शुक्रवार, 6 अक्तूबर 2023

थाना चौक में पुलिस ने किया हिस्ट्री शीटरस संग मीटिंग

पुलिस का करेंगे सहयोग, अपराध न करने का दिलाया भरोसा 




Varanasi (dil India live). 06.10.2023. पुलिस आयुक्त  कमिश्नरेट वाराणसी के आदेश चौक थाना पर सहायक पुलिस आयुक्त अवधेश पांडेय की अध्यक्षता में थाना स्थानीय में रहने वाले हिस्ट्रीशीटर की मीटिंग कराई गई. मीटिंग का उद्देश्य सभी का भौतिक सत्यापन करना उनके बारे में जानकारी रखना वर्तमान में उनके द्वारा क्या किया जा रहा है? उनके भरण पोषण का जरिया क्या है? उनके  पारिवारिक जन क्या कर रहे हैं ? इस उद्देश्य से मीटिंग बुलाई गई थी जिसमें थाने के अधिकतर हिस्ट्रीशीटर मीटिंग में प्रतिभाग लिए जो हिस्ट्री शीटर जेल में है या किसी मुकदमे में वांछित है उनके अलावा सभी लोग उपस्थित हुए. उपस्थित हिस्ट्री शीटर से उनके समस्याओं के बारे में जानकारी किया गया तथा उनके द्वारा भविष्य में भी अपराध में लिप्त न रहने का आश्वासन भी दिया गया. इस दौरान हिस्ट्री शीटर ने पुलिस को भरोसा दिलाया कि यदि कोई अपराध या अपराधियों के बारे में जानकारी प्राप्त होगी तो पुलिस को अवगत कराएंगे. मीटिंग के दौरान थाना चौक पर प्रभारी निरीक्षक चौक, प्रभारी चौकी दालमंडी, प्रभारी चौकी ब्रम्हनाल व अन्य पुलिसगण ने फोटो शूट भी करवाया.

महिला की चैन छीन कर उच्चका फरार

पुलिस सीसीटीवी फुटेज से उचक्के की शिनाख्त में जुटी 

Mohd Rizwan


Varanasi (dil India live). 06.10.2023. एक महिला से लालपुर पांडेयपुर थाना क्षेत्र के पांडेयपुर बाजार से फल लेकर घर वापस जा रही थीं तभी प्रेमचंद नगर कालोनी के रास्ते में गली से पैदल आये एक युवक ने महिला के गले से चेन छीनकर फरार हो गये. इससे महिला असहज होकर चीखने चिल्लाने लगी. इस दौरान महिला की आवाज सुनकर वहां भीड़ जुट गई. सूचना पर पहुंचे लालपुर थानाध्यक्ष मनोज कुमार व पांडेयपुर चौकी प्रभारी आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से तलाश में जुट गये. समाचार के संबंध में बताया जाता है कि जिसके साथ घटना हुई उक्त महिला का नाम उर्मिला देवी है, जिसकी 64 वर्ष और पति का नाम राजेंद्र जायसवाल निवासिनी प्रेमचंद नगर कालोनी पांडेयपुर है.

BHU : सूचना का प्रभावी प्रकटीकरण करें : राज्य सूचना आयुक्त

आवश्यक सूचनाओं तक जनता की सुलभ पंहुच हो 


Varanasi (dil India live).06.10.2023. उत्तर प्रदेश के राज्य सूचना आयुक्त अजय कुमार उप्रेती ने जनसूचना अधिकारियों तथा प्रथम अपीलीय अधिकारियों का आह्वान किया है कि वे सूचना का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत सूचना का प्रभावी प्रकटीकरण करें, जिससे जनसाधारण को सशक्त करने के इस कानून के उद्देश्यों की प्राप्ति हो सके. वे काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के जनसूचना अधिकारियों तथा प्रथम अपीलीय अधिकारियों के साथ संवाद कर रहे थे. सूचना आयुक्त ने कहा कि सूचना का अधिकार अधिनियम का उद्देश्य है कि जनहित के लिए आवश्यक सूचनाओं तक जनता की सुलभ पंहुच हो तथा सरकारी कामकाज में पारदर्शिता बनी रहे. उन्होंने सूचना का अधिकार अधिनियम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए जन सूचना अधिकारियों को Four ‘C’ का फॉर्मूला दिया. उन्होंने कहा कि सूचना मांगने वाले के साथ संवाद, सूचना के अनुरोध के सही रूप में प्रस्तुतिकरण में सहयोग, प्रार्थी के साथ संपर्क साधने तथा सूचना का अधिकार अधिनियम को सही ढंग से समझने की दिशा में प्रयास करने से जनसूचना तथा प्रथम अपीलीय अधिकारी प्रभावी ढंग से अपने कर्तव्य का निर्वहन कर सकते हैं.

