विद्यापीठ के ललित कला विभाग में जुटे प्रशिक्षु कलाकार, दिखाई अपने कला की दीवानगी
Varanasi (dil India live)। संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश सरकार एवं महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के संयुक्त तत्वावधान में तानसेन संगीत समारोह के 100 वें वर्ष के अवसर पर सोमवार को संगीत नृत्य एवं चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। काशी विद्यापीठ के ललित कला विभाग एवं संगीत विभाग में आयोजित प्रतियोगिता में 100 प्रशिक्षु कलाकारों ने भाग लिया।
प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं तानसेन के जीवन पर आधारित आकृतियां में रंग ब्रश एवं रेखाओं से आकार देने का प्रयास किया है। साथ ही संगीत के क्षेत्र में तानसेन के योगदान को दर्शाने का प्रयास किया है। इस मौके पर नृत्य प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया है, जिसमें छात्रों ने कथक, भारत नाट्यम, समूह एवं युगल नृत्य माध्यम से अपने प्रतिभा का परिचय दिया।
इस प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में अंशुमान महाराज, रुद्र शंकर मिश्रा रहे। कार्यक्रम का संचालन ललिता शर्मा ने किया। संगीत विभाग में एकल गायन एवं वादन प्रतियोगिता का आयोजन किया, जिसमें सितार प्रतियोगिता में चार एवं गायन प्रतियोगिता में 18 प्रतिभागियों ने भाग लिया। निर्णायक मण्डल में प्रो. संजय वर्मा, डॉ. अपर्णा शुक्ला रहे। कार्यक्रम का संचालन विभागाध्यक्ष डॉ. संगीता घोष ने किया। इस अवसर पर डॉ. सुनील कुमार विश्वकर्मा, डॉ. शत्रुघ्न प्रसाद, डॉ. रामराज, डॉ. मदन प्रसाद गुप्ता, एस. एंजेला, प्रवीण प्रकाश हिमांशु, अर्जुन यादव आदि उपस्थित रहे।
प्रतियोगिताओं में ललित कला विभाग, गंगापुर परिसर, शक्ति नगर परिसर, इंस्टिट्यूट ऑफ फाइन आर्ट गंगापुर, दुर्गा चरन गर्ल्स इंटर कॉलेज सोनारपुरा, बंगाली टोला इंटर कॉलेज पांडेय हवेली, डॉ. शशिकांत महाविद्यालय बरियासनपुर, सेंट्रल हिंदु गर्ल्स स्कूल कमच्छा, महादेव पी.जी. कॉलेज बरीयासनपुर एवं जीवनदीप पब्लिक स्कूल, सनबीम वरुणा, बसंत कन्या इंटर स्कूल कमच्छा, नव साधना कला केंद्र वाराणसी के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें