शनिवार, 10 सितंबर 2022

air pollutant से बढ़ता है स्वास्थ्य का खतरा : सीएमओ

अंतरराष्ट्रीय स्वच्छ वायु दिवस के तहत हुई जनजागरुक गतिविधियां


Varanasi (dil india live). अंतरराष्ट्रीय स्वच्छ वायु दिवस के अंतर्गत शुक्रवार को ब्लॉक व नगर स्तरीय स्वास्थ्य केन्द्रों पर जन जागरूक गतिविधियाँ आयोजित की गईं। इस दौरान लोगों को वायु प्रदूषण के कारण बढ़ते स्वास्थ्य खतरों के बारे में जागरूक किया गया। दूसरी ओर सेवापुरी के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका इण्टरमीडिएट कालेज गोराई में आरबीएसके चिकित्साधिकारी एवं स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी द्वारा बच्चों को वायु प्रदूषण के दुष्प्रभाव एवं उससे बचने के उपाय पर वाद- विवाद प्रतियोगिता एवं निबंध प्रतियोगिता की गई। 

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि स्वच्छ वायु में अंतरराष्ट्रीय समुदाय की बढ़ती दिलचस्पी के बाद और मानव स्वास्थ्य की रक्षा के लिए वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए और प्रयास करने की आवश्यकता पर ज़ोर देने के लिए हर साल सात सितंबर को अंतरराष्ट्रीय स्वच्छ वायु दिवस मनाया जाता है। इसी के मद्देनजर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तर प्रदेश की मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने 7 से 10 सितंबर 2022 तक जन जागरूकता गतिविधियाँ आयोजित करने के लिए दिशा-निर्देश दिये गए थे। इस वर्ष की थीम "द एयर वी शेयर" वायु प्रदूषण की सीमा पार प्रकृति पर केंद्रित है, जिसमें सामूहिक जवाबदेही और कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया गया है। सीएमओ ने कहा कि हम सभी एक समान हवा में सांस लेते हैं, और एक वातावरण हम सभी की रक्षा और पोषण करता है। प्रदूषण एक वैश्विक समस्या है जिसका मुकाबला करने के लिए हमें मिलकर काम करना चाहिए। 

नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ एसएस कनौजिया ने बताया कि नीले आसमान के लिए स्वच्छ हवा का तीसरा अंतर्राष्ट्रीय दिवस सात सितंबर 2022 को 'द एयर वी शेयर' की थीम के तहत मनाया गया। उन्होंने कहा कि शुद्ध वायु हमारे लिए अमृत है। इसको पाने के लिए हमें अपना गगन नीला रखना होगा। अशुद्ध वातावरण से होने वाली बीमारी के बोझ में वायु प्रदूषण सबसे अधिक जिम्मेदार है। यह दुनिया भर में मृत्यु और बीमारी के मुख्य परिहार्य कारणों में से एक है। उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण कोई राष्ट्रीय सीमा को नहीं पहचानता है। इसके अलावा, यह जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता हानि, प्रदूषण के अन्य रूपों, सामाजिक और लैंगिक समानता के साथ आर्थिक विकास जैसे अन्य वैश्विक संकटों से भी गंभीरता से जुड़ी हुई है। यह है इतिहास - 26 नवंबर 2019 को, संयुक्त राष्ट्र (यूएन) महासभा के 74वें सत्र की दूसरी समिति ने सात सितंबर को "नीले आसमान के लिए स्वच्छ हवा का अंतर्राष्ट्रीय दिवस" के रूप में अपनाने के लिए एक प्रस्ताव अपनाया। यह संकल्प सभी स्तरों पर जन जागरूकता बढ़ाने, वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए कार्यों को बढ़ावा देने, सुविधाजनक बनाने के महत्व और तत्काल आवश्यकता पर बल देता है।

Medical news: बिना ‘फायर एनओसी’ के भर्ती नहीं होंगे नये मरीज

फायर एनओसी बनवाने में आ रही दिक्कतों का होगा समाधान 

आईएमए में नर्सिंगहोम संचालकों के साथ जिला प्रशासन की हुई बैठक


Varanasi (dil india live). प्राइवेट नर्सिंगहोम संचालकों के साथ हुई बैठक में जिला प्रशासन ने आज एक बार फिर स्पष्ट किया कि अस्पतालों के लिए ‘फायर एनओसी अनिवार्य है। फायर एनओसी बनवाने में यदि कोई अड़चन आ रही है तो उसका समाधान किया जायेगा लेकिन बिना फायर एनओसी के नये मरीज भर्ती नहीं किये जा सकेगे।

 जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के  निर्देशानुसार आईएमए सभागार में फायर एनओसी को लेकर प्राइवेट नर्सिंग होम संचालकों के साथ बैठक की गयी। बैठक में एडीएम सिटी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी व मुख्य अग्निशमन अधिकारी के साथ ही नोडल अधिकारी पंजीयन डा. पीयूष राय व आईएमए अध्यक्ष, सचिव व अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

बैठक में अग्निशमन एनओसी में आ रही दिक्कतों के संबंध में विस्तार से चर्चा हुई। मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने आवश्यक मानक व्यवस्था की एक सूची भी सभी को उपलब्ध कराया। साथ ही पीपीटी के माध्यम से अग्निशमन सुरक्षा उपकरणों एवं आग लगने के समय बचाव के उपायों पर भी चर्चा की गई। मुख्य अग्निशमन अधिकारी  ने चिकित्सकों को आ रही दिक्कतों के संबंध में उनसे वार्ता हेतु समय व स्थल भी निर्धारित किया। बैठक में एडीएम सिटी ने जिलाधिकारी द्वारा चिकित्सालयों के अग्नि सुरक्षा व्यवस्था एवं चिकित्सा व्यवस्था के संबंध में दिये गये निर्देशों की जानकारी दी और बताया कि जिन चिकित्सालयों में फायर एनओसी नहीं है वह जब तक फायर एनओसी नहीं ले ले रहे हैं तब तक नए मरीज भर्ती नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि मरीजों एवं चिकित्सालय में कार्य करने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा सर्वोपरि है।

बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सभी को हमेशा सहयोग देने एवं जिलाधिकारी  द्वारा दिए गए निर्देशों के बारे में अवगत कराया। उन्होंने पंजीयन प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी और चिकित्सकों द्वारा पूछे गए सवालों का विस्तार से जवाब दिया।

बैठक में नोडल अधिकारी एवं जिला क्षय रोग अधिकारी डा. पीयूष राय ने समस्त चिकित्सकों को निक्षय पोर्टल से जुड़ने एवं सभी टी बी के मरीजों का नोटिफिकेशन अनिवार्य रूप से किए जाने एवं राष्ट्रपति  द्वारा  उद्घाटन की गई टीबी के इलाज के बारे में नई रणनीति के विषय में जानकारी दी। धन्यवाद ज्ञापन आईएमए अध्यक्ष ने किया।

Digital payment को बढ़ावा देने के लिए अब डाकघरों में 'प्रोजेक्ट फास्ट ट्रैक अभियान'

डाकघरों में यूपीआई आधारित क्यूआर कोड से होगा डिजिटल भुगतान

उपभोक्ताओं को मिलेगा कैश की समस्या से छुटकारा :पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव



Varanasi (dil india live). भारत सरकार कैशलेस व्यवस्था को प्रोत्साहित करने  डाकघरों में भी ऑनलाइन और डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा दे रही है। 'डाकिया डाक लाया' से 'डाकिया बैंक लाया' तक के सफर में जहां डाक विभाग के माध्यम से सरकार वित्तीय समावेशन को प्रोत्साहित कर रही है, वहीं अब देश भर में डाकघरों के माध्यम से 'डिजिटल पेमेंट' को भी बढ़ावा दिया जायेगा। सुदूर क्षेत्रों तक डाक विभाग की पहुच होने के चलते ग्रामीण इलाकों के लोग भी डिजिटल पेमेंट करना सीख सकेंगे। उक्त जानकारी देते हुए वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि डाकघरों में डिजिटल पेमेंट की व्यवस्था के लिए क्यू.आर. कोड से यू.पी.आइ आधारित आनलाइन भुगतान की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। इसके प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए 'प्रोजेक्ट फास्ट ट्रैक" अभियान भी चलाया जा रहा है। इससे जहाँ डाक कर्मियों को डिजिटल भुगतान प्राप्त करने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर डाकघरों में आए ग्राहकों को डिजिटल भुगतान के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है। वाराणसी परिक्षेत्र के डाकघरों में 16 हजार से अधिक डिजिटल ट्रांजैक्शन हो चुके हैं जो कि उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक हैं। 

वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाकघरों में हुए डिजिटल ट्रांजैक्शन की प्रगति की निगरानी हेतु ऑनलाइन पोर्टल भी बनाया गया है। वाराणसी परिक्षेत्र के सभी 6 प्रधान डाकघरों, 268 उप डाकघरों और 1209 शाखा डाकघरों में  क्यू.आर. कोड से डिजिटल पेमेंट की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। इसमें वाराणसी पूर्वी मंडल के 224, वाराणसी पश्चिमी मंडल के 211, जौनपुर के 402, गाजीपुर के 337 और बलिया के 309 डाकघर शामिल हैं। 

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि डाकघरों में स्पीड पोस्ट, रजिस्ट्री पत्र, रजिस्टर्ड पार्सल, रजिस्टर्ड फॉरेन पत्र, व अन्य रजिस्टर्ड आर्टिकल्स, इंटरनेशनल एयर पार्सल, एरोग्राम इंटरनेशनल, फ्रैंकिंग मशीन रिचार्ज, बिजनेस पोस्ट, बिल मेल सेवा, विभागीय परीक्षा शुल्क  इत्यदि के चार्ज का भुगतान अब डिजिटल पेमेंट के माध्यम से हो सकेगा। पत्र/पार्सलों की बुकिंग के दौरान काउंटर क्लर्क द्वारा पॉइंट ऑफ सेल पर पत्र के प्रेषक व प्राप्तकर्ता की सभी जानकारियों को दर्ज करने के उपरांत ग्राहक को रकम बताई जायेगी और क्यू.आर. कार्ड को स्कैन कर भुगतान की प्रक्रिया संपन्न कराई जाएगी। उक्त क्यू आर कोड को स्कैन कर किसी भी यू.पी.आई पेमेंट मोबाइल एप्लीकेशन जैसे डाक पे, गूगल पे, फोन पे, पेटीएम, एमेजन पे, इण्डिया पोस्ट  पेमेंट्स बैंक आदि के द्वारा डिजिटल भुगतान किया जा सकेगा। भुगतान की प्रक्रिया ग्राहक द्वारा पूर्ण करने पर सॉफ्टवेयर सेन्ट्रल सर्वर से भुगतान संपन्न होने की जानकारी लेगा और ग्राहक की रसीद प्रिंट हो जाएगी।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि इस सेवा के शुरू होने से ग्राहकों की सुविधाओं में इजाफा होने के साथ-साथ डिजिटल अर्थव्यवस्था भी सुदृढ़ होगी। इससे डाकघरों में आए हुए ग्राहकों को फुटकर पैसों की समस्या से राहत मिल जाएगी और काउंटर पर बैठे डाक सहायक को भी नकद लेन-देन से छुटकारा प्राप्त हो जाएगा और समय की भी बचत होगी। ग्राहकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसलिए नकद रकम देकर भी डाक वस्तुओं की बुकिंग का कार्य पूर्व की ही भांति होता रहेगा।

