शनिवार, 13 मई 2023

घर में बच्चों को दुलार, अस्पताल में मरीजों पर प्यार

Mother's day (14 May) पर खास

अपने बच्चों की जिंदगी संवारने के साथ ही समाज में भी कुछ कर दिखाने का है जज्बा





Varanasi (dil india live) ‘मां’ एक ऐसा शब्द है जिससे अपार प्रेम की अनुभूति होती है। मां के प्रति वैसे तो अपने प्रेम और कृतार्थ को जाहिर करने का कोई दिन कम या अधिक महत्वपूर्ण नहीं होता है। मगर मां को खास अहसास दिलाने के लिए हर वर्ष मई के महीने के दूसरे रविवार को “मदर्स डे” के तौर पर मनाया जाता है। वैसे तो हर मां अपने बच्चे पर अपना पूरा जीवन कुर्बान कर देतीं हैं लेकिन कुछ माताएं ऐसी भी होती हैं जो अपने बच्चों की जिंदगी संवारने के साथ-साथ समाज में भी कुछ अलग कर दिखाने की तमन्ना रखती हैं। ऐसी ही माताओं में शामिल है कुछ महिला स्वास्थ्यकर्मी भी जो घर में बच्चों को प्यार-दुलार देने के साथ ही अस्पताल पहुंच कर मरीजों पर अपना जीवन न्योछावर कर रहीं है।

मरीजों की खुशी से मिलती है उर्जा 

हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर दानगंज की सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) प्रियंका भी ऐसी माताओं में एक हैं। घरेलू जिम्मेदारियों को संभालने के साथ-साथ उन्हें अपने सेंटर से जुड़े मरीजों की चिंता हर वक्त सताती रहती हैं। प्रियंका दो बच्चों अंशिका (आठ वर्ष) व हर्षित (दस  वर्ष) की मां हैं। वह बताती हैं कि ड्यूटी के चलते बच्चों के साथ वक्त गुजारने का समय बहुत कम ही मिल पाता है, लेकिन जो भी समय मिलता है उसमें वह अपने बच्चों को भरपूर प्यार-दुलार करती है। शेष समय वह मरीजों की सेवा में लगाती हैं। उन्हें इस बात का सुकून है कि वह समाज के लिए कुछ अलग कर रही हैं। उनके उपचार व सेवा से जब मरीज स्वस्थ होकर मुस्कुराता है तो उन्हें खुशी मिलती है। यही खुशी उन्हें उर्जा देती है।

 मरीजों की भी रहती है चिंता

आराजी लाइन ब्लाक के कुरौना हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर की सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) अनुपम मौर्या बताती हैं उन्हें जितनी चिंता अपने बेटी की है उतनी ही अपने मरीजों की भी है। अनुपम की बेटी लगभग चार वर्ष की है। अनुपम तड़के ही उठकर घरेलू काम पूरा कर बेटी के लिए कुछ समय निकाल कर सेंटर के लिए रवाना हो जाती है। उन्हें वहां समय से पहुंचने का फिक्र रहती है। सेंटर पहुंच कर मरीजों का उपचार व उनके साथ आत्मीय व्यवहार अब उनकी जिंदगी में रोजमर्रा का कार्य हो चुका है। शाम को घर लौट कर वह बेटी का होमवर्क पूरा कराती हैं। इन जिम्मेदारियों के साथ मरीजों की सेवा से उन्हें शांति मिलती है।

 मरीजों की सेवा ही ईश्वर की सेवा 

काशी विद्यापीठ ब्लाक के बखरियां हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर की सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) सीमा गुप्ता के दो बच्चे है। बेटी खुशी गुप्त दस वर्ष व बेटा कृष छह वर्ष का। इन दोनों बच्चों की जिम्मेदारियों को संभालने के साथ-साथ वह मरीजों का भी भरपूर ध्यान देती हैं। वह बताती है कि मरीजों की सेवा उनके लिए र्इश्वर की सेवा जैसी है।  इस सेवा में जो सुख मिलता है, वह किसी और में नहीं। यही कारण है कि पारिवारिक जिम्मेदारियों के साथ-साथ मरीजों की सेवा को पूरी तन्मयता के साथ करती हैं।