जनसूचना अधिकारियों को आने वाली व्यवहारिक चुनौतियों के संबंध में सूचना आयुक्त ने अधिनियम के आलोक में समाधान भी सुझाए. कहा कि जनसूचना अधिकारियों को चाहिए कि वे सूचना का अधिकार अधिनियम के सभी प्रावधानों को ठीक तरह से समझें और सूचनाओं के संबंध में आए आवेदनों का कुशल निस्तारण करें। उन्होंने अधिनियम के प्रभावी क्रियान्वयन के संबंध में सर्वोच्च न्यायालय तथा विभिन्न उच्च न्यायालयों द्वारा आए अनेक महत्वपूर्ण निर्णयों का भी उल्लेख किया। कार्यक्रम के दौरान कुलसचिव प्रो. अरुण कुमार सिंह ने सूचना का अधिकार अधिनियम की उत्पत्ति की चर्चा करते हुए बताया कि इस अधिनियम की मंशा है कि जनता को सूचना मिलती रहे. प्रो. सिंह ने कहा सूचना का अधिकार आज आम नागरिक के सशक्तिकरण का एक महत्वपूर्ण माध्यम बन गया है. 

अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलगुरू प्रो. वी. के. शुक्ला ने कहा कि इस संवाद कार्यक्रम से जनसूचना अधिकारी कई ऐसे व्यवहारिक पक्षों के बारे में अवगत हुए हैं, जिनका वे नियमित रूप से सामना करते हैं. ऐसे में सूचना आयुक्त के साथ चर्चा ने उन्हें कई नए पहलुओं से रूबरू कराया है, जिससे वे आवेदनों के प्रभावी निस्तारण में सफल होंगे. कुलगुरू ने सुझाव दिया कि जनसूचना व प्रथम अपीलीय अधिकारियों के लिए नियमित रूप से ऐसे संवाद कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना चाहिए, जिससे व्यवस्था का प्रभावी, पारदर्शी व कुशल कामकाज संभव हो सके.

संयुक्त कुलसचिव (प्रशासन-शिक्षण) तथा सूचना का अधिकार अधिनियम, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के नोडल अधिकारी डॉ. एस. पी. माथुर ने सूचना आयुक्त का परिचय प्रस्तुत किया. संवाद कार्यक्रम में विभिन्न संस्थानों के निदेशक, संकाय प्रमुख, विभागाध्यक्ष, एवं विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों तथा इकाइयों के जन सूचना और प्रथम अपीलीय अधिकारी उपस्थित रहे.

Hazrat Bahadur Shahid के उर्स में टूटी धर्म और मजहब की दीवारें







Mohd Rizwan 
Varanasi (dil India live).06.10.2023. किसी शायर ने क्या खूब लिखा है ''कोई हिंदू न मुसलमान न ईसाई है, गुलशन-ए-हिंद में मिलजुल कर बहार आई है...'' शायर के अशरार की तस्दीक हुई हज़रत बाबा बहादुर शहीद रहमतुल्लाह अलैह के उर्स में. हजरत सैयद बाबा बहादुर शहीद रहमतुल्लाह अलैह के कैंटोनमेंट स्थित आस्ताने पर उर्स के दौरान धर्म और मजहब की दीवारे टूटती दिखाई दी. क्या हिंदू क्या मुस्लिम, सभी मजहब के लोग बाबा के दर पर मन्नते और मुराद मांगते दिखाई दिए. दो दिनी उर्स में पहले रोज़ उलेमाओं ने नबी की जिंदगी और औलिया-ए- कराम के करामत पर रोशनी डाली, बाबा का दर नज़्म और हमदो सना से गूंज रहा था, नातिया शायर कलाम पेश करते नजर आए. इस दौरान चादर गागर का नजराना पेश किया गया. शाम में मगरिब की नमाज के बाद बाबू भाई के आवास से सरकारी चादर का जुलूस निकला जो अपने परम्परागत रास्तों से होते हुए बाबा के दर पर पहुंचा, जहां लोगों ने अकीदत और एहतराम के साथ बाबा की चादरपोशी की. समाचार लिखे जाने तक उर्स जारी था.