Cm Yogi ने कि स्व. राजेश्वर प्रसाद सिंह की प्रतिमा का अनावरण



Ghazipur
(dil india live). मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के जनपद का एक दिवसीय कार्यक्रम शुक्रवार को सम्पन्न हुआ। इस दौरान मुख्यमंत्री द्वारा स्नातकोत्तर महाविद्यालय मे स्थापित स्व. राजेश्वर प्रसाद सिंह की भव्य प्रतिमा का अनावरण, विद्यालय परिसर में रूद्राक्ष का पौधरोपण, विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियो को योजना से सम्बन्धित टैबलेट, टूलकिस्ट, चेक आदि का वितरण एवं जन सभा को सम्बोधित किया गया। बता दें कि पी0जी0 कालेज प्रांगण मे आयोजित विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद मे शिक्षा की अलख जगाने वाले बाबू राजेश्वर प्रसाद सिंह जी की भव्य प्रतिमा का अनावरण करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। इससे आज मै अभिभूत हूॅ। मुख्यमंत्री ने उनकी स्मृतियों को नमन करते हुए उन्हे विनम्र श्रद्धांजलि अर्पीत की तथा इसके लिए महाविद्यालय परिवार को हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होने कहा कि बाबू राजेश्वर प्रसाद सिंह ने 1957 मे गाजीपुर डिग्री कालेज की स्थापना की जो आज पी0जी0 कालेज के रूप मे लगभग 10 हजार छात्र-छात्राओं का एक उत्तम शिक्षा का केन्द्र बनकर पूर्वी उ0प्र0 मे गाजीपुर जनपद के लिए शिक्षा का एक स्तम्भ बना हुआ है। उन्होने कहा कि बाबू राजेश्वर सिंह शिक्षा के प्रति अत्यन्त जागरूक एवं चैतन्य रहे एवं शिक्षा के क्षेत्र मे उन्होने अभिनव प्रयास किया, यही उनका विरासत के प्रति सच्चा सम्मान है। जनपद गाजीपुर महर्षि विश्वामित्र की तपोस्थली है। यह भारत का इतिहास बनाने वाला जनपद है। जिस रामराज्य की स्थापना का संखनाद पूज्य ऋषि मुनियो ने किया था उस परम्परा से जुड़ा हुआ यह जनपद है। उन्होने कहा कि अपनी विरासत को दृष्टिगत रखते हुए जनपद मे नवनिर्मित मेडिकल कालेज का नाम महर्षि विश्वामित्र के नाम रखा गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया जब कोरोना महामारी से त्रस्त थी तब प्रधानमंत्री ने देश के सामने जीवन व जीविका को बचाने के साथ-साथ अपने देश के नवजवानो के लिए नई राष्ट्रीय शिक्षा निति भी लागू की। उन्होने कहा कि यह महाविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अभिनव प्रयोग का केन्द्र बन सकता है। कहा कि भारत दुनिया मे सबसे युवा राष्ट्र है और उ0प्र0 भारत मे सबसे युवा राज्य है। यह युवा अपने प्रतिभा एवं उर्जा से पूरे देश एवं दुनिया को आलोकित करने की क्षमता रखता है। आज इन्ही युवाओं के लिए कार्य किया जा रहा है जिसमे नये विश्वविद्यालय, तकनिकी संस्थाओं आदि की स्थापना की जा रही है। अभ्युदय योजना के माध्यम से युवाओं को अपने जनपद मे ही प्रतियोगी परीक्षाओ की तैयारी/कोचिंग की सुविधाएं दी जा रही है ताकि उन्हे कही अन्यत्र न जाना पड़े।

स्वामी विवेकानन्द तकनीकी सक्षम योजना के माध्यम से प्रदेश मे लगभग 15 लाख नवजवानों को टैबलेट एवं स्मार्ट फोन उपलव्ध कराया गया है तथा अगले पांच वर्षो मे 2 करोड़ नवजवानों को टैबलेट व स्मार्टफोन देकर उन्हे तकनीकी दृष्टि से सक्षम बनाने का कार्य किया जायेगा। उन्होने कहा कि प्रदेश मे बड़ी संख्या मे युवाओं को रोजगार प्रदान किया गया एवं उद्यमियों को स्वतः रोजगार से जोड़ा गया। कहा कि सरकार अब एक बड़ी कार्ययोजना को लेकर कार्य कर रही है जिसमे अगले पांच वर्ष के अन्दर जिन परिवारों मे कोई रोजगार एवं सरकारी नौकरी नही मिल पायी है उनकी मैपिंग की कार्यवाही की जा रही है जिसमे हर परिवार के एक सदस्य को रोजगार से जोड़ने का लक्ष्य है। उन्होने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि वे आधुनिक शिक्षा, तकनीकी शिक्षा के साथ ही व्यवहारिक शिक्षा पर भी जोर दें। राष्ट्रीय शिक्षा नीति इस दिशा मे आगे बढने के लिए प्रेरित कर रही है।