स्वास्थ्य शिक्षा के लिए कर रहीं जागरूक

 सीएचसी चोलापुर में तैनात स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डा.शिखा श्रीवास्तव व चिरईगांव पीएचसी की स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डा. मानसी गुप्ता भी मां होने की जिम्मेदारियों को संभालने के साथ-साथ समाज को स्वास्थ्य शिक्षा के प्रति जागरूक करने का काम कर रही हैं। डा. शिखा की बेटी आद्विका डेढ़ वर्ष की है जबकि डा. मानसी के दो बच्चे हैं। इनमें बेटा शुभ (13 वर्ष) और बेटी वाणी (8 वर्ष) की। अपने बच्चों को भरपूर प्यार दुलार देने के साथ-साथ उन्हें समाज के आम नागरिकों के स्वास्थ्य की भी चिंता रहती हैं। यही कारण है कि वह अभियान चलाकर लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने का काम कर रही हैं।

शुक्रवार, 12 मई 2023

Hajj 2023: कैम्प में दी जाएगी हज कि ट्रेनिंग



Varanasi (dil india live). पूर्वांचल हज सेवा समिति के महासचिव अदनान ख़ान ने बताया कि हर आजमीने ए हज  को हज कमेटी आफ इंडिया के सर्कुलर के मुताबिक़ अपना मेडिकल फिटनेस, टीका और ट्रेनिंग की सर्टिफिकेट जो हज कमेटी आफ इंडिया ने जारी किया है उसको लगाया जाना है। इसके लिए पूर्वांचल हज सेवा समिति दो केंद्रों का संचालन स्वास्थ विभाग के सहयोग से करने जा रहा है l पहला कैंप 13 May शानिवार् को सिटी गर्ल्स इंटर् कॉलेज काज़ी सदुल्लाहपुरा और दूसरा कैंप 15 May सोमवार को जनता सेवा अस्पताल  रेवड़ीतालाब में संचालित किया जा रहा है।

उन्होंने सभी हज यात्रियों से गुज़ारिश किया है कि कैम्प में सुबह 8:00 बजे तक पहुंचने कि कोशिश करें l

इस बात का रखें ख्याल, जाने क्या लाना है साथ

1. दो फोटो 

2. हेल्थ फिटनेस् सर्टिफिकेट की फोटो कॉपी

3. कोरोना सर्टिफिकेट की कॉपी

4.  हजकां रकम जमा करने कि रसीद l

*पूर्वांचल हज सेवा समिति*

शुक्रवार, 5 मई 2023

Ghazi Miya ki palang पीढ़ी बहराइच रवाना

जुलूस में उमड़ा अकीदतमंदों का हुजूम 




Varanasi (dil india live). Juma  के मुबारक दिन बड़ी बाजार, सलारपुरा स्थित प्रसिद्ध दरगाह हजरत सैयद सलार मसूद गाजी‌ रहमतुल्लाह अलैह से गाजी मियां कि पलंग-पीढ़ी (मेदनी) का जुलूस गाजी मियां के गद्दीनशीन/सेक्रेटरी हाजी एजाजुद्दीन हाशमी के नेतृत्व में उठाया गया जो चौकाघाट तक दरगाह कमेटी के ओहदेदारानो हाजी सिराजुद्दीन अहमद, नियाजुद्दीन हाशमी, डा. अजीजुर्रहमान, नोमान अहमद, अब्दुल अब्दुल्लाह, जीशान अहमद, मो. शमीम के साथ तमाम बनारस जिले से आये जायरीन के हुजूम के साथ सरकार के कोविड नियमों का पालन करते हुए बहराईच दरगाह के लिये दरगाह कमेटी के प्रतिनिधिगण निजामुद्दीन (कोड़े बरदार), मो. छोटक (निशान बरदार), मो. आरिफ हाशमी गुड्डू (डंकेबरदार), मुन्ना फुहारा वाले (जमेदार) लोगों को अपने कदीमी रास्तों से होते हुए बहराईच दरगाह भेजा गया। जुलूस इंस्पेक्टर जैतपुरा मथुरा राय के कुशल देखरेख में चलता रहा। इस मौके पर दरगाह कमेटी ने उन सभी प्रशासन व आवाम का शुक्रिया अदा किया।

Pm modi k Varanasi में दिल्ली के पहलवानों के समर्थन में आंदोलन

बनारसी लड़कियों ने बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ खोला मोर्चा 

