गुरुवार, 7 अप्रैल 2022

युवा हौसलों को पंख लगा गया उड़ान -22

युवा महोत्सव ‘उड़ान - 22‘ का भव्य समापन

पुरस्कार पाकर खिले छात्रों के चेहरे



वाराणसी, 07 अप्रैल (दिल इंडिया लाइव)। डीएवी पीजी कॉलेज के त्रिदिवसीय युवा महोत्सव ‘उड़ान - 22‘ के अन्तिम दिन गुरूवार को युवाओं ने जमकर धमाल मचाया। मंचकला की गायन, वादन एवं नृत्य की विधाओं में युवाओं की प्रस्तुतियों हर किसी के दिल में उतर आई। हर कोई उनके हौसले की उड़ान को सलाम करता नजर आया। समापन समारोह के मुख्य अतिथि प्रख्यात रंगकर्मी व्योमेश शुक्ला ने कहा कि युवाओं की उम्र रूकने की नही बल्कि कदम दर कदम आगे बढ़ने की है। युवाओं को उत्साह के साथ साथ बौद्धिकता में भी वृद्धि पर जोर देना चाहिए। विशिष्ट अतिथि कवि चन्द्रशेखर गोस्वामी ने प्रसिद्ध गीत ‘ जिन्दा शहर बनारस हूॅ‘ सुनाकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। विशिष्ट अतिथि कलाकार सतीश मिश्रा ने जैसे ही मंच से ‘छाप तिलक सब छीनी रे मुझसे नैना मिलायके‘ सुनाया तो समूचा प्रांगण तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इसके अलावा उन्होंने मै नदी हूॅ बह रही हॅू ...भी सुनाकर सबकी वाहवाही लूटी।

इससे पूर्व महोत्सव का शुभारंभ मॉ सरस्वती की प्रतिमा पर मार्ल्यापण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। कार्यक्रम समन्वयक प्रो. अनूप कुमार मिश्रा ने अतिथियों को पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। स्वागत प्रो. ऋचारानी यादव, डॉ. पूनम सिंह, डॉ. मीनू लकड़ा ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. संगीता जैन ने दिया।

 इस अवसर पर मुख्य रूप से प्रो. सत्यगोपाल जी, प्रो. मधु सिसौदिया, डॉ. प्रतिभा मिश्रा, डॉ. इन्द्रजीत मिश्रा, डॉ. समीर कुमार पाठक, डॉ. वीएन दूबे, डॉ. शोभनाथ पाठक, डॉ. प्रियंका सिंह, डॉ. प्रतिमाा गुप्ता, डॉ. आहूति सिंह, डॉ. ओमप्रकाश आदि रहे। छात्रों में अनुश्री अग्रवाल, रतिकेश पूर्णोदय, अनीशा आदि ने संचालन किया। व्यवस्था में राजन कुमार, रोहन राज, नीतिश कुमार, शुभम आदि रहे।

सांस्कृतिक कार्यक्रम की रही धूम

उड़ान - 22 के अन्तिम दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही। सर्वप्रथम गायन के क्रम में अश्विनी बरनवाल ने ‘ये दोस्ती हम नही छोड़ेंगे‘, संदीप कुमार ने काव्यपाठ किया। प्रगति जायसवाल ने शास्त्रीय नृत्य किया। इसके अलावा माइम, नृत्य एवं नाटक की भी प्रस्तुति हुई। वहीं संस्कृत संभाषण में भी प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।

