शुक्रवार, 1 दिसंबर 2023

सर्दियों की दस्तक संग काशी पहुंचने लगे साइबेरियन पक्षी



Varanasi (dil India live). 01.12.2023.सर्दियों की दस्तक के साथ साइबेरियन पक्षियों के काशी पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। ठंड बढ़ने के साथ ही पक्षियों की संख्या और बढ़ेगी। साइबेरियन पक्षी गंगा की लहरों पर कलरव करते हैं। सैलानियों के लिए यह नजारा आकर्षित करने वाला होता है। सैलानी प्रवासी पक्षियों को ब्रेड, नमकीन और तमाम तरह की चीजें खिलाते हैं। फरवरी के अंत तक तापमान बढ़ने के साथ ही प्रवासी पक्षी वापस लौटने लगते हैं। आमतौर पर साइबेरियन पक्षी अक्टूबर में गंगा किनारे घोसला बना लेते हैं, लेकिन इस बार देर से आए हैं। नवंबर के मध्य से ही साइबेरियन पक्षियों के वाराणसी पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। प्रवासी पक्षी गंगा किनारे अपना ठिकाना बनाते हैं। घाटों पर आने वाले सैलानियों व काशीवासियों को गंगा की लहरों के बीच इनका कलरव काफी आकर्षित करता है बीएचयू के विज्ञान संकाय की पूर्व प्रमुख प्रो. चंदना हलधऱ ने बताया कि पृथ्वी के ध्रुवों व मध्य अक्षांशों के इलाकों के बीच मौसम व जलवायु में बहुत अधिक अंतर देखने को मिलता है। इस अंतर की वजह से ही उत्तरी ध्रुव के पास रहने वाले पक्षी सर्दी में अपना ठिकाना बदल लेते हैं और निकले अक्षांश वाले इलाकों का रुख कर लेते हैं। इन इलाकों में उनके अनुकूल कम सर्दी पड़ती है। इसलिए भारत के मैदानी नदी व झीलों के पास सर्दी के दौरान बहुत सारे पक्षी दिखते हैं। यूक्रेन वार के बाद घटी संख्या 

 यूक्रेन व रूस के मध्य साइबेरिया में ही ये पक्षी पाए जाते हैं। सर्दियों के मौसम में प्रजनन के लिए ठिकाना बदलते हैं। खासतौर से वाराणसी में बड़ी संख्या में ये पक्षी पहुंचते हैं। इन्हें लोग नमकीन, ब्रेड आदि खिलाते हैं। प्रो. हलधर बताती हैं कि साइबेरियन पक्षियों का मुख्य भोजन मछली होता है। उन्हें ब्रेड और नमकीन खाने से उन्हें डायरिया होता है। इससे अधिक समय तक जीवित नहीं रह पाते हैं।

गुरुवार, 30 नवंबर 2023

Aghani Juma: 8 को अदा की जाएगी ऐतिहासिक नमाज़

अगहनी जुमे पर होगी देश और कौम की खुशहाली की दुआएं 



अगहनी जुमे की नमाज की तैयारियों को लेकर बुनकर बिरादराना तंजीम बाइसी की बैठक में जुटे सरदार साहेबान 