फैज और सुकुन पाने आते हैं अकीदतमंद

वाराणसी. छावनी स्थित हजरत बाबा बहादुर शहीद रहमतुल्लाह अलैह का दर लोगों की अकीदत का मरकज है. यह दर लोगों की बिगड़ी बनाने के लिए मशहूर है. जो परेशानहाल है या फिर भूत प्रेत ने जिन्हें घेर रखा है, या फिर जिसे औलाद नहीं हो रही है ऐसे लोग बाबा के सद्भावना पार्क स्थित आस्ताने पर दस्तक देते हैं और यहां से फैज और सुकुन पाकर वापस लौटते हैं. गद्दीनशी मो. सग़ोरुल्लाह खां बाबू व समीउल्लाह खां दावा करते हैं कि यह आस्ताना मिल्लत का मरकज है यहां सभी मजहब के लोग बिना किसी भेदभाव के हाजिरी लगाने उमड़ते हैं. आस्ताने के ख़ादिम दिखाते है कि ये देखिये भूतों से छुटकारा पाने के लिए झूमती औरतें, पुरुष और बुजुर्ग दिन भर यहां आते हैं और बाबा के फैज़ से ठीक हो कर यहां से जाते हैं. यहां आने वालों का भरोसा बाबा है, जो उन्हें इस आधुनिक युग में भी सुकून दे रहे हैं. आज साइंस भूत-प्रेत जैसी बातों को नहीं मानता, फिर भी तमाम लोग हज़ारों की संख्या में यहां आते हैं. पूर्वाचल के साथ ही बिहार, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, मुंबई और विदेशों तक से लोग यहां अपनी परेशानी दूर करने पहुंचते है. बाबा के उर्स में तो यहां मेला लगा हुआ है. आम दिनों में भी यहां काफी भीड़ होती है. हर जुमेरात व नवचंदी जुमेरात को भूत, प्रेत से छुटकारे के लिए लोग दूर दराज से आने वालों की तादाद बढ़ जाती हैं. लोगों का दावा है कि शैतान (भूत) कितना भी शक्ति वाला हो बाबा के गुस्ल का पानी पड़ते ही वो पनाह मांगता है. यहां विगत चार दशक से आ रहे बुजुर्ग राम नाथ की माने तो बाबा के अंदर बहुत शक्ति है. वह भूत प्रेत सब खत्म कर देते है. बिहार के पटना से आए आए जामवंत ने बताया कि पत्नी कई सालों से बीमार थी. बाबा के दर पर हाजिरी लगयी तो अब वह पूरी तरह ठीक हो गई है. हाशिम ने बताया मां की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी काफी इलाज करवाया, वह कुछ साल पहले मजार पर दुआ करने आई थी. अब वह धीरे-धीरे ठीक हो गयी. मजार के सज्जादानशीन सगीरुल्लाह खां ने बड़ी सहजता से इसे गंगा जमुनी तहजीब का नायाब उदाहरण बताया. उन्होंने इस दरगाह के बारे में बताया कि जो लोग नजिस और नापाक होते है और हराम मौत मारे जाते है, उनको रूह भटकती रहती है। वह लोगों को अपना शिकार बनाती, साथ ही आज की दुनिया में लोग हसद और बदला लेने के लिए जादू टोना करवाते है. ऐसे लोगों को इन बिमारियों व जादू टोने से छुटकारा देते हैं हजरत बाबा बहादुर शहीद. तभी तो बाबा का दर हमेशा आबाद रहता है.