ये प्रतिभागी रहे विजेता- उड़ान -22 में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिता में विजयी प्रतिभागियों को अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया। क्विज में श्रवण श्रीवास्तव एवं अविनाश शुक्ला प्रथम, उज्ज्वल शर्मा एवं रोहित राज गुप्ता द्वितीय तथा श्रीकान्त यति एवं सुधांशु रंजन तृतीय रहे। हिन्दी सुभाषण में राहुल राज अर्जुन, अंग्रेजी सुभाषण में अभिषेक प्रद्योत, एवं संस्कृत सुभाषण में अमरजीत श्रीवास्तव प्रथम रहे। काव्य पाठ हिन्दी में रोशन मौर्या, अंग्रेजी में शुभम कुमार तथा संस्कृत में अनुराग चतुर्वेदी प्रथम रहे। शार्ट प्ले में आकाश वर्मा एवं समूह प्रथम रहा तोे माइम में निकिता सिंह एवं समूह प्रथम रहे। मिमिक्री में संतोष कुमार, एवं मोनो एक्टिंग में आकाश सिंह प्रथम रहे। कॉमेडी में राधेकृष्ण राम प्रथम रहे। पोस्टर निर्माण में आंचल वर्मा, स्केचिंग में रीना कन्नौजिया, मेंहदी में शिवानी मौर्या, रंगोली में अर्शिका जायसवाल प्रथम रही। फोटोग्राफी में राजन कुमार प्रथम रहे। एकल गायन में अभ्युदय नारायण सिंह प्रथम, नृत्य में शार्ली सिंह प्रथम रही। समुह नृत्य में रोहित राज एवं समूह तथा कोरियोग्राफी में श्रेया प्रथम रही। सभी विजयी प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम का संयोजन प्रो. अनूप कुमार मिश्रा ने किया। इस अवसर पर सांस्कृतिक समिति के समस्त सदस्यों सहित बड़ी संख्या में अध्यापक, कर्मचारी एवं छात्र - छात्राएं शामिल थे।  

पैगामे रमज़ान: दुआओ की कुबुलियत का महीना है रमज़ान

वाराणसी ०७ अप्रैल (दिल इंडिया लाइव)। मुकद्दस रमज़ान नेकी और दुआओ की कुबुलियत का महीना है रमज़ान में रब रहमत, बरकतों की जहां बारिश करता है वहीं गुनाहों से हम सबको दूर करता है। यह महीना हमें पाक और पवित्र बना कर एक बेहतरीन जिंदगी जीने का रास्ता दिखात। है।

रमज़ान का महीना हर मुसलमान के लिए अज़ीज़ और बेहद ख़ास होता है। रमज़ान को तीन भागों में बाटा गया है। दस दस दिन के रमज़ान के तीन अशरे होते है। पहला अशरा रहमत का जिसमे अल्लाह की रोज़ादारो पर रहमत बरसती है। दूसरा अशरा मगफिरत का होता है। जिसमें अल्लाह रोज़ेदारों की हर गुनाहों को माफ कर देता है। तीसरे और आखिरी अशरे में रब रोज़ा रखने वाले को जहन्नम की आग से बचाता है। इस महीने में हर गरीब जरूरतमंदों मदद का इस्लाम ने बेहद खूबसूरत सिस्टम बनाया है। जिसे जकात कहा जाता है। जकात का मतलब अपनी कमाई हुई दौलत का ढाई प्रतिशत गरीबों को बांटना होता है।इस्लाम में नमाज, रोजा, हज, जकात फर्ज है।

रमज़ान बरकतो वाला पवित्र महीना हैं इस माह के शुरू होते ही अल्लाह शैतान को कैद कर लेता है। बुरे काम रमज़ान में बंद हो जाता है। यह वही महीना है जिसमें मुसलमानो की सबसे पवित्र किताब कुरान नाजिल हुई थी।

खाते हम सब अल्लाह का शुक्र अदा करें की पिछले 2 वर्ष कोरोना की वजह से हम सब कोई त्यौहार ठीक से नहीं मना पाए थे। रब ने इस वर्ष हम सभी को पूर्व की भांति आपसी भाईचारे के साथ सभी त्यौहार मना रहे हैं। या अल्लाह तू अपने हबीब के सदके में हमारे रोज़ा, नमाज और इबादतों को कुबुल कर ले... आमीन।


 फरहत परवीन सिद्दीकी हनी एडवोकेट

भूल कर ब्रश करने से नहीं टूटेगा रोज़ा

रमज़ान हेल्प लाइन: मुफ्ती साहब रमज़ान का रोज़ा कब हुआ था फर्ज़ ?

वाराणसी (दिल इंंडिया लाइव)। रमज़ान का रोज़ा उम्मते मोहम्मदिया पर कब फर्ज़ हुआ ? यह सवाल बही बाज़ार से मो. शमीम ने रमज़ान हेल्प लाइन में किया। इस पर उलेमा ने कुरान और हदीस की रौशनी में जवाब देते हुए कहा कि 10 शाबान सन् 2 हिजरी को कुरान की आयते नाज़िल हुई, जिसमें हुक्म हुआ कि ऐ मुसलमानों तुम पर रोज़ा फर्ज़ हो गया है। तभी से मुसलमान रोज़ा रख रहे हैं।