  • दिल्ली के महिला पहलवानो के धरने के समर्थन में लडकियों ने दिया धरना
  • नारीवादी संगठन 'दख़ल' ने अम्बेडकर पार्क कचहरी पर पहलवानो की मांग के समर्थन में दिया धरना 
  • पीएम मोदी को सम्बोधित पाँच सूत्रीय ज्ञापन भेजा गया 

Varanasi (dil india live). दखल संगठन ने अम्बेडकर पार्क कचहरी पर दिल्ली में जंतर मंतर में पहलवानो के चल रहे आंदोलन के समर्थन में धरना दिया। दख़ल संगठन की ओर से धरना स्थल पर हस्ताक्षर अभियान कराया गया। यौन उत्पीड़न की घटना से जुड़े तथ्यों से अवगत कराते हुए एक पर्चा भी बांटा गया।

ज्ञातव्य है कि गत 23 अप्रैल से नई दिल्ली में जंतर मंतर पर देश की जानी मानी महिला कुश्ती पहलवान धरने पर बैठी हुई हैं। उनका आरोप है कि लम्बे समय से भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद पर कब्जा किए हुए बृज भूषण सिंह ने नाबालिग खिलाड़ी सहित कई कुश्ती खिलाड़ियों के साथ यौन दुराचार और शोषण किया है। बृजभूषण सिंह बीजेपी के लंबे समय से सांसद हैं। इसके पूर्व इसी साल 2023 जनवरी में ये खिलाड़ी इन्ही आरोपों को लेकर सामने आए थे। तब जांच और कार्यवाही का आश्वासन दिया गया था।

धरना के बाद प्रधानमंत्री को सम्बोधित पांच सूत्रीय निम्नलिखित मांग का ज्ञापन पत्र सौंपा गया :-

1 - बृज भूषण शरण सिंह को भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पद से हटाया जाए।

2 - पॉस्को सहित यौन शोषण की गम्भीर धाराओं में अभियुक्त दबंग बीजेपी सांसद को तत्काल जेल भेजा जाए ताकि जाँच प्रभावित न हो।

3 - न्यायिक जाँच निष्पक्ष हो और शिकायतकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो।

4 - खेल संघों में ICC ( आंतरिक जांच समिति ) का गठन अनिवार्य हो।

5 - खेल संघो में राजनैतिक दखलंदाजी बन्द हो। खेल संघ में मुख्य कार्यकारी पदों पर खिलाड़ी ही बैठें।

महिला हिंसा बंद करो, तोड़ो तोड़ो चुप्पी तोड़ो, खिलाड़ियों को खेलने दो, कुश्ती बचाओ कुश्ती बढ़ाओ, खेल संघो में दखलंदाजी बन्द करो, खिलाड़ी एकता ज़िंदाबाद आदि नारे लिखे प्लेकार्ड लहराए गए और नारे लगाए गए।  

धरनास्थल पर वक्ताओं ने कहा कि सवाल ये है कि आखिर प्रधानमंत्री जी चुप क्यों हैं? आपराधिक छवि वाले और संगीन आरोप झेल रहे नेता के खिलाफ कदम क्यों नहीं उठाते? महिला पहलवानों द्वारा लगाये गए आरोप सामान्य नहीं हैं। आरोप ऐसे हैं कि किसी भी संवेदनशील इंसान का दिल दहल उठे, किसी भी देशभक्त का सिर झुक जाए। आरोप है कि यौन शोषण में केवल एक व्यक्ति नहीं, कुश्ती फेडरेशन के अनेक कोच भी शामिल हैं। आरोप है कि इनके शिकारों में नाबालिग बच्चियाँ भी शामिल रही हैं। यह आरोप लगाने वाली कोई एक महिला नहीं बल्कि अनेक महिला खिलाड़ी हैं। आरोप की गंभीरता स्वयं सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार की है। आरोप यह भी है कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ शिकायत दो साल पहले सीधे प्रधानमंत्री को स्वयं साक्षी मलिक ने की थी। बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यह पहला आरोप नहीं है। 6 बार लोकसभा के सदस्य रह चुके बृजभूषण के चुनावी हलफनामे में उनके आपराधिक रिकॉर्ड की कहानी दर्ज है।सांसद खुद अपने अपराध को स्वीकार करते हैं। पिछले साल कैमरा के सामने एक न्यूज़ पोर्टल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, “मेरे जीवन में मेरे हाथ से एक हत्या हुई है, लोग जो कुछ भी कहें, मैंने एक हत्या की है।” इधर बीच यौन उत्पीड़न बलात्कार आदि के मामले में सरकार की अजब सी चुप्पी है। हाथरस, कठुआ उन्नाव या गुजरात की बिलकिस बानो जैसी महिलाओं के विरुद्ध बलात्कार या शोषण की तमाम घटनाओं पर सकरार अजीब चुप्पी साधे रखी रही है। ‘बेटी बचाओ’ का नारा देनेवाली बीजेपी नाबालिग लड़की द्वारा यौन शोषण का आरोप लगाये जाने के बावजूद बृजभूषण को अभयदान क्यों दे रही है? इन खिलाड़ियों को भारत का गौरव बताने वाले मोदी जी बृजभूषण शरण सिंह को कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद से हटाने जैसी सामान्य कार्रवाई से क्यों झिझक रहे हैं ?