शिक्षा में नवाचार को देना होगा बढ़ावा - डॉ. प्रशांत पारीख



Varanasi (dil India live). 05.10.2023. डीएवी पीजी कॉलेज के अर्थशास्त्र विभाग के तत्वावधान में गुरुवार को भावी बिज़नेस लीडर्स के लिए केस मैथेड विषय पर विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन हुआ। मुख्य वक्ता मार्केटिंग शांति बिज़नेस स्कूल, अहमदाबाद, गुजरात के अस्सिटेंट प्रोफेसर डॉ. प्रशांत पारीख ने अर्थशास्त्र के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि बिजनेस में अब दौर बदल चुका है, सिर्फ अच्छे उत्पाद अथवा सेवा से कोई संस्था स्वयं को बाजार में ब्रांड के रूप में स्थापित नही कर सकती हैं। बाजारीकरण के इस युग मे संस्थाओं को निरंतर बदलाव की प्रकिया से होते स्वयं को औरों से अलग खूबियों के साथ उतरना होगा। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों के बाबत भी यह बात लागू होती है जिसके अंतर्गत परंपरागत तरीके से चले आ रहे शिक्षण व्यवस्था की शैली में बदलाव कर शिक्षा में नवाचार को बढ़ावा देना होगा। हमें शिक्षा के साथ साथ विद्यार्थियों को कौशल विकास का प्रशिक्षण भी देना होगा, वही संस्थान आज अग्रणी दिखेगा जहाँ सिर्फ शिक्षा नही बल्कि कौशल विकास पर भी जोर दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि आज ज्ञान विज्ञान एक कदम और आगे बढ़कर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की बात हो रही है। यह बिजनेस सेक्टर के लिए वरदान की तरह है, शैक्षणिक संस्थानों को अब इस दिशा में भी आगे बढ़कर प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने की आवश्यकता है।

इसके पूर्व कार्यक्रम के प्रारंभ में विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अनूप कुमार मिश्रा ने अतिथि का स्मृति चिन्ह, पुष्प गुच्छ एवं अंगवस्त्र प्रदान कर स्वागत किया। संचालन छात्रा कशिश बर्मन ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. पारुल जैन ने दिया। इस अवसर पर मुख्य रूप से डॉ. मयंक कुमार सिंह, डॉ. सिद्धार्थ सिंह, डॉ. आहुति सिंह, डॉ. उदयभान सिंह, डॉ. शालिनी सहित बड़ी संख्या में नवप्रवेशी छात्र - छात्राएं उपस्थित रहे।

गुरुवार, 5 अक्तूबर 2023

Hajj कमेटी सदस्य सरवर सिद्दीकी ने CM योगी को दिया न्योता

लखनऊ में किया सीएम से मुलाकात, भदोही कारपेट मेले में आने का दिया न्योता


Lucknow (dil India live).05.10.2023. भदोही में लगने वाले कारपेट मेले को लेकर आज दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री एवं हज कमेटी के जुझारू सदस्य सरवर सिद्दीकी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कारपेट मेले में आने का न्योता दिया है।

इससे पहले उन्होंने लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके कार्यालय में मुलाकात की और उन्होंने भदोही में आयोजित होने वाले कारपेट मेले में आने का निमंत्रण भी दिया। साथ ही भदोही के कार्पेट मेले की व्यवस्थाओं को लेकर भी उनसे खासी चर्चा की। इस मौके पर सरवर सिद्दीकी के साथ कई प्रमुख कालीन उद्योग से जुड़ी हस्तियां मौजूद थीं। 

बुधवार, 4 अक्तूबर 2023

All india Catholic Union का बेंगलुरु में सम्मेलन सम्पन्न

Ronald Benjamin बने कैथोलिक यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष 


Varanasi (dil India live). 04.10.2023. आल इंडिया कैथोलिक संघ का बेंगलुरु में राष्ट्रीय सम्मेलन सम्पन्न हुआ. सम्मेलन में बनारस निवासी ईसाई समुदाय के लोकप्रिय सामाजिक कार्यकर्ता Ronald Benjamin को उत्तर प्रदेश का अध्यक्ष चुना गया। इस दौरान Ronald Benjamin ने कहा कि मैं भले ही कैथोलिक संघ का अध्यक्ष चुना गया हूं मगर समस्याएं किसी भी ईसाई समुदाय की आएगी उसे दूर किया जाएगा. ईसाई ही नहीं सभी धर्मों के बीच एकता और सौहार्द के लिए काम किया जाएगा.

