गुरुवार, 16 जून 2022

कटिंग मेमोरियल के पूर्व प्रबंधक एसके महापात्रा आज होंगे सुपुर्दे खाक


Varanasi (dilindialive).

सेंट पॉल्स चर्च सिगरा के सदस्य और इंद्र नगर निवासी एस के महापात्रा कल शाम प्रभु को प्यारे हो गए। वे सुदीप महापात्रा के पिता थे और डीएलडब्ल्यू से सेवानिवृत्त हुए थे। उन्होंने प्रबंधक के रूप में कटिंग मेमोरियल इंटर कॉलेज में कार्य किया ।चूंकि सुदीप महापात्रा शिमला में हैं, उनका अंतिम संस्कार आज शिमला से लौटने के बाद होगा।

रविवार, 12 जून 2022

टीबी चैंपियन हुए प्रशिक्षित समुदाय को करेंगे जागरूक

प्रचार सामग्री के जरिये क्षय उन्मूलन की जगाएंगे अलख 

वाराणसी, चंदौली व सोनभद्र के 32 चैंपियन की समीक्षा के साथ आईईसी का अनावरण
Varanasi (dil India live)। वर्ष 2025 तक देश को क्षय उन्मूलन की दिशा में स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में अब टीबी चैम्पियन जिले में क्षय रोग के प्रति जागरूकता लाने और भ्रांतियों को दूर करने में विभाग की मदद करेंगे| इसके लिए वह सूचना, शिक्षा एवं संचार (आईईसी) सामग्री जैसे पोस्टर, पंपलेट, बैज, टैटू आदि का सहारा लेंगे |

     इस संबंध में *मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी के निर्देशन एवं जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ राहुल सिंह* की अध्यक्षता में वाराणसी (13 टीबी चैंपियन) सहित चंदौली और सोनभद्र जिले के 32 टीबी चैंपियन के समीक्षा कार्यक्रम के दौरान आईईसी मैटेरियल का अनावरण भी किया गया । इस दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन भोजुबीर स्थित एक होटल में वर्ल्ड विजन इंडिया, एफआईएनडी और रीच संस्था द्वारा यूनाइट टू एक्ट प्रोजेक्ट के तहत किया गया।

जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि सभी टीबी चैंपियन टीबी मरीजों को उपचार और भावनात्मक सहयोग के साथ समुदाय को भी जागरूक करने का काम कर रहे हैं। टीबी मरीजों को संबल प्रदान कर उनकी हर तरह से मदद में जुटे टीबी चैंपियन प्रशिक्षण प्राप्तकर डिस्ट्रिक्ट टीबी सेंटर (डीटीसी), टीबी यूनिट (टीयू) और प्रभावशाली लोगों के बीच इन आईईसी मैटेरियल के सहारे संवेदीकरण करेंगे । समीक्षा बैठक में बताया गया है कि टीबी मरीजों को प्रेरित करें कि वह बीच में दवा न बंद करें। दवा बंद करने से टीबी बिगड़ सकती है यानि एमडीआर का रूप ले लेती है और कई बार एक्सडीआर टीबी भी बन जाती है जिसमें जटिलताएं बढ़ जाती हैं । टीबी की दवा तब तक खानी है जब तक कि चिकित्सक द्वारा बंद करने की सलाह न दी जाए। इसी प्रकार टीबी के प्रत्येक निकटवर्ती व्यक्ति की (जो अत्यंत निकट रहा हो) टीबी जांच आवश्यक है और साथ ही उसके संपर्क में आने वाले लोगों को टीबी प्रिंवेटिव थेरेपी के तहत बचाव के लिए दवा अनिवार्य रूप से खिलानी है। यह सभी संदेश समुदाय तक पहुंचाने के लिए टीबी चैंपियन से कहा गया है। उन्होंने बताया कि जिले के सभी सरकारी अस्पताल सहित ग्रामीण एवं शहरी स्वास्थ्य केंद्रों पर निःशुल्क जांच एवं उपचार की सुविधा मौजूद है। इसके साथ निक्षय पोषण योजना के तहत टीबी मरीजों को छह माह तक 500 प्रति माह पोषण के लिए धनराशि सीधे उनके बैंक खाते में दी जाती है। इस कार्यक्रम में डीपीसी संजय चौधरी, डीपीपीएम नमन गुप्ता एवं वर्ड विजन इऺडिया के डीसीसी सतीश सिंह, शशांक श्रीवास्तव, कमलेश एवं अन्य लोग शामिल रहे। 