इस प्रश्न के दो ही उत्तर हो सकते हैं। या तो राजनीतिक मजबूरी का मामला है, या फिर नैतिक कमजोरी का। क्या देश का ‘सबसे लोकप्रिय और ताकतवर’ नेता कुछ स्थानीय क्षत्रपों के सामने इतना निरीह है ? आखिर बृजभूषण किस बूते पर यह धमकी देते हैं कि " मैंने मुँह खोला तो सुनामी आ जाएगी ? " जो नरेन्द्र मोदी भाजपा के बड़े-बड़े नेताओं को किनारे लगा चुके हैं वह इन छुटभैया नेताओं के सामने मजबूर क्यों हैं ? और अगर इतने ही मजबूर हैं तो फिर किस मुँह से राष्ट्र-गौरव और बेटी बचाओ की बात करते हैं?

हम नहीं जानते कि प्रधानमंत्री के मन में क्या है और आशा यही करनी चाहिए कि यह सच नहीं है। लेकिन क्या साक्षी मलिक के आँसू, बृजभूषण की ढिठाई और प्रधानमंत्री की चुप्पी को देखनेवाली करोड़ों भारतीय महिलाओं को ऐसा महसूस नहीं होगा ? जब तक प्रधानमंत्री अपनी चुप्पी नहीं तोड़ेंगे तब तक हम सवाल उठाते रहेंगे।

धरनास्थल पर प्रेरणा कला मंच वाराणसी के ओर से नारीवादी चेतना के गीत गाये गए और नारे लगाए गए। धरना देने वालों में प्रमुख रूप से मैत्री, रैनी, शिवांगी, दीक्षा, शबनम, सना, रंजू, झूला, राजेश, अनुज, शानिया, एकता, जागृति, मुनिजा, डॉ. आरिफ, वल्लभाचार्य पाण्डेय, रवि, धन्नजय, मुस्तफा, अनूप, मुकेश, महेंद्र इत्यादि मौजूद रहे।

गुरुवार, 4 मई 2023

Ghazi Miya ki shadi 14 मई को

कल निकलेगा पलंग पीढ़ी का जुलूस 


Varanasi (dil india live). जैतपुरा थानान्तर्गत स्थित हजरत सैयद सलार मसूद गाजी रहमतुल्लाह अलैह गाजी मियॉ का पलंग-पीढ़ी (मेदनी) का जुलूस दिनॉक 5 मई शुक्रवार को बाबा के आस्ताने बड़ी बाजार से सुबह 8:30 बजे  दरगाह के गद्दीनशीन हाजी एजाजुद्दीन हाशमी के नेतृत्व में उठकर चौकाघाट हनुमान मंदिर के पास जायेगा और फिर वहॉ से मेदनी का जुलूस हुकूलगंज, कचहरी,अर्दलीबाजार,शिवपुर होते हुए बहराईच के लिये रवाना होगा।

गाजीमियॉ की बारात का तीन दिवसीय मेला दिनॉक 13 मई शाम से शुरू होगा, बाबा की शादी 14 मई रविवार को होगी और 15 मई सोमवार को दोपहर में गाजी मियॉ का मेला समाप्त होगा। यह सूचना दरगाह के गद्दीनशीन हाजी एजाजुद्दीन हाशमी ने दी है ।