 रेवड़ीतालाब से मो. ज़फर ने फोन किया कि सहरी में नींद नहीं खुली, सुबह उठे तो भूलकर ब्रश कर लिया जब याद आया कि रोज़ा हैं तो ब्रश निकाल कर मुंह धो लिया, इस पर रोज़ा होगा या नहीं? मुफ्ती बोर्ड के सदर मुफ्ती मौलाना अब्दुल हादी खां हबीबी व सेक्रेटरी मौलाना हसीन अहमद हबीबी एवं मौलाना अज़हरूल क़ादरी ने जवाब दिया रोज़ा हो जायेगा क्यों कि आपको याद नहीं था और आपने फौरन ब्रश निकाल कर मुंह धो लिया। अगर आप याद आने के बाद भी ब्रश करते रहते तो रोज़ा नहीं होता। बजरडीहा से सलीम ने फोन किया कि रोज़ा क्या खाकर खोला जाये? इस पर उलेमा ने कहा कि इफ्तार यूं तो कुछ भी खाकर किया जा सकता है मगर नबी की सुन्नत खजूर है इसलिए खजूर या पानी से रोज़ा इफ्तार करना अफजल है। उसके बाद कोई भी इफ्तारी करें।

इन नम्बरों पर होगी आपकी रहनुमाई

इन नम्बरों पर बात करके आप अपनी दुश्वारी का हल निकाल सकते हैं। मोबाइल नम्बर ये है- 9415996307, 9450349400, 9026118428,  9554107483

बुधवार, 6 अप्रैल 2022

वाराणसी में बिजली विभाग की विजिलेंस टीम ने भोर में की छापे मारी, मचा हड़कंप


वाराणसी ०६ अप्रैल (दिल इंडिया लाइव)। बिजली चोरी करने वालों के लिए ‘खास खबर’। विजिलेंस की टीम अब भोर में छापेमारी कर रही है। अगर आप बिजली चोरी कर रहे हैं तो सुधर जाएं, नहीं तो पता चलेगा की आप नींद में हैं और आपके घर छापा पड़ गया। ऐसा हम नहीं कहते, बिजली विभाग ने इस तरह की कार्रवाई अब शुरू कर दी है। छापेमारी करने वाली टीम में शामिल लोगों का कहना है कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।

दरअसल, बेनिया, भूलेटन, छोटी पियारी में बुधवार को भोर में बिजली विभाग की विजिलेंस टीम ने छापा मारा। छापेमारी में करीब एक दर्जन लोग गलत तरीके से बिजली का इस्तेमाल करते हुए पकड़े गए। भोर में पहुंची विजिलेंस टीम और फोर्स को देखकर मोहल्ले में हड़कंप मच गया। टीम में शामिल लोगों ने वीडियो रिकॉर्डिंग के साथ एविडेंस के लिए फोटोग्राफी भी कराई।

छापेमारी करने वाली टीम में शामिल बेनिया पावर हाउस के जेई- पिन्टू कुमार सिंह ने बताया कि पिछले कई दिनों शिकायत मिल रही थी और भोर में छापे मारी कर दर्जनों लोग अवैध रूप से डारेक्टर कटिया कनेक्शन करते पकड़े गए इन लोगो पर बिजली चोरी के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई गई साथ ही बताये की आगे भी करवाई जारी रहेगी।


स्वास्थ्य ठीक होगा तभी की जा सकेगी स्वस्थ राष्ट्र की कल्पना : सीएमओ



विश्व स्वास्थ्य दिवस (सात अप्रैल) 

• थीम –‘अवर प्लेनेट – अवर हेल्थ (हमारा ग्रह, हमारा स्वास्थ्य)’

• स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है हर रोज करें कम से कम 45 मिनट व्यायाम व योग 

• कोरोना काल में डटकर किया चुनौतियों का सामना, अब टीकाकरण से है आराम

• समुदाय के अंतिम व्यक्ति को मिल रहा राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों व योजनाओं का लाभ

वाराणसी, 6 अप्रैल (दिल इंडिया लाइव) | ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामया’ यानि ‘सभी सुखी हों और सभी रोग मुक्त हों’की तर्ज परसमुदाय के हर व्यक्ति  को अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना चाहिए। यदि हमारा स्वास्थ्य ठीक रहेगा तभी एक स्वस्थ राष्ट्र की कल्पना की जा सकती है। इसी के चलते हर साल सात अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप चौधरी का ।