आईईसी से देंगे ऐसे संदेश

टीबी एक संक्रामक रोग है जो बैक्टीरिया के कारण होता है और इसका पूरी तरह से इलाज संभव है।

बालों और नाखूनों को छोड़ कर टीबी शरीर के किसी भी अंग को प्रभावित कर सकता है।

फेफड़ों की टीबी को पल्मोनरी, जबकि शरीर के अन्य अंगों की टीबी को एक्स्ट्रा पल्मोनरी कहते हैं।

केवल फेफड़े की टीबी ही संक्रामक है।

जब टीबी ग्रसित व्यक्ति असुरक्षित तरीके से खांसता या बोलता है तो हवा के माध्यम से दूसरे को संक्रमण होता है।

लक्षण दिखे तो कराएं जांच

अगर लगातार दो हफ्ते से खांसी आए, बलगम में खून आए, रात में बुखार के साथ पसीना आए, तेजी से वजन घट रहा हो, भूख न लगे तो नजदीकी डीएमसी या टीयू पर टीबी जांच निःशुल्क करवा सकते हैं। अगर जांच में टीबी की पुष्टि हो तो पूरी तरह ठीक होने तक इलाज चलाना है।

शनिवार, 11 जून 2022

Jain dharm:तीर्थंकर सुपार्श्वनाथ का जन्म कल्याणक

धूमधाम से मना सातवें तीर्थंकर का जन्म कल्याणक 

निकली शोभायात्रा, गूंजे भक्ति गीत 


Varanasi (dil India live) जैन धर्म के सातवें तीर्थंकर श्री 1008 सुपार्श्वनाथ जी के जन्म कल्याणक एवं तप कल्याणक पर उत्सव मनाया गया।

भव्य शोभायात्रा निकाली गई | शनिवार को प्रातः श्री दिगंबर जैन समाज काशी के तत्वावधान में भगवान पार्श्वनाथ जी की जन्म स्थली जैन मंदिर भेलूपुर से शोभायात्रा प्रारंभ हुई| भजनों, जयकारों की स्वर वर्षम के बीच चांदी के रथ पर सवार भगवान सुपार्श्वनाथ को इंद्रगण चंवर ढोला रहे थे।पूरी भक्ति-श्रद्धा उल्लास के साथ भक्तगण भगवान का दर्शन पाकर आनंदित हुए जा रहे थे । एक रंग के वस्त्रों में सजी-धजी महिलाएं भजन करते हुए पूरे भक्ति के साथ चल रही थी। इंद्रो के साथ ही भगवान का सुसज्जित रथ सबको बरबस अपनी ओर आकर्षित कर रहा था । 

बैंड-पार्टीया धार्मिक धुने बजाकर माहौल में भक्ति रस घोल रही थी। जैन धर्म की ध्वज पताका के साथ समाज का बैनर, धूप गाड़ी, कलश गाड़ी , चवर गाड़ी , रजत नालकी भी शोभायात्रा में शामिल थी। छोटे बच्चे घोड़ों पर सवार थे। सभी भक्तगण अपने आराध्य देव के जन्म कल्याणक पर खुशी मना रहे थे। रास्तेभर भगवान की आरती उतारी जा रही थी। 

विभिन्न संस्थाओं द्वारा रास्ते भर स्वागत भी किया गया। जन्म कल्याणक जुलूस भेलूपुर से प्रारंभ होकर विजया माल शिवाला होते हुए भगवान सुपार्श्वनाथ जी की जन्मस्थली जैन घाट भदैनी पहुंची। आनंदमई अस्पताल से भगवान के विग्रह को रथ पर से  उठाकर रजत नाल की पर विराजमान कराकर भक्तगण नाल्की को अपने कंधे पर उठाकर जय-जय जिनेंद्र देवकी भवसागर नाव खेवकी जयकारा लगाते हुए मां गंगा के पावन तट पर जैन घाट पर स्थित भगवान सुपार्श्वनाथ जी की जन्मस्थली दिगंबर जैन मंदिर पहुंचे । जहां पर कई धार्मिक आयोजनों के साथ जन्म उत्सव पर बधाई गीत, भजनों की प्रस्तुति हुई। तत्पश्चात विग्रह को मंदिर जी में कमल सिंहासन पर विराजमान कराकर १०८ कलशों से अभिषेक पूजन ऐवं सामूहिक आरती की गई।शोभायात्रा में प्रमुख रूप से अध्यक्ष दीपक जैन, उपाध्यक्ष राजेश जैन, संजय जैन, प्रधानमंत्री अरुण जैन, समाजमंत्री तरुण जैन, प्रबन्धक विमल जैन, मंत्री रत्नेश जैन, सुरेंद्र जैन, सौरभ जैन, ब्रह्मचारी आकाश जैन इत्यादि उपस्थित थे। 