बुधवार, 3 मई 2023

Fr chandrakant आज पहुंचेंगे बनारस

मैत्री भवन के पूर्व निदेशक हैं फादर चंद्रकांत 

झारखंड से पुनः पूर्वांचल आने से अमनपसंद लोगों को मिलेगा बल


Varanasi (dil india live). मैत्री भवन के पूर्व निदेशक फादर चंद्रकांत रांची से आज बनारस पहुंच रहे हैं। वो रांची में पिछले तीन वर्ष से St. Albert's college Ranchi me बतौर प्रोफेसर कार्यरत थे। अपना तीन साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद वो आज शाम में बनारस लौट आएंगे। यहां cantt. भारत st. Mary's Cathedral (सेंट मेरीज़ महागिरजा घर) में कुछ दिन निवास करने के बाद आज़मगढ रवाना हो जाएंगे। उनकी नयी नियुक्ति आजमगढ़ में कि गयी है। हम बता दें कि फादर चंद्रकांत बनारस में गंगा जमुनी तहजीब को मजबूत करने के लिए अपनी अलग पहचान रखते हैं। यही वजह है कि पूर्वांचल में उनके पुनः लौटने से अमनपसंद लोगों को ख़ासा बल मिलेगा।

मंगलवार, 2 मई 2023

Sakhi pad bank ने बांटा सैनिटरी नैपकिन

ये दाग अच्छे हैं सिर्फ बदलनी है सोच



Varanasi (dil india live). उच्च प्राथमिक विद्यालय टिकरी में मासिक धर्म पर जागरूकता एवं निःशुल्क सैनिटरी नैपकिन वितरण कार्यक्रम का आयोजन सखी पैड बैंक द्वारा किया गया। इस मौके पर संस्था की संस्थापिका सुनीता भार्गव जी द्वारा बच्चियों को मासिक धर्म के विषय में जागरूक किया गया। माहवारी के समय किसी भी प्रकार के कपड़े न उपयोग कर सैनिटरी पैड इस्तेमाल करने पर जोर दिया गया जिससे संक्रमण के खतरे को कम किया जा सके। कार्यक्रम का संयोजन एवम् समन्वयन बनपुरवाँ विद्यालय की  शिक्षिका छवि अग्रवाल द्वारा किया गया। समय-समय पर विद्यालय एवं गाँव में इस प्रकार के जागरूकता बढ़ाने वाले कार्यक्रम ngo और संस्था के माध्यम से आयोजित कर आप महिलाओं और बच्चियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा की दिशा में लगातार प्रयासरत रहती हैं।आपके इन्ही प्रयासों से प्रेरित होकर पूर्व में आपको भारत सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण एवं महिला हित में सक्रिय रहने हेतु कई मंचों पर सम्मानित भी किया जा चुका है।

कार्यक्रम में संस्था की अध्यक्ष अनिता जैसवाल मंत्री प्रतिभा सिंह , सुमन श्रीवास्तव ,प्रतिमा जी तथा प्रधानाध्यापक मनोज सिंह सहित निहारिका सिंह, कार्तिका चतुर्वेदी, नंदिनी सिंह सहित समस्त विद्यालय परिवार का अहम योगदान रहा। बच्चियों ने भी खुलकर अपनी समस्याएँ रखी एवम् समाधान लिए।

आज यह संकल्प लिया गया कि अपने घर और गाँव की महिलाओं को जागरूक कर उन्हे सैनिटरी पैड इतेमाल करने के लिए प्रेरित किया जाएगा । यह किसी भी प्रकार की शर्म की बात नहीं है यह महिलाओं के लिए ईश्वर का वरदान है। आज भी न जाने कितनी मौत माहवारी के समय गंदे कपड़े इस्तेमाल करने के कारण हुए संक्रमण से होती है। हमे और आप सभी को एकजुट होकर  माहवारी के समय सैनिटरी पैड के इस्तेमाल करने को बढ़ावा देना है। संस्था द्वारा इसके प्रयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सभी उपस्थित सभी 200 बच्चियों को निःशुल्क पैड भी वितरित किए गए।

Om Prakash Rajbhar बोले आदर्श समाज के निर्माण में स्काउट गाइड का योगदान सराहनीय

भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के स्थापना दिवस सप्ताह का समापन जमीयत यूथ क्लब के बच्चों ने किया मंत्री ओपी राजभर का अभिनंदन Varanasi (dil India li...