गुरुवार, 9 फ़रवरी 2023

Post office news: रू. 250 में खुलवाएं बेटी का सुकन्या समृद्धि खाता

सुकन्या समृद्धि योजना 9 व 10 फरवरी को विशेष अभियान


Varanasi (dil india live). डाक विभाग 9 और 10 फरवरी को पूरे देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' के तहत  बेटियों के सुकन्या समृद्धि योजना खाते खुलवाने का अभियान चलाएगा। आज़ादी का अमृत महोत्सव के तहत डाक विभाग द्वारा प्रगति मैदान, नई दिल्ली में राष्ट्रीय डाक टिकट प्रदर्शनी 'अमृतपेक्स' का आयोजन 11 से 15 फरवरी तक किया जायेगा। वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि इस अवसर को यादगार बनाने हेतु 'अमृतपेक्स प्लस' के तहत बालिकाओं के सशक्तिकरण के क्रम में  9 और 10 फरवरी को सुकन्या समृद्धि खाता खोलने का अभियान चलाया जायेगा और आज़ादी की 75 वीं वर्षगांठ के मद्देनजर देश भर में 7.5 लाख बालिकाओं के खाते डाकघरों में खोले जायेंगे। पूरे उत्तर प्रदेश में लगभग 90 हजार और वाराणसी परिक्षेत्र में 9 हजार बेटियों का खाता खोलने का लक्ष्य दिया गया है। लोग नजदीकी डाकघरों में जाकर अपने बेटियों का सुकन्या खाता खुलवा सकते हैं, वहीं डाक विभाग द्वारा विभिन्न स्थानों पर शिविरों का भी आयोजन किया जायेगा।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि 10 साल तक की बालिकाओं का मात्र ₹ 250 से डाकघर में खुलने वाला सुकन्या समृद्धि योजना सिर्फ निवेश का ही एक माध्यम नहीं है, बल्कि यह बालिकाओं के उज्ज्वल व समृद्ध भविष्य से भी जुड़ा हुआ है। इसमें ब्याज दर 7.6 प्रतिशत है खाता खोलने की तिथि से 15 साल तक ही राशि जमा होती है। बालिका के 18 वर्ष की आयु प्राप्त कर लेने अथवा 10वीं कक्षा पास कर लेने के उपरांत जमा राशि का 50 प्रतिशत निकाला जा सकता है। खाते की परिपक्वता अवधि खाता खोलने की तारीख से 21 वर्ष है, तथापि बालिका द्वारा 18 वर्ष की आयु प्राप्त कर लेने के बाद विवाह के समय बंद किया जा सकता है। इसमें जमा धनराशि पूर्णतया बालिकाओं के लिए ही होगी, जो उनकी शिक्षा, कैरियर एवं विवाह में उपयोगी होगी। बेटी के जन्म पर उसके नाम मासिक 1000 रूपये से सुकन्या समृद्धि खाता खोलने पर 15 साल तक मात्र 1 लाख 80 हजार रूपये जमा करने होंगे। 21 वर्ष की आयु में खाता परिपक्व होने पर बेटी को 5 लाख 10 हजार रूपये मिलेंगे यानी 3 लाख 30 हजार रूपये ब्याज के रूप में प्राप्त होंगे।    

वाराणसी मंडल के प्रवर डाकघर अधीक्षक राजन ने बताया कि खाता खुलवाने के लिए बालिका का जन्म प्रमाण पत्र, अभिभावक के पते और पहचान का प्रमाण पत्र और अभिभावक की दो फोटो की आवश्यकता होती है। इस खाते में एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम राशि 1.50 लाख तक का निवेश किया जा सकता है और जमा धनराशि व अर्जित ब्याज पर आयकर छूट भी है।