Varanasi (dil India live). मोहल्ला काजी सादुल्लापूरा स्थित  बुनकर बिरादराना तंजीम बाइसी के पूर्व सरदार स्व. हाजी अब्दुल कलाम के आवास पर सालाना होने वाली अगहनी जुमें की ऐतिहासिक नामाज की तैयारी को लेकर  बुनकर बिरादराना तंजीम बाइसी  के सरदार हाजी मोइनुद्दीन उर्फ़ कल्लू हाफीज  की अध्यक्षता में पुरे काबीना के सदस्यों के साथ एक बैठक हुयी ।  बैठक में बाईसी तंजीम के सरदार हाजी मोइनुद्दीन उर्फ कल्लू हाफीज ने बताया की सदियो पुरानी अगहनी जुमे की नमाज की जो ये पारम्परा है उसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए आज कबीना के  सभी ने ये तय किया है की इस साल अगहनी जुमे की नमाज़ की तारीख तय की गई इस साल पारंपरिक अगहनी जुमे की नमाज 8 दिसंबर को पूरानापुल के पुल्कोहना ईदगाह मे अदा की जायेगी। परंपरा के अनुसार अगहनी जूमे के नमाज के बाद दुआखानी की जायेगी जिसमें मुल्क की तरक्की, आपस में भाईचारगी बनी रहे उसके लिए खास दुआएं होती है। जो इस वक्त घर घर में बीमारी फैली है ये बीमारी खत्म हो उसके लिए दुआ की जाएगी और सभी के कारोबार में बरक्कत के लिए और सभीलोगो की परेसानिया दूर हो उसके लिए दुआखनी की जायेगी।
इस मौके पर सरदार साहेबान ने सभी बुनकर भाइयो से अपील किया कि अगहनी जुमे की नमाज में सभी बुनकर भाई अपना अपना कारोबार ( मुर्री) बन्द कर नमाज अदा कर दुआखानी में शामिल मिल हो। इस मीटिंग में हाजी बाबू, गुलाम मो. उर्फ दरोगा, अफरोज अंसारी, पार्षद हाजी ओकास अंसारी, हाजी यासीन माईको, गुलशन अली पार्षद, हाजी स्वालेह, डा. इम्तियाजुद्दीन, हाजी इश्तियाक, मौलाना शकील, हाजी स्वालेह, बाऊ सरदार, शमीम अंसारी, हाजी मुमताज, मो0 शाहिद, हाफिज नसीर, हाजी महबूब अली, बाबूलाल किंग, हाजी तुफैल, हाजी गुलाब, हाजी मतीउल्ला, हाजी मोइनुद्दीन, हाजी नईम, मो. हारून, हाजी अली अहमद, हाजी रफीक, नसीर सरदार, रेयाज अहमद, सुक्खू अंसारी, हाजी अनवार, हाजी गुलाब, हाजी यासीन सहित काबीना के सारे सदस्य मौजूद थे।

सोमवार, 27 नवंबर 2023

काशी में गंगा स्नान को उमड़े श्रद्धालु

कार्तिक पूर्णिमा पर काशी में लगी आस्था और श्रद्धा की डुबकी 

देवताओं की दीपावली पर सभी ने किया दीपदान 





Varanasi (dil India live).27.11.2023. धर्म की नगरी काशी में सोमवार को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर देव दीपावली का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। प्रातः से से ही वाराणसी के गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा है। वाराणसी के विश्व प्रसिद्ध राजेंद्र प्रसाद घाट, दशाश्वमेध घाट, अस्सी घाट, केदार घाट, राजघाट समेत सभी प्रमुख घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। श्रद्धालु गंगा में स्नान ध्यान करने के बाद आचमन करते हुए अपने श्रद्धा अनुसार ब्राह्मण एवं निर्धन व्यक्तियों को दान करते दिखाई दिए। काशी विश्वनाथ मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं का ताता लगा हुआ था। दूर-दूर से भारी संख्या में आए भक्त बाबा के दर्शन पाने के लिए रात भर से ही लाइन में लग गए थे। इस दौरान देवताओं की दीपावली पर सभी ने दीप दान किया।

आखिर कार्तिक पूर्णिमा की क्या है मान्यता 

कार्तिक पूर्णिमा को लेकर विभिन्न मान्यताएं हैं, लेकिन एक प्रचलित मान्यता के अनुसार आदिकाल में त्रिपुरासुर नामक राक्षस का आतंक व्याप्त था। कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही भगवान शिव ने प्रदोष काल में अर्धनारीश्वर का रूप लेकर त्रिपुरासुर राक्षस का वध किया था। इस दौरान भगवान विष्णु ने भगवान शंकर को त्रिपुरारी नाम दिया, जो कि महादेव के विभिन्न नामों में से एक है। इस वध से सभी देवी देवता प्रसन्न हुए और देवी- देवताओं ने भगवान शंकर की नगरी काशी में गंगा किनारे दीप जलाकर दीपावली मनाई, तभी से यह परंपरा काशी में चली आ रही है। मानता है कि तभी से काशी में प्रत्येक देव-दीपावली के अवसर पर साक्षात देवतागण स्वर्ग से उतरकर काशी में दीपावली मनाने आते हैं, तो वही इस पर्व को भगवान विष्णु के प्रथम अवतार यानी मत्स्य अवतार के रूप में भी मनाया जाता है।

आदिकाल में वेदों की रक्षा करने के लिए भगवान विष्णु ने मत्स्य का अवतार लिया था, जो कि उनका पृथ्वी पर प्रथम अवतार था। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन गंगा स्नान से अपने पापों की मुक्ति मिलती है। प्रातः से ही लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान कर चुके थे । तो वहीं काशी के विश्व प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं का की लंबी कतार लगी हुई है. इसके अलावा काशी के काल भैरव मंदिर, संकट मोचन मंदिर, दुर्गाकुंड समेत सभी प्रमुख मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है, तो वही घाट पर ही गंगा स्नान करने के बाद श्रद्धालु घाट और मंदिरों में दर्शन पूजन व दीपदान करते दिखाई दिए।

Guru Nanak Dev के प्रकाश पर्व पर झूमा सिख समाज

"सतगुरू नानक प्रगटिया, मिटी धुंध जग चानण होआ, ज्यो कर सूरज निकलया, तारे छिपे अन्धेर पलोवा”




Varanasi (dil India live).27.11.2023. सिख पंथ के संस्थापक पहले पातशाह गुरुनानक देव का 554 वां प्रकाशोत्सव सोमवार को आस्थापूर्वक देश दुनिया में मनाया जा रहा है। इस जश्न का आगाज़ रविवार की देर रात से ही काशी में शुरू हो गया था। नानक देव की आगमन स्थली गुरुद्वारा गुरुबाग को विभिन्न फूलों, रंगबिरंगी झालरों और फव्वारों से खूबसूरत सजावट की गई है। मानों पूरा परिसर गुरु नानकदेव की अखंड आभा से जगमग हो उठा हो। रविवार की रात गुरुद्वारा गुरुबाग में हजूरी रागी भाई अमनदीप (दरबार साहिब वाले) व भाई जगतार सिंह (जम्मू वाले) ने गुरुवाणी से संगत को निहाल किया। रात में सभी ने गुरु का लंगर छका।

सोमवार की सुबह 3.45 बजे से शहाना स्वागत, उसके बाद नाम सिमरन,  सुखमनी साहिब का पाठ, आसा दी वार, कीर्तन हुआ। इस दौरान गुरु नानक इंग्लिश स्कूल, गुरुनानक खालसा बालिका इंटर कॉलेज, एवं गुरु नानक इंग्लिश स्कूल शिवपुर की छात्राएं शबद गायन कर संगत को निहाल किया। इस दौरान मुख्यग्रंथी भाई रंजीत सिंह ने नानक वचन और सिख कथा से लोगों को निहाल किया। इस दौरान गुरु का अटूट लंगर छकने सभी वर्ग के लोग मौजूद थे।

कैथोलिक मसीही समुदाय ने मनाया ख्रीस्त राजा का पर्व

धूमधाम से निकली शोभायात्रा, हाथों में थी कैंडल 


Varanasi (dil India live). 26.11.2023. कैंटोमेंट स्थित सेंट मेरीज महागिरजा में रविवार को ख्रीस्त राजा का पर्व धूमधाम से आस्थापूर्वक मनाया गया। इस दौरान यीशु मसीह की शान में मसीही गीत की गूंज सुनाई दे रही थी। मौका था ख्रीस्ता राजा के पर्व का। इस अवसर पर कैथोलिक मसीही ख्रीस्त राजा की भव्य शोभायात्रा में हाथों में केंडिल लेकर शामिल हुए। ख्रीस्त राजा पर्व पर वाराणसी धर्म प्रांत के धर्माध्यक्ष बिशप यूजीन जोसेफ ने धार्मिक अनुष्ठान कराया। बिशप ने अपने संदेश में कहा कि ख्रीस्त राजाओं के राजा हैं। उन्होंने अपने जीवन में कभी क्रोध व हिंसा का रास्ता नहीं अपनाया। प्रभु की आराधना के बाद भव्य शोभा यात्रा अपने पारम्परिक रास्तों से निकाली गई। शोभा यात्रा में बड़ी संख्या में ईसाई धर्मावलंबी शामिल हुए।

शोभायात्रा में बच्चे और सेवक सफेद आकर्षक परिधान में लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बने हुए थे। शोभायात्रा छावनी स्थित सेंट मेरीज चर्च से शुरू होकर नदेसर, मिंट हाउस से होते हुए वापस चर्च पर आकार समाप्त हुई। इसी के साथ इस साल की चर्च की धार्मिक गतिविधियां सम्पन्न हो गई और अब मसीही क्रिसमस की तैयारियां में जुट जाएंगे।

