मंगलवार, 20 सितंबर 2022

Karbala k shahido की याद में निकला दुलदुल


Varanasi (dil india live). शहीदाने कर्बला की याद में सोमवार की शाम अलग अलग इलाकों से तीन जुलूस निकाले गए। इसमें शिवाला का ऐतिहासिक जुलूस भी शामिल था। सैय्यद आलिम हुसैन रिजवी के इमामबाड़े से दुलदुल का यह जुलूस निकाला गया। जुलूस हजरत खाकी शाह बाबा (रह.) चौराहे पर जब पहुंचा तो वहां मुख्य मार्ग पर मौलाना नसीर आजमी (मुंबई), मौलाना अकील हुसैनी व सैयद फरमान हैदर ने तकरीर की। इस दौरान कर्बला के मसायब सुनकर लोगों की आंखें नम हो गईं। अंजुमन गुलजारे अब्बासिया ने नौहाखवानी वह मातम किया।

मुख्य मार्ग पर अजादारों ने मातम करके खुद को लहूलुहान कर लिया। शिवाला से ही मस्जिद डिप्टी जाफर बख्त से अंजुमन हैदरी चौक ने ताजिया का जुलूस निकाला। दोनों जुलूस शिवाला घाट पर ठंडे किये गए। आलमपुरा स्थित मिर्जा मन्ना के आवास से दुलदुल, अलम व ताबूत का जुलूस निकला। अंजुमन आबिदिया के तत्वावधान में निकले जुलूस में रास्ते भर अंजुमन के लोगों ने जमकर मातम किया। पारम्परिक रास्ते से होता हुआ जुलूस लाट सरैयां स्थित सदर इमामबाड़ा पहुंचकर समाप्त हुआ।

सोमवार, 19 सितंबर 2022

dav pg college में Quiz में विजयी प्रतिभागी हुए पुरस्कृत


Varanasi (dil india live)। डीएवी पीजी कॉलेज के दर्शनशास्त्र विभाग के छात्र मंच 'डायलेक्टिका स्टूडेंट फोरम' के तत्वावधान में दो दिवसीय क्विज-2022 का आयोजन 12 एवं 13 सितम्बर को किया गया था। इसमें प्रथम स्थान जिज्ञासा मिश्रा, द्वितीय स्थान आलोक कुमार एवं तृतीय स्थान पर शशि शेखर गुप्ता रहे। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर सत्यदेव सिंह ने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान कर उनका उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर  उन्होंने कहा कि छात्र जीवन में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा आगे बढ़ने का सबसे बड़ा रास्ता होता है, इसमें हार जीत से आगे सीखने की प्रवृत्ति बढ़ती है जो भविष्य में हमारे काम आती है। 

 इस अवसर पर क्विज संयोजक एवं विभागाध्यक्ष डॉक्टर संजय कुमार सिंह, प्रोफेसर सतीश कुमार सिंह, डॉक्टर रामेंद्र सिंह, डॉक्टर संजीव वीर सिंह प्रियदर्शी आदि उपस्थित रहे। 2 चरणों में संपन्न हुई प्रतियोगिता में लगभग 30 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। प्रथम चरण में 10 छात्र सफल हुए जिसमें से दूसरे चरण में  विजेताओं का चयन किया गया।

Awards:सर्वश्रेष्ठ निक्षय मित्र को राज्यपाल करेंगी सम्मानित

वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य

  • अभी जिले में हैं 17 निक्षय मित्र, पौष्टिक आहार व उपचार में करेंगे मदद
  • सीएमओ और जिला क्षय रोग अधिकारी भी बने निक्षय मित्र


Varanasi (dil india live).यदि आप निक्षय मित्र हैं, अर्थात आपने किसी टीबी मरीज को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने का संकल्प लिया है, तो प्रदेश की राज्यपाल आपके इस सराहनीय कार्य के लिए आपको सम्मानित कर सकती हैं। इस संबंध में राज्य क्षय नियंत्रण अधिकारी एवं संयुक्त निदेशक (क्षय) ने प्रदेश के सभी जिला क्षय अधिकारियों को पत्र लिख कर उत्कृष्ट कार्य करने वाले सर्वश्रेष्ठ निक्षय मित्र का विवरण भी मांगा है। दरअसल निक्षय मित्र योजना के तहत कोई भी व्यक्ति टीबी (क्षय) रोग के खिलाफ शुरू की गई राष्ट्रव्यापी जंग में अपना योगदान दे सकता है। ऐसे व्यक्तियों और संस्थाओं को प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा सम्मानित भी किया जाएगा। 

