बुधवार, 6 अप्रैल 2022

स्वास्थ्य ठीक होगा तभी की जा सकेगी स्वस्थ राष्ट्र की कल्पना : सीएमओ



विश्व स्वास्थ्य दिवस (सात अप्रैल) 

• थीम –‘अवर प्लेनेट – अवर हेल्थ (हमारा ग्रह, हमारा स्वास्थ्य)’

• स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है हर रोज करें कम से कम 45 मिनट व्यायाम व योग 

• कोरोना काल में डटकर किया चुनौतियों का सामना, अब टीकाकरण से है आराम

• समुदाय के अंतिम व्यक्ति को मिल रहा राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों व योजनाओं का लाभ

वाराणसी, 6 अप्रैल (दिल इंडिया लाइव) | ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामया’ यानि ‘सभी सुखी हों और सभी रोग मुक्त हों’की तर्ज परसमुदाय के हर व्यक्ति  को अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना चाहिए। यदि हमारा स्वास्थ्य ठीक रहेगा तभी एक स्वस्थ राष्ट्र की कल्पना की जा सकती है। इसी के चलते हर साल सात अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप चौधरी का ।

सीएमओ ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डबल्यूएचओ) ने इस बार की थीम“अवर प्लेनेट-अवर हेल्थ” जिसका अर्थ है ‘हमारा ग्रह, हमारा स्वास्थ्य’तय की है । इस थीम का उद्देश्य हमारे ग्रह पर रहने वाले हर मनुष्य के स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करना है। इसके साथ ही पूरा देश विश्व स्वास्थ्य दिवस के मौके पर 'आजादी के 75वीं वर्षगांठ के अंतर्गत अमृत महोत्सव' मना रहा है। उन्होने बताया कि विश्व स्वास्थ्य दिवस 2021 की थीम 'एक निष्पक्ष, स्वस्थ दुनिया का निर्माण' रखी गयी थी।

सीएमओ ने बताया कि दुनिया  के सभी देशों में समान स्वास्थ्य सुविधाओं को फैलाने के लिए लोगों को जागरूक करना, स्वास्थ्य संबंधी मामलों से जुड़े मिथकों को दूर करना और वैश्विक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं पर विचार करना और उन विचारों पर काम करना विश्व स्वास्थ्य दिवस का उद्देश्य है। इस दिन स्वास्थ्य सेवाओं, सुविधाओं और देखभाल संबंधी विषयों पर जागरूकता अभियान चलाया जाता है। 

कोरोना काल में डटकर किया सामना -सीएमओ ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान हमने कई प्रकार की चुनौतियों का डटकर सामना किया है। इसके बाद कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू होने से सभी नागरिकों को आराम मिला है। उन्होने बताया कि जनपद में 100 फीसदी से अधिक लोगों को पहली डोज़ लग चुकी है,जबकि 80 फीसदी से अधिक लोगों को दोनों डोज़ लग चुकी हैं। वहीं सौ फीसदी से अधिक लोगों को एहतियातीडोज़ से प्रतिरक्षित किया जा चुका है। इसके अलावा जनपद में कोविड संक्रमण के प्रबंधन के लिए 23 स्वास्थ्य इकाईयों पर आक्सीजन प्लांट की सुविधा मौजूद है। कोविड मरीजों के लिए अस्पतालों में करीब 2500 से अधिक बेड सुरक्षित किए गए हैं। छह सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर 30-30 बेड के आक्सीजन युक्त पीडियाट्रिक वार्ड तैयार हैं। पं. दीन दयाल चिकित्सालय में 64 बेड का आक्सीजन युक्त पीडियाट्रिक वार्ड तैयार है जिसमें 20 आईसीयू बेड शामिल हैं। इसी प्रकार बीएचयू में भी आक्सीजन युक्त पीडियाट्रिक वार्ड तैयार हैं। 

राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों में भी हो रहा सुधार -इसके साथ ही आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत जनपद में अब तक 3.45 लाख आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। इसके साथ ही करीब 95,706 लाभार्थियों कोयोजना के तहत निःशुल्क इलाज का लाभ मिल चुका है। वर्ष 2025 तक देश को क्षय मुक्तकरने की दिशा में जनपद में प्रत्येक स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। वर्तमान में सभी टीबी मरीजों को गोद लेकर उनके स्वास्थ्य व पोषण का ध्यान रखते हुये उपचार किया जा रहा है। इसके साथ ही निक्षय पोषण योजना के तहत इलाज के दौरान हर माह 500 रुपये टीबी मरीजों के सीधे खाते में पहुंचाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस, जननी सुरक्षा योजना, परिवार कल्याण कार्यक्रम, राष्ट्रीय नियमित टीकाकरण कार्यक्रम जैसे विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से समुदाय के अंतिम व्यक्ति को लाभ पहुंचाया जा रहा है। 

सही पोषण के साथ योग व प्राणायाम भी जरूरी - विशेषज्ञों के अनुसार बेहतर स्वास्थ्य का तात्पर्य केवल बीमारी से बचना नहीं है बल्कि मानसिक व शारीरिक रूप से स्वस्थ होना भी जरूरी है।  वर्तमान में संचारी रोगों से ज्यादा गैर संचारी रोगों विशेषकर डायबिटीज़, उच्च रक्तचाप, कैंसर, हृदय रोग आदि से बचाव बहुत जरूरी है। गैर संचारी रोगों (एनसीडी) के एपिडोमोलोजिस्ट डॉ डीपी सिंह ने बताया कि गैर संचारी रोगों से बचाव के लिए सही पोषण के साथ ही ध्यान, योग और प्राणायाम को भी जीवन में शामिल करना चाहिए। गैर संचारी रोगों से बचने के लिए जरूरी है कि हर रोज कम से कम 45 मिनट तक कड़ी मेहनत व शारीरिक श्रम किया जाए। इससे मानसिक,हृदय रोग और डायबिटीज से शरीर को सुरक्षित बना सकते हैं। इसके अलावा तम्बाकू उत्पादों के सेवन और शराब से नाता तोड़ने में ही सही सेहत के सारे राज छिपे हैं। 


 स्वस्थ जीवन के लिए है जरूरी :

- संतुलित आहार लें, फल व सब्जियों की मात्रा बढ़ाएं । 

- नियमित व्यायाम से शरीर को चुस्त-दुरुस्त रखें । 

- तनाव मुक्त रहें, कोई दिक्कत हो तो परिवार से साझा करें ।

- प्रतिदिन छह से सात घंटे की निद्रा या आराम जरूरी । 

- वजन को संतुलित रखें । 

- दिक्कत महसूस हो तो प्रशिक्षित चिकित्सक से ही संपर्क करें ।

 स्वस्थ रहना है तो क्या न करें :

- चीनी व नमक का कम इस्तेमाल करें ।

- तम्बाकू और शराब का सेवन न करें । 

- तले खाद्य पदार्थों का सेवन न करें ।

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