शनिवार, 27 दिसंबर 2025

Vijeta k Christmas मिलन में हुई खूब मस्ती

सेंटा क्लॉज ने क्रिसमस मिलन में बच्चों को दिए गिफ्ट 



F. Farouqi 

dil india live (Varanasi). वाराणसी के सिगरा स्थित विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रीज द्वारा शिवपुरवा धर्मशाला, में क्रिसमस मिलन का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए और जियाना, रिया, खुशी, जयंती, काशवी, पुनीत, आशीष आदि बच्चों ने कार्यक्रम में अपनी मोहक प्रस्तुति से लोगों का दिल जीत लिया। इस रंगारंग कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, वक्ता व संचालन पास्टर अजय कुमार, पूनम सिंह एवं चंदना कुमार, जीपीता सिंह, कुमति आदि ने क्रिसमस पर अपने विचार व्यक्त किए। 

इस आयोजन में पास्टर एसपी सिंह ने धन्यवाद देते हुए प्रार्थना की व अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र से लगभग 400 लोग शामिल हुए। इस दौरान सांता क्लास द्वारा लोगों को ट्राफी खिलौने बच्चों को दिए गए। इससे सभी बच्चें उत्साहित दिखाई दिए। क्रार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पिंकू, विक्की, प्रिंस, अभिषेक, डॉ वी. के.रावत, जय रावत कार्यक्रम में उपस्थित थे।

शुक्रवार, 26 दिसंबर 2025

BLw रेल मंत्री राजभाषा शील्ड प्रथम पुरस्कार से सम्मानित

राजभाषा हिंदी के प्रभावी कार्यान्वयन में बरेका का परचम



F. Farouqi/Santosh Nagvanshi 

dil india live (Varanasi). बनारस रेल इंजन कारखाना (BLW), वाराणसी ने राजभाषा हिंदी के उत्कृष्ट, सृजनात्मक एवं प्रभावी कार्यान्वयन के क्षेत्र में एक और स्वर्णिम उपलब्धि अपने नाम की है। रेल मंत्रालय, रेलवे बोर्ड द्वारा संचालित रेल मंत्री राजभाषा शील्ड/ट्रॉफी एवं चल वैजयंती पुरस्कार योजना (आधार वर्ष 2024) के अंतर्गत बरेका को आदर्श उत्पादन इकाई की श्रेणी में प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया।

रेलवे बोर्ड के राजभाषा निदेशालय द्वारा, यह प्रतिष्ठित सम्मान वर्ष 2024 के दौरान बरेका द्वारा हिंदी में किए गए उल्लेखनीय, गुणवत्तापूर्ण एवं नवाचारी कार्यों के लिए प्रदान किया गया है। पुरस्कार स्वरूप बरेका को रेल मंत्री राजभाषा शील्ड के साथ ₹14,000/- (चौदह हजार रुपये) की पुरस्कार राशि प्रदान की गई।

यह सम्मान आज 26 दिसंबर 2025 को अपराह्न 3:30 बजे, रेल भवन स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित रेलवे बोर्ड राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक के दौरान रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी सतीश कुमार द्वारा प्रदान किया गया। पुरस्कार बरेका के महाप्रबंधक सोमेश कुमार तथा मुख्य राजभाषा अधिकारी राम जन्म चौबे ने प्राप्त किया।

इस गौरवपूर्ण उपलब्धि पर बरेका के महाप्रबंधक सोमेश कुमार ने समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों को हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि यह पुरस्कार बरेका में राजभाषा हिंदी के निरंतर प्रयोग, प्रोत्साहन और प्रभावी कार्यान्वयन का सशक्त प्रमाण है। यह सम्मान भविष्य में हिंदी को कार्य-भाषा के रूप में और अधिक सुदृढ़ एवं व्यापक बनाने के लिए प्रेरणास्रोत सिद्ध होगा।

बरेका परिवार ने इस उपलब्धि को सामूहिक प्रयासों, प्रतिबद्धता और सकारात्मक कार्यसंस्कृति का परिणाम बताते हुए राजभाषा नीति के प्रति अपनी अटूट निष्ठा एवं सतत् प्रयासों को दोहराया है।

