बुधवार, 28 दिसंबर 2022

कैमेलिया social welfare society ने सरकार के portal में बनाई जगह

CSC vle के रूप में पाया स्थान




Varanasi (dil india live). कैमेलिया सोशल वेलफेयर सोसाइटी ने सरकार के एक पोर्टल में सीएससी वीएलई के रूप में स्थान प्राप्त किया है। सोसाइटी इस के माध्यम से सरकार की सभी स्कीमों को समाज के सभी जरूरत मंडो को अवगत करा ऐगी । साथ ही सरकार दुवार एक योजना जो कि न्याय विभाग की तरफ से सीएससी–पीएलवी चलाई जा रही है, उसमें सभी वर्गों के लोग जैसे महिला या पुरुष जो सोशल worker है उनको इसका अवसर प्रदान किया जाएगा।

TB free india अभियान से जुड़ीं NGO की महिलाएं

Ngo ने तैयार की पोषण पोटली

स्वास्थ्य विभाग ने क्रय कर क्षय रोगियों को पोटली की प्रदान 


Varanasi (dil india live). प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत जनपद में विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रहीं हैं | इसी क्रम में बुधवार को राष्ट्रीय आजीविका मिशन के अंतर्गत कार्यरत स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) महिलाएं भी इस अभियान से जुड़ गयीं । काशी विद्यापीठ ब्लॉक के समूह की पाँच महिलाओं ने पोषण पोटली तैयार की और स्वास्थ्य विभाग ने सभी 22 पोषण पोटली को खरीद कर क्षय रोगियों को प्रदान की । यह पोटली में भुनी मूँगफली, भुना चना, चने की दाल, गुड़, न्यूट्रीला और लाई से परिपूर्ण है ।    

दुर्गाकुंड सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने पाँच क्षय रोगियों को पोषण पोटली प्रदान की । उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से पोषण पोटली खरीदने का निर्देश प्रमुख सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उत्तर प्रदेश की तरफ से मिला है, जिसकी पहल बुधवार से की गई । इस दौरान सीएमओ ने क्षय रोगियों से उपचार और निक्षय पोषण योजना के तहत इलाज के दौरान हर माह मिलने वाले 500 रुपये के बारे में जानकारी ली । क्षय रोगियों ने कहा कि हम नियमित दवा सेवन कर रहे हैं । निक्षय पोषण की राशि का भी इस्तेमाल पोषक तत्वों पर कर रहे हैं । सीएमओ ने उन्हें सम्पूर्ण उपचार और जल्द स्वस्थ होने के लिए प्रेरित किया । उन्होने बताया कि पोषण पोटली से टीबी मरीजों को प्रोटीन व अन्य सूक्ष्म पोषक तत्व मिलेंगे जो कि उपचार में उनकी मदद करेंगे । इस मौके पर जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ पीयूष राय मौजूद रहे । पिछले माह सीएमओ ने निक्षय मित्र के रूप में पाँच क्षय रोगियों को गोद लिया था । इसकेसाथ ही उन्हें पोषण पोटली भी प्रदान की गई थी ।

इसी कड़ी में जिले के अन्य चिकित्सा इकाईयों पर भी गोद लिए गए क्षय रोगियों को पोषण पोटली वितरित की गई । भेलूपुर स्थित स्वामी विवेकानंद मेमोरियल राजकीय चिकित्सालय में उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. अमित सिंह ने निक्षय मित्र के रूप में पाँच टीबी रोगियों को पोषण पोटली प्रदान की । दुर्गाकुंड सीएचसी पर ही अधीक्षक डॉ सारिका राय ने गोद लिए दो टीबी रोगियों को पोषण पोटली प्रदान की । चौकाघाट सीएचसी के अधीक्षक डॉ मनमोहन शंकर सहित अन्य चिकित्सकों ने गोद लिए आठ क्षय रोगियों को पोषण पोटली वितरित की । वहीं नगरीय पीएचसी अर्दली बाजार की प्रभारी डॉ संगीता मौर्या ने दो टीबी मरीजों को पोषण पोटली प्रदान की । इसके अतिरिक्त हरहुआ और पिंडरा पीएचसी पर भी गोद लिए गए क्षय रोगियों को चिकित्साधिकारियों ने पोषण पोटली वितरित की ।