"आजादी का अमृत काल में बालिकाओं के सशक्तिकरण हेतु 10 साल तक की प्रत्येक बालिका का सुकन्या समृद्धि खाता खुलवाना इस अभियान का उद्देश्य है। मात्र ₹ 250 से खुलने वाला सुकन्या समृद्धि योजना सिर्फ निवेश का ही एक माध्यम नहीं है, बल्कि यह बालिकाओं के उज्ज्वल व समृद्ध भविष्य से भी जुड़ा हुआ है। इसमें जमा धनराशि पूर्णतया बालिकाओं के लिए ही होगी, जो उनकी शिक्षा, कैरियर एवं विवाह में उपयोगी होगी। यह योजना बालिकाओं के सशक्तिकरण के द्वारा भविष्य में नारी सशक्तिकरण को भी बढ़ावा देगी।"

बुधवार, 8 फ़रवरी 2023

Hazrat Malang shah baba के उर्स में उमड़ेगा हुजूम


Varanasi (dil india live). हजरत मलंग शाह बाबा रहमतुल्लाह अलैह का सालाना उर्स आज बुधवार से से शुरू हो रहा है। बाबा के मदनपुरा स्थित आस्ताने पर उर्स के दौरान जायरीन का मजमा उमड़ता है। उर्स को देखते हुए बाबा का आस्ताना विद्युतीय झालरों से सजाया गया है। 

उर्स में पहले रोज़ आज रात 11:00 बजे बाबा का गुसल होगा। गुसल के बाद फातेहा पढ़ी जाएगी। दूसरे दिन मुख्य आयोजन 09 फरवरी को सुबह कुरानख्वानी के साथ शुरू होगा। हाजी अब्दुल वहीद (मौला दा) ने बताया कि शाम में असर कि नमाज के बाद चादर गागर, कव्वाली का आयोजन होगा। मगरिब कि नमाज के बाद बाबा का कुल शरीफ व चादरपोशी होगी।इस दौरान लोगों का हुजूम बाबा कि जियारत के लिए उमड़ेगा।

मंगलवार, 7 फ़रवरी 2023

Nagar nigam कर रहा बुनकरों का उत्पीड़न

नगर आयुक्त को बुनकरों ने सौंपा ज्ञापन



Varanasi (dil india live). मुत्तहिदा (संयुक्त) बुनकर बिरादराना तंजी़म बनारस का एक प्रतिनिधिमंडल 7 फरवरी 2023 मंगलवार, नगर आयुक्त डॉ प्रणय सिंह से नगर निगम स्थित उनके कार्यालय में मिला और नगर निगम के भवन कर विभाग द्वारा बुनकरों के पावरलूम की संख्या के आधार पर कमर्शियल रेट पर भवन कर मूल्यांकन किए जाने, वर्ष 2014 से कमर्शियल रेट पर भवन शुल्क का असेसमेंट किए जाने, तथा विभाग द्वारा बुनकरों का ज़बरदस्त शोषण एवं उत्पीड़न किए जाने जैसी समस्याओं से अवगत कराया। प्रतिनिधिमंडल ने यह तथ्य भी रखा कि जहां एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन द्वारा निवेश को प्रोत्साहन दिया जा रहा है, तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट कैंपेन चला रही है ऐसे में बुनकारी जैसे कुटीर उद्योग जो देश और दुनिया में अपनी अलग पहचान रखती है, उस परंपरा को आगे बढ़ाने वाले बुनकरों के ऊपर इस तरह का अतिरिक्त आर्थिक बोझ डालना तर्कसंगत एवं न्याय संगत नहीं है। विभाग का यह कदम प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना के भी विपरीत है। इसलिए पावरलूम बुनकरों के भवनों को कमर्शियल टैक्स श्रेणी से बाहर किया जाए तथा इस संबंध में विभाग द्वारा जारी किए गए आदेश को तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाए।

नगर आयुक्त ने प्रतिनिधिमंडल की शिकायतों को गंभीरतापूर्वक सुना एवं यथाशीघ्र समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया। उन्होंने संबंधित अफ़सरों को अपने कार्यालय में बुलाकर आवश्यक दिशा निर्देश भी दिया। 