DAV PG College की पढिए बड़ी उपलब्धि

डीएवी के दो छात्र नागपुर में युवा संसद में होंगे शामिल




dil india live (Varanasi). वाराणसी के डीएवी पीजी कॉलेज, वाराणसी को बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। डीएवी के दो छात्रों का चयन नागपुर स्थित महाराष्ट्र विधानसभा में होने वाले स्वराज यूथ पार्लियामेंट के लिए हुआ है। कॉलेज के छात्र प्रशांत तिवारी और माधवेंद्र कुमार त्रिगुण 29 व 30 दिसंबर को नागपुर विधान सभा में आयोजित होने वाले विशेष सत्र में शामिल होंगे। 

इस कार्यक्रम में प्रशांत तिवारी नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभाएंगे। कार्यक्रम में महाराष्ट्र विधान सभा के पूर्व अध्यक्ष मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। प्रशांत इसके पूर्व इसी वर्ष जयपुर, राजस्थान में हुए युवा संसद में कॉलेज का प्रतिनिधित्व कर चुके है।

छात्रों की इस उपलब्धि पर कॉलेज के प्रबंधक अजीत कुमार सिंह यादव, का. प्राचार्य प्रो. मिश्रीलाल, मेंटर डॉ. आहुति सिंह ने शुभकामनाएँ दीं और उनका मनोबल बढ़ाया।

Christmas: Ghazipur में क्रिसमस की रही धूम, गूंजे कैरोल कटी केक

धूमधाम से मनाया गया क्रिसमस, पर्व मनाने जुटे सभी मजहब के लोग






dil india live (Ghazipur). गाजीपुर में क्रिसमस का त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया गया। सभी धर्मों के लोगों ने इस आयोजन में शामिल होकर गंगा जमुना तहज़ीब की मिसाल पेश की। इस दौरान केक काटा गया और कैरोल सिंगिंग बाइबिल पाठ का भी ज़िले में आयोजन हुआ। 

हार्टमनपुर मिशन में लोगों ने आकर फादर पी. विक्टर व सभी मिशन के लोगों को प्रभु येशु के जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी। फादर को शुभकामनाएं देने के लिये सुरेन्द्र सिंह (पूर्व गृहराज्य मंत्री), जगदीश कुशवाहा (पूर्व सांसद व संस्थापक एमजीआरपी स्कूल, गाजीपुर), डा. मसूद (डायरेक्टर ताज पब्लिक स्कूल), रमेश पटेल (एसएचओ करीमुद्दीनपुर), दिनेश कौशिक (चौकी प्रभारी, नेवादा), आनंद मौर्य (थाना, करीमुद्दीनपुर आदि सपरिवार, हिमांशु राय (डायरेक्टर, जय बजरंग आईटीआई) रामजी मिश्रा (संस्कृत प्रवक्ता, जौनपुर) एवं उनके साथ सेण्ट जॉन्स स्कूल जौनपुर विद्यालय परिवार के लोग, नर्ददेश्वर राय (पूर्व प्रधानाचार्य, गांधीनगर) जिला पंचायत  सदस्य रामसागर, मंत्री ओमप्रकाश के प्रतिनिधि रामजी, उषा यादव (समाजसेवी), पूनम राय आसपास के सभी ग्राम प्रधान, समाजसेवी एवं प्रभुत वर्गो के लोगों ने ढेर सारी शुभकामनाएं दी। 

    सभी को आने के लिये आभार प्रकट करते हुए मुसंफ अली (शिक्षक हार्टमनपुर) ने कहा कि यह त्यौहार केवल भारत में ही नही वरन् पूरे विश्व में मनाया जाता है। यह हमारे पूर्वजों का एक बनाया हुआ संस्कार है कि जब भी मौका मिले अपने-अपने रंगों को छोड़कर इंसानियत के रंग में रंग जाये और एक जगह बैठ जाये इससे बड़ी कोई धर्म नहीं है।


     इस मौके पर सुरेन्द्र सिंह ( पूर्व गृह राज्य मंत्री)  ने कहा कि आप लोग हमेशा सच्चाई व ईमानदारी के साथ कार्य करते है । दुनिया में हर जगह प्रभु ईसा मसीह का जन्मदिन मनाया जा रहा है और हम लोग देखते है कि आप लोग कैसे आपस में भाईचारा, प्रेम, शांति कैसे बना रहे इसके लिये आप सब हमेशा प्रयासरत रहते है। केक, मिठाई एवं टाफी बच्चों ने खा कर लुफ्त उठाया।