रविवार, 26 नवंबर 2023

लोकहित में लोक के लिए संविधान को बचाये रखना होगा: प्रो. मोहम्मद आरिफ

महास्थविर बुद्ध बिहार में संविधान दिवस पर हुई गोष्ठी



Kushinagar (dil India live). बुद्ध स्थली कुशीनगर स्थित भदंत चन्द्रमणि महास्थविर बुद्ध बिहार के हाल में संविधान दिवस पर गोष्ठी आयोजित की गई व संविधान को जानने, समझने और उसकी रक्षा का संकल्प लिया गया।

मुख्य अतिथि सामाजिक चिंतक, इतिहासकार प्रो. मोहम्मद आरिफ ने संविधान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत का संविधान दुनिया का सबसे बेहतर संविधान है। जो समस्त नागरिकों को स्वतंत्रता, समता, बंधुता और न्याय पर आधारित समाज निर्माण का अधिकार देता है। बाबा साहब अम्बेडकर ने कमजोर और वंचित लोगों के लिए संविधान में अनेक प्राविधान किये। आज तमाम ऐसी शक्तियां सक्रिय हैं जो संविधान व संवैधानिक मूल्यों खत्म करने की कोशिश में हैं। ऐसे में लोकतंत्र की आत्मा संविधान को लोक हित में लोक के लिए बचाये रखना होगा। विशिष्ट अतिथि लेखक डा0 अलख निरंजन ने संविधान के मूल्यों, खतरों से आगाह करते हुए एकजुट संघर्ष का आह्वान किया। विजय कुमार ने कहा कि संविधान को बचाने के लिए संसदीय प्रणाली में संविधान को मानने वालों को जन प्रतिनिधि बनाकर भेजा जाय और जरूरत पड़े तो देश हित में लोगों को समझना होगा। सत्येंद्र कुमार गौतम, संजय कुमार सिंह, पूर्व जिपंस जवाहर लाल गौतम, गुड्डी शर्मा, एडवोकेट जितेंद्र पटेल ने अपने विचार दिए। आभार व स्वागत आयोजक शिक्षक अवधेश प्रसाद ने किया और कहा कि भविष्य में इस तरह के संवैधानिक जागरूकता कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों तथा जिले की अन्य तहसीलों में भी आयोजित होगी। इस अवसर पर बसन्त प्रसाद, भरत प्रसाद, शिव सागर, मुकेश गोंड, राधा चरण, राम रतन, नवमी प्रसाद, विश्वनाथ, सुनील यादव, घनश्याम प्रसाद, ललन, शैलेश कुमार, हकीमुद्दीन, नेहा सहित भारी संख्या में महिला पुरुष मौजूद रहे.

मतदाता सूची में नाम जोड़ने के लिए नहीं दिखी जागरूकता


Varanasi (dil India live). मतदाता सूची में नाम जोड़ने के लिए चुनाव आयोग द्वारा 25 और 26 नवंबर को विशेष अभियान चलाया गया, बूथों पर बीएलओ उपस्थित थे, परंतु नागरिकों में जागरूकता की कमी दिखाई दी, बीएलओ मतदाताओं का इंतजार करते दिखे,कई बूथों पर सन्नाटा पसरा रहा। शहरों में कई जगहों पर वोटर जागरूकता अभियान के तहत सामाजिक संस्था "सुल्तान क्लब" और जमीयत उलमा (यूथ क्लब) बनारस के सदस्यों ने शिविर लगाकर काफी संख्या में मतदाताओं का ऑफ़ लाइन और आन लाइन फॉर्म भरा। अब आगामी 2 और 3 दिसंबर (शनिवार,रविवार) को भी विशेष शिविर लगाया जाएगा। नए मतदाताओं का सहयोग करने में सुल्तान क्लब के अध्यक्ष डॉ एहतेशामुल हक, सचिव जावेद अख्तर, कोषाध्यक्ष शमीम रियाज़, हाफिज मुनीर,जमीयत यूथ क्लब के शाहिद अंसारी, दानिश फैसल, सलमान अंसारी,मुहम्मद हसन, हाफिज शमीम आदि जूझते नजर आएं।

शेख़ अली हजी को दिखता था बनारस का हर बच्चा राम और लक्ष्मण

बरसी पर याद किए गए ईरानी विद्वान शेख़ अली हजी  Varanasi (dil India live)। ईरानी विद्वान व दरगाहे फातमान के संस्थापक शेख मोहम्मद अली हजी ईरान...