इस मुहिम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी और जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ पीयूष राय भी निक्षय मित्र बन गए हैं। इसके साथ ही सीएमओ ने लोगों से निक्षय मित्र बनकर टीबी के खिलाफ जंग को मजबूती देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जिस तरह देश ने सम्मलित प्रयासों से पोलियो और कोरोना के खिलाफ जंग जीती है, उसी प्रकार टीबी के खिलाफ जंग को जीतने के लिए सम्मिलित प्रयास किया जाना है। वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य है। इसके लिए बीते दिनों में प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान लांच किया गया। इस अभियान को जन-आंदोलन बनाने के लिए निक्षय मित्र योजना की भी शुरुआत की गई है। 

क्या है निक्षय मित्र योजना

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ पीयूष राय ने बताया कि निक्षय मित्र योजना टीबी से पीड़ित लोगों को गोद लेने की योजना है। इस योजना के तहत कोई भी स्वयंसेवी संस्था, औद्योगिक इकाई या संगठन, राजनीतिक दल या कोई भी व्यक्ति टीबी मरीज को गोद ले सकेगा, ताकि वह इलाज में उसकी मदद करा सके और उसके लिए हर माह पौष्टिक आहार की व्यवस्था करा सके। इस अभियान के तहत निक्षय मित्र बनने वाले व्यक्ति या संस्था को कम से कम एक साल के लिए और अधिक से अधिक तीन साल के लिए किसी ब्लॉक, वार्ड या जिले के टीबी रोगियों को गोद लेकर उन्हें भोजन, पोषण आदि जरूरी मदद उपलब्ध करानी होती है। इस अभियान से जुड़ने के लिए आप निक्षय पोर्टल www.nikshay.in पर रजिस्टर किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त एसएसपीजी मंडलीय चिकित्सालय स्थित जिला क्षय रोग केंद्र पर संपर्क किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिले में 17 निक्षय मित्र हैं और संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।   

योजना का उद्देश्य

राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के डीपीसी संजय चौधरी व डीपीपीएमसी नमन गुप्ता ने बताया कि इस अभियान को जन-आंदोलन बनाकर आमजन को बताना होगा कि इस बीमारी की रोकथाम संभव है। इसका इलाज आसान और नि:शुल्क है। लोगों को यह भी बताना होगा कि टीबी के कीटाणु हर व्यक्ति के शरीर में मौजूद होते हैं। लेकिन जब रोग-प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है तो व्यक्ति में यह रोग दिखता है। इलाज से इस बीमारी से जरूर छुटकारा मिल सकता है। ये सभी बातें लोगों तक पहुंचने के बाद ही टीबी से प्रभावित लोग इलाज की सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे।

Aaj niklega शिवाला का ऐतिहासिक दुलदुल

Varanasi (dil india live)। शिवाला स्थित सैयद आलिम हुसैन रिजवी के इमामबाड़े से दुलदुल का कदीमी जुलूस आज दोपहर 3:00 बजे निकलेगा। जुलूस में शामिल अजादार दर्द भरे नौहों पर मातम करते हुए विभिन्न रास्तों से शिवाला घाट पहुंचेंगे। गंगा किनारे पहुंचकर यह जरूर संपन्न होगा। जुलूस से पहले मजलिस होगी। मजलिस में मौलाना नसीर आज़मी कर्बला के शहीदों और असीरों की जिंदगी पर रौशनी डालेंगे। इस दौरान अंजुमन नसीरुल मोमिनीन व अंजुमन गुलज़ारे अब्बासिया नौहाखवानी वह मातम करेंगी।

रविवार, 18 सितंबर 2022

Varanasi के CDO बने Himanshu nagpal

अभिषेक गोयल बने वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष


Varanasi (dil india live). वाराणसी के नए सीडीओ हिमांशु नागपाल बनाए गए हैं। हिमांशु नागपाल वर्तमान में कानपुर में ज्वाइन मजिस्ट्रेट के पद पर कार्यरत  थे।

जबकि वर्तमान में सीडीओ के पद पर कार्यरत अभिषेक गोयल को वाराणसी विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष बनाया गया है। यह पद वाराणसी वीडीए उपाध्यक्ष को चंदौली का नया डीएम बनाये जाने के बाद रिक्त हो गया था।