     फादर पी. विक्टर ने सभी अतिथियों का सादर सत्कार किया और महान पर्व क्रिसमस में शामिल होने के लिए पल्ली पुरोहित व फादर आरोग्या दास के साथ धन्यवाद  ज्ञापित किया।

URS: Khwaja Moinuddin Chishty के दर पर अकीदत का हुजूम

तस्वीरों में देखिए अजमेर की रवायत, अकीदत और ख़्वाजा की मोहब्बत 












Mohd Rizwan 

dil india live (Ajmer). अजमेर शरीफ स्थित सूफीज्म का मरकज हज़रत ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर हर साल उनके उर्स का भव्य उत्सव मनाया जाता है। इस वर्ष भी 21 दिसंबर से शुरू हुआ यह उर्स अब अपने चौथे दिन में प्रवेश कर चुका है और देश-दुनिया से हजारों श्रद्धालु इस पाक सरजमीं पर उमड़े हुए हैं।

भीड़ का आलम यह है कि दरगाह तक पहुंचना कई जायरीन के लिए कठिन सा प्रतीत हो रहा। लोग विभिन्न हिस्सों से आकर इस आध्यात्मिक महापर्व में शामिल हो रहे हैं, और इसे देखने का नजारा अत्यंत अद्भुत और भावपूर्ण है।

जायरीन अकीदत के साथ इस मिल्लत के उर्स में हिस्सा ले रहे हैं। झंडा फहराने की रस्म से शुरू हुआ यह आयोजन कड़ी सुरक्षा पूरी सतर्कता के साथ जारी है। झंडा फहराने के साथ ही भक्तों ने ख्वाजा साहब के प्रति अपनी श्रद्धा और लगाव प्रकट किया था और दरगाह में उपस्थित सभी लोग इस पावन अवसर को देखने और इसमें भाग लेने के लिए उत्साहित दिखाई दिए थे।

उर्स पर भव्य परेड में ढोल-नगाड़ों की थाप 

ढोलक, नगाड़े और सूफीयाना कलाम की लय में अकीदतमंद उत्साह और उल्लास के साथ उर्स में हिस्सा लेने आए हुए हैं। परेड के दौरान अकीदतमंद हज़रत ख्वाजा के क़ब्र पर चादर चढ़ाने, फूलों की माला चढ़ाने के साथ ही देश दुनिया की बेहतरी, मिल्लत और सौहार्द के लिए दुआएं मांगते दिखाई दिए। इस दौरान दरगाह के आसपास की सड़कों और गलियों में भीड़ इतनी है कि अकीदतमंदों को चलने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन सभी लोग संयम और अनुशासन के साथ अपने श्रद्धा भाव को व्यक्त कर रहे हैं।

जगह-जगह सुरक्षा चौकियां

सुरक्षा कर्मियों ने पूरे उर्स में विशेष व्यवस्था संभाली हुई है ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना या अव्यवस्था न हो। पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। दरगाह के पास जगह-जगह सुरक्षा चौकियां लगाई गई हैं, और मार्गों पर सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं। इसके अलावा, अर्धसैनिक बल भी इस दौरान मुस्तैद हैं, ताकि कार्यक्रम शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से संपन्न हो सके। 

उर्स के तीसरे दिन भी हजारों भक्तों की भीड़ में उत्साह और श्रद्धा का आलम देखने लायक है। झंडा फहराने की रस्म, ढोल-नगाड़ों की थाप और सूफी भजनों की गूँज के बीच यह महापर्व भक्तों के लिए आध्यात्मिक आनंद और मानसिक शांति का स्रोत बनता जा रहा है। देश-विदेश से आए श्रद्धालु इस भव्य आयोजन का हिस्सा बनकर ख्वाजा साहब के प्रति अपनी भक्ति और सम्मान व्यक्त कर रहे हैं।

