्रभु यीशु के जन्म की आगवानी प्रार्थना और कौरोल सिंगिग से की। काशी में सेंट मैरीज़ महागिरजा में कैरोल गीत, ओहो प्यारी रात, ओहो न्यारी रात, खुशी की रात आयी है, शांति की रात, अमन की रात हमारी रात आयी है...। की गूंज देर रात जब फिज़ा में बुलंद हो रही थी, तो रोम में मसीही समुदाय के सबसे बड़े धर्म गुरु पोप फ्रांसिस प्रभु यीशु की आराधना करा रहे थे।

24 दिसंबर की सर्द रात सेंट मेरीज़ महागिरजा में एक साथ चर्च का घंटे बज उठे। यह संकेत था, धरती पर अमन के राजकुमार प्रभु यीशु के आगमन का। इसी के साथ कैरोल गीत, पवित्र है आगमन...फिज़ा में गूंजने लगा। वाराणसी धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष बिशप यूजीन जोसफ बालक यीशु को अपने हाथों में लेकर चर्च की वेदी पर पहुंचे। इस दौरान बिशप ने मौजूद मसीही समुदाय को बालक यीशु का दर्शन कराया। यीशु की बालरूप प्रतिमा की एक झलक पाकर ही तमाम लोग धन्य हो उठे। महागिरजा के पल्ली पुरोहित फादर अगस्टिन के संचालन में यीशु जन्म के मंचन की 24 दिसंबर की मध्यरात्रि गवाह बनी। इस दौरान बिशप ने तमाम, बीमारियों, आपदाओं, आतंकवाद आदि बुराईयों से निजात के लिए प्रभु यीशु से खास प्रार्थना की। इस मौके पर मसीही घरो व चर्चेज़ में केक काटी गई, केक का आदान प्रदान हुआ, लोगों ने एक दूसरे को क्रिसमस विश किया, फिज़ा में देर तक गूंजता रहा, हैप्पी क्रिसमस, मैरी क्रिसमस...। आयोजन में फादर थामस, फादर फिलिप, सिस्टर एएन वीटा, सिस्टर अंजू, सिस्टर मोनिका, सिस्टर तारा, सिस्टर ज्योति आदि हजारो मसीही मौजूद थे। ऐसे ही सेंट जांस महरौली में फादर हेनरी, सेंट जांस लेढूपुर में फादर सुसाई राज, ईश माता मंदिर शिवपुर में फादर रोज़लिन राजा ने आराधना कराया। सेंट जोसफ चर्च लोहता, फातेमा चर्च मवैया व सेंट फ्रांसिस ऑफ असीसी चर्च में भी क्रिसमस का आगाज़ हुआ। उधर प्रोटेस्टेंट मसीही समुदाय ने क्रिसमस पर मिड नाइट सर्विस का आयोजन किया है। चर्चेज़ में प्रभु यीशु जन्म के प्रतीक के रूप में चरनी सजायी गयी। वहां रात 12 बजते ही कैरोल गीत फिज़ा में गूंज उठा... अमन के राजकुमार तेरा हो अभिषेक ....। 

इस दौरान सीएनआई चर्च सेंट पॉल सिगरा में पादरी आदित्य कुमार, पादरी सैम जोशुआ सिंह, चर्च ऑफ बनारस में पास्टर बेनजान, लालचर्च में पादरी संजय दान, सेंट बेटल फुल गॉस्पल चर्च में पास्टर एंड्रू थामस, विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रीज में पास्टर अजय कुमार, ईसीआई चर्च में पादरी नवीन ज्वाय व पादरी दशरथ पवार ने प्रभु ईसा मसीह के आगमन की अगवानी बाइबिल पाठ के साथ किया। इस दौरान बोन फायर भी कई चर्चेज़ में किया गया। समाचार लिखे जाने तक किसमस सेलिब्रेशन का दौर जारी था। इसी के साथ तीन दिवसीय मेला भी शुरू हो जाएगा जो 27 दिसंबर तक जारी रहेगा। यह मेला काशी की गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल माना जाता है।

