मंगलवार, 12 नवंबर 2024

Dev Dipawali : Varanasi के आसमान में आज रात से लॉकडाउन

16 नवंबर की आधी रात तक नो फ्लाई जोन घोषित

-नहीं उड़ेंगे ड्रोन, पतंग, गुब्बारे और पैराग्लाइडर

Sarfaraz Ahmad 

Varanasi (dil India live)। देव दीपावली के मद्देनजर वाराणसी कमिश्नरेट क्षेत्र 12 नवंबर की रात 12 बजे से 16 नवंबर की रात 12 बजे तक नो फ्लाई जोन रहेगा। इस दौरान ड्रोन, पतंग, किसी भी प्रकार के गुब्बारे, रिमोट संचालित माइक्रो लाइट्स, एयर क्राफ्ट और पैराग्लाइडर का प्रयोग पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगा। यह आदेश कमिश्नरेट के अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) डॉ. एस चनप्पा ने दिया है। अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) ने कहा कि 15 नवंबर को विश्व प्रसिद्ध देव दीपावली का आयोजन है। कमिश्नरेट में बीते 17 अक्टूबर से 17 नवंबर तक निषेधाज्ञा जारी है। देव दीपावली पर काशी में लाखों श्रद्धालुओं के हुजूम के साथ ही विशिष्ट लोगों का भी आगमन होगा।अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) ने कहा है कि कोई भी व्यक्ति पुलिस कमिश्नरेट वाराणसी के संपूर्ण क्षेत्र की सुरक्षा और विधि व्यवस्था को किसी भी प्रकार से प्रभावित नहीं करेगा और न करने का प्रयास करेगा। किसी भी व्यक्ति या संस्था द्वारा पुलिस कमिश्नरेट वाराणसी के संपूर्ण क्षेत्र के अंतर्गत बिना अनुमति ड्रोन, पतंग, किसी भी प्रकार के गुब्बारा, रिमोट संचालित माइक्रो लाइट्स, एयर क्राफ्ट और पैराग्लाइडर का उपयोग नहीं किया जाएगा। आदेश की अवहेलना भारतीय न्याय संहिता-2023 के तहत दंडनीय अपराध होगा।

रविवार, 10 नवंबर 2024

App MP राघव चड्ढा व अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा पहुंचे विद्यामठ, शंकराचार्य का लिया आशीर्वाद


Varanasi (dil India live)। आप सांसद राघव चड्ढा व अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा आज रविवार को केदार घाट स्थित श्रीविद्यामठ पहुंचे। इस दौरान दोनों ने शंकराचार्य का आशीर्वाद लिया।

शंकराचार्य के मीडिया प्रभारी संजय पाण्डेय ने बताया कि आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा  अपनी पत्नी मशहूर अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा और परिवार के अन्य लोगों के साथ श्रीविद्यामठ पहुंचकर ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती के दर्शन कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया। काशी की गलियों से होकर विद्यामठ जिन रास्तों से होकर गुजरे सभी इनकी एक झलक पाने को बेताब नज़र आएं। कुछ देर की विद्या मठ ठहरने और शंकराचार्य से आशीर्वाद लेने तक मठ के अंदर बाहर लोगों की भीड़ लगी रही।




Breaking news : 29 को मुर्री बंद, नहीं होगा कारोबार

bunkar अदा करेंगे ईदगाह में अगहनी जुमे की नमाज 


Varanasi (dil India live)। मोहल्ला काजीसादुल्लापुरा स्थित  बुनकर बिरादराना तंजीम बाइसी के पूर्व सरदार स्व. हाजी अब्दुल कलाम के आवास पर सालाना होने वाली अगहनी जुमें की नामाज की तैयारी को लेकर बुनकर बिरादराना तंजीम बाइसी  के सरदार हाजी मोईनुद्दीन की अध्यक्षता में पुरे काबीना के सदस्यों के साथ एक बैठक हुई।  बैठक के बाद बाईसी तंजीम के सरदार हाजी मोइनुद्दीन ने कहा कि सदियो पुरानी अगहनी जुमे की नमाज की जो परम्परा है उसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए आज कबीना के सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से तय किया है कि इस साल अगहनी जुमे की नमाज़  29 नवंबर को पुरानापुल  की पुलकोहना ईदगाह में अदा की जायेगी।