सीएमओ ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डबल्यूएचओ) ने इस बार की थीम“अवर प्लेनेट-अवर हेल्थ” जिसका अर्थ है ‘हमारा ग्रह, हमारा स्वास्थ्य’तय की है । इस थीम का उद्देश्य हमारे ग्रह पर रहने वाले हर मनुष्य के स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करना है। इसके साथ ही पूरा देश विश्व स्वास्थ्य दिवस के मौके पर 'आजादी के 75वीं वर्षगांठ के अंतर्गत अमृत महोत्सव' मना रहा है। उन्होने बताया कि विश्व स्वास्थ्य दिवस 2021 की थीम 'एक निष्पक्ष, स्वस्थ दुनिया का निर्माण' रखी गयी थी।

सीएमओ ने बताया कि दुनिया  के सभी देशों में समान स्वास्थ्य सुविधाओं को फैलाने के लिए लोगों को जागरूक करना, स्वास्थ्य संबंधी मामलों से जुड़े मिथकों को दूर करना और वैश्विक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं पर विचार करना और उन विचारों पर काम करना विश्व स्वास्थ्य दिवस का उद्देश्य है। इस दिन स्वास्थ्य सेवाओं, सुविधाओं और देखभाल संबंधी विषयों पर जागरूकता अभियान चलाया जाता है। 

कोरोना काल में डटकर किया सामना -सीएमओ ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान हमने कई प्रकार की चुनौतियों का डटकर सामना किया है। इसके बाद कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू होने से सभी नागरिकों को आराम मिला है। उन्होने बताया कि जनपद में 100 फीसदी से अधिक लोगों को पहली डोज़ लग चुकी है,जबकि 80 फीसदी से अधिक लोगों को दोनों डोज़ लग चुकी हैं। वहीं सौ फीसदी से अधिक लोगों को एहतियातीडोज़ से प्रतिरक्षित किया जा चुका है। इसके अलावा जनपद में कोविड संक्रमण के प्रबंधन के लिए 23 स्वास्थ्य इकाईयों पर आक्सीजन प्लांट की सुविधा मौजूद है। कोविड मरीजों के लिए अस्पतालों में करीब 2500 से अधिक बेड सुरक्षित किए गए हैं। छह सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर 30-30 बेड के आक्सीजन युक्त पीडियाट्रिक वार्ड तैयार हैं। पं. दीन दयाल चिकित्सालय में 64 बेड का आक्सीजन युक्त पीडियाट्रिक वार्ड तैयार है जिसमें 20 आईसीयू बेड शामिल हैं। इसी प्रकार बीएचयू में भी आक्सीजन युक्त पीडियाट्रिक वार्ड तैयार हैं। 

राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों में भी हो रहा सुधार -इसके साथ ही आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत जनपद में अब तक 3.45 लाख आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। इसके साथ ही करीब 95,706 लाभार्थियों कोयोजना के तहत निःशुल्क इलाज का लाभ मिल चुका है। वर्ष 2025 तक देश को क्षय मुक्तकरने की दिशा में जनपद में प्रत्येक स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। वर्तमान में सभी टीबी मरीजों को गोद लेकर उनके स्वास्थ्य व पोषण का ध्यान रखते हुये उपचार किया जा रहा है। इसके साथ ही निक्षय पोषण योजना के तहत इलाज के दौरान हर माह 500 रुपये टीबी मरीजों के सीधे खाते में पहुंचाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस, जननी सुरक्षा योजना, परिवार कल्याण कार्यक्रम, राष्ट्रीय नियमित टीकाकरण कार्यक्रम जैसे विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से समुदाय के अंतिम व्यक्ति को लाभ पहुंचाया जा रहा है। 

सही पोषण के साथ योग व प्राणायाम भी जरूरी - विशेषज्ञों के अनुसार बेहतर स्वास्थ्य का तात्पर्य केवल बीमारी से बचना नहीं है बल्कि मानसिक व शारीरिक रूप से स्वस्थ होना भी जरूरी है।  वर्तमान में संचारी रोगों से ज्यादा गैर संचारी रोगों विशेषकर डायबिटीज़, उच्च रक्तचाप, कैंसर, हृदय रोग आदि से बचाव बहुत जरूरी है। गैर संचारी रोगों (एनसीडी) के एपिडोमोलोजिस्ट डॉ डीपी सिंह ने बताया कि गैर संचारी रोगों से बचाव के लिए सही पोषण के साथ ही ध्यान, योग और प्राणायाम को भी जीवन में शामिल करना चाहिए। गैर संचारी रोगों से बचने के लिए जरूरी है कि हर रोज कम से कम 45 मिनट तक कड़ी मेहनत व शारीरिक श्रम किया जाए। इससे मानसिक,हृदय रोग और डायबिटीज से शरीर को सुरक्षित बना सकते हैं। इसके अलावा तम्बाकू उत्पादों के सेवन और शराब से नाता तोड़ने में ही सही सेहत के सारे राज छिपे हैं। 