मंगलवार, 27 दिसंबर 2022

Kisan अब post office से भी करा सकेंगे 'pm फसल बीमा योजना'

Post office कल pm फसल बीमा योजना के लिए चलाएगा विशेष अभियान 



Varanasi (dil india live). Pm की किसानों के लाभ के लिए महत्वाकांक्षी ' prime minister फसल बीमा योजना' से लोगों को जोड़ने की जिम्मेदारी post office ने उठायी है। अब post office के माध्यम से भी इस योजना का लाभ उठाया जा सकता है। ग्रामीण क्षेत्रों में post office की पहुँच को देखते हुए इससे किसानों को काफी सहूलियत होगी। उक्त जानकारी देते हुए वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि इसी क्रम में वाराणसी परिक्षेत्र के अंतर्गत सभी 6 जनपदों–वाराणसी, भदोही, चन्दौली, गाजीपुर, जौनपुर और बलिया के अधीन डाकघरों में 28 दिसंबर को विशेष अभियान चलाया जायेगा, ताकि इसका फायदा अधिकाधिक किसानों तक पहुँच सके और ज्यादा से ज्यादा किसानों को इस योजना में कवर किया जा सके।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि डाकघरों के माध्यम से 'प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना' के ऑनलाइन आवेदन के लिए किसान की खतौनी, आईडी कार्ड  (आधार कार्ड, पैन कार्ड , वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस) व बैंक पासबुक साथ लाना होगा। खरीफ व रबी फसलों के लिए क्रमशः 2% व 1.5% का प्रीमियम अदा करना होगा। फ़िलहाल, रबी फसलों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत कवर करने हेतु पंजीकरण की अंतिम तिथि 31 दिसंबर, 2022 नियत है। 

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक विभाग जन सरोकारों से जुड़ा विभाग है।नवीनतम टेक्नोलॉजी और व्यापक पहुँच होने के कारण डाकघर ग्रामीण अंचलों में अपने सेवाएँ बखूबी प्रदान कर रहे हैं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का उद्देश्य प्राकृतिक आपदाओं के कारण किसानों और उनके परिवारों को फसल के नुकसान का मुआवजा और साथ ही सुरक्षा प्रदान करना है। इसके तहत बुवाई से पहले से लेकर कटाई के बाद तक फसल को सुरक्षा प्रदान की जाती है। यह योजना किसानों के परिवारों और उनके आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में भी मददगार है।

Varanasi में covid संक्रमण से निपटने की तैयारियां परखीं

Varanasi के 11 चिकित्सा इकाइयों  में हुआ मॉकड्रिल



Varanasi (dil india live). Varanasi में कोविड संक्रमण की तैयारी परखने के लिए मंगलवार को मॉक ड्रिल हुई। इस दौरान जिले के चार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, पं. दीन दयाल उपाध्याय चिकित्सालय, बीएचयू स्थित सर सुन्द्र लाल चिकित्सालय समेत 11 चिकित्सा इकाइयों में पूर्वाभ्यास किया गया।

 मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी ने बताया कि यह मॉक ड्रिल कोविड के नए वैरियंट के संक्रमण के बढ़ने की आशंका के मद्देनजर हुई। इसमें जनपद की 11 चिकित्सा इकाइयां जिनमें डीडीयू चिकित्सालय पांडेयपुर, सीएचसी चोलापुर, सीएचसी अराजीलाइन, सीएचसी नरपतपुर, सीएचसी गंगापुर, सर सुंदरलाल चिकित्सालय बीएचयू, ट्रॉमा सेंटर बीएचयू, ईएसआईसी चिकित्सालय, होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल लहरतारा, सेंट्रल हॉस्पिटल बीएलडबल्यू और हेरिटेज इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस भदवर शामिल रहें । उन्होंने बताया कि मॉकड्रिल के दौरान अन्य विभागों से स्वास्थ्य टीम का और स्वास्थ्य टीम के आपस का समन्वय भी देखा गया। सीएमओ ने आश्वस्त किया है कि जनपद में आक्सीजन और बेड की कोई कमी नहीं है। सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर दवा की पूरी उपलब्धता है। सीएमओ ने जनपदवासियों से अपील की है कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलें। 