शुक्रवार, 10 जून 2022

शास्त्रीय ज्ञान न होने से संगीत बिखर रहा

शास्त्रीय संगीत को जन जन के लिए सुलभ बनाना है: पं. शिवनाथ मिश्रा

शास्त्रीय संगीत के लिए समर्पित शिवनाथ मिश्र म्यूजिक फाउंडेशन का शुभारंभ
Varanasi (dil India live)। शास्त्रीय संगीत की पहुँच को समाज के हर तबके तक पहुँचाना हमारा मूल उद्देश्य है। शास्त्रीय ज्ञान न होने से के संगीत बिखर रहा है। उसे सहेज कर जन जन के लिए सुलभ करना होगा। उक्त बातें गुरुवार को प्रख्यात सितरविद पद्मश्री अवार्डी पण्डित शिवनाथ मिश्र ने पण्डित शिवनाथ मिश्रा म्यूजिक फाउंडेशन के शुभारंभ के अवसर पर कही। लंका स्थित प्रफुल्ल नगर कालोनी में शुरू हुए म्यूजिक फाउंडेशन के शुभारंभ के मौके पर शिवनाथ मिश्रा ने कहा कि शास्त्रीय संगीत को लेकर कई तरह की भ्रांतियां फैलाई गई है। इसका उत्थान के लिए बुनियादी स्तर पर युवा पीढ़ी को तैयार करना आवश्यक है, जिसमे गरीब अमीर के भेद से दूर संगीत की शिक्षा सबके लिए उपलब्ध कराना ही प्राथमिकता है। इससे पूर्व फाउंडेशन का शुभारंभ पंडित शिवनाथ मिश्रा, अत्रि भारद्वाज, पंडित धर्मनाथ मिश्रा, पंडित देवब्रत मिश्रा द्वारा फीता काटकर किया गया। अंतरराष्ट्रीय सितारवादक पण्डित देवब्रत मिश्रा ने बताया कि इस फाउंडेशन का उद्देश्य शास्त्रीय संगीत की प्रत्येक विधा की शिक्षा देने के लिए है। गायन, वादन, नृत्य की प्रत्येक विधा जैसे तबला, सितार, वायलिन, कथक, गायन में ठुमरी, चैती, होरी आदि संगीत की विभिन्न विधाएं सिखाई जाएंगी। इस अवसर पर काशी के कई कलाकार और प्रबुद्ध जन उपस्थित रहे। मुख्य रूप से रागिनी मिश्रा, कैलाश सिंह विकास, सुरेश पाण्डेय, प्रशांत मिश्रा आदि उपस्थित रहे।

गुरुवार, 9 जून 2022

डिजिटल मार्केटिंग पर हुई यूपी कालेज में कार्यशाला

वेबसाइट बनाने कि बताया गया बारीकियां 

 


Varanasi (dil India live). यूपी कॉलेज के राजर्षि स्कूल ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, वाराणसी में तीन दिवसीय डिजिटल मार्केटिंग विषय  पर  कार्यशाला का आयोजन  ब्लू रेंजर इन्फो- सेक्युरिटीज़  के सहयोग से आयोजित किया गया। कार्यक्रम में संस्थान के निदेशक प्रो. अमन गुप्ता ने उद्घाटन सत्र में ब्लू रेंजर इन्फो- सेक्युरिटीज़  के डायरेक्टर  श्री  नदीम अंसारी और क्रिएटिव हेड  श्री अफ़रोज़ अहमद का स्वागत और आभार व्यक्त किया। इस दौरान उन्होंने छात्रों को डिजिटल मार्केटिंग के महत्व के बारे में बताया।  इससे छात्रों को डिजिटल  टेक्नोलॉजी के महत्व  को समझने में मदत मिलेगी।

