शुक्रवार, 2 जून 2023

ओडिशा के बालासोर में भीषण ट्रेन हादसा

पौने दो सौ से ज्यादा घायल, मौत का ठीक आंकड़ा नहीं 

ओडिशा (दिल इंडिया लाइव)। बालासोर में शुक्रवार शाम को बड़ा ट्रेन हादसा हो गया, यहां बहनागा स्टेशन के पास कोरोमंडल एक्सप्रेस (12841) और मालगाड़ी आपस में टकरा गई। हादसे में कोरोमंडल एक्सप्रेस पटरी से जहां उतर गई वहीं ट्रेन के कई डिब्बे मालगाड़ी पर चढ़ गए।

जानकारी के मुताबिक कोरोमंडल की 4 बोगियां पटरी से उतर गई हैं। 30 से ज्यादा लोगों के मरने की आशंका जताई जा रही है, हालांकि अभी मौत का सही आंकड़ा रेलवे प्रशासन के पास नहीं है। वहीं 179 लोगों के जख्मी होने सूचना है। हादसा शाम करीब 6:51 बजे हुआ, वहीं कई यात्रियों के ट्रेन के पलटे डिब्बों में फंसे होने की बात सामने आ रही है। फिलहाल इस रूट की सभी ट्रेनों को रोक दिया गया है।  विशेष राहत आयुक्त कार्यालय ने जानकारी दी कि हादसे वाली जगह पर तलाशी और बचाव अभियान के लिए टीमें मौके पर पहुंच गई हैं, वहीं बालासोर कलेक्टर को भी सभी जरूरी व्यवस्था करने के लिए मौके पर पहुंचने और राज्य स्तर से किसी भी अतिरिक्त मदद की आवश्यकता होने पर एसआरसी को भी सूचना दे दी गई है। इसके अलावा ट्रैक को खाली कराने का भी काम शुरू कर दिया गया है। डीजीपी फायर सर्विसेज डॉ. सुधांशु सारंगी भी दुर्घटनास्थल के लिए मुख्यालय से रवाना हो चुके हैं। वहीं राज्य सरकार बचाव कार्यों के लिए मौके पर जनरेटर और रोशनी की व्यवस्था कर रही है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मंत्री प्रमिला मल्लिक और विशेष राहत आयुक्त को दुर्घटनास्थल पर तत्काल पहुंचने का निर्देश दिया।

गुरुवार, 1 जून 2023

Vikas के नाम पर गरीबों का विनाश कब तक : मनीष शर्मा

किला कोहना के 250 घरों को गिराये जाने के खिलाफ आंदोलन तेज करेगा कम्युनिस्ट फ्रंट
Varanasi (dil india live) कम्युनिस्ट फ्रंट ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि 31 मई को राजघाट स्थित किला कोहना बस्ती के 250 घरों को जमींदोज कर दिया जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।

कम्युनिस्ट फ्रंट ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि योगी मोदी सरकार गरीबी मिटाने की नहीं बल्कि गरीबों को ही मिटा देने वाली कहावत को पूरा कर रही, और पूरी तरीके से भू-माफिया वाली भूमिका निभाया जा रहा है। जिस किला कोहना की जमीन पर  रेलवे दावा कर रही की जमीन उसकी है असल में वह जमीन वक्फ बोर्ड और आबादी की है जो कि माननीय न्यायालय में विचाराधीन है, लेकिन योगी मोदी सरकार न्यायलय को भी नहीं मानती और पुलिस के बल पर 250 घरों को तोड़ देती है, जिसका कम्युनिस्ट फ्रंट घोर निंदा व विरोध करता है।

 कम्युनिस्ट फ्रंट के मनीष शर्मा ने कहा कि आखिर योगी सरकार किसका विकास करना चाहती है, जाहिर सी बात है कि योगी सरकार अदानी अंबानी जैसे कारपोरेट घरानों का विकास गरीबों के विनाश से करना चाहती है।