 जिला सर्विलांस अधिकारी डा.एसएस कनौजिया ने बताया कि चयनित सीएचसी पर नोडल अधिकारी नियुक्ति हैं। मॉक ड्रिल के दौरान जनपद में कोविड मरीजों के लिए आरक्षित बेड, वार्ड और आक्सीजन की उपलब्धता देखी गई। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य केंद्रों पर बच्चों के पीकू वार्ड तैयार हैं। वहीं पीडियाट्रिक वार्ड भी तत्काल में उपयोग लाए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि जनपद में वर्तमान में कोई भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित नहीं हैं लेकिन नए वैरियंट को देखते हुए कोविड मरीजों के लिए बेड आरक्षित कर दिये गए हैं। 

मॉकड्रिल के दौरान पं. दीन दयाल चिकित्सालय में अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण (वाराणसी-मण्डल) डा. अंशू सिंह के अलावा सीएमएस आरके सिंह, सीएचसी चोलापुर में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एसएस कनौजिया, सीएचसी आराजी लाइन में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.आर. प्रसाद, ईएसआईसी चिकित्सालय पाण्डेयपुर में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एके मौर्या, सर सुन्दर लाल चिकित्सालय बीएचयू में डा. जयशीलन, ट्रामा सेंटर बीएचयू में डब्लयू एचओ की डा.सतरूपा, सीएचसी नरपतपुर में उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.मोइनुद्दीन हाशमी, सीएचसी गंगापुर में उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. हरिश्चन्द्र मौर्या, होमी भाभा कैंसर अस्पताल, लहरतारा मेेंं उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.यतीश भूवन पाठक, केन्द्रीय चिकित्सालय बीएलडब्लयू में उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अमित सिंह, हेरिटेज इंसीट्यूट ऑफ मेडिकल साइन्स भदवर में उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. पीयूष राय समेत अन्य स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद रहे।

CMO बोले: phc में हो गुणवत्तापूर्ण सुधार

Quality assurance व उच्च प्रभाव दृष्टिकोण पर हुई अभिमुखीकरण बैठक

  • चिकित्सीय व स्वास्थ्य सुविधाओं का समय से मूल्यांकन जरूरी
  • सभी मानकों को पूरा करें, मरीजों को मिले बेहतर सुविधाएं  