कार्यक्रम का संचालन डॉ  प्रीति नायर और डॉ. चंद्र प्रकाश सिंह द्वारा किया गया। कार्यक्रम में छात्रों को आज के परिपेक्ष  में डिजिटल मार्केटिंग की तकनीकियों और वेबसाइट के उपयोगिताओं का परिचित कराया गया। वर्ड प्रेस टूल के द्रारा वेबसाइट बनाने की तकनीकों और इसके माध्यम से ऑनलाइन  आय करने के तरीको का प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर प्रो. संजय सिंह, श्री आनंद श्रीवास्तव, श्री अनुराग सिंह, श्री. सुजीत सिंह, श्रीमती रामेश्वरी सोनकर, डॉ. चंद्र प्रकाश सिंह, श्री महेश प्रताप सिंह, डॉ बृजेश यादव, श्री बिमल राय, श्री विनय कुमार, डॉ शैलेंद्र तिवारी, श्री विजय पाण्डेय ,श्री आशुतोष, श्री आनंद मोहन पाण्डेय  डॉ प्रीति सिंह ,और डॉ. नीतू अग्रवाल आदि उपस्थित थे।

बुधवार, 8 जून 2022

Gnr foundation: ताकि भीषण गर्मी में मिल सके राहत


Varanasi (dil India live). भीषण गर्मी को देखते हुए गरीब नवाज़ रिलीफ़ फाउंडेशन द्वारा वाराणसी में विभिन्न स्थानों पर नि:शुल्क पेयजल वितरण के साथ ही लोगों के लिए जगह जगह ठंडे पानी की मशीन भी लगाती जा रही है। दावते इस्लामी के डा. साजिद ने बताया कि दावते इस्लामी लोगों को भीषण गर्मी में थोड़ी सी राहत देने के लिए देश दुनिया में इस तरह की मुहिम चला रही है। इसी क्रम में बड़ी बाजार में भी यह व्यवस्था की गयी है। ताकि भीषण गर्मी से लोगों को राहत मिल सके। यह अभियान आगे भी चलता रहेगा।

सोमवार, 6 जून 2022

Covid-19:अभियान चलाकर 24 जून तक छूटे लोगों को लगेगी दूसरी डोज़

हर घर दस्तक 2.0 अभियान में फिर तेजी की कवायद 

घर-घर दस्तक देकर खोजे जाएंगे कोविड की दूसरी डोज़ से छूटे व बचे हुये लाभार्थी

स्वास्थ्य विभाग ने की अपील - दूसरी डोज़ नहीं लगी है तो जल्द लगवा लें

घर के नजदीक टीकाकरण केंद्र व स्वास्थ्य केंद्र पर लगवा सकते हैं टीका


Varanasi (dil India live). जनपद में सोमवार से कोविड टीके की दूसरी डोज से छूटे हुए लोगों का शत-प्रतिशत कोविड टीकाकरण किए जाने को लेकर ‘हर घर दस्तक 2.0’ अभियान शुरू हो गया है। यह अभियान 24 जून तक चलेगा । इसको लेकर सोमवार को एनआईसी में हुई राज्य स्तरीय वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक में निर्देशित किया गया कि जनपद में जिन लाभार्थियों ने दूसरी डोज़ का टीका नहीं लगवाया है, उन्हें घर-घर खोजकर चिन्हित कर शत-प्रतिशत दूसरी डोज़ का टीका लगाया जाए।

शासन से प्राप्त निर्देशानुसार मंडलीय अपर निदेशक (स्वास्थ्य) डॉ शशिकांत उपाध्याय एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के सभी प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि दूसरी डोज़ का टीकाकरण शत-प्रतिशत करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जाए। प्रतिदिन का लक्ष्य निर्धारित कर स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा उस लक्ष्य को प्रतिदिन के अनुसार अपडेशन का कार्य पूरा किया जाए। शाम को प्रभारी चिकित्सा अधिकारी समस्त टीम के साथ मॉनिटरिंग भी करें।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी (डीआईओ) व एसीएमओ डॉ वीएस राय ने बताया कि अभियान के लिए दूसरी डोज के कम कवरेज वाले लक्षित भौगौलिक क्षेत्र के अनुसार कार्ययोजना बनाई गई है। नियमित टीकाकरण के दिन बुधवार और शनिवार को नियमित टीकाकरण वाले गांवों में नियमित टीकाकरण के साथ ही कोविड टीकाकरण भी किया जायेगा। दूसरी डोज के कम कवरेज वाले गांवों में घर के नजदीक कोविड वैक्सीनेशन सेंटर (सीवीसी) स्थापित कर दूसरी डोज के शेष पात्र लाभार्थियों का टीकाकरण किया जायेगा। द्वितीय डोज के बचे हुये लाभार्थियों की सूची कोविन पोर्टल पर उपलब्ध है। इसके आधार पर आशा एवं अन्य फ्रंटलाइन वर्कर लाभार्थियों के घर-घर दस्तक देकर मोबलाइज करेंगी।