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रविवार, 24 दिसंबर 2023

URDU प्रेम व राष्ट्रीय एकता की भाषा है: डॉक्टर शमसुद्दीन

जश्ने उर्दू में दिया गया अल्लामा इकबाल मेमोरियल अवार्ड

उर्दू बीटीसी टीचर्स एसोसिएशन ने दिया अवार्ड 





Varanasi (dil India live). उर्दू बीटीसी टीचर्स वेल्फेयर एसोसिएशन वाराणसी की ओर से विश्व उर्दू दिवस के उपलक्ष्य में 9 वां जश्ने उर्दू पर गोष्ठी का आयोजन रविवार को मैदागिन स्थित पराड़कर भवन वाराणसी के सभागार में किया गया।

            इस अवसर पर अपने अध्यक्षीय संबोधन में मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी के क्षेत्रीय सहायक निदेशक (वाराणसी शाखा) डॉक्टर मोहम्मद शमसुद्दीन ने कहा कि उर्दू प्रेम व राष्ट्रीय एकता की भाषा है।आज हम जश्न-ए- उर्दू मना रहे हैं ऐसे में हम सबको मिलकर उर्दू की उन्नति व विकास के लिए कोशिश करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में मदरसों की बड़ी संख्या है जहां उर्दू मीडियम से शिक्षा दी जाती है मगर अब असंख्य यूनिवर्सिटियां भी हैं जहां प्रोफेशनल व टेक्निकल शिक्षा भी उर्दू माध्यम से  दी जाने लगी है। छात्र उर्दू  माध्यम से शिक्षा लेकर सरकारी नौकरियां हासिल कर रहे हैं और बड़ी-बड़ी कंपनियों में प्लेसमेंट हासिल कर रहे हैं। मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी  हैदराबाद इसमें सर्वोच्च स्थान पर है। जहां बीएड , एमएड ,बीटेक, एमटेक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के कोर्सेज के अलावा संघ लोक सेवा आयोग की भी कोचिंग कराई जाती है, ताकि उर्दू मीडियम से शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्र न केवल रोजगार हासिल कर सकें बल्कि आईएएस ,पीसीएस, आईपीएस  स्तर के अफसर बनकर देश सेवा कर सकें। उर्दू यूनिवर्सिटी में दूर दराज से बड़ी संख्या में छात्र आकर शिक्षा ग्रहण करते हैं मगर अफसोस कि पूर्वांचल का प्रतिनिधित्व विशेष रूप से जनपद वाराणसी का प्रतिनिधित्व नगण्य है, जिस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा कि ग़ालिब और इकबाल की शायरी से हमें जहां आत्मज्ञान की शिक्षा मिलती है वहीं मौलाना आजाद की देश सेवा और चिंतन से हमें देश के लिए बेहतर कदम उठाने की प्रेरणा मिलती है। इसी प्रकार प्रेमचंद हमें सामाजिक मसलों की तरफ ध्यान दिलाते हैं।ऐसे में हमें उनके जीवन वृतांत पढ़ कर प्रेरणा लेने और उर्दू की तरक्की के लिए बेहतर से बेहतर प्रयास करने की जरूरत है।अपने बच्चों को अनिवार्य रूप से उर्दू पढ़ाएं,उर्दू अखबार और पत्रिकाएं खरीद कर पढ़ी जाएं,अपने बच्चों का दाखिला ऐसे स्कूलों ने कराया जाए जिसमें उर्दू की भी शिक्षा दी जाती हो। उर्दू रसमुल खत में ही उर्दू को लिखा जाए तभी उर्दू का हक अदा होगा।

         विशिष्ट अतिथि डी एन पी जी कॉलेज की सहायक प्रोफेसर डॉ रेशमा खातून ने कहा कि उर्दू ज़बान किसी एक कौम की ज़बान नहीं है जबकि यह एक हिंदुस्तानी जबान है, उर्दू की पहली गजल एक हिंदू कश्मीरी पंडित ने लिखी, मतला से मकता तक जिनका नाम सरे फेहरिस्त है वह चंद्रभान नवल मुंशी नवल किशोर, दया नारायण निगम, मुंशी महाराज बहादुर वर्क, पंडित दयाशंकर नसीम, जगन्नाथ आजाद, पंडित रतन नाथ सरशार, कृष्ण मोहन बृजलाल,इत्यादि उर्दू साहित्य के ऐसे नायाब हीरे हैं जिनके बगैर उर्दू अदब की तारीख या कोई तजकरा मुकम्मल नहीं हो सकता। उर्दू को हिंदुस्तान के कई प्रदेशों में सरकारी ज़बान का दर्जा प्राप्त है।