इस प्रकार अजमेर की दरगाह पर ख्वाजा गरीब नवाज की उर्स न केवल धार्मिक आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सूफी संस्कृति, भाईचारे और मानवता के संदेश को भी आगे बढ़ाता है। हर साल की तरह इस वर्ष भी यह उर्स श्रद्धालुओं के लिए अद्भुत अनुभव और आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र बना हुआ है, जो आने वाले वर्षों तक इसी भव्यता और श्रद्धा के साथ मनाया जाता रहेगा।


गुरुवार, 25 दिसंबर 2025

Desh duniya mein Christmas के ग्लोबल पर्व की धूम

सिंगर्स ने पेश किया Carol गीत...तेरा हो अभिषेक अमन के राज कुमार

वाराणसी में चर्च से कालोनियों तक में जश्न, केक का आदान-प्रदान, एक दूसरे को चूमकर किया क्रिसमस सेलिब्रेट 




Varanasi(dil India live)। प्रभु यीशु मूसीह के जन्म का ग्लोबल पर्व "क्रिसमस" आस्था और उमंग के साथ गुरुवार को देश दुनिया में मनाया गया। इस दौरान आराधना संग जश्न और उल्लास में समूचा मसीही समुदाय डूबा नज़र आया। लोगों ने गिरजाघरों में अमन के राजकुमार प्रभु ईसा मसीह की जहां आराधना की वहीं चर्चेज़ में अमन, एकता और सौहार्द के लिए प्रार्थना की गई। क्रिसमस मेले में लोगों का हुजूम उमड़ा हुआ था तो मसीही घरों व कालोनियों में जश्न का माहौल दिखा। इस दौरान चर्चेज में क्रिसमस गीत, तेरा हो अभिषेक अमन के राजकुमार, आज हमारे दिल में जन्म ले हे प्रभु यीशु महान..,फिज़ा में गूंज रहा था। दुनिया भर के चर्च और गिरजाघर मुक्तिदाता ईसा मसीह के जन्म के गीत से गुंजायमान हो रहे थे। यूं तो ईसा जन्म की विशेष आराधना मध्य रात्रि में ही शुरु गई थी, मगर बड़े दिन की पहली सुबह ईसा मसीह को मानने वालों ने आराधना करके जहां अपनी आस्था प्रकट की वहीं देश आपदाओं, बुराईयों का खात्मा, आतंकवाद, गरीबी से मुक्ति के साथ ही अमन, शांति और सौहार्द के लिए दुआएं मांगी गई। 




सुबह से ही शुरू हुई आराधना

धर्म कि नगरी वाराणसी में सबसे पहले कैंट स्थित सेंट मेरीज कैथड्रल (महागिरजा) में ईसा मसीह की आराधना सुबह 8.30 बजे हिन्दी व 9.30 बजे अंग्रेजी में हुई। एक-एक घंटे की इस आराधना में बाइबिल का पाठ, ईसा जन्म का मकसद बताया गया। प्रार्थना सभा में पल्ली पुरोहित फादर जान अब्राहम, फादर थामस. सिस्टर जमीला, सिस्टर ज्योति, सिस्टर ट्रीसा, सिस्टर मोनिका, सिस्टर रानी मारिया, सिस्टर मंजू, सिस्टर अंजू समेत चर्च में काफी लोग मौजूद थे।

क्रिसमस डे सर्विस के तहत तेलियाबाग चर्च में पादरी आदित्य कुमार की अगुवाई में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। पादरी ने कहा कि हमें बुराईयोें व पापो से मुक्ति दिलाने जग के राजकुमार एक बालक के रूप में इस दुनिया में आये। आज उन्हीं की वजह से हम सभी उस अमन के राजकुमार की जयंती मना रहे हैं। हम प्रार्थना करे कि देश में अच्छे और विकास के काम हो, हमारा देश, हमारा मुल्क और हमारी कलीसिया शांति और तरक्की के रास्ते पर हो। इस पर लोगों ने एक स्वर से कहा, आमीन..। तत्पश्चात् क्रिसमस गीत फिज़ा में गूंज उठे..उठो आंखे खोलो मन फिराओ, मुक्तिदाता के दर्शन जो चाहो, व ..चलो जल्दी करो वैरी निंदिया न सोओ, कहीं तारा ओझल न हो जाये..। प्रार्थना सभा के बाद यहां लोगों ने एक दूसरे को केक खिला कर क्रिसमस सेलीब्रेट किया। सेंट पॉल चर्च सिगरा में पादरी सैम जोशुआ सिंह ने विशेष आराधना करायी। इस मौके पर पूरे चर्च से अमन, मिल्लत और सौहार्द की सदाएं कैरोल सिंगिंग के दौरान गूंजती रही। पादरी ने कहा कि हमें आज वचन लेना होगा कि हम पूरे साल बुराईयों से बचे और अच्छाईयों के साथ अपना रिश्ता जोड़े। तभी सच्चे अर्थो में हम क्रिसमस का लुत्फ उठा पायेंगे। क्यों कि क्रिसमस हमारे उद्धार का दिन है।