परंपरा के अनुसार अगहनी जुमे की नमाज के बाद दुआख्वानी की जायेगी जिसमें मुल्क की तरक्की, आपस में भाईचारगी और रोज़ी रोटी में बरकत के लिए रब की बारगाह में हजारों लोग हाथ उठाएंगे। इस मौके पर सरदार साहब ने सभी बुनकर भाइयो से अपील की कि अगहनी जुमे की नमाज में सभी बुनकर अपना अपना कारोबार (मुर्री) बन्द कर नमाज अदा कर दुआखानी में शामिल हो।

इस बैठक में हाजी बाबू, गुलाम मो. उर्फ दरोगा, अफरोज अंसारी, पार्षद हाजी ओकास अंसारी, हाजी यासीन, गुलशन अली पार्षद, मौलाना ज़हीर अहमद, हाफिज हाजी नसीर, हाजी महबूब अली, बाबू लाल किंग, हाजी तुफैल, हाजी इश्तियाक, मौलाना शकील अहमद, हाजी गुलाब, हाजी मतीउल्लाह, हाजी मोइनुद्दीन छोटक, मो. हारून, मो. अहमद,  हाजी मो. स्वालेह, हाजी मुमताज, हाजी नईम, हाजी इमरान, हाजी जावेद, हाजी मुस्ताक, हाफिज अलीम, शमीम अंसारी, हाफिज अब्दुल रहमान, हाजी रमजान सहित बुनकर केबिनेट के सभी सदस्य मौजूद थे।

Bategen तो कटेंगे का नारा देने वालों ने हमेशा बांटने की ही सियासत की-लारी


Varanasi (dil India live)। Bategen तो कटेंगे का नारा देने वालों ने क्या किया है। हमेशा उनकी बांटने की ही राजनीति रही है। हमेशा नफरत फैलाने की राजनीति रही है और आज भी वह वही कर रहे हैं आज भी बांटने और काटने ही की राजनीति हो रही है जनता को ऐसे नारों से सावधान रहना चाहिए और एक जुट होकर शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए संविधान की रक्षा करनी होगी, लोकतंत्र की हिफाजत करनी होगी। देश को बचाना होगा और हम सबको मिलकर रहना होगा तभी देश बचेगा। संविधान बचेगा, लोकतंत्र बचेगा और हम बचेंगे। अगर हम सचेत नहीं हुए इन नारों में उलझे गए तो फिर मनुस्मृति लागू कर दी जाएगी और फिर क्या होगा यह सब को सोचना होगा।

अतहर जमाल लारी 
(वरिष्ठ बसपा नेता व पूर्व प्रत्याशी वाराणसी लोकसभा)

Guru Nanak Dev के आगमन पर सिख समुदाय निकाल रहा है आज भव्य शोभायात्रा

तैयारी पूरी, शाम में शोभा यात्रा पहुंचेगी गुरुद्वारा गुरुबाग 

Varanasi (dil India live)। सिखों के पहले पातशाह श्री गुरूनानक देव महाराज के 555 वें प्रकाशोत्सव के उपलक्ष्य में आज रविवार को दोपहर 12 से भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। धन्य-धन्य श्री गुरुनानक देव महाराज का 555 वां पावन प्रकाश उत्सव 15 नवंबर को पूरे हर्षोल्लास के साथ गुरुद्वारा गुरूबाग में मनाया जायेगा। उनके आगमन के उपलक्ष्य में  रविवार को दोपहर 12 बजे हर साल विशाल धार्मिक शोभायात्रा गुरूद्वारा गुरुबाग से जुग जुग अटल श्री गुरुग्रन्थ साहिब एवं पंज प्यारे की अगुवाई में निकाली जाती है। गुरुद्वारा नीचीबाग के प्रबंधक महेंद्र सिंह ने बताया कि शोभायात्रा में रागी जत्थे, शबद-कीर्तन करते हुए चलेंगे।


शोभायात्रा लक्सा, गिरजाघर चौराहा, नई सडक, चेतगंज, लहुराबीर मलदहिया, लाजपत नगर, नानक नगर, शास्त्री नगर, अशोक नगर, गाँधी नगर, सिगरा चौराहा, रथयात्रा होते हुए शाम में वापस गुरुद्वारा गुरूबाग पहुंचेगी। इस मौके पर लक्सा, नई सड़क, हथुआ मार्केट, मलदहिया (निकट जय गंजेज), लाजपत नगर, नानक नगर, साजन तिराहा (भारत मेडिकल स्टोर), अशोक नगर एवं गांधी नगर सिगरा पर शोभा यात्रा का भव्य स्वागत एवं प्रसाद का वितरण होगा। गुरुद्वारा गुरूबाग व गुरूद्वारा नीचीबाग दोनों गुरुद्वारे भव्य रूप से सजाएं गये हैं। इस शोभायात्रा में श्री गुरुग्रन्थ साहिब जी की सवारी वाली गाड़ी को फूलमालाओं एवं बिजली के झालरों द्वारा भव्य रूप से सजाया जा रहा है। इस धार्मिक यात्रा की शोभा बढ़ाने हेतु पंज प्यारे घुडसवार पंज प्यारे पैदल, गुरुनानक खालसा बालिका इण्टर कालेज गुरुबाग, गुरुनानक इंग्लिश मीडियम स्कूल गुरुबाग, गुरुनानक इंग्लिश स्कूल शिवपुर आदि के बच्चों के अलावा सिख समाज के बच्चे भी विशेष परिधान में इस यात्रा में शब्द गायन कीर्तन करते हुए चलेंगे। 