 मनीष शर्मा ने सरकार से पूछा कि जो 250 परिवारों के साथ अन्याय हुआ है जिन्हें बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था के सड़क पर भूखों मरने के लिए छोड़ दिया गया है, आखिर उसका जिम्मेदार कौन है? उन्होंने आगे कहा कि कम्युनिस्ट फ्रंट इस भयंकर विनाश पर चुप नहीं बैठेगी और अपने आंदोलन को और तेज करेगी।

Medical news: गर्भवती में यह लक्षण दिखते ही करायें उपचार

गर्भावस्था में ‘जेस्टेशनल डायबिटीज’ का खतरा ज्यादा 

 • अनदेखी से गर्भवती व गर्भस्थ को भी हो सकता है नुकसान 


Varanasi (dil india live). केस-1 गर्भावस्था के सातवें महीने में सेनपुरा की रहने वाली शालिनी को घरेलू कामकाज के दौरान चक्कर आया। उसने अपने आप को संभालने का बहुत प्रयास किया पर बिस्तर पर गिर कर वह बेहोश हो गयी। हालांकि कुछ पल बाद ही उसे होश आ गया पर उसकी यह हालत देख परिवार के लोग घबरा गये।  डाक्टर को दिखाया और जांच कराया तो पचा चला कि वह गर्भावस्था के दौरान होने वाले जेस्टेशनल डायबिटीज (गर्भावस्था के दौरान होने वाले शुगर की बीमारी ) से अब पीड़ित हो चुकी है।

 केस-2 रमाकांत नगर कालोनी की रहने वाली रागिनी पहली बार मां बनने वाली है। गर्भावस्था के छठे माह में उसे अत्यधिक प्यास लगने और बार-बार पेशाब होने की शिकायत हुई। शुरू में रागिनी से इसे सामान्य रूप में लिया पर इस समस्या के कारण जब उसे पूरी रात जगना पड़ने लगा तो वह चिकित्सक के पास पहुंची। उसका हाल जानने के बाद जब चिकित्सक ने उसके खून की जांच करायी तो पता चला कि उसे भी जेस्टेशनल डायबिटीज हो चुका है।

रागिनी और शालिनी ने गर्भ ठहरने के पहले माह में अपने खून की जांच करायी थी तब उनकी रिपोर्टं ठीक आई थी। हालांकि रिपोर्ट में शुगर होने का जिक्र नहीं था लेकिन शुगर ने उन्हें कब जकड़ लिया पता ही नहीं चला।


पंडित दीनदयाल चिकित्सालय स्थित एमसीएच विंग की स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. आरती दिव्या बताती हैं कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को कई हार्मोनल असंतुलन के दौर से गुजरना पड़ता है। ऐसे ही हार्मोनल असंतुलन से ही कुछ ऐसी गर्भवतियों में ब्लड शुगर काफी बढ़ जाता है, जिन्हें गर्भधारण करने से पहले शुगर नहीं होती है। गर्भधारण के बाद होने वाली शुगर को ही गर्भकालीन मधुमेह या जेस्टेशनल डायबिटीज कहा जाता है। अधिकांश को गर्भावस्था के 24-28 सप्ताह के बीच चलता है। आजकल ओपीडी में हर माह दो-तीन जेस्टेशनल डायबिटीज के मामले आते हैं।

 गर्भावस्था में डायबिटीज के खतरे

गर्भावस्था के दौरान डायबिटीज का होना मां और शिशु दोनों के लिए खतरनाक होता है। इसके कारण बच्चे में जन्मगत विकार की आशंका अधिक रहती है। साथ ही प्रसव के समय मां के साथ-साथ शिशु के जान को भी खतरा रहता है। गर्भावस्था के दौरान ब्लड शुगर अधिक बढ़ा होने पर गर्भवती को हाई ब्लड प्रेशर का भी खतरा हो सकता है। इतना ही नहीं गर्भपात अथवा समय से पूर्व प्रसव की भी आशंका बढ़ जाती है। डॉ. आरती बताती हैं कि आमतौर पर जेस्टेशनल डायबिटीज गर्भावस्था के बाद अपने आप ठीक हो जाती है लेकिन कुछ मामलों में गर्भवती को प्रसव के बाद आगे चलकर डायबिटीज होने का खतरा बन जा जाता है। इतना ही नहीं समय से उपचार न होने पर यह बीमारी होने वाले शिशु के लिए भी खतरनाक हो सकती है उसे भी भविष्य में  डायबिटीज होने की आशंका रहती है। 