प्रतिनिधिमंडल में सरदार इकरामुद्दीन, सरदार हाजी मक़बूल हसन, सरदार हाजी ज़ियाउल हसन, अब्दुल्लाह अंसारी, इशरत उस्मानी, अख़लाक़ महतो, मौलाना अब्दुल अज़ीज़, जै़नुल हुदा, सरदार मोहम्मद अहमद, तुफै़ल अंसारी पार्षद, सरदार मोहम्मद फा़रुक़, यासीन फ़रीदी, शरफुद्दीन, हाजी हसीन अहमद, सैफुद्दीन उर्फ बाबुल,हाजी इरफ़ान अहमद, सरदार अमीनुद्दीन आदि उपस्थित थे।

शनिवार, 4 फ़रवरी 2023

कम्बल वितरण समारोह में जुटे सैकड़ों



Varanasi (dil india live). निःशुल्क कम्बल वितरण समारोह का आयोजन मोहल्ला रसूलपूरा, बाकराबाद में मरहूम हाजी मोहम्मद फारुख साहब के निकट मैदान में गया। इस निःशुल्क कम्बल वितरण समारोह में ज़रूरत मंदों को  सोसाइटी फॉर ब्राईट फ्यूचर की जानिब से बड़ी संख्या में कम्बल वितरण किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ समाजसेवी अशफाक अहमद डब्लू ने नेक काम के लिए आयोजकों की सराहना की।  

इस मौके पर मुस्लिम जावेद अख्तर (सचिव सुल्तान क्लब), सरफराज खान (राष्ट्रीय सचिव अल्पसंख्यक सभा सपा), सुलेमान अख्तर अंसारी (समाज सेवी), ऐनुल हक अंसारी (समाज सेवी), ज़ीशान अख्तर अंसारी, मेराज अहमद अंसारी,  शमीम रज़ा, अज़हर सिद्दीकी, डाक्टर एम. अकबर (अध्यक्ष जमात ए इस्लामी हिन्द बनारस), उर्फी साहब एवं इलाके के गणमान्य लोग उपस्थित थे ।

Sant Ravidas ka anokha Mandir




Varanasi (dil india live)। मजहबी शहर बनारस गंगा जमुनी तहजीब के लिए देश दुनिया में विख्यात है। यहां मंदिर, मस्जिद, गिरजाघर व गुरुद्वारों के ऐतिहासिक दस्तावेज पग पग पर मौजूद है। यही वजह है कि इनके दर्शन के लिए देश दुनिया से भक्त खींचे चले आते हैं। ऐसा ही ऐतिहासिक और अनूठा आस्था का एक केन्द्र है, राजघाट पर स्थित संत रविदास मंदिर। यह मंदिर सफेद संगमरमर से निर्मित है। यह मंदिर जहां श्रम साधना का संदेश देता है वहीं सर्वधर्म समभाव की एक शानदार मिसाल भी है।

संत रविदास सर्वधर्म समभाव के प्रतीक थे। इसका अंदाजा उनकी स्मृति में राजघाट में बनाए गए मंदिर को देखकर सहज ही लगाया जा सकता है। यह मंदिर संत रविदास के संदेशों के अनुकूल बनाया गया है। राजघाट स्थित संत रविदास का मंदिर सर्वधर्म समभाव का इकलौता ऐसा प्रतीक है जहां पर हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई और बौद्ध धर्म के दर्शन होते हैं। सभी धर्मों के प्रतीक चिन्ह को मंदिर के गुंबद पर स्थान दिया गया है।

दी रविदास स्मारक सोसायटी के महासचिव सतीश कुमार उर्फ फगुनी राम ने बताया कि मंदिर का शिलान्यास 12 अप्रैल 1979 में हुआ और 1986 में बनकर जब तैयार हुआ तो सभी देखते रह गए। मंदिर पर पांच गुंबद हैं जिन पर हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई एवं बौद्ध धर्म के मंगल चिह्न अंकित हैं। इस मंदिर का निर्माण देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम ने कराया था। उन्होंने बताया कि संत रविदास मानवता, समता व समरसता के पोषक थे। इसी भावना को केंद्र में रखकर बाबू जगजीवन राम ने इस मंदिर की स्थापना की। यह मंदिर सभी जाति एवं धर्म के लोगों के लिए सदैव खुला रहता है। मंदिर के सुनहरे गुंबद से जब सूर्य की रोशनी टकराती है तो मंदिर की छटा और बढ़ जाती है। बेहद खूबसूरत एवं भव्य मंदिर की चमक दूर से ही दिखाई देने लगती है।