उन्होंने सम्मेलन की जानकारी देते हुए बताया कि संविधान पर हमले और चुनाव जैसी संस्थाओं की अवनति को रोकने के लिए नागरिक समाज और सभी धर्मों के सद्भावना वाले लोगों के साथ काम करने का सम्मेलन में आह्वान किया गया. यह अखिल भारतीय कैथोलिक संघ (एआईसीयू) की वार्षिक आम सभा थी. इसमें फादर सेड्रिक प्रकाश और दलित और लिंग अधिकार कार्यकर्ता सिंथिया स्टीफंस ने जोर देकर कहा कि अपनी स्वतंत्रता की रक्षा करना नागरिकों का दायित्व है, संविधान में सभी धर्म की स्वतंत्रता का महत्वपूर्ण अधिकार दिया गया है. मणिपुर में जारी हिंसा, ईसाइयों के खिलाफ योजनाबद्ध अत्याचार और हरियाणा के नूंह में मुसलमानों के खिलाफ शारीरिक और आर्थिक हिंसा की पृष्ठभूमि में सत्ता प्रायोजित , फादर सेड्रिक ने कहा कि कर्नाटक में हाल के विधानसभा चुनावों से आशा और प्रोत्साहन लिया जा सकता है। सांप्रदायिकता को चुनौती देने के लिए सभी धर्मों, यहां तक ​​कि राजनीतिक विचारधाराओं के लोगों की रणनीतिक एकता का भरपूर फल वहां देखने को मिला है। एआईसीयू के चर्च सलाहकार, बैंगलोर आर्कबिशप डॉ. पीटर मचाडो ने भी सम्बोधित करते हुए आह्वान किया कि देश में आम जनता का सशक्तिकरण ताकि वह लोकतांत्रिक सामाजिक व्यवस्था में भूमिका निभा सके, राजनीतिक एआईसीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष एलियास वाज़ ने कहा कि 104 साल पुराना आल इंडिया कैथोलिक संघ इस दिशा में काम कर रहा है कि देश के प्रत्येक सूबा को संघर्ष समाधान, मध्यस्थता आदि में प्रशिक्षित लोगों से लैस करना है लोगों, संस्थानों और यहां तक ​​कि सरकारों के बीच भी मेल-मिलाप पर उन्होंने बल दिया। उन्होंने कहा कि जल्द ही इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। 

बैठक में और क्या हुआ

नाडर ने बताया कि एआईसीयू की बैठक में चर्च और राष्ट्र की स्थिति का गहन विश्लेषण किया गया, विशेष रूप से भारत में ईसाई समुदाय को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण मुद्दों पर। चर्चा में मणिपुर में जारी हिंसा का मुद्दा छाया रहा और संघ ने सरकार से स्थिति को और बिगड़ने नहीं देने का आह्वान किया। संघ ने अपनी इकाइयों से प्रभावित परिवारों को लक्षित राहत की योजना बनाने का आह्वान किया, जिनमें से कई को अभी भी राहत नहीं मिल पाई है। एजीएम के दौरान अपनाए गए प्रमुख प्रस्तावों में, एआईसीयू ने विभिन्न घटनाओं के पीड़ितों, विशेष रूप से मणिपुर, नूंह और देश भर के ईसाई समुदायों के साथ अपनी अटूट एकजुटता की बात कही। यह एकजुटता शब्दों से आगे बढ़कर ठोस कार्यों तक फैली हुई है, जिसमें प्रावधान भी शामिल है. प्रतिकूल परिस्थितियों से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए वित्तीय सहायता, कानूनी सहायता और परामर्श सेवाएँ देने पर बल दिया। एआईसीयू ने पीड़ित समुदायों के सामने आने वाले मुद्दों के समाधान के लिए राज्य और केंद्र सरकारों से सक्रिय कदम उठाने का आग्रह किया। इसमें क्षतिपूर्ति, पीड़ितों के लिए मुआवजा और राहत सुनिश्चित करना और समाज में सहिष्णुता और समझ को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता अभियान शुरू करना शामिल है।

डायोकेसन स्तर पर मध्यस्थता केंद्रों की स्थापना के प्रस्ताव में कहा गया है कि ये कैथोलिक समुदाय के भीतर आंतरिक मुद्दों के शांतिपूर्ण समाधान के लिए मंच के रूप में काम करेंगे। इसके अलावा, वे पदानुक्रम के साथ बातचीत और संघर्ष समाधान की सुविधा प्रदान करेंगे, साथ ही पीड़ितों को आवश्यक सहायता और मार्गदर्शन भी प्रदान करेंगे। 

एआईसीयू ने ईसाई छात्रों के लिए छात्रवृत्ति और शैक्षिक सहायता की बहाली के लिए सरकार से तत्काल अपील की। एआईसीयू ने केंद्र सरकार से राष्ट्रीय स्तर पर एक ईसाई सदस्य को अल्पसंख्यक आयोग में नियुक्त करने का आह्वान किया.

Om Prakash Rajbhar बोले आदर्श समाज के निर्माण में स्काउट गाइड का योगदान सराहनीय

भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के स्थापना दिवस सप्ताह का समापन जमीयत यूथ क्लब के बच्चों ने किया मंत्री ओपी राजभर का अभिनंदन Varanasi (dil India li...