लाल चर्च में पादरी इकबाल मसीह ने सबसे पहले आराधना कराई उसके बाद बधाईयों का दौर शुरू हो गया। क्रिसमस मिलन में लोगों ने एक दूसरे को गले लगाया व चुम्मन का आदान प्रदान कर क्रिसमस की बधाइयां दी। यहां अनूप दयाल, सौरभ, विजय दयाल, नील कमल चरण, शबनम, किरन, सुशील बेनजामिन, श्वेता, ज्योत्सना, डेविड, अभय, अभिषेक, रोमा आदि सैकड़ों लोगों ने एक दूसरे में केक का आदान-प्रदान किया।

सेंट थामस चर्च गौदोलिया में पादरी न्यूटन स्टीवंस, चर्च ऑफ बनारस में पास्टर बेन जॉन, सेंट बेटलफुल गॉस्पल चर्च में पास्टर एंड्रू थामस, ईसीआई चर्च में पास्टर नवीन ज्वाय, पास्टर दशरथ पवार, सेंट जांस महरौली चर्च में फादर सुसाई राज, सेंट जांस लेढूपुर चर्च में फादर हैनरी, वाराणसी मिशन चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रेयर हाउस में पास्टर लालकुमा, विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रीज में पास्टर अजय कुमार, पास्टर एसपी सिंह ने आराधना कराते प्रभु ईसा मसीह के रास्ते पर चलने की लोगों को हिदायत दी। यहां सिस्टर रेाज़ी, विशाल राय, पास्टर कैनथ चतरी, सिस्टर नीरजा आदि मौजूद थीं। 

इस दौरान विभिन्न चर्चेज़ में आराधना के बाद लोग मस्ती करते दिखाई दिये। कही यीशु जन्म की झांकी दिखी तो कहीं लोग सेल्फी लेकर मस्ती करते दिखे। चर्च ऑफ बनारस छावनी में ईसा मसीह जन्मोत्सव पादरी बेनजॉन की अगुवाई में धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान प्रार्थना और आराधना के साथ ही यीशु जन्म पर आधारित ड्रामा व पंजाबी भांगड़े के साथ ही वेस्टर्न डांस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के बाद लोगों ने एक दूसरों से गले मिलकर क्रिसमस की बधाईयां दी। आयोजन का आनलाईन भी प्रसारण किया गया। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन बेन जॉन व सू जॉन ने दिया। यहां बी एन जॉन ने प्रभु यीशु के जन्म पर विशेष प्रकाश डाल कर लोगो को प्रभु के आगमन के बारे में बताया तथा प्रेम और शांति का संदेश दिया।  बच्चो ने प्रभु यीशु के जन्म उत्सव पर नाटक प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अंत में चर्च पास्टर बेन जॉन ने आभार प्रकट करते हुए क्रिसमस की ढेर सारी शुभकामनाएं दी गई। उधर बाल विद्यालय में क्रिसमस सेलिब्रेशन धूमधाम से मनाया गया। आयोजन में शिक्षक शिक्षिकाओं और बच्चों ने सेंटा क्लॉज संग खूब मस्ती की और एक दूसरे को क्रिसमस की बधाई दी।




यीशु जन्मोत्सव संग Christmas के महापर्व का मध्यरात्रि हुआ आगाज़, कटी केक, गूंजा कैरोल

ओहो प्यारी रात, ओहो न्यारी रात, खुशी की रात आयी...