Varanasi (dil india live). नगर के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रदान की जा रही चिकित्सीय व स्वास्थ्य सुविधाओं की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए विभाग निरंतर प्रयासरत है । इसके लिए समय-समय पर सुविधाओं का असेस्मेंट यानि मूल्यांकन करना भी बेहद जरूरी है । इससे मरीजों को दी जाने वाली सेवाओं जैसे जनरल क्लीनिक, मातृत्व स्वास्थ्य, नवजात शिशु स्वास्थ्य, परिवार कल्याण सेवाएं, संचारी व गैर संचारी रोगों से बचाव, ओपीडी, ड्रेसिंग, लैब, आउटरीच, टीकाकरण, दवा स्टोर, आपातकालीन सेवाएं, सामान्य प्रशासनिक सेवाओं को सुदृढ़ करने में मदद मिलती है।  
उक्त चर्चा मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में देर शाम तक चली एक दिवसीय क्वालिटी एश्योरेंस अभिमुखीकरण बैठक में की गई। दी चैलेंज इनिशिएटिव फॉर हेल्थी सिटीज-पीएसआई इंडिया के सहयोग से आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी ने कहा कि सभी 24 नगरीय पीएचसी कायाकल्प पुरस्कार, नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस (एनक्वास) और लक्ष्य सर्टिफिकेशन के उद्देश्य से सेवाओं की गुणवत्ता को बढ़ाने और दस्तावेज के रख-रखाव पर पूरा ज़ोर दें । प्रभारी चिकित्साधिकारी जनरल ओपीडी से लेकर प्रसव कक्ष और बायो मेडिकल कचरा प्रबंधन का मूल्यांकन नियमित करते रहें। उन्होंने निर्देश दिया कि स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने के लिए मानकों के अनुरूप पूरा करें। गर्भवती एवं बच्चों को दी जाने वाली सुविधाओं तथा लाभों पर भी विशेष ध्यान दें।
बैठक में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एके मौर्य, क्वालिटी एश्योरेंस के नोडल अधिकारी डॉ यतीश भुवन पाठक और जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी हरिवंश यादव ने कायाकल्प, एनक्वास और लक्ष्य सर्टिफिकेशन के सभी मानकों तथा स्वच्छता, संक्रमण बचाव, क्वालिटी एश्योरेंश, डाटा वेलिडेशन आदि के बारे में विस्तार से चर्चा की । उन्होने कहा कि उच्च प्रभाव दृष्टिकोण (एचआईए) के लिए नगरीय सीएचसी-पीएचसी को निर्धारित चेक लिस्ट के अनुसार सभी मानकों से गुजरना होता है और कम से कम 70% अंक प्राप्त करने होते हैं। इसके बाद राज्य स्तर से गठित टीमों की ओर से पुनः निरीक्षण में 70% अंक मिलने पर सर्टिफिकेट जारी किया जाता है। सात प्रमुख बिन्दुओं की बात करें तो इंफ्रास्ट्रक्चर, सेनिटेशन-हाइजीन, वेस्ट मैनेजमेंट, इन्फेक्शन कंट्रोल, सपोर्ट सर्विस, हाइजीन प्रमोशन, कार्यक्रमों पर जागरूकता संबंधी विषय महत्वपूर्ण हैं।  
बैठक में डिप्टी सीएमओ डॉ एचसी मौर्य, एसीएमओ डॉ राजेश प्रसाद, जिला नगरीय स्वास्थ्य समन्वयक आशीष सिंह, समस्त प्रभारी चिकित्साधिकारी, पीएसआई इंडिया की ओर से कृति पाठक और अखिलेश एवं अन्य लोग मौजूद रहे ।

सोमवार, 26 दिसंबर 2022

COVID की तैयारियों को परखने के लिए मॉकड्रिल कल

आवश्यक व्यवस्थाओं के आकलन की होगी समीक्षा

मंडलायुक्त व जिलाधिकारी ने दिया निर्देश, सभी व्यवस्थाएं ठीक से जांच लें

जिले की 11 कोविड चिकित्सा इकाइयों का होगा imtehan 

Varanasi (dil india live) | कोविड-19 चिकित्सालयों में किये गए आवश्यक प्रबंध को परखने के लिए मंगलवार को मॉकड्रिल की जायेगी |चीन समेत कई देशों में कोविड-19 रोगियों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए यहाँ भी हर जरूरी तैयारी करने को कहा गया है |

          मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा व जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने समस्त कोविड चिकित्सालयों को निर्देश दिया है कि कोविड उपचार व प्रबंधन संबंधी सभी व्यवस्थाएं ठीक तरह से जांच ली जाएं । मॉकड्रिल के दौरान समस्त चिकित्सा इकाइयों में ऑक्सीज़न प्लांट, औषधियों, एंबुलेंस, आईसीसीसी कॉल सेंटर, तैनाती स्थल, अंतर्भागीय कोविड वार्ड सहित अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं को अच्छी तरह जांच लिया जाए।

          मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि कोविड-19 के प्रबंधन को लेकर हर जरूरी तैयारियों के बारे में शासन से दिशा-निर्देश प्राप्त हुये हैं। इसके तहत जनपद में कोविड संक्रमण के प्रबंधन की तैयारियों का प्रयोगात्मक विश्लेषण एवं मॉकड्रिल के दौरान पायी गयी कमियों को चिन्हित कर उनका निराकरण किया जायेगा। यह  मॉकड्रिल  मंगलवार (27 दिसंबर) को जनपद के 11 चिकित्सा इकाइयों पर होगी जिसमें डीडीयू चिकित्सालय पांडेयपुर, सीएचसी चोलापुर, सीएचसी अराजीलाइन, सीएचसी नरपतपुर, सीएचसी गंगापुर, सर सुंदरलाल चिकित्सालय बीएचयू, ट्रॉमा सेंटर बीएचयू, ईएसआईसी चिकित्सालय, होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल लहरतारा, सेंट्रल हॉस्पिटल बीएलडबल्यू और हेरिटेज इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस भदवर शामिल हैं । कमियों को चिन्हित कर उनका निराकरण किया जायेगा । जनपद की समस्त चिन्हित कोविड प्रबंधन इकाइयों के रोस्टर में सूचीबद्ध सभी चिकित्सक व पैरा मेडिकल स्टाफपूर्वाभ्यास में प्रतिभाग करेंगे। कोविड प्रबंधन के बारे में जनपद स्तर से अथवा चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित ऑनलाइन प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले चिकित्सकों, पैरा मेडिकल व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को इस पूर्वाभ्यास में अनिवार्य रूप से सम्मिलित किया जायेगा ।ड्यूटी रोस्टर में नामित वार्डब्वाय व सफाई कर्मी, एम्बुलेन्स चालक, चिकित्सा इकाइयों पर तैनात फार्मासिस्ट व लैब टेक्नीशियन भी प्रतिभाग करेंगे।

          सीएमओ ने बताया कि प्रत्येक चिन्हित ब्लॉक में एक-एक अपर मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा रिहर्सल का पर्यवेक्षण किया जायेगा। समस्त नोडल अधिकारी व पर्यवेक्षकों द्वारा पूर्वाभ्यास में सम्पादित गतिविधियों की सूचना निर्धारित चेकलिस्ट पर चिकित्सीय इकाई-वार संकलित कर जिला सर्विलांस इकाई को उसी शाम छहबजे तक उपलब्ध कराएंगे, जिसका उत्तरदायित्व जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ एसएस कनौजिया का होगा।

इन बिन्दुओं पर रहेगा फोकस

-      ऑक्सीजन प्लान्ट तथा ऑक्सीज़न कन्संट्रेटर की क्रियाशीलता

-      वेंटिलेटर्स की उपलब्धता व क्रियाशीलता

-      आवश्यक लॉंजिस्टिक (औषधियों, आईवी फ्लूइड व अन्य उपकरण) की उपलब्धता

-      मानव संसाधन की उपलब्धता 

-      अबाध विद्युत आपूर्ति

National unity आपसी मेल जोल व प्रेम से ही संभव: हृदया नन्द शर्मा

संविधान की मूल आत्मा मानवतावादी: संजय सिंह

सामाजिक सद्भाव से देश होगा खुशहाल: रणजीत कुमार 

भारत की परिकल्पना विषयक संगोष्ठी सम्पन्न



Ambedkar Nagar (dil india live). जलालपुर तहसील अंतर्गत ग्राम हुसैनपुर में सेंटर फॉर हारमोनी एंड पीस द्वारा राइज एंड एक्ट के तहत राष्ट्रीय एकता, शान्ति, सद्भाव एवं न्याय के लिए "भारत की परिकल्पना " विषयक परिचर्चा आयोजित की गई। इस अवसर पर समता मूलक समाज निर्माण का संकल्प लिया गया।