इस शोभायात्रा की पवित्रता हेतु काशी की साध संगत सड़क की सफाई-धुलाई करते हुये चल रहते हैं। शोभायात्रा सायं लगभग 7:00 बजे गुरुद्वारा गुरुबाग पहुँचेगी। शोभायात्रा के पहुँचने पर गुरुद्वारा गुरुबाग में पुष्प वर्षा एवं आरती कर भव्य स्वागत किया जाएगा। गुरुद्वारे में शब्द गायन कीर्तन एवं अरदास के उपरान्त गुरु का अटूट लंगर छका जाएगा। 

शनिवार, 9 नवंबर 2024

Varanasi में होगा गो महाकुंभ, देश भर से जुटेंगे सवा करोड़ गोभक्त

गोपष्टमी को शंकराचार्य ने रवाना किए सभी प्रदेशों में गौप्रतिनिधि


Varanasi (dil India live)। गोपाष्टमी पर जगद्गुरु शंकराचार्य के नेतृत्व में भारत के 36 प्रदेशों के प्रभारियों की गो गोष्टी श्री विद्या मठ, केदारघाट, वाराणसी में सम्पन्न हुई। इस मौके पर  शंकराचार्य जी ने गो पूजन करने के पश्चात धर्म सम्राट् यतिचक्रचूडामणि पूज्य करपात्री जी महाराज के नेतृत्व में 1966 में हुए गौरक्षा आंदोलन को स्मरण कर के गोभक्त बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। जगद्गुरु शंकराचार्य ने वर्तमान संवत्सर को गौ संवत्सर के रूप में घोषित किया, जिसके अंतर्गत गो प्रतिष्ठा आंदोलन के अगले क्रम में अब जिला स्तर, विधानसभा स्तर पर गो ध्वज की स्थापना की जाएगी। इसके लिए 36 प्रदेश के प्रभारियों को गो ध्वज प्रदान किए गए। इसी वर्ष 14 जनवरी से 14 फरवरी तक प्रयागराज माघ मेले में 324 कुंडिय यज्ञ का आयोजन होना सुनिश्चित है जो निरंतर एक माह तक गौमाता की प्रतिष्ठा हेतु चलता रहेगा जिसमें सम्पूर्ण भारत से करोड़ों लोग सम्मिलित होंगे। 

सांसदों के दरवाज़ों पर होगा धरना

गो गोष्टी में यह भी निश्चित किया गया कि सभी निर्वाचित सांसदों के दरवाजों पर गो सांसदों द्वारा ग्रीष्मकालीन सत्र से 15 दिन पूर्व धरना प्रदर्शन दिया जाएगा। धरना प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य निर्वाचित सांसदो से अपेक्षा की जाएगी कि स्वयं को गोभक्त या गोद्रोही घोषित करें। इसी गोवसंवत्सर के पूर्ण होने पूर्व 27 मार्च 2025 को वाराणसी में गो महाकुंभ का आयोजन किया जाएगा जिसमें सम्पूर्ण भारत से 1.25 करोड़ गोभक्त सम्मिलित होंगे। इस अवसर पर सम्पूर्ण राष्ट्र के सनातनी गोभक्तो, गो प्रतिष्ठा हेतु सतत संघर्ष करने वाले आंदोलकारियों, गोरक्षकों को सम्मानित किया जाएगा तथा सम्पूर्ण भारत में कम से कम 33 करोड़ गो मतदाताओं को शपथ दिलाने का अभियान तेज किया जाएगा। ज्ञात हो कि संपूर्ण देश में अब तक लगभग 5 करोड़ सनातनी गो मतदाता के रूप में शपथ दिलाई गई है। गो प्रतिष्ठा आंदोलन द्वारा गोहत्या पूर्ण रूपेण प्रतिबंधित हो , गौमाता राष्ट्रमाता के सम्मान से अलंकृत हो तब तक यह आंदोलन निरंतर चलता रहेगा तथा नित प्रतिदिन आंदोलन प्रखर होता जाएगा। अपने प्राणों की आहुति देकर भी गौमाता की रक्षा की प्रतिज्ञा का नाम ही गो प्रतिष्ठा आंदोलन है। 