संत शिरोमणि गुरु रविदास जयंती कि तैयारी पूरी 

संत रविदास की जयंती को मनाने के लिए मंदिर में तैयारियां पूरी हो गई हैं।  रविदास जयंती पर दर्शनार्थियों का मंदिर में तांता लगा रहता है। खासकर पंजाब से तो जत्थे में श्रद्धालु मंदिर में पहुंचते हैं। जगजीवन राम की बेटी व पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार हर साल मंदिर में मत्था टेकने आती हैं। इस बार भी वो यहां आ चुकी हैं।

शुक्रवार, 3 फ़रवरी 2023

World cancer day (विश्व कैंसर दिवस 4 फरवरी )

तम्बाकू व गुटखे  की लत से हो रहा  मुख कैंसर

फेफड़े के कैंसर में भी धूम्रपान सबसे बड़ा कारण



Varanasi (dil india live). केस-1 घौसाबाद निवासी 55 वर्षीय संतोष शर्मा (परिवर्तित नाम) का जबड़ा पूरी तरह नहीं खुल रहा था। एक माह से हालत यह हो गयी थी कि भोजन भी उनके मुख में किसी तरह जा पाता था। स्थिति जब बदतर हो गयी तब वह एक माह पूर्व उपचार कराने के लिए पं. दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल के दंत रोग विभाग में पहुंचे। बताया कि वह गुटखा खाने के लती हैं और उनका जबड़ा पूरी तरह जकड़ गया है। जब जांच हुई तो पता चला कि उन्हें मुंह का कैंसर है। 

 केस-2 तम्बाकू युक्त पान के शौकीन बसहीं के रहने वाले 60 वर्षीय शिवकुमार (परिवर्तित नाम) के मुंह में हुए छाले ठीक नहीं हो रहे थे। जबड़ा न खुलने की उन्हें भी शिकायत थी। दो माह पहले पं. दीन दयाल चिकित्सालय के दंत रोग विभाग में जांच कराया तो पता चला कि उन्हें भी मुंह का कैंसर है। 

पं. दीनदयाल चिकित्सालय स्थित दंत रोग विभाग की प्रभारी डा. निहारिका मौर्य बताती हैं कि सिर्फ संतोष और शिवकुमार ही नहीं उनकी ओपीड़ी में हर हफ्ते चार-पांच ऐसे मरीज आते हैं जिन्हें जबड़ा पूरी तरह न खुलने या फिर मुंह के अंदर छाले के ठीक न होने की शिकायत होती है। इनमें कई ऐसे भी मरीज होते हैं जो मुख कैंसर की चपेट में आ चुके होते हैं अथवा उनमें मुख कैंसर के प्रारम्भिक लक्षण होते हैं। वह बताती हैं कि इस वर्ष जनवरी माह में आठ सौ लोग दंत रोग विभाग में उपचार कराने आये। इनमें जबड़ा पूरी तरह न खुलने की शिकायत वाले तीस मरीज थे। इनमें सात तो उपचार से ठीक हो गये जबकि शेष 23 की जांच हुई तो उनमें तीन को मुंह का कैंसर निकला जबकि 20 में मुख कैंसर के शुरुआती लक्षण पाये गये। इन सभी को बीएचयू रेफर कर दिया गया।  वह बताती हैं कि मुख कैंसर अथवा उसके प्ररम्भिक लक्षण वालों में अधिकांश वह लोग होते है, जो तम्बाकू उत्पादों के लती होते हैं। डा. निहारिका बताती हैं कि खैनी, सुंघनी, गुल, सुपारी व गुटखा का सेवन से दांत तो खराब होते ही है, यह मसूड़ों में भी घाव करता है। इससे जबड़े में जकड़न शुरू हो जाती है। शुरुआती दौर में उपचार से यह पूरी तरह ठीक हो जाता है लेकिन अधिक समय तक इस जकड़न का रहने से कैंसर होने की आशंका रहती है। 