स्कूल खुलने पर लगेंगे कैंप

उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी व डिप्टी सीएमओ डॉ सुरेश सिंह एवं वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी (टीकाकरण) डॉ एके पांडे ने बताया कि वैक्सीनेशन टीम जरूरत पड़ने पर कार्यदिवस सुबह नौ से शाम चार बजे के पहले या बाद में भी टीकाकरण करेगी, घर के नजदीक वैक्सीनेशन सेंटर आदि व्यवस्थाओं की योजना बनाकर छूटे एवं बचे हुये लाभार्थियों का शत-प्रतिशत टीकाकरण पूर्ण करेगी। डॉ एके पांडे ने बताया कि गर्मी की छुट्टी के बाद 20 जून से सभी स्कूल खुल रहे हैं। उस समय वैक्सीनेशन टीम स्कूलों में कैम्प लगाकर शेष छूटे हुए 12 से 14 वर्ष तथा 15 से 17 वर्ष आयुवर्ग के किशोर-किशोरियों का कोविड टीकाकरण कराएगी। कॉल सेंटर के जरिये लक्षित लाभार्थियों को फोन कर कोविड टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जायेगा। उनके टीकाकरण की स्थिति के संबंध में सूचना इकट्ठा की जायेगी। जिन लाभार्थियों का टीकाकरण हो चुका है लेकिन कोविन पोर्टल पर नहीं चढ़ा है, उसका सत्यापन कराते हुए डीआईओ पोर्टल पर चढ़वाएंगे।

स्वास्थ्य विभाग ने की अपील

 अभियान के संबंध में स्थानीय प्लेटफार्मों, स्कूलों के वाट्सएप ग्रुप, स्थानीय शासन, जनप्रतिनिधि, मीडिया के माध्यम से व्यापक प्रचार प्रसार कराया जायेगा। स्वास्थ्य विभाग ने जनपदवासियों से अपील की है कि जिनको कोविड से बचाव की दूसरी डोज नहीं लगी है, वह जल्द से जल्द नजदीकी टीकाकरण केंद्र या स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर अवश्य लगवा लें।

Varanasi में कोविड टीकाकरण की स्थिति

कुल डोज़ – 63,84,943

पहली डोज़ – 34,73,241 (102.6%)

दूसरी डोज़ – 28,25,407 (83.5%)

12 से 15 वर्ष के बच्चों में पहली डोज़ 1,28,944 (82.8%) एवं दूसरी डोज़ 47,902 (30.8%) लग चुकी हैं।

15 से 18 वर्ष के किशोर-किशोरियों में पहली डोज़ 2,34,242 (90.8%) तथा दूसरी डोज़ 1,76,444 (68.4%) लग चुकी है।

18 से 45 वर्ष आयुवर्ग में 20,94,121 (104.2%) लोगों को पहली डोज तथा 16,87,994 (84%) लोगों को दूसरी डोज लग चुकी है।

45 से 60 वर्ष की आयुवर्ग में 6,09,615 (104.5%) लोगों को पहली डोज तथा 5,34,793 (91.7%) लोगों को दूसरी डोज का टीका लग चुका है।

60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में 3,30,135 (87.3%) लोगों को पहली डोज, 3,01,474 (79.8%) लोगों को दूसरी डोज तथा 34,605 (9.2%) लोगों को एहतियाती डोज लग चुकी है।

शेख़ अली हजी को दिखता था बनारस का हर बच्चा राम और लक्ष्मण

बरसी पर याद किए गए ईरानी विद्वान शेख़ अली हजी  Varanasi (dil India live)। ईरानी विद्वान व दरगाहे फातमान के संस्थापक शेख मोहम्मद अली हजी ईरान...