मुख्य मंत्री ने मंच से ‘कर्मयोगी राजेश्वर बाबू स्मृतियो के वातायन से‘ पुस्तक का विमोचन किया। कार्यक्रम के दौरान सांसद बलिया विरेन्द्र सिंह ‘मस्त‘, विधान परिषद सदस्य विशाल सिंह ‘चंचल‘ एंव अपर महाधिवक्ता अजीत प्रताप सिंह ने भी जनसभा को सम्बोधित किया। सांसद ने कहा कि विगत दिनों विकास खण्ड रेवतीपुर के अठहठा गॉव बाढ के दौरान हुई दुखद नाव दुर्घटना आहत हूॅ । आगे से इस तरह की घटना पुनरावृत्ति न हो और लोगो को आवागमन की सुविधा हेतु उस स्थल पर शीघ्र ही पुल के निर्माण हेतु आवश्यक कार्यवाही करने की बात कही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा स्वामी विवेकानन्द युवा शक्तिकरण योजना के अन्तर्गत युवाओ को टैबलेट, उज्ज्वला योजना के अर्न्तगत चिहिन्त लाभार्थियेां को चुल्हा, पाईप, गैस सिलेण्डर, एक जनपद एक उत्पाद योजना, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, प्रधानमंत्री रोजगार श्रृजन कार्यक्रम के अन्तर्गत विभिन्न लाभार्थियों को डेमो चेक का वितरण, विश्वकर्मा श्रम सम्मान के लाभार्थियों का टूल किट वितरण, श्रम विभाग की मृत्यु, विकलांगता सहायता एवं अक्षमता पेंशन योजनान्तर्गत चिहिन्त लाभार्थी को एम आई एस बॉण्ड, राष्ट्रीय आजीविका मिशन के साथ ही दिव्यांगजन एवं शक्तिकरण विभाग के लाभार्थियों को ट्राईसाईकिल, कान की मशीन, स्मार्ट केन, व्हीलचेयर, आदि का वितरण किया गया।



इस अवसर पर उपाध्यक्ष पिछड़ावर्ग आयोग प्रभुनाथ चौहान, जिलाधिकारी एम पी सिंह, पुलिस अधीक्षक रोहन पी बोत्रे, अध्यक्ष जिला पंचातय सपना सिंह, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद गाजीपुर सरिता अग्रवाल, पूर्व राज्य मंत्री संगीता बलवंत, पूर्व विधायक अलका राय, सुनीता सिंह, सुभाष पासी एवं जिलाध्यक्ष भाजपा भानुप्रताप सिंह सहित अन्य अधिकारी एंव जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

शुक्रवार, 9 सितंबर 2022

Hajj-e-umrah पर आज रवाना होंगे50 जायरीन




Varanasi (dil india live) 10/09/2022 को हज-ए-उमरा पर वाराणसी से पचास जायरीन रवाना होंगे। उमरा पर जाने के लिए सरकार द्वारा वीज़ा दिया जाता है। जायरीन टूर & ट्रेवल के माध्यम से उमरा पर जाते है। उमरा पर जाने वाले ये सारे जायरीन खिदमते खल्क फाउंडेशन के बैनर तले जा रहे है । इनके जाने से पहले पूर्व संध्या पर पूर्व विधायक हाजी अब्दुल समद अंसारी के नवापुरा आवास पर उमरा पर जाने वाले सारे जायरीन को टिकेट, वीज़ा, पासपोर्ट और एहराम आदि चीजे मुख्य अतिथि हाजी अब्दुल समद अंसारी के हाथो दिया गया। इस मौके पर खिदमते खल्क फाउंडेशन के सदस्य एवम् पार्षद हाजी ओकास अंसारी ने बताया की हज पर एवम् उमरा पर जाने वाले जायरीन की खिदमत करना बहुत ही नेक कार्य है और ये कार्य खिदमते खल्क फाउंडेशन के लोग कर रहे है ये फाउंडेशन बहुत ही कम खर्च पर लोगो को उमरा कराती है ताकि ज्यादा से ज्याद लोग हज-ए-उमरा पर जा कर खाने काबा की जियारत कर सके खिदमते खल्क फाउंडेशन से जुड़े लोग  पिछले कई सालो से लोगो की खिदमत कर रहे है । खिदमते खल्क फाउंडेशन के हाजी अब्दुल वहाब ने उमरा पर जा रहे सभी जायरीन का स्वागत एवम् खैरमखदम किया। संचालन सामाजिक कार्यकर्त्ता मो. शाहिद ने किया । इस मौके पर हाजी अब्दुल समद अंसारी, अनवरुलहक़ अंसारी, हाजी मंजूर, मौलाना हाजी रेयाज कादरी, हाजी ओकास अंसारी, हाजी अब्दुल वहाब अंसारी, अयूब अंसारी, शाहबुद्दीन अंसारी सहित कई लोग मौजूद थे।