 गर्भावस्था में डायबिटीज के लक्षण

 डॉ. आरती बताती है कि वैसे तो सभी महिलाओं में गर्भकालीन मधुमेह के लक्षण दिखाई नहीं देते हैं, लेकिन लक्षण ऐसे जरूर होते हैं जिनके दिखते ही उन्हें इस दिशा में सतर्क हो जाना चाहिए। किसी गर्भवती को बार-बार पेशाब आना,अत्यधिक प्यास लगना, थकान, जी मिचलाना, धुंधला दिखना, मूत्राशय और त्वचा का संक्रमण जैसी परेशानियां जेस्टेशनल डायबिटीज के लक्षण हो सकते है। लिहाजा  ऐसे लक्षण नजर आते ही गर्भवती को तत्काल किसी चिकित्सक से सम्पर्क करना चाहिए,  ताकि समय रहते उपचार से इस बीमारी के बड़े खतरे से बचा जा सकता है।

 उपलब्ध है जांच की सुविधा

डॉ.आरती के अनुसार पं.दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय स्थित एमसीएच विंग के अलावा जिले के सभी सरकारी अस्पतालों, सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर जेस्टेशनल डायबिटीज से सम्बन्धित जांच व उपचार की सुविधा उपलब्ध है। इसके अलावा प्रत्येक माह की एक, नौ 16 व 24 तारीख को स्वास्थ्य केन्द्रों पर आयोजित होने वाले प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर भी मिलने वाली सुविधाओं का लाभ गर्भवती ले सकती हैं।

Jain trithankar सुपार्श्वनाथ के जन्म कल्याणक पर निकली भव्य शोभायात्रा






Varanasi (dil india live)। जैन धर्म के सातवें तीर्थंकर श्री 1008 सुपार्श्वनाथ के जन्म कल्याणक पर गुरुवार को विधि-विधान के साथ मनायी गई। तीर्थंकर के जन्म कल्याणक के अवसर पर धार्मिक माहौल में भगवान पार्श्वनाथ की जन्म स्थली भेलूपुर से गुरुवार को प्रातः 7:30 बजे शोभायात्रा प्रारंभ होकर विजया तिराहा, रविन्द्रपुरी, शिवाला होते हुए भदैनी जैन घाट पर स्थित भगवान सुपार्श्वनाथ की जन्म स्थली श्री दिगम्बर जैन मन्दिर पंहुची। भगवान के जन्म कल्याणक पर शोभायात्रा पंहुचने से पूर्व मन्दिर में जन्म कल्याणक से सम्बंधित पूजन-पाठ कार्यक्रम हुए। 

श्री दिगम्बर जैन समाज काशी के तत्वावधान में निकली भव्य शोभायात्रा में जैन धर्म पताका के साथ ही 'अंहिसा परमो धर्मः' लिखा बैनर कलश गाड़ी, रजत नालकी शोभायमान थी। बैन्ड पार्टी धार्मिक धुने बजा रही थी। महिलाए भजन कीर्तन करते हुए चल रही थी। 

शोभायात्रा के शिवाला पंहुचने पर कई संस्थाओ एवं स्याद्वाद महा विद्यालय के छात्रों ने स्वागत किया। महिलाओ के समूह द्वारा 108 दीपों से भगवान की महाआरती की गई। माता आनन्दमयी अस्पताल के पास से तीर्थंकर के विग्रह को रजत नालकी में विराजमान कराया गया।

भक्तगण पालकी को कन्धे पर लेकर चल रहे थे जो जन्म स्थली तक गये। मन्दिर पहुंचने पर भक्तो ने विधि-विधान से 108 कलशों से अभिषेक एवं पूजन पाठ, आरती किया। तत्पश्चात भक्तगण स्याद्वाद विद्यालय परिसर स्थित मन्दिर गये ज़हां तीर्थंकर का विधिवत दर्शन-पूजन एवं प्रक्षाल किया गया। सायंकाल जन्म स्थली मन्दिर में दीप दान भक्तो ने किया। 