इस अवसर पर 36 प्रांतों से आए हुए गो प्रदेश प्रभारी सम्मिलित हुए। शंकराचार्य के मीडिया प्रभारी संजय पाण्डेय ने बताया कि शंकराचार्य जी महाराज द्वारा रवाना किए गए सभी प्रदेशों में भेजे गए गौप्रतिनिधि में आंध्र प्रदेश से संजय सती, अरुणांचल प्रदेश से मनमोहन श्रीवास्तव, असम से रणजीत दास, बिहार से पीयूष तिवारी, छत्तीसगढ़ से ओम प्रकाश शर्मा, गोवा से किशन जयसवाल, गुजरात से हरीश चौहान, हरियाणा से जय किशन शर्मा, हिमांचल प्रदेश से सुनील ठाकुर, झारखंड से शिवाजी परमार, कर्नाटक से प्रवीण जैन, केरल से सुभाष हिंगोले, मध्य प्रदेश से महेंद्र भार्गव, महाराष्ट्र से नवनाथ दुधल, मणिपुर से अशोक सिंह, मेघालय से राजा सक्षम सिंह योगी, मिज़ोरम से हर्ष मिश्रा, नागालैंड से राजीव झा, उड़ीसा से चित प्रकाश ब्रह्मचारी, पंजाब से सुभाष मल्होत्रा, राजस्थान से बाबूलाल जाँगीर, सिक्किम से गौरव कुमार, तमिलनाडु से महेंद्र, तेलंगाना से महेंद्र तिवारी, त्रिपुरा से अमित चौहान, उत्तर प्रदेश से दयाशंकर दास, उत्तराखण्ड से विकास पाटनी, पश्चिम बंगाल से सोहम दास, चंडीगढ़ से राजेंद्र मिश्रा, जम्मू कश्मीर से दीपू रैना, लक्षद्वीप से आचार्य विजय प्रकाश, पुडुचेरी से अधवान, लद्दाख से गोपाल दास शामिल हैं। 

शुक्रवार, 8 नवंबर 2024

Aligarh Muslim University का अल्पसंख्यक संस्थान का दर्जा बरकरार, फैसले से लोगों में खुशी


Varanasi (dil India live)। सर्वोच्च न्यायालय यानी देश के सुप्रीम कोर्ट द्वारा अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का अल्पसंख्यक संस्थान का दर्जा बरकरार रखने के फैसले से मुस्लिमों और इंसाफ पसंद लोगों में खुशी का माहौल है।

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव फसाहत हुसैन बाबू, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश महासचिव हसन मेहंदी कब्बन ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने अपने फ़ैसले में कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय अल्पसंख्यक संस्थान है। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय संविधान के तहत अल्पसंख्यक दर्जे का हकदार है।
उक्त नेताओं ने कहा कि 2014 के बाद से ही केंद्र की मोदी सरकार अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के वार्षिक बजट में भारी कटौती करती रही, जिसका विरोध कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग प्रदेश अध्यक्ष अल्पसंख्यक कांग्रेस शाहनवाज आलम की अगुआई में लगातार करती रही और हक की लड़ाई भी लड़ती रही।
उक्त नेताओं ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के इस फैसले से अलीगढ़ विश्वविद्यालय सहित सभी अल्पसंख्यक शैक्षिक संस्थानों को राहत मिली है। नेताओं ने कहा कि भारतीय संविधान सभी के हक अधिकार को सुनिश्चित करता है, इसी के अंतर्गत अल्पसंख्यकों को अपनी पसंद के शैक्षिक संस्थान स्थापित करने और संचालित करने का अधिकार प्राप्त है। परंतु कुछ वर्षों से लगातार हमारे संवैधानिक अधिकारों को चैलेंज किया जाना चिंता का सबब बना।

38000 Students को राहत देने की टीचर्स एसोसिएशन मदारिसे अरबिया की मांग

कामिल व फाज़िल मदरसा छात्रों को ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती विश्वविद्यालय से सम्बद्ध किया जाए-हाजी दीवान साहेब ज़मा - मदरसा नियमावली से अगे बढ...