Ananta chaturdashi पर निर्जला व्रत कर किया नमन पाठ

अनंतनाथ एवं पार्श्वनाथ का हुआ 108 रजत कलशों से महामस्तकाभिषेक 

दर्शन-पूजन को मन्दिरों में उमड़ी भीड़

 




Varanasi (dil india live)।अनंत चतुर्दशी के पावन पर्व पर शुक्रवार को श्री 1008 अनंत नाथ एवं देवाधिदेव पार्श्वनाथ का 108 रजत कलशों से महामस्तकाभिषेक भक्तो ने किया। पर्युषण महापर्व के अन्तिम दिन जैन मंदिरो में दर्शन करने वाले भक्तो की भारी भीड़ देखने को मिली। इस दौरान मुख्य आयोजन ग्वाल दास साहू लेन स्थित श्री दिगम्बर जैन पंचायती मन्दिर में सकल समाज की उपस्थिति में सांय 4 बजे व्रतधारी शुध्द केशरिया वस्त्रों में इन्द्र के रूप में वाद्य यन्त्रो एवं शहनाई की मंगल ध्वनि के बीच सैकडों धर्मावलम्बीयों ने मंत्रोच्चार के साथ रजत पाण्डुक शिला के कमल सिंहासन पर विराजमान कर तीर्थंकर द्वय का पंचाभिषेक से महा मस्तकाभिषेक किया। 

जैन मतावलंबियों ने निर्जला व्रत रखकर नमन पाठ पढकर इच्छुक रसधारा, दुग्ध धारा, घृत धारा, केशर एवं शुध्द गंगा जल के 108 रजत कलशो से तीर्थंकरों का प्रक्षाल किया।इस नयनाभिराम दृश्य को देखने के लिए जैन धर्मावलम्बीयों की भारी संख्या मंदिरों में देखने को मिली। 

भाद्र शुक्ल पंचमी से चतुर्दशी तक दस दिवसीय पर्युषण पर्व पर प्राचीन परम्परा के अनुसार अंनत चतुर्दशी पर विभिन्न मन्दिरों मे जाकर पार्श्वनाथ जन्म भूमी भेलूपुर, सुपार्श्वनाथ कि जन्म स्थली भदैनी, श्रेयांस नाथ जन्म स्थली सारनाथ, चन्दा प्रभु जन्म स्थली चन्द्रपुरी चौबेपुर, नरिया, खोजंवा, मैदागिन, हाथीबाजार, मझवा, भदैनी, भाट की गली एवं चैत्यालयों में जाकर दर्शन-पूजन किया। धर्मावलम्बी अलग अलग समूह में परिक्रमा भी किया। 

तत्पश्चात मन्दिरों की वन्दना के बाद सायं श्री दिगम्बर जैन पंचायती मन्दिर ग्वाल दास लेन पहुंचने पर महामस्तकाभिषेक मे शामिल हुए प्रातः से ही पंचायती मन्दिर में चौबीसी पूजन, देव शास्त्र, गुरु पूजा, विनय पाठ, अंनत नाथ पूजा, जिनेन्द्र पूजा, शांति पाठ आदि शहनाई ढोल की मंगल ध्वनि के बीच भक्तों ने किया। धर्मावलम्बी भादो मास में पड़ने वाले पर्युषण पर्व पर दस वृत्तियों का व्रत लेकर मन, वाणी एवं शरीर आत्मा को शुद्ध करते हुए कठिन तपस्या व साधना से मन शुध्दि, आत्म शुध्दि, उपवास, जपमाला, ध्यान, स्तुति, वन्दना इत्यादि अपने आत्मबल को जगाने के लिए करते है। 

अंनत चतुर्दशी के पावन अवसर पर श्रद्धालुओ ने पंचामृत में भिगोकर अंनत सूत्र को अपनी बांहो में बांधा। भगवान बांसपुजय जी का मोक्ष कल्याणक भी मनाया गया। अभिषेक के उपरांत शास्त्र प्रवचन एवं भगवनतों की आरती की गई। 

आयोजन में प्रमुख रूप से समाज के अध्यक्ष दीपक जैन, उपाध्यक्ष राजेश जैन, आर सी जैन, विनोद जैन, संजय जैन, प्रधान मंत्री अरूण जैन, समाज मंत्री तरूण जैन, रत्नेश जैन, राजेश भूषण जैन, सौमित्र जैन उपस्थित थे।