मुख्य वक्ता कुशीनगर से आये आल इंडिया सेक्युलर फोरम से जुड़े हृदया नन्द शर्मा ने कहा कि आपसी मेल जोल व प्रेम से राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा मिलेगा। भारत हजारों साल से विविध धर्म संस्कृतियों का देश रहा है। सदियों से लोग बेहतर तरीके से एक दूसरे के साथ भाईचारा के साथ रहते आये हैं। हमारे महापुरुषों की आईडिया ऑफ इंडिया की यह परिकल्पना थी जिसमें स्वतंत्रता, समता,बन्धुता और न्याय हो। राम, कृष्ण, बुद्ध, कबीर, गोरख नाथ, स्वामी विवेकानंद,गांधी,नेहरू अंबेडकर, भगत सिंह, को पढ़ेंगे व जानेंगे तभी मेल जोल और साझी संस्कृति को आगे बढ़ा सकेंगे। 

बनारस से आये रणजीत कुमार ने कहा कि आपसी मेल जोल के लिए सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देना होगा तभी एक सुंदर व खुशहाल भारत बनेगा। ऐसे वातावरण का निर्माण करें ताकि एकता व प्रेम कायम रहे। इस तरह के आयोजन होंने चाहिए जिसमें हम एक दूसरे को समझ सकें। सभी धर्म संस्कृति का सम्मान होगा तभी राष्ट्रीय एकता, शांति, सद्भाव व न्याय कायम होगा।

   सामाजिक कार्यकर्ता संजय सिंह ने कहा कि संविधान की मूल अवधारणा लेकर चलें तो सर्वे सुखिना, सर्वे भवन्तु निरामया की उक्ति चरितार्थ होगी। हमारा संविधान मानवतावादी है और सभी के कल्याण और बराबरी के लिए है।उसे पूर्णरूपेण लागू करके बेहतर भारत बना सकते हैं।

डॉ अनिल उपाध्याय उर्फ मेला ने कहा कि सामाजिक एकता को कायम रखने के लिए संयम,जिम्मेदारी व मेल जोल आवश्यक है। इसी क्रम में ग्रामप्रधान रत्नेश मिश्रा, रामजस सिंह, राम बहाल सिंह, गणेश दुबे ने कहा कि अखंड भारत की बात की जाती है जैसे हमारा परिवार। हमें एकता, शांति, न्याय को अक्षुण बनाये रखना होगा। उसके लिए अपनी मानसिकता बदलनी होगी। वक्ताओं ने भारतीय संविधान को जानने समझने व सरकार द्वारा चल रही योजनाओं की चर्चा करते हुए अधिकारों के लिए सजग रहने का आह्वान किया। 

स्वागत करते हुये स्थानीय आयोजक  मनोज मिश्रा ने इस कार्यक्रम का मकसद बताया कि समाज मे बदलाव आये और सामाजिक न्याय सबको मिले इसी जागरूकता के लिए परिचर्चा रखी गयी है। आभार व्यक्त करते हुए  गायत्री ने लिंग भेद, सुरक्षा, भागदारी पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की शुरूआत परिचय से हुआ। लर्निंग सर्किल संचालिका बच्चियों ने स्वागत गीत, राष्ट्रीय गीत प्रस्तुत किया। 

इस अवसर पर आसपास के क्षेत्रों में सद्भावना रैली भी निकाली गई। कार्यक्रम में मोहम्मद इस्माईल, बसन्तलाल, मनोज, शिवदास, दीपक, इमरान अली, सत्यम, श्रद्धा, मुस्कान, बबिता, अंजली, रागनी, आयुष, काजल, अंशिका, निर्मला, बदरुन्निशा सहित सैकड़ों महिला, पुरुष व छात्र - छात्राएं मौजूद रहे।

Hazrat Imam Zainul abedin इस्लाम की पहचान, इबादतों की शान

हज़रत जैनुल आबेदीन की जयंती पर सजी महफिलें, गूंजे कलाम Varanasi (dil India live). शाहीदाने कर्बला इमाम हुसैन के बेटे, इबादतों की शान चौथे हज...