आयोजन में प्रमुख रूप से उपाध्यक्ष राजेश जैन, प्रधानमंत्री अरुण जैन, प्रोफ़ेसर अशोक जैन, प्रोफ़ेसर कमलेश जैन, डॉक्टर जे.के.सावरिया, विनोद जैन, तरूण जैन, विमल कुमार जैन, रत्नेश जैन, सुधीर पोद्दार, बह्मचारी आकाश जैन, सुरेंद्र जैन, सौरभ जैन, प्रिंसु जैन, विनय जैन, आशा रनी , उषा जैन, प्रमिला सावरिया उपस्थित थे।

nima ने लगाया Varanasi में तंबाकू निषेध के बैनर

विश्व तम्बाकू निषेध दिवस (31 मई)

नीमा ने चलाया तंबाकू निषेध के लिए जागरुकता मुहिम


Varanasi (dil india live). प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में लगभग 30 स्थानों पर, चिकित्सकों के प्रतिष्ठानों चौराहों, कालोनियों में विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर समाज में जागरूकता लाने के लिए नैशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन ने मुहिम चलाई। इस मौके पर नीमा वाराणसी की ओर से बड़े आकार में बैनर लगा 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस धूमधाम से मनाया गया।

इस कड़ी में डॉ आर के यादव, डॉ समीर राठौर, डॉ विनय पाण्डेय व डॉ अनिल गुप्ता के नेतृत्व में एक दिन पूर्व संध्या काल में, बैनर का अनावरण, नीमा भवन शिवपुर में किया गया। बैनर पर लिखा था "जिसने दिया तम्बाकू को निमंत्रण, समझो आ गया मौत का आमंत्रण" से बैनर पर वाक्य से, जनता को आगाह किया गया। 

शहर के सम्मानित चिकित्सकों डॉ  अरुण गुप्ता, डॉ योगेश्वर सिंह, डॉ ए के सिंह, डॉ एम ए अजहर ,डॉ कैलाश त्रिपाठी, डॉ जे पी गुप्ता, डॉ एस आर सिंह, डॉ सलिलेष मालवीय, डॉ प्रेमचंद गुप्ता, डाॅ  मुख्तार अहमद, डॉ सगीर अशरफ, डॉ एहतेशामुलहक, डाॅ एस आर गुप्ता आदि के सहयोग से यह, मानव के जीवन के लिए अभिशाप, तम्बाकू का सेवन के बिषय को समाज में जागरूकता फैलाया गया ।

सोमवार, 29 मई 2023

Muslim's 2024 में congress को करेंगे वोट: शाहनवाज़ आलम

मुसलमानों के कांग्रेस में आते ही सपा समाप्त हो जाएगी: शाहनवाज़ आलम



Varanasi (dil india live). हाल में बीते निकाय चुनावों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मुस्लिमों ने एंटी सपा वोटिंग की। पूर्वांचल में भी मुसलमानों की पहली पसंद अब कांग्रेस बन रही है। 2024 में मुसलमानों के कांग्रेस में आने के बाद सपा खत्म हो जाएगी। ये बातें अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने मुगलसराय के दुलहीपुर में आयोजित बैठक में कही। 

शाहनवाज़ आलम ने कहा कि मुसलमानों को समझ में आ गया है कि जब तक वो पूरी तरह कांग्रेस को वोट करते थे तब तक भाजपा के सिर्फ दो सांसद होते थे। जब से मुसलमान सपा और बसपा में गए भाजपा मजबूत होती गयी। आज सपा और बसपा के कारण ही भाजपा सत्ता में है। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा की रणनीति रही है कि केंद्र में भाजपा की सरकार रहे ताकि मुसलमान डर के कारण विधानसभा चुनाव में सपा को वोट देते रहें। इसी रणनीति के तहत अपने जातिगत समर्थकों का वोट भाजपा में ट्रांसफ़र कराने के लिए 2019 में मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि वो मोदी जी को दुबारा प्रधानमंत्री बनते देखना चाहते हैं। इसके बाद सपा-बसपा और आरएलडी के गठबंधन के बावजूद वो मुस्लिम बहुल सीटों रामपुर, मुरादाबाद, अमरोहा, सम्भल, सहारनपुर, बिजनौर जीत पायी। जबकि बदायूं और कन्नौज जैसी सजातीय बहुल सीटें भी मुलायम सिंह यादव के परिवार के लोग हार गए। 