काशी से देश दुनिया भर में मसीही समुदाय ने की यीशु जन्म की आगवानी





















dil india live (Varanasi)। घड़ी की सुई ने जैसे ही रात 12 बजे का निशान बनाया, काशी से रोम तक मसीही समुदाय ने प्रभु यीशु के जन्म की आगवानी प्रार्थना और कौरोल सिंगिग से की। Varanasi में सेंट मैरीज़ महागिरजा में कैरोल गीत फिज़ा में बुलंद हो उठें, ओहो प्यारी रात, ओहो न्यारी रात, खुशी की रात आयी है, शांति की रात, अमन की रात हमारी रात आयी है...। यह सदाएं मध्यरात्रि तक फिज़ा में बुलंद हो रही थी। काशी के साथ ही देश दुनिया में मसीही समुदाय ने प्रभु यीशु के जन्म की झांकी सजाई, कैरोल गाएं और प्रभु यीशु की आराधना की।



वाराणसी में 24 दिसंबर की सर्द रात सेंट मेरीज़ महागिरजा में एक साथ चर्च का घंटे बज उठे। यह संकेत था, धरती पर अमन के राजकुमार प्रभु यीशु के आगमन का। इसी के साथ कैरोल गीत, पवित्र है आगमन...फिज़ा में गूंजने लगा। वाराणसी धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष बिशप यूजीन जोसफ बालक यीशु को अपने हाथों में लेकर चर्च की वेदी पर पहुंचे। इस दौरान बिशप ने मौजूद मसीही समुदाय को बालक यीशु का दर्शन कराया। यीशु की बालरूप प्रतिमा की एक झलक पाकर ही तमाम लोग धन्य हो उठे। महागिरजा के पल्ली पुरोहित फादर जान अब्राहम के संचालन में यीशु जन्म के मंचन की 24 दिसंबर की मध्यरात्रि गवाह बनी। इस दौरान बिशप ने तमाम, बीमारियों, आपदाओं, आतंकवाद आदि बुराईयों से निजात के लिए प्रभु यीशु से खास प्रार्थना की। इस मौके पर मसीही घरों व चर्चेज़ में केक काटी गई, केक का आदान प्रदान हुआ, लोगों ने एक दूसरे को क्रिसमस पर विश किया। इस मौके पर फिज़ा में देर तक गूंजता रहा, हैप्पी क्रिसमस, मैरी क्रिसमस...। आयोजन में फादर थामस, फादर फिलिप, सिस्टर जमीला, सिस्टर अंजू, सिस्टर मोनिका, सिस्टर तारा, सिस्टर ज्योति, सिस्टर मंजू आदि हजारो मसीही मौजूद थे। 



ऐसे ही सेंट जांस महरौली में फादर सुसाई राज, सेंट जांस लेढूपुर में फादर हेनरी, ईश माता मंदिर शिवपुर में फादर रोज़लिन राजा ने आराधना कराया। सेंट जोसफ चर्च लोहता, फातेमा चर्च मवैया व सेंट फ्रांसिस ऑफ असीसी चर्च में भी क्रिसमस का आगाज़ हुआ। उधर प्रोटेस्टेंट मसीही समुदाय ने क्रिसमस पर मिड नाइट सर्विस का आयोजन किया है। चर्चेज़ में प्रभु यीशु जन्म के प्रतीक के रूप में चरनी सजायी गयी। वहां रात 12 बजते ही कैरोल गीत फिज़ा में गूंज उठा... अमन के राजकुमार तेरा हो अभिषेक ....।

इस दौरान सीएनआई चर्च तेलियाबाग में पादरी आदित्य कुमार, सेंट पॉल चर्च सिगरा में संजय दान , चर्च ऑफ बनारस में पास्टर बेनजान, लालचर्च में पादरी इकबाल मसीह, सेंट बेटल फुल गॉस्पल चर्च में पास्टर एंड्रू थामस, विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रीज में पास्टर अजय कुमार, ईसीआई चर्च में पादरी नवीन ज्वाय व पादरी दशरथ पवार ने प्रभु ईसा मसीह के आगमन की अगवानी बाइबिल पाठ के साथ किया। इस दौरान बोन फायर भी कई चर्चेज़ में किया गया। समाचार लिखे जाने तक किसमस सेलिब्रेशन का दौर जारी था। इसी के साथ तीन दिवसीय मेला भी शुरू हो जाएगा जो 27 दिसंबर तक जारी रहेगा। यह मेला काशी की गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल माना जाता है।