            प्रख्यात शायर कवि दिल खैराबादी ने अपनी बेहतरीन गजलों,नज्मों,गीतों से अवाम का दिल जीत लिया, उन्होंने सुनाया।तेरी कार तेरा बंगला तेरा घर तुझे मुबारक, मेरे पास मेरी मां है मेरे पास क्या नहीं है। मेरे कद से मेरे बेटे तेरा कद बड़ा तो होगा, मेरे मरतबे से ऊंचा तेरा मर्तबा नहीं है।।  इसके अतिरिक्त मशहूर शायर आमिर शौकी बनारसी ने   पढ़ा, बस एक जहां नहीं सारे जहां वाले हैं, खुदा का शुक्र है कि उर्दू जबां वाले हैं। और मऊ जनपद के मेहमान शायर उसैद अहमद उसैद ने कहा,भारत की आन यह उर्दू ज़बान है, प्यारे वतन की शान यह उर्दू ज़बान है।। गजलों से श्रोताओं का दिल बाग बाग कर दिया। मेहमानों का शाल और गुलदस्ते से स्वागत किया गया। इस अवसर पर डॉक्टर शमसुद्दीन, डॉक्टर रेशमा खातून, दिल खैराबादी, आमिर शौकी, उसैद अहमद को शिक्षा, साहित्य और सामाजिक खिदमात के लिए अल्लामा इकबाल मेमोरियल अवार्ड 2023 से नवाजा गया। आगाज़  इरफानुल हक ने कुरआन की तिलावत से किया तो नाते पाक का नजराना नौशाद अमान ने पेश किया। संचालन अब्दुर्रहमान ने तंजीम के महासचिव जफर अंसारी ने स्वागत और धन्यवाद ज्ञापन एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ एहतेशामुल हक ने दिया। उर्दू बीटीसी टीचर्स एसोसिएशन के संरक्षक इश्तियाक अंसारी, अध्यक्ष डॉ एहतेशामुल हक, उपाध्यक्ष शहनवाज खान, अली इमाम, बेबी फातिमा, महासचिव जफर अंसारी, महबूब आलम, इशरत उस्मानी, जावेद अख्तर, एच हसन नन्हें, शमीम रियाज़, जुल्फिकार अली, शाहिद अंसारी, वफा अंसारी, अब्दुल्लाह एडोकेट, प्रमोद कुमार, जेयाउद्दीन, रिजवानुल्लाह, शकील अहमद, इकबाल अहमद, डॉक्टर तमन्ना शाहीन, डॉ. एम अकबर, मौलाना ज्याउल इस्लाम, हाजी स्वालेह अंसारी, अहमद आजमी, निजाम बनारसी, असल खलीफा, तमन्ना बेगम, ऐनुल हक, डा नजमुस्सहर, महजबीं, शकील अंसारी, राशिद अनवर, हामिदा बेगम, रहमत अली, आरिफ़, शगूफता, आमरा जमाल, सलमा जमाल,शहनवाज खान, हुसैन अहमद आरवी, रुखसार, करिश्मा अफरीन, राना परवीन, आयशा, राजिया सुलताना, हाजी अमीरुल्लाह इत्यादि के अतिरिक्त सैकड़ों शिक्षण संस्थानों के जिम्मेदारान शिक्षक, छात्र छात्राएं उपस्थित थे।

शनिवार, 23 दिसंबर 2023

आयोग का गठन करके ही किसानों को मिलेगा न्याय: सुरेंद्र पटेल पूर्व मंत्री

किसान दिवस पर पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को किया याद 

किसानों के सच्चे मसीहा थे चौधरी चरण सिंह 



Varanasi 23.12.2023. किसान दिवस के अवसर पर किसानों के मसीहा पूर्व प्रधान मंत्री चौधरी चरण सिंह की 122 वीं जयंती किसान फाउण्डेशन के तत्वावधान में पराडकर स्मृति भवन, मैदागिन में मनायी गयी। लोगों ने किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धाजलि दी।