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी कहते हैं कि तम्बाकू उत्पादों के सेवन से केवल मुख कैंसर ही नहीं फेफड़े, गले और मुंह का कैंसर भी होता है। फेफड़े के कैंसर के मामलों में धूम्रपान सबसे बड़ा कारण है और लगभग दो तिहाई मामले इससे जुड़े होते हैं। इसके अलावा अन्य कारणों से कैंसर शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। कैंसर के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर वर्ष चार फरवरी को ‘विश्व कैंसर दिवस’ मनाया जाता है। हर वर्ष इसके लिए नई थीम तय कि जाती है। इस वर्ष की थीम है ‘क्लोज द केयर गैप’। उन्होंने बताया कि विश्व कैंसर दिवस पर जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में जागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा।

 राष्ट्रीय कैंसर, हृदय रोगं, मधुमेह एवं स्ट्रोक नियंत्रण एवं रोकथाम कार्यक्रम (एनपीसीडीपीएस) व राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम (एनटीसीपी) के नोडल अधिकारी डा. मोइजुद्दीन हाशमी ने बताया कि तम्बाकू उत्पादों के सेवन से हो रहे मुख कैंसर के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए ओरल हेल्थ प्रोग्राम चलाया जा रहा है। सरकार भी इसे लेकर काफी गंभीर है। मुंह व दंत रोगों की पहचान व समय रहते उपचार की निःशुल्क व्यवस्था आम नागरिकों तक पहुंचे इसके लिए ही स्वास्थ्य विभाग ने जिले के सभी हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर पर इसकी जांच की व्यवस्था की है। इसके लिए दो सौ से अधिक  सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी ( सीएचओ) को बकायदा प्रशिक्षित किया गया है।

 बचाव ही सबसे बेहतर उपाय
राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के जिला सलाहकार डा. सौरभ प्रताप सिंह कहते हैं-मुख व दंत रोगों का सबसे बड़ा कारण तम्बाकू उत्पादों का सेवन है। लिहाजा तम्बाकू उत्पादों का सेवन तत्काल बंद करना ही, मुख व दंत रोगों से बचाव का सबसे बेहतर उपाय है। रोग का जरा भी लक्षण नजर आये तो तत्काल उपचार शुरू करायें। सभी सरकारी चिकित्सालयों में इसके निःशुल्क उपचार की व्यवस्था है।

गुरुवार, 2 फ़रवरी 2023

Health news: विद्यापीठ का हरपालपुर और सेवापुरी का अर्जुनपुर गाँव कालाजार प्रभावित

कालाजार उन्मूलन : शुरू हुआ सक्रिय रोगी खोज अभियान

सात फरवरी तक चलेगा अभियान, आशा घर-घर जाकर करेंगी स्क्रीनिंग

प्रभावित गाँव के सीमावर्ती में चलेगा अभियान




Varanasi (dil india live). कालाजार उन्मूलन के लिए सरकार बेहद गंभीर है । इसी क्रम में राष्ट्रीय कालाजार उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जनपद में बुधवार से कालाजार संभावित लक्षण वाले मरीजों को खोजने के लिए एक्टिव केस डिटेक्शन (एसीडी) यानि सक्रिय रोगी खोज अभियान शुरू किया गया । यह अभियान सात फरवरी तक चलेगा जिसमें आशा कार्यकर्ता कालाजार प्रभावित क्षेत्रों सहित सीमावर्ती गाँव में घर-घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग करेंगी । 