Sultan club ने किया नीट में स्थान पाए bunkar बच्चों का सम्मान



Varanasi (dil india live). सामाजिक संस्था सुल्तान क्लब वाराणसी द्वारा बड़ीबाजार में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। अध्यक्षता बुनकर बिरादराना तंजीम बाइसी के अध्यक्ष सरदार हाफिज मुईनुद्दीन साहब ने व संचालन बनारस पब्लिक स्कूल के सेक्रेटरी इशरत उस्मानी साहब ने की।इस अवसर पर मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी 2022 में आल इंडिया में स्थान पाए बुनकर बाहुल्य क्षेत्र के बच्चों को सुल्तान क्लब के अध्यक्ष डॉक्टर एहतेशामुल हक व सरदार बाईसी हाफिज मुईनुद्दीन साहब ने संयुक्त रूप से स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

        इस खुशी के मौके पर बुनकर बाहुल्य क्षेत्र में मरीजों की सेवा करने वाले डॉ अज़हर इमाम खां की पुत्री तजल्ली फातिमा ने 720 में 650 अंक पाकर आल इंडिया रैंक में 4539 वां स्थान प्राप्त किया। मूल रूप से बलिया जिले की रहने वाली तजल्ली फातिमा की माता एसएसपी कार्यालय में कार्यरत हैं। वाराणसी के संत अतुलानंद की होनहार छात्रा ने हाई स्कूल व इंटर वहीं से किया। गरीब बुनकर अब्दुल अलीम बुनकारी करके पाई पाई पैसा इकट्ठा करके अपने पुत्र मुहम्मद सलमान को पढ़ाया, पिता का सपना था कि बेटा डॉक्टर बनकर इंसानियत की सेवा करेगा, जो सबसे बड़ा धर्म है। मदरसा मतलउल उलूम के वरिष्ठ अध्यापक अकील अंसारी के पुत्र मुहम्मद आबिद ने 621 अंक पाकर आल इंडिया रैंक में 12134 स्थान प्राप्त किया। मूल रूप से जिला गाजीपुर के रहने वाले आबिद ने बनारस के बाल भारती स्कूल से हाई स्कूल और इंटर पास किया। बुनकर हाजी कलाम केला वाले के पौत्र स्वर्गीय नियाज़ के पुत्र नातिक नियाज़ ने 616 अंक पाकर आल इंडिया रैंक 13924 वें स्थान पाकर बुनकर लोगों को आश्चर्य चकित कर डाला। सभी बच्चों की उपलब्धि से पूरा परिवार ही नहीं क्षेत्रवासी भी गदगद हैं। इन बच्चों का बचपन से ही डॉक्टर बनकर समाज सेवा करने का सपना है। संस्था सुल्तान क्लब परिवार इन भावी चिकित्सकों को हार्दिक बधाई के साथ रौशन मुस्तकबिल की दुआ करती है। कार्यक्रम की शुरुआत इरफानुल हक ने कुरआन की तिलावत से किया। स्वागत उप सचिव अब्दुर्रहमान ने और धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर एहतेशामुल हक ने दिया, अंत में मुफ्ती ज़ियाउल इस्लाम ने दुआ कराई।

         सम्मान समारोह में बाईसी के सदर सरदार हाफिज मुईनुद्दीन, संस्था अध्यक्ष डॉक्टर एहतेशामुल हक, उपाध्यक्ष महबूब आलम व अजय कुमार वर्मा, महा सचिव एच हसन नन्हें, सचिव जावेद अख्तर, उप सचिव अब्दुर्रहमान, कोषाध्यक्ष शमीम रियाज़, प्रधानाचार्य मुसर्रत इस्लाम, इशरत उस्मानी, मुख्तार अहमद, खलील खां, मौलाना अब्दुल्लाह, मुहम्मद इकराम, हाफिज मुनीर, डॉ तजम्मुल अहमद, हाजी मुईनुद्दीन, मुमताज़ अहमद के अतिरिक्त मेधावी छात्रों के अभिभावक और गणमान्य लोग उपस्थित थ

polio vaccine सुरक्षित और असरदार

svm hospital से हुआ polio अभियान का शुभारंभ

बूथ दिवस पर 2.43 लाख बच्चों को पिलाई गई polio की खुराक

घर-घर जाकर पोलियो की दवा पिलाएंगी पल्स पोलियो की टीम


Varanasi (dil india live). पल्स पोलियो की दवा सुरक्षित और असरदार है । इसके प्रति मिथक और भ्रांतियों के कारण पड़ोसी देश पाकिस्तान और अफगानिस्तान में पोलियो का उन्मूलन नहीं हो सका, जबकि भारत में पोलियो उन्मूलन संभव हो गया । चूंकि पड़ोसी देशों में पोलियो के वायरस मौजूद हैं, इसलिए एहतियातन भारत के भी हर शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चे को पोलियो से पूर्ण प्रतिरक्षित किया जाना अनिवार्य है । इसलिए प्रत्येक अभिभावक का दायित्व है कि वह अपने बच्चों को पोलियो की दवा अवश्य पिलाएं। 