 स्वस्थ जीवन के लिए है जरूरी :

- संतुलित आहार लें, फल व सब्जियों की मात्रा बढ़ाएं । 

- नियमित व्यायाम से शरीर को चुस्त-दुरुस्त रखें । 

- तनाव मुक्त रहें, कोई दिक्कत हो तो परिवार से साझा करें ।

- प्रतिदिन छह से सात घंटे की निद्रा या आराम जरूरी । 

- वजन को संतुलित रखें । 

- दिक्कत महसूस हो तो प्रशिक्षित चिकित्सक से ही संपर्क करें ।

 स्वस्थ रहना है तो क्या न करें :

- चीनी व नमक का कम इस्तेमाल करें ।

- तम्बाकू और शराब का सेवन न करें । 

- तले खाद्य पदार्थों का सेवन न करें ।

हाफ़िज़ नौशाद आज़मी ने इस अहम मुद्दे पर लिखा मंत्रालय को पत्र

23 सदस्यीय केन्द्रीय हज कमेटी के गठन की उठाया मांग
वाराणसी ०६ मार्च (दिल इंडिया लाइव)। उत्तर प्रदेश राज्य हज कमेटी से दो बार निर्वाचित केंद्रीय कमेटी के पूर्व सदस्य रहे हाफिज नौशाद अहमद आजमी ने अल्पसंख्यक मंत्रालय को पत्र लिखकर केंद्रीय हज समिति की 23 सदस्यीय समिति का पुनर्गठन और नया गजट करने की मांग की है।

पता हो कि पिछले 3 सालों से केंद्रीय हज कमेटी नहीं थी और बहुत से राज्यों में राज्य हज कमेटी भी नहीं थी। इस मामले को लेकर नौशाद आजमी ने उच्चतम न्यायालय का दरवाजा अक्टूबर 2021 में खटखटाया और जनहित याचिका दायर की। कई बार उच्चतम न्यायालय द्वारा सुनवाई की गई। पिछले 11 मार्च को सुनवाई के दौरान राज्यों के अधिवक्ताऔर केंद्र के  अधिवक्ता ने न्यायालय से कहा कि हमें समय दिया जाए हम हज कमेटी का गठन करना चाहते हैं किन्ही कारणवश समिति का गठन नहीं हो सका है। उच्चतम न्यायालय ने अंतिम समय देते हुए कहा कि 8 सप्ताह के भीतर कार्रवाई करके शपथ पत्र दाखिल करें। इसके बाद केंद्र और राज्य सरकारे हरकत में आ गई उत्तर प्रदेश राज्य कमेटी का गठन हो गया और 1 अप्रैल को अल्पसंख्यक मंत्रालय ने केंद्रीय हज कमेटी का 11 सदस्यों का अधूरा गठन करके गजट कर दिया जो हज विधेयक 2002 की खुली अवहेलना है। हाफिज़ नौशाद आज़मी ने लोकवाणी से खास बातचीत में कहा कि यह परंपरा भी नहीं है। केंद्र सरकार लगातार हज यात्रियों के हितों की अनदेखी करती चली आई है जब कि हज विधेयक 2002 के अंतर्गत 23 सदस्यीय समिति एक साथ गठित होनी चाहिए और उसका गजट करना चाहिए। उल्लेखनीय है कि 11 सदस्य समिति में जफरूल इस्लाम साहब को राज्यसभा सदस्य के रूप में नामित किया गया है जो उत्तर प्रदेश राज्य हज कमेटी में भी सांसद कोटे से नामित हैं ना जाने किस कारण और किस साजिश के तहत आज हज विधयक 2002 की अवहेलना की जा रही है जबकि 2 लोकसभा सदस्य वह भी सदस्य के रूप में आते हैं उनका नाम नहीं है। 9 सदस्यीय राज्य हज कमेटी से चुनकर आते हैं और तीन धर्मगुरुओं समेत 7 सदस्य केंद्र सरकार नामित करती है उसमें भी सिर्फ 6 सदस्य नामित किए गए हैं एक सदस्य नहीं है। जिसका राज्य हज कमेटी के प्रतिनिधियों द्वारा चुनाव कराना यह भी हज मंत्रालय की जिम्मेदारी है।