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने आशा कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया है वह कालाजार प्रभावित इलाकों में घर-घर जाकर सभी सदस्यों की स्क्रीनिंग करें और संभावित व्यक्ति पाये जाने पर ब्लॉक स्तरीय चिकित्सा प्रभारी को सूचित करें जिससे वहाँ त्वरित कार्रवाई की जा सके और उस इलाके में इंडोर रेसीडूअल स्प्रे (आईआरएस) छिड़काव भी किया जा सके । एसीएमओ व नोडल अधिकारी डॉ एसएस कनौजिया ने बताया कि जनपद में पूर्व से ही संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान चलाया जा रहा है । अभियान के जरिये समुदाय को डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया, चिकनगुनिया के साथ कालाजार को लेकर जागरूक किया जा रहा है । अभियान में संभावित लक्षण वाले व्यक्तियों की किट के माध्यम से जांच की जा रही है, पॉजिटिव पाए जाने पर उनको उपचार पर रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि जल जमाव और दीवारों में नमी होने से कालाजार रोग पाँव पसारने लगते हैं।

जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) शरद चंद पाण्डेय ने बताया कि जनपद के दो ब्लॉक के दो गाँव कालाजार से प्रभावित हैं । इसमें काशी विद्यापीठ का हरपालपुर और सेवापुरी का अर्जुनपुर गाँव कालाजार प्रभावित है। इनके आसपास के गाँव जैसे काशी विद्यापीठ के केसरीपुर, खुलासपुर, परमानंदपुर, रहीमपुर, कनईसराय और इस्लामपुर तथा सेवापुरी के बसहुनचक, भीषमपुर, मटुला, तख्खू की बौली और ककरहवाँ में स्क्रीनिंग अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए काशी विद्यापीठ में 14 टीमें और सेवापुरी में 6 टीमें तैयार की गईं हैं। एक आशा एक दिन में 50-50 घर कवर करेंगी। नए रोगी फिर से न मिले इसके लिए नियमित रूप से सक्रिय रोगी खोज अभियान के साथ चलाया जा रहा है। वहीं पूर्व में जिस गांव में कालाजार के मरीज मिले हैं वहां कालाजार के प्रसार को कम करने के लिए आईआरएस छिड़काव नियमित किया जा रहा है। 

दो सालों में नहीं मिला कोई नया मरीज

डीएमओ ने बताया कि जिले के काशी विद्यापीठ ब्लॉक में साल 2008 व 2009 में कालाजार के रोगी पाए गए थे, उसके बाद साल 2017 तक कोई रोगी नहीं मिला। लेकिन साल 2018 में एक, साल 2019 में दो और साल 2020 में एक कालाजार मरीज पाया गया। यह रोगी काशी विद्यापीठ के हरपालपुर और सेवापुर के अर्जुनपुर गाँव में ही पाये गए । इसके बाद अब तक कालाजार का एक भी मरीज नहीं पाया गया। लेकिन सतर्कता बरतते हुये इन गांवों के साथ सीमावर्ती गाँव में समय-समय पर सक्रिय रोगी खोज अभियान और दवा का छिड़काव कर बचाव किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कालाजार, बालू मक्खी के काटने होता है जिसको शीघ्र निदान, उपचार और कीटनाशक दवा से छिड़काव से नियंत्रित किया जा सकता है।     

लक्षण

• बुखार रुक-रुक कर या तेजी से तथा दोहरी गति से आता है

• भूख कम लगती है, शरीर में पीलापन और वजन घटने लगता है 

• स्प्लीन यानि तिल्ली और लिवर का आकार बढ़ने लगता है 

• त्वचा-सूखी, पतली और शल्की होती है और बाल झड़ने लगते हैं 

• शरीर में खून की कमी बहुत तेजी से होने लगती है

रोकथाम 

• घर को साफ रखना चाहिए। दीवार एवं आसपास के कोनों की नियमित और पूरी सफाई आवश्यक है। 

• घर में प्रकाश आना चाहिए।

• रोगी एवं स्वस्थ व्यक्ति की कड़ी (बालू मक्खी) को नष्ट करने के लिए छिड़काव जमीन से छह फीट की ऊंचाई तक कराएं तथा तीन महीने तक घरों में में किसी प्रकार की सफेदी और पुताई न कराएं। 

• कमरे के जमीन से दीवार की कुछ ऊंचाई तक पक्की दीवार की चुनाई कराएं।

देश दुनिया में एक ही गूंज Happy Christmas, Merry Christmas

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