उक्त बातें जिला प्रतिरक्षण अधिकारी (डीआईओ) डॉ निकुंज कुमार वर्मा ने भेलूपुर स्थित एसवीएम राजकीय चिकित्सालय से पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ करते हुए कहीं । उन्होंने बताया कि 19 से 23 सितंबर तक घर-घर जाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम पोलियो की दवा पिलाएंगी । जिले में रविवार को आयोजित बूथ दिवस पर 1808 बूथों पर 2,43,711 बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई गई। डीआईओ ने बताया कि अभियान को सफल बनाने के लिए सीएमओ कार्यालय की तरफ से समस्त उप जिलाधिकारी, बेसिक शिक्षा विभाग, आईसीडीएस, जिला पूर्ति अधिकारी, नगर निकायों से संबंधित अधिकारियों, जिला पंचायती राज अधिकारी, एनडीआरएफ़, एनएसएस व अन्य स्वयं सेवी संस्थाओं से सहयोग करने के लिए कहा गया है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि जनपद के समस्त ग्रामीण व शहरी स्वास्थ्य केन्द्रों पर बूथ दिवस पर बच्चों को पोलियो की खुराख पिलाई गईं । पोलियो का टीका नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में भी शामिल है । पल्स पोलियो का ड्रॉप जन्म के समय ही दिया जाता है। इसके अलावा छह, दस और चौदह सप्ताह पर भी यह ड्रॉप पिलाया जाता है । इसकी बूस्टर खुराक सोलह से चौबीस महीने की आयु में भी दी जाती है । भारत सरकार के नेशनल हेल्थ पोर्टल पर 23 अक्टूबर 2018 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक पोलियो के दो सौ संक्रमणों में से एक संक्रमण अपरिवर्तनीय पक्षाघात (आमतौर पर पैरों में) में बदल जाता है। ऐसे पक्षाघात पीड़ित में से पांच से दस फीसदी की मौत हो जाती है । ऐसे में इस जटिल बीमारी के प्रति संपूर्ण प्रतिरक्षण अति आवश्यक है ।

इस अवसर पर चिकित्साधीक्षक डॉ क्षितिज तिवारी, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉ एके पांडे, डिप्टी डीआईओ डॉ यतीश भुवन पाठक, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डबल्यूएचओ) के डॉ जयशीलन व डॉ सतरुपा, यूनिसेफ के प्रदीप श्रीवास्तव व डॉ शाहिद और यूएनडीपी की रीना वर्मा संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे । 

स्वस्थ है दोनों बच्चे 

भेलूपुर निवासी संजय का सरकारी टीकों में पूर्ण विश्वास है। उनका बड़ी बेटी श्रद्धा चार साल की है जबकि छोटा बेटा वेदान्त लगभग दो साल का है । उनका कहना है कि उन्होंने अपने दोनों बच्चों को पोलियो की सभी ड्रॉप पिलवाई है और सभी प्रकार के टीके सरकारी टीकाकरण केंद्र से ही लगवाए हैं। इससे उनके दोनों बच्चे स्वस्थ हैं । पोलियो के ड्रॉप के कारण कभी भी कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ा । सभी लोगों को अपने बच्चों को पोलियो की दवा अवश्य पिलानी चाहिए और नियमित टीकाकरण भी कराना चाहिए।

अभियान: एक नजर में

लक्षित मकान – 7.46 लाख

लक्षित लाभार्थी बच्चे – 5.68 लाख

पर्यवेक्षक – 364

गृहभ्रमण टीम – 1265

ट्रांजिट टीम – 36

मोबाइल टीम – 36

लखनऊ में नई सियासी पैतरेबाजी

भाजपा कार्यालय पर सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की तस्वीर  Lucknow (dil India live)। लखनऊ से नई सियासी पैतरेबाजी की खबर है। दरअसल भाजपा कार्...