बस्ती के लाल-फटेहाल-बेहाल विषयक संगोष्ठी में मुख्य अतिथि पूर्व कैबिनेट मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार सुरेन्द्र पटेल ने कहा चौधरी साहब सच्चे मायने में किसानों के मसीहा थे। वे कहा करते थे कृषि विकास-आर्थिक विकास की कुंजी है। आज हमारे किसान, खेत खलिहान हाशिए पर है। कारपोरेट घरानों का कृषि तंत्र पर नियंत्रण होता जा रहा है। जिससे कृषि को बचाना होगा। किसानों की आवाज दबाने नहीं, समस्या सुलझाने से देश खुशहाल होगा। किसान आयोग का गठन कर उनको न्याय दिया जा सकता है।

मुख्य वक्ता प्रो. विजय प्रताप सिंह ने कहा, हमारा राष्ट्र कृषि प्रधान है। खेत खलिहान किसान को नजर अंदाज कर विकास की बात बेईमानी है। चौधरी साहब के बताये रास्ते पर चलकर देश एवं किसानों की तरक्की होगी। फाउण्डेशन के अध्यक्ष डा. उमाशकर सिंह यादव ने कहा चौधरी साहब की आखों में किसानों की तरक्की एवं खुशहाली का सपना सदा पलता था। गोष्ठी की अध्यक्षता इं, गणेश प्रसाद यादव ने की। गोष्ठी को समाजवादी चितक विजय नारायण, चौधरी राजेन्द्र, रामजन अहमद, इब्राहिम खां, डा. दुर्गा प्रसाद, रामधनी कन्नौजिया, राकेश पाठक, पशुपालक संघ अध्यक्ष आदि ने संबोधित किया। दूसरे चरण में बेबस बनारसी की अध्यक्षता में काव्य गोष्ठी हुई, ब्रजेशचन्द्र पाण्डेय, सिद्धनाथ शर्मा, नरोत्तम शिल्पी, डा. मन्नु यादव, शकर आनन्द, संतोष प्रित आदि कवियों ने काव्य पाठ किया। डा. जयशंकर जय ने जब पढ़ा, हजारों दर्द ले रोती बेचारी तवे पर तप रही रोटी बेचारी। भूख ना आदमी की मिट रही है मिटती जा रही खेती बेचारी...। सुनकर लोगों ने करतल ध्वनि से स्वागत किया। आयोजन में समाजवादी चिंतक विजय नारायण को समाजरत्न अलंकरण एवं किसान रमेश सिंह को किसान रत्न अलकरण से अलंकृत किया गया। अतिथियो का स्वागत संचालन डा. जयशंकर जय ने किया, धन्यवाद ज्ञापन डा. उमाशंकर सिंह यादव ने दिया। मुख्य रूप से चौधरी शोभनाथ, डा. राजिव सिंह, डा. दिलशाद अहमद अशोक गोड, रमाशंकर यादव, किसन जायसवाल, संतोष पहलवान, योगेन्द्र जेटली मदन यादव शारदा गायक, रामकिसुन गप्पू, भोलेनाथ, राजन मोहन यादव, नन्दलाल प्रसाद, अवधेश कुमार सिंह, तपन कुमार घोष, रामनेश यादव, शादनवाज, किसन शर्मा रमेश कुमार सिंह मनोज प्रजापति, रवि प्रकाश सिंह, छोटू पटेल, मनोज यादव, डा. संध्या भारत भूषण, सतोष यादव आदि लोग उपस्थित रहे।

Om Prakash Rajbhar बोले आदर्श समाज के निर्माण में स्काउट गाइड का योगदान सराहनीय

भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के स्थापना दिवस सप्ताह का समापन जमीयत यूथ क्लब के बच्चों ने किया मंत्री ओपी राजभर का अभिनंदन Varanasi (dil India li...