 पता हो कि इस संबंध में 22 मार्च को एक गजट राज्य कमेटी को भेजा गया मगर सिर्फ गजट भेजने से केंद्र सरकार अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकती या मंत्रालय की जिम्मेदारी है कि इस संबंध में विशेष रूचि लेकर सभी नाम एक साथ गजट किया जाए 4 सदस्य जो सरकारी अधिकारी होते हैं उन्हें वोट का अधिकार नहीं होता 19 सदस्य में से एक अध्यक्ष चुना जाता है नौशाद आजमी ने मांग किया है कि अल्पसंख्यक मंत्रालय अविलंब सभी समुचित कार्रवाई करते हुए जल्द से जल्द अध्यक्ष का चुनाव कराकर कमेटी स्थापित करें।

पैग़ामे रमज़ान: नेकी के रास्ते पर चलने का महीना मुकद्दस रमज़ान

रमज़ान जरुरतमंदों बेसहारों की मदद का महीना


वाराणसी ०६ मार्च (दिल इंडिया लाइव)। इस्लामी कैलेंडर का नौवां महीना रमजान है, मुस्लिम वर्ग इस माहे रमज़ान को परम पवित्र मानता है। मुसलमानों के अकीदे (विश्वास) के अनुसार इसी माह मुसलमानों को सबसे पवित्र किताब कुरान मिली। रमज़ान का महीना चांद के हिसाब से कभी 29 व कभी 30 दिनों का होता है। कुरान के सूरा 2 आयत 183,184 में है की हर मोमिन को इस पाक महीने में अहले सुबह से लेकर शाम तक सूरज डूबने तक कुछ भी खाने-पीने की मनाही रहती है इस माह अल्लाह रोजेदारों वह इबादतगारो की हर मुराद को अन्य दिनों की बनिस्बत जल्दी पूरी करता है। इस पवित्र माह में गुनाहों से बख्शीश मिलती है यह महीना समाज के गरीब बेसहारा जरूरतमंदों के साथ हमदर्दी का है। इस् माह रोजेदारों को बेशुमार नेयमते मिलती है, इस महीने तमाम गुनाह माफ होती है। यह महीना मुसतहक लोगों की मदद का महीना है। रमजान के ताल्लुक से हमें बेशुमार हदीसे मिलती है लेकिन क्या हम इस पर अमल करते हैं। जब अल्लाह की राह में देने की बात आती है तो हमें कंजूसी नहीं करनी चाहिए अल्लाह की राह में खर्च करना अफज़ल है। जकात, फितरा,  खैरात जरूरतमंदों की मदद करना जरूरी है। अपनी जरूरीयात को कम कर दूसरों की जरुरीयात को पूरा करना इस माहे मुबारक कि ही तालीम हैैै।माहे रमज़ान में तमाम मोमिनीन इबादतो के ज़रिये अपने गुनाहों को माफ करा कर नेकियों में शामिल हो जाता है। यह महीना बुरी बातो से बचने, नेकी के रास्ते पर चलने कि तमाम लोगो को दावत देता है, अब हमारे उपर है कि हम इस माहे मुबारक का कितना फायदा उठाते है, कितना नेकी कि बातो पर हम सब अमल करते है। मौला हर मुसलमान को नेकी कि राह दिखा…आमीन।

सै० सबील हैदर वाराणसी

 {नेशनल फुटबालर}

रमज़ान के लिए अगर आपके ज़ेहन में कोई सवाल है तो आपकी रहनुमाई के लिए उलेमा मौजूद है, इन नम्बरों पर करे सम्पर्क: 9415996307, 9450349400, 9026118428, 9554107483

SOS Hermann माइनर की टीम टेनिस बाल क्रिकेट टूर्नामेन्ट में चैम्पियन

Varanasi (dil India live)। टेनिस बाल क्रिकेट टूर्नामेन्ट 2024 सीजन प्रथम का आयोजन टेथ्रीपॉन ओवरसीज और मिलन इण्टरप्राइजेज के तत्वाधान में एच०...