बैठक में प्रदेश महासचिव हसन मेहंदी कब्बन, शाहिद तौसीफ, डॉ सुल्तान खान, शाहजमा खान, हाजी ओकास अंसारी, अनवर सादात, मोहम्मद यासीन, मोहम्मद शकील, मोहम्मद बशीर, दानिश परवेज, मकसूद हसन, असगर अली, उषा यादव, टीजा एलियट, जैगम अब्बास, फैयाज उद्दीन अंसारी, अशफाक अंसारी, मोहम्मद शहजादे, मोहम्मद नसीम अंसारी, कमाल अंसारी, जहीरूद्दीन अंसारी, मोहम्मद सोहेल आदि लोग शामिल रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सैयद आले अब्बास, संचालन प्रदेश उपाध्यक्ष शाहिद तौसीफ व धन्यवाद ज्ञापन मुहम्मद आफताब ने किया।

रविवार, 28 मई 2023

Urs hazrat Syed mukhtar ali shah उर्फ लाटशाही baba

Hazrat लाटशाही baba के उर्स में अकीदतमंदों का उमड़ा जनसैलाब 





Varanasi (dil india live). सर्किट हाउस स्थित hazrat Syed mukhtar ali shah उर्फ लाटशाही शहीद बाबा (रह.) के तीन दिवसीय उर्स में शनिवार को अकीदत का सैलाब उमड़ पड़ा। बाबा के आस्ताने पर जहां एक ओर सूफियाना कलाम गूंज रहा था, वहीं दूसरी ओर सर्किट हाउस के पीछे झूला,चरखी आदि पर बच्चों का हुजूम मस्ती करता दिखाई दिया। सैकड़ों कि तादाद में सजी अस्थाई दुकानें लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही थी। उर्स में आए हुए तमाम लोगों का हुजूम फातेहा पढ़ने के बाद खरीददारी करके लौटता दिखाई दिया।

उर्स में जायरीन का हुजूम 

बाबा के उर्स में सुबह से देर रात तक जायरीन का हुजूम फातेहा पढ़ने और बाबा कि जियारत के लिए उमड़ा हुआ था। आलम ये था कि सर्किट हाउस, कचहरी आदि के आसपास सड़क पर पांव रखने तक की भी जगह नहीं थी। इससे पूर्व शाम को उल्फत बीबी के हाते से चादर-गागर का जुलूस निकला, जो कदीमी रास्ते से होता हुआ बाबा के आस्ताने पर पहुंचा। यहां बाबा की मजार पर चादरपोशी कर अकीदतमंदों ने मुल्क की सलामती व खुशहाली की दुआ मांगी। सूफी मोहम्मद जाफर हसनी ने उर्स में आए हुए लोगों का खैरमकदम किया।

तीन दिवसीय उर्स के दौरान कुरानख्वानी, तकरीर व नातिया मुशायरे व लंगर का दौर समाचार लिखे जाने तक चलता रहा। उर्स के मौके पर प्रशासनिक अधिकारियों संग बंगाल, बिहार, हरिद्वार, दिल्ली, अजमेर सहित पूर्वाचल भर से हजारों अकीदतमंदों ने बाबा के दर पर हाजिरी लगाकर दुआएं मांगी।

38000 Students को राहत देने की टीचर्स एसोसिएशन मदारिसे अरबिया की मांग

कामिल व फाज़िल मदरसा छात्रों को ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती विश्वविद्यालय से सम्बद्ध किया जाए-हाजी दीवान साहेब ज़मा - मदरसा नियमावली से अगे बढ...