Hari sabzi औषधीययुक्त पौधों से लहलहाएगी पोषण वाटिका

जिले में अब तक तैयार की गईं 2042 पोषण वाटिका

सुपोषित समाज में पोषण वाटिका की भूमिका अहम



Varanasi (dil india live). बच्चों, किशोर-किशोरी, गर्भवती व धात्री महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिए विटामिन, कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन जैसे पोषक तत्वों का मिलना बहुत जरूरी होता है। पोषक तत्वों से भरपूर खानपान को अपनाने पर ही एक सुपोषित समाज की परिकल्पना की जा सकती है। इस दिशा में वाराणसी जनपद में प्रभावी ढंग से कार्य हो रहा है। बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार (आईसीडीएस) विभाग की ओर से जनपद के हर ब्लॉक के लगभग सभी ग्राम पंचायतों में पोषण वाटिका तैयार की जा रही है। पोषण वाटिका को तैयार करने में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं ने अपना पूरा योगदान दिया है, जिससे आसपास के घरों में ताजी हरी साग-सब्जियाँ व फल आदि आसानी से प्राप्त हो सकें। जनपद में अभी तक 2042 पोषण वाटिका तैयार की जा चुकी हैं। 

जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) डीके सिंह ने बताया कि माइक्रो न्यूट्रिएंट्स की कमी भी कुपोषण का एक बड़ा कारण है। माइक्रो न्यूट्रिएंट्स के सस्ती उपलब्धता के लिए पोषण वाटिका का रोपण किया जा रहा है। पोषण वाटिका विकसित करने का मुख्य उद्देश्य है कि लाभार्थियों को उनके आसपास ही ताजी हरी साग-सब्जियाँ, फल, औषधि आसानी से मिल सकें। फल एवं सब्जियाँ सूक्ष्म पोषक तत्वों के महत्वपूर्ण स्रोत हैं। इन पोषक तत्वों को नियमित आहार में सम्मिलित करना बेहतर स्वास्थ्य के लिए बहुत ही आवश्यक है। खट्टे फल, अदरक, आँवला, अमरूद, पालक, सहजन, चौलाई आदि स्थानीय उगाई जाने वाली साग-सब्जियों के सेवन से प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है, जिससे बीमारी व वायरल संक्रमण से बचा जा सकता है। उन्होने बताया कि सितंबर माह में साग-सब्जियों एवं फलों के पौधों के रोपण का उचित समय है, इसके तहत पोषण वाटिका के विकास के लिए क्षेत्र स्तर पर प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।

डीपीओ ने बताया कि जनपद में अभी तक 2042 पोषण वाटिका तैयार कर बीज रोपे जा चुके हैं। अगले कुछ दिनों में पोषण वाटिका हरी साग सब्जी, फल एवं औषधियों से लहलहाने लगेगी। इसमें से अराजीलाइन विकासखंड परियोजना में 229, बड़ागांव में 187, चिरईगांव में 192, चोलापुर में 180, हरहुआ में 230, काशी विद्यापीठ में 394, पिंडरा में 246, आदर्श ब्लॉक सेवापुरी में 210 एवं नगर क्षेत्र में 104 पोषण वाटिका हैं। 

*विभिन्न तरह के पौधे लगाए गए –* जनपद में तैयार की गईं समस्त पोषण वाटिका में 6162 फलदार, 5102 औषधी एवं 30630 हरी सब्जीयुक्त पौधे सम्मिलित हैं। फलदार पेड़ो में आम, आँवला, अमरूद, पपीता, नींबू, इमली आदि के पौधे लगाए गए। औषधी में नीम, तुलसी, धृत कुमारी (एलोवेरा), अश्वगंधा, सदाबहार आदि के पौधे लगाए गए। हरी साग सब्जी युक्त में पालक, सहजन, चौलाई, बथुआ, मेथी, लौंकी, तुरई, बैंगन आदि के पौधे रोपे गए हैं।

गुटखा व्यवसायी के घर पहुंचे विधायक नीलकंठ तिवारी

Varanasi (dil India live)। प्रतिष्ठित गुटखा व्यापारी बबलू राठौर का विगत दो दिनों पूर्व आत्महत्या के चलते निधन हो गया था। उनके